जोड़ी में कार्य: परमाणु और अणु तथा रासायनिक अभिक्रियाएँ

यह इकाई किस बारे में है

यह इकाई विज्ञान के बारे में बातचीत करने के लिये विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने की सरल अध्यापन तकनीक के बारे से है। आप इसका उपयोग नौवीं या दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों के साथ कर सकते हैं। यह तकनीक जोड़ी कार्य है और परमाणुओं एवं अणुओं, तथा रासायनिक अभिक्रियाओं के संदर्भ में इसकी सचित्र व्याख्या की गई है।

शोध के अनुसार (मर्सर और लिटलटन, 2007) – और शायद आप अपने अनुभव से जानते हैं कि किसी समस्या या किसी नए विचार के बारे में बातचीत करना बहुत सहायक हो सकता है। बातचीत करने से समझने में मदद मिल सकती है। बातचीत गहरी समझ विकसित करने संबन्धी गतिविधि है, और आपके विद्यार्थियों के लिए भी इसके यही मायने हैं। जब विद्यार्थी आठवीं कक्षा से नौवीं कक्षा में आते हैं, तो उनसे सामान्यतः स्वयं चुपचाप काम करने की अपेक्षा की जाती है। उनसे जो कार्य करने की अपेक्षा की जाती है वह भी अपेक्षाकृत अधिक मेहनत वाला काम होता है। यद्यपि, जैसा कि आप जानते हैं, विद्यार्थियों के सीखने की गति अलग–अलग होती है, और अनेक विद्यार्थियों को नौवीं और दसवीं कक्षा में विज्ञान कठिन और बेकार लगता है। संरचित गतिविधियों में किसी साथी के साथ काम करना और उससे बात करना आपके विद्यार्थियों को विज्ञान सीखने से जोड़ने के ज्ञान के सह–निर्माण में सहयोग करेगा।

इस इकाई में आप अपने विद्यार्थियों को विज्ञान के बारे में बात करने और कक्षा में दूसरे विद्यार्थी के साथ अपने काम की समीक्षा करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिये सरल कार्य विधि सीखेंगे। विज्ञान के बारे में बात करने और एक दूसरे के काम की समीक्षा करने से विद्यार्थियों को कठिन विचारों को समझने में मदद मिलेगी। यदि वे काम को समझ जायें तो यह संभावना है कि वे नये परिवेश में भी उन विचारों को प्रयोग में ला सकेंगे और वर्ष के अंत में वे परीक्षा में भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे।

इस इकाई में शिक्षण दृष्टिकोण जोड़ी में काम कर रहे विद्यार्थियों को शामिल करता है, और नौवीं तथा दसवीं कक्षाओं में अनेक विषयों पर लागू होता है। संसाधन 1 जोड़ी में काम का अन्वेषण करता है।

आप इस इकाई में क्या सीख सकते हैं