भारत में बहुत अधिक विविधता है। उसे वंश, वर्ण, लिंग, भाषा, धर्म, जाति, संप्रदाय, समुदाय, सामाजिक समूह, आर्थिक स्थिति, योग्यता के स्तर, स्वास्थ्य, पेशों, भौगोलिक क्षेत्र, जलवायु और राजनीतिक झुकाव के स्तरों के माध्यम से प्रकट किया जाता है। पारम्परिक रूप से, विविधता को कभी-कभी अंतर के रूप में और ‘समस्या’ – को संसाधन न मान बाधा, के रूप में महसूस किया जाता है। हालाँकि, विविधता को एक सकारात्मक के रूप में लेना विद्यालय के शैक्षणिकं में सुधार करने के लिए महत्वपूर्ण है।
विद्यालय प्रमुख के लिए विविधता का प्रबंधन और विद्यालय समुदाय में हर छात्र को उचित अवसर और सार्थक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना सुनिश्चित करना एक बड़ी चुनौती होती है। अभी अपेक्षाकृत हाल-हाल ही में, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (ncf) और राइट टु एजुकेशन एक्ट 2009 (RtE) के लागू होने के साथ, अनेकता को स्पष्ट रूप से अपनाया गया है। विद्यालय प्रमुख से यह सुनिश्चित करने की अपेक्षा की जाती है कि विविधता, को स्टाफ और छात्रों द्वारा विद्यालय और हर कक्षा के भीतर सीखने के एक संसाधन के रूप में देखा जाय। इसके अलावा, उनसे, सामाजिक पूँजी, मूल संरचना, पाठ्यचर्या संबंधी इनपुटों और सुविधाओं के विकास के लिए, आवश्यक पहले कदम के रूप में अपने छात्रों और अभिभावकों के बारे में विस्तृत जानकारी एकत्र करने की अपेक्षा की जाती है।
उनके विद्यालयों में विविधता की सीमा की स्पष्ट और अच्छी समझ का विकास करने की कुंजी डेटा का उपयोग करना है। विविधता पर डेटा विद्यालय प्रमुख की निम्नलिखित में मदद करता है:
इस इकाई में आप अपने विद्यालय के स्थानीय सामाजिक-आर्थिक, सांस्कृतिक और भाषाई सन्दर्भ का अन्वेषण करेंगे। साथ ही आप इस डेटा के संग्रहण और उपयोग पर भी विचार करेगें जिससे सुनिश्चित हो कि आप, आपके शिक्षक, अभिभावक, छात्र और स्टाफ विविधता के प्रति जागरूक हों, और उसे समझें तथा मान्यता दें, और कि वह कैसे सभी छात्रों की सीखने की प्रक्रिया के नतीजों को प्रभावित करती और गहरा असर डालती है।
इकाई अपने विद्यालय में समावेश को प्रोत्साहित करना इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में नेतृत्व करने में आपकी और मदद करेगी।
इस इकाई में काम करते समय आपसे अपनी सीखने की डायरी में नोट्स बनाने को कहा जाएगा। जहाँ आप अपने विचारों और योजनाओं को एक साथ रखते हैं। संभवतः आपने अपनी डायरी शुरू कर भी ली है।
इस इकाई में आप अकेले काम कर सकते हैं, लेकिन यदि आप अपने सीखने की चर्चा किसी अन्य विद्यालय प्रमुख के साथ कर सकें तो आप और भी अधिक सीखेंगे। यह कोई सहकर्मी, सहयोगी या कोई नया व्यक्ति भी हो सकता है जिसके साथ आप समझ विकसित कर सकते हैं। इसे नियोजित ढंग से या अधिक अनौपचारिक तरीके से किया जा सकता है। आपकी डायरी में बनाए गए नोट्स इस प्रकार की बैठकों के लिए उपयोगी होंगे, और साथ ही आपकी दीर्घावधि की शिक्षण-प्रक्रिया और विकास को प्रतिबंबित भी करेंगे।
सभी छात्रों द्वारा हर वर्ष अधिकतम सीखना सुनिश्चित करने में विविधता का महत्व।
उत्तरोत्तर सरकारों ने विविधता का महत्व समझने वाले समावेशी समाज के निर्माण में शिक्षा की अहम भूमिका को पहचाना है। एक विद्यालय प्रमुख होने के नाते आपको उस विविधता जो आपके विद्यालायी समुदाय में उपस्थि है, उसे पहचानना होगा और इस विविधता का एक शैक्षिक संसाधन और सीखने के अवसर के रूप में, उसका सर्वोतम उपयोग सीखना होगा। आपको यह पहचानना होगा कि विविधता से संबंधित मुद्दे कहाँ पर शिक्षण-प्रक्रिया में बाधक बन सकते हैं और आपके सभी छात्रों के लिए शैक्षिक परिणामों को सुधारने के लिए रणनीतियाँ बनानी होंगी।
एनसीएफ (2005, पृ. 9) से लिया गया उद्धरण समावेशी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और निष्पक्षता से उसके संबंध की आवश्यकता के लिए औचित्य का दृष्टांत देता है। शिक्षण प्रणाली उस समाज से अलग होकर काम नहीं करती है जिसका वह हिस्सा है। भारतीय समाज में मौजूद जाति के अनुक्रम, आर्थिक स्थिति और लैंगिक संबंध, सांस्कृतिक विविधता तथा असमान आर्थिक विकास शिक्षा की सुलभता और विद्यालय में बच्चों की भागीदारी पर भी गहरा प्रभाव डालते हैं। यह अलग अलग सामाजिक और आर्थिक समूहों के बीच तीव्र असमानताओं में प्रतिबिंबित होता है, और विद्यालय में दाखिले और पूरा करने की दर में दिखता है। इस प्रकार, ग्रामीण और शहरी गरीबों के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदायों की लड़कियाँ तथा धार्मिक और अन्य अल्पसंख्यकों के असुविधाग्रस्त भाग शैक्षणिक रूप से सबसे अधिक खतरे में होते हैं। शहरी स्थलों और कई गाँवों में, विद्यालय प्रणाली कई स्तरों में विभाजित है। और छात्रों को असाधारण रूप से अलग अलग अनुभव प्रदान करती है। लैंगिक संबन्धों में असमानता, शासन करने की प्रवृति को बढ़ावा देने के साथ, चिन्ताजनक भी होने है। और लड़कों और लड़कियों दोनों की मानवीय क्षमताओं को पूरी तरह से विकसित नही होने देते है। लिंग की मौजूदा असमानताओं से व्यक्ति को आजाद करना सभी के हित में है।
प्रत्येक विद्यालय प्रमुख यह सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाता है कि शिक्षा का प्रावधान प्रयोजन के लिए उपयुक्त हो और समुदाय की जरूरतें पूरी करता है। एनसीएफ और RtE, जो विद्यालय का वर्णन शैक्षिक समुदाय के रूप में करते हैं, के अनुसार विद्यालय प्रमुख का इसका अधिक वर्णन एनसीएसएल (ncsl) नेशनल प्रोग्राम डिजाइन एंड फ्रेमवर्क 2014 में किया गया है, जो विद्यालय प्रमुख को चार विशेष संकेंद्रन वाले क्षेत्रों, नामतः आदिवासी, छोटे मल्टी-ग्रेड विद्यालयों, गड़बड़ी वाले और कठिन भौगोलिक अवस्थाओं के विद्यालयों का अन्वेषण और समझने का अवसर देता है।
अपनी सीखने की डायरी में पिछले सप्ताह में आपके विद्यालयी परिवेश में विविधता या भिन्नता से हुए सामनों के बारे में पाँच वाक्य लिखें। उदाहरण के लिए, आपने अलग–अलग बोलियाँ सुनी हो, की सहायता की हो।
छात्रों को छात्राओं के ऊपर वरीयता पाते देखा हो, छात्रों की अलग–अलग धार्मिक प्रथाएं देखी हो, या व्हीलचेयर में बैठे किसी छात्र
मदद के लिए, आप परिचय में उल्लिखित विविधता के प्रकारों का सन्दर्भ ले सकते हैं: वंश, वर्ण, लिंग, भाषा, धर्म, जाति, संप्रदाय, समुदाय, सामाजिक समूह, आर्थिक स्थिति, साक्षरता स्तर, योग्यता के स्तर, स्वास्थ्य के स्तर, व्यवसाय, भौगोलिक क्षेत्र, जलवायु और राजनीतिक झुकाव।
अंतरों को वास्तव में देखने के लिए आपको सतर्क रहना होगा। इस चरण पर आपका यह सोचना आवश्यक नहीं है कि अंतर एक समस्या है या नहीं। आपको केवल यह देखना है कि व्यवहार ,रूप–रंग,योग्यता,अवसर या जुड़ाव के आधार पर क्या कोई अंतर है।
चर्चा
यह एक बहुत ही वैयक्तिक अनुक्रिया होगी। आप अन्य की अपेक्षा कुछ विशेष अंतरों के प्रति जागरूक होंगें । किसी सहकर्मी से भी यही काम करने को कहा जा सकता है और फिर दोनों के नोट्स की तुलना दिलचस्प हो सकती है, क्योंकि संभावना है कि आप दोनो में अंतर पाएगें। विविधता के कई आयाम हैं और हर विद्यालय समुदाय अलग अलग पहलुओं से प्रभावित होता है। विद्यालय प्रमुख को निम्नलिखित करने की जरूरत है:
चिंतन करें कि आपके छात्रों की सामाजिक विविधता कैसे विद्यालय में उनके दाखिले, सीखने और उपलब्धि को प्रभावित कर है। आपको किस प्रकार के रुझान और नमूने दिखाई दे रहे हैं? अपने सन्दर्भ में आपको किन विविधता संबंधी मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है?
नीचे दिए गए प्रश्न आपके छात्रों के और उससे उनके सीखने और आकांक्षाओं पर पड़ने वाले प्रभाव से संबंधित हैं। अपने उत्तरों को अपनी सीखने की डायरी में नोट करें। आप चाहें तो कुछ अलग प्रश्न जोड़ या छोड़ सकते हैं ताकि वे आपके सन्दर्भ से विशिष्ट रूप से संबंधित रहें। आप अपने आप से कुछ ऐसे प्रश्न पूछ सकते हैं:
क्या आपके छात्रों में से कोई उच्चतर शिक्षा का विकल्प चुनते हैं? कितने छात्रों को उनकी पसंद के कॉलेज में जगह मिलती है? वे सफल छात्र कौन हैं?
छात्रों की कम हाजिरी विद्यालय में उनकी कम आकांक्षाओं से किस हद तक जुड़ी है? क्या एक बात दूसरी की कारक है या ऐसे खराब हाजिरी वाले छात्र हैं जिन्हें पढ़ने में बहुत दिलचस्पी है?
छात्रों के भाषाई कौशलों का उनके सीखने और अधिक दीर्घावधि की आकांक्षाओं पर क्या प्रभाव पड़ सकता है?
चर्चा
क्या आपको अपने किसी प्रश्न से अचरज हुआ? क्या आपको महसूस हुआ कि शायद आप आंतरिक भावनाओं या सामान्य अवलोकनों के आधार पर अनुक्रिया कर रहे थे? आपको संभवतः पता चला होगा कि किसी मुद्दे को पहचानने को पक्का करने के लिए आपको अधिक प्रमाण या पक्के डेटा की जरूरत है। कोई भी कदम उठाने के पहले, यह जाँचना बुद्धिमत्ता की बात होगी कि आपने मुद्दों को सटीक और विद्यालयी समुदाय में विद्यमान उनकी सीमा की पहचान कर ली है। विभिन्न मुद्दों पर शिक्षकों, छात्रों, स्थानीय समुदाय के सदस्यों, एसएमसी और अभिभावकों के रवैयों और मान्यताओं को समझना और उनका आकलन करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
ऐसा करने के लिए आपकी प्रारंभिक प्रतिक्रियाओं को सुदृढ करने के लिए डेटा संग्रहण और परिवर्तन करने के लिए आपके समर्थन की जरूरत है। इस तरह का डेटा-संग्रहण आपके अधिगम पर होने वाले प्रभाव की निगरानी या मापन शुरू करने के लिए एक आधार भी देगा।
आपके विद्यालय में बच्चें कई विस्तृत के अनुभवों और संसाधनों के साथ दाखिला लेते हैं। इन सबका उनके शिक्षण–अधिगम पर स्पष्टतः प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से गहरा प्रभाव पड़ेगा, आरै शुरूआत रूप में आपको अपने विद्यालय के भीतर वास्तविक विविधता का मानचित्रण करने की जरूरत है।
नीचे दी गई तालिका 1 जैसी तालिका में अपने पास उपलब्ध डेटा का उपयोग करके यथासंभव जानकारी भरें। बायीं ओर के कॉलम में, आपको उन कारकों की एक सूची मिलेगी जो आपके छात्रों के सीखने में को प्रभावित करते हैं। आपको अपने छात्रों के धर्मों और भाषाओं की सीमा के लिए श्रेणियों को फिर से विभाजित करने की जरूरत पड़ सकती है।
सोचें कि इनमें से प्रत्येक कारक आपके विद्यालय समुदाय को कैसे प्रभावित करते हैं और कॉलमों को भरें। हो सकता है आपके पास सभी श्रेणियों के डेटा उपलब्ध न हो। आपको डेटा में जहाँ कहीं कोई कमियाँ नज़र आएं उन्हें अपनी डायरी में नोट करें और फिर मथा संभव हो एक अनुमान करने का प्रयास करें। वास्तविक संख्याएं अक्सर अनुमानों से बहुत भिन्न होती हैं, इसलिए जहाँ आप अंदाजा लगा रहे हैं, वहाँ सुनिश्चित करें कि आप बिना आगे की जाँच-पड़ताल के निष्कर्ष न निकालने की सावधानी बरतें।
कारक | डेटा | सीखने के परिणामों पर संदिग्ध या प्रमाणित प्रभाव |
---|---|---|
पुरूष:स्त्री अनुपात | ||
निम्न सामाजिक-आर्थिक स्तर | ||
उच्च सामाजिक-आर्थिक स्तर | ||
घर पर बोली जाने वाली भाषा | ||
प्रचलित भाषा में पढ़ाए जाने वालों की संख्या | ||
सीखने की अक्षमता | ||
शारीरिक अक्षमता | ||
विद्यालय तक पहुँचने में तय की गई दूरी | ||
धार्मिक संबद्धता | ||
स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे | ||
अन्य |
अपनी सीखने की डायरी में लिखें कि किस डेटा ने आपको आश्चर्यचकित या चिंतित किया,और आपके मन में क्या प्रश्न उठे।
चर्चा
इस गतिविधि को यह स्पष्ट करनी चाहिए कि अपने विद्यालय के सन्दर्भ में आप कितने जागरूक हैं और इसने आपको शेष बातों का पता लगाने के लिए उत्सुक बनाया होगा। आपने देखा होगा कि ऐसी असमानताएं मौजूद हैं जो आपने पहले नहीं पहचानी थीं, या कि आपने अनुमान लगाए थे। आपको यह भी पता लगा होगा कि आपके विद्यालयी समुदाय में ऐसे कई और कारक हैं जिन्हें आपके विचार से देखा जाना और जिन पर डेटा एकत्र करने की जरूरत है।
आपने संभवतः यह भी समझा होगा कि ऐसी कई बातें हैं जिन्हें आप निश्चित रूप से नहीं जानते हैं, लेकिन इस डेटा को प्राप्त करने के तरीके के बारे में चिंतित महसूस कर सकते हैं। यह स्वाभाविक है, खास तौर पर यदि आपको यह सब बहुत नया लग रहा है और आप इस जानकारी का उपयोग करने की अपनी क्षमता के बारे में अनिश्चित हैं। जब–जब आप आगे बढ़ेंगे आप अपने आत्मविश्वास को बढ़ते देखेंगे। अपने इरादे पर ध्यान केंद्रित रखें: अपने प्रत्येक छात्र के जीवन के अवसरों में अंतर लाना।
यहाँ आपके पढ़ने और चिंतन-मनन करने के लिए एक केस स्टडी प्रस्तुत है, जिसमें इस बात पर विशेष ध्यान दिया गया है कि कैसे इस विद्यालय प्रमुख ने अपने विद्यालय के सन्दर्भ के बारे में एकत्र की गई जानकारी का उपयोग करके अपने विद्यालय की छात्राओं की उपलब्धि में अंतर पैदा किया। यह वृत्तांत शिल्पकारों के समुदाय में स्थित एक विद्यालय के अत्यंत सम्माननीय नेता के बारे में है जिन्होंने छात्रों के बारे में अपने ज्ञान का उपयोग करके उनकी सीखने की प्रक्रिया में सुधार किया।
इस केस स्टडी की पठन-सामग्री शिक्षा अधिकारी द्वारा अपने सहकर्मी को लिखे गए एक पत्र से ली गई है।
श्रीमती कुमार अपने विद्यालय के हर छात्र को जानती हैं और उन्हें पता है कि किसे उनकी सहायता की जरूरत है और उन्हें उनकी पूरी क्षमता तक सीखने में सक्षम कैसे करना चाहिए। अपने छात्रों की उपलब्धियों को देख लेने के बाद, श्रीमती कुमार हैं कि उनके विद्यालय में निम्न सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि वाले छात्रों के शैक्षणिक नतीजे, सबसे निम्न हैं। इसलिए उनकी आकांक्षाओं और उपलब्धियों को बढ़ाने हेतु उनकी जरूरतों को प्राथमिकता देने के लिए वे हर प्रयास करती हैं।
उन्होंने अपनी एसएमसी को जन्मदिन–समारोहों के समारोहों पर पैसा खर्च करने की बजाय अपने आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों की शिक्षा में सहायता करने के लिए राजी कर लिया है। उन्होंने अपने स्टाफ को ऐसे छात्रों को हर, सर्दी के मौसम में, पाचँ स्वेटर देने के लिए तैयार किया है जिनके परिवार अपनी बेटियों के लिए यह खर्च वहन नहीं कर सकते हैं। उन्होंने शिक्षकों के परिवारों को उनके पारिवारिक कार्यक्रमों में अपने छात्रों को आमंत्रित करने को राजी किया है, जहाँ वे उपस्थित लोगों के हाथों पर मेहंदी लगाते हैं, क्योंकि वे स्वाभाविक रूप से प्रतिभावान हैं और इससे उन्हें आवश्यक पॉकेट मनी मिलती है।
उनके शिक्षकों ने हाल ही में स्थानीय शिक्षा अधिकारियों को उनके विद्यालय की छत पर एक सैटेलाइट डिश लगाने को राजी किया क्योंकि उनके छात्रों के परिवार उन्हें शहर के सैटेलाइट ट्रांसमिशन केंद्र तक जाने की आज्ञा नहीं देते हैं। वे नहीं चाहती कि सांस्कृतिक नियम विद्यालय में उनके विद्यार्थियों को मिलने वाली डियो- विजुअल शिक्षा को प्रभावित करें।
आज, उनके पढ़ाए हुए छात्र शहर के कॉलेजों में हैं, जिनमें से कुछ सहशिक्षा मे है। वे सुनिश्चित करती हैं कि उनके शिक्षकों को हर बच्चे को पढ़ाने में आवश्यक सहयोग मिले और वे अपने यहाँ की अनोखी प्रतिभाओं को जानें। गैरहाजिरी कम है, पढ़ाई छोड़ना नहीं के बराबर, सबसे लोकप्रिय कक्षाएं हैं विज्ञान प्रयोग प्रदर्शन कक्षा और वर्किंग साइंस प्रयोगशालाएं, तथा कक्षाओं में प्रौद्योगिकी का उपयोग, अधिकांश सरकारी विद्यालयों से अधिक है।
श्रीमती कुमार हर छात्र के परिवार को जानती हैं और जहाँ आवश्यक हो, मदद का हाथ बढ़ाती हैं, लेकिन निजी और पारिवारिक स्वास्थ्य और सफाई के मानकों को ऊँचा करने के अपने प्रयास में उनकी सहभागिता की मागँ करती हैं। स्वास्थ्य शिविरों की पहुँचे छात्रों की माताओं तक बनाई जाती है।
वे जो कविताएं विद्यालय के नोटिस बोर्ड पर लिखती हैं वे मौलिक और जोशीली होती हैं और शिक्षकों को परिवर्तन का कारक बनने के लिए, प्रेरित करती हैं। अपने विद्यालय परिवार’ से प्राप्त हर प्रशंसा की वे हर तरह से पात्र हैं।
श्रीमती कुमार एक बहुत ही जोशीली और प्रतिबद्ध विद्यालय प्रमुख लगती हैं जो अपने विद्यालय सन्दर्भ को अच्छी तरह से जानती हैं। निम्न प्रश्नों के जवाब में अपनी सीखने की डायरी में नोट्स बनाएं:
आपके विचार से किस डेटा ने उनका अपने छात्रों के नतीजों को सुधारने में मद्द की?
चर्चा
श्रीमती कुमार को अपने सभी छात्रों में सच्ची दिलचस्पी है और उन्होंने अपने छात्रों और उनके माता पिता है साथ वार्तालाप और सह से उनके पारिवारिक और सामुदायिक सन्दर्भों को समझने की कोशिश की है। उन्होंने संभवतः बहुत आरंभ से ही छात्रों की पृष्ठभूमिय के बारे में जानकारी एक्तर करने के लिए अपने स्टाफ को लगाया और वे अपने सभी छात्रों को सीखने के अवसर प्रदान करने और उनकी आकांक्षाओं को साकार करने के अपने लक्ष्य में अब भी उन्हें जोड़ती हैं। इस डेटा के परिणामस्वरूप वे सैटेलाइट डिश के लिए जनमत तैयार कर सकीं। उन्होंने एक टीम के रूप में विचार-विमर्श किया होगा कि कैसे सारा स्टाफ उनके साथ काम करके छात्रों के लिए बदलाव ला सकता है।
छात्रों की सीखने की प्रक्रिया के बारे विचार करते समय, प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभावों के बारे में सोचना उपयोगी होता है। केस स्टडी 1 में आपने प्रत्यक्ष प्रभाव देखे होंगे जिनमें, निम्न गैरहाजिरी दर कक्षाओं में प्रौद्योगिकी का उपयोग और विज्ञान के उत्कृष्ट उपकरणों का सुलभ होना शामिल अप्रत्यक्ष प्रभावों का छात्रों की सामान्य सेहत से संबद्ध होने की अधिक संभावना है ताकि उन्हें ऐसा पर्यावरण और समुदाय प्रदान कराया जा सके जहाँ वे सभी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।
यह सांयोगिक नहीं है। छात्रों के सीखने पर सर्वाधिक प्रभाव डालने वाले परिवर्तनों को प्रेरित करने के लिए, ऐसे अवरोधों, जो आपके विद्यालय में छात्रों के लिए सबसे अधिक कठिनाई उत्पन्न करते हैं और उन अवसरों, जो मौजूद तो हैं लेकिन जिनका जरूरत से कम उपयोग होता है, की पहचान करना महत्वपूर्ण है। आप, एक विद्यालय नेता के रूप में, उन अवरोधों और अवसरों की पहचान कैसे करते हैं यह डेटा संग्रहण और विश्लेषण पर निर्भर है।
विद्यालयी समुदाय मे विविधता के बारे में डेटा संग्रहण का एक स्पष्ट लक्ष्य है: सभी छात्रों की सीखने की प्रक्रिया और उपलब्धि में सुधार करना। इनमें से कुछ डेटा संग्रहण और विश्लेषण के लिए विद्यालय प्रमुख को संयुक्त रूप से डेटा के नियोजन, संग्रहण, विश्लेषण और प्रस्तुतिकरण में विद्यालय समुदाय को संलग्न करने की जरूरत पड़ती है ताकि इस विषय में चर्चा की जा सके कि विद्यालय और वहाँ पढ़ने वाले छात्रों के विविधतापूर्ण अनुभव के बारे में डेटा क्या कहता है। डेटा का यह सहयोगात्मक उपयोग, यह सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है कि समुदाय के सभी सदस्य,अलग अलग तबकों में मौजूद सीखने की प्रक्रिया में संभावित अवरोधों, और साथ ही विविधतापूर्ण समुदाय से उत्पन्न होने वाले सीखने की प्रक्रिया में, को बढ़ाने वाले, अवसरों को भी समझें। इसका अन्वेषण इस इकाई में बाद में किया जाएगा।
तथापि, विद्यालय प्रमुख के हाथों में डेटा का, विशेष तौर पर हाजिरी और दक्षता के बारे में डेटा का, अनुकूल और दीर्घावधि उपयोग है। जहाँ शिक्षकों को व्यक्तिगत रूप से अपनी कक्षाओं में हाजिरी और दक्षता के प्रतिमानों को समझने, और यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी छात्र सीखने की प्रक्रिया में पूरी तरह से भाग लें, व्यक्तिगत या सामूहिक रणनीतियों की पहचान करने की जरूरत पड़ेगी, वहीं विद्यालय प्रमुख को हाजिरी और दक्षता का अधिक विस्तृत से विश्लेषण करना होगा ताकि वे उन कारकों को समझ सकें जो छात्रों की प्रतिभागिता और उपलब्धि को प्रभावित करते हैं।
अपने विद्यालय में विभिन्न उम्रों वाले छात्रों की हाजिरी और दक्षता के बारे में आपके पास उपलब्ध डेटा के बारे में सोचें। उन विभिन्न तरीकों को सूचीबद्ध करने में थोड़ा समय बिताएं जिनसे आप इस डेटा का उपयोग करके उन कारकों की पहचान कर सकते हैं (या आपने की है) जो छात्रों के सीखने की प्रक्रिया के नतीजों को बेहतर बना सकते है। (उदाहरण के लिए, छात्रों और छात्राओं द्वारा अलग अलग विषयों में दक्षता) हैं।
आपके लिंग, विकलांगता और धर्म जैसी श्रेणियों के बारे में सोचने की संभावना है, लेकिन ऐसे कई अन्य कारक हैं जिन पर आप अपेक्षा से कम उपलब्धता को संबोधित करने के लिए अपने विद्यालय की प्राथमिकताओं पर निर्भर करते हुए प्रश्न पूछ सकते हैं। इनमें परिचय में चर्चा किये जा चुके कोई भी कारक शामिल हो सकते हैं।
यह डेटा प्रारंभ में आपको विद्यालय की हाजिरी और दक्षता को प्रभावित करने वाले विविध प्रकार के कारकों के बारे में आधार देगा। इस डेटा का यह निर्धारित करने के लिए आगे अधिक जटिल विश्लेषण करने की जरूरत पड़ सकती है कि क्या आपके पास मौजूद अलग अलग डेटा समुच्चयों के बीच सह-निर्भरताएं (उदाहरण के लिए, अल्पपोषित और किसी विशिष्ट आदिवासी समूह से आने वाली छात्राओं के लिए) हैं। ऐसा अन्य डेटा भी हो सकता है जिसकी जरूरत मातापिताओं के साथ किसी विशिष्ट काम के बारे में निर्णय लेने के लिए पड़ती है (जैसे फसल की कटाई की तारीखें, जिसका मतलब यह है कि कुछ छात्र हाजिर होना बंद कर दें) । इस तरह से, डेटा का उपयोग यह पहचानने के लिए किया जा सकता है कि सीखने में कौन भाग ले रहा है और कौन नहीं।
जहाँ छात्र की हाजिरी या दक्षता के डेटा से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ी होती है, वहाँ विद्यालय प्रमुख चाहे तो छात्रों के बेहतर शैक्षिक परिणामों के लिये, विशिष्ट कार्य–योजनाए तैयार कर सकते हैं। इस प्रकार से डेटा प्राथमिकता वाले क्षेत्रों का प्रमाण दे सकता है।
अपने दक्षता संबंधी डेटा (संभवतः परीक्षा के परिणाम) का उपयोग करते हुए, एक कारक चुनें जिस पर आपको संदेह है कि वह किसी ऐसे मुद्दे (जैसे विज्ञान में दक्षता में लिंग की भिन्नताएं) पर प्रकाश डाल सकता है जिस पर ध्यान दने की आवश्यकता है। डेटा की तुलना करने और निष्कर्षों का विश्लेषण करने में समय बिताएं।
आपके द्वारा किए गए डेटा विश्लेषण का उपयोग करते हुए, संसाधन 1 में कार्य योजना की एक पंक्ति को पूरा करने के लिए निम्नलिखित प्रेरक प्रश्नों का उत्तर दें। प्रविष्टी का एक उदाहरण तालिका 2 में प्रदर्शित है।
डेटा समुच्चय | विश्लेषित कारक | मुख्य परिणाम | सीखने की प्रक्रिया पर प्रभाव | कार्यवाही (कार्यवाहियाँ) | निगरानी करना |
---|---|---|---|---|---|
हाजिरी | फसल की कटाई के दौरान लिंग | छात्रों की हाजिरी दो सप्ताहों के लिए एक तिहाई घट जाती है छात्राओं की हाजिरियाँ 10 प्रतिशत घट जाती हैं | प्रति सप्ताह पाचँ मुख्य विषयों के पाठों का नुकसान विज्ञान में महत्वपूर्ण परीक्षा की तैयारी में व्यवधान इस समूह में अंतिम दक्षता के प्रतिमानों के डेटा की जाँच करने की जरूरत | वरिष्ठ नेतृत्व टीम के साथ मुद्दे पर चर्चा करें और वर्तमान परीक्षा वर्षों के बच्चों के मातापिताओं के साथ मुद्दे पर चर्चा करने के तरीकों की पहचान एक जरूरी विषय के रूप में करें – किसी सहायक को जिम्मेदारी दें। जो छात्र पिछले वर्ष इन महत्वपूर्ण सप्ताहों के दौरान गैरहाजिर रहे थे उनकी दक्षता के बारे में विज्ञान के विभाग से डेटा एकत्र करें सभी विषय प्रमुखों के साथ उनके क्षेत्रों में सीखने के प्रभावों के बारे में चर्चा करें परीक्षा के वर्षों वाले उन छात्रों की पहचान करें जो आने वाली फसल कटाई के मौसम में विद्यालय से निकाल लिए जाने के अधिकतम जोखिम पर हैं | फसल कटाई के दौरान हाजिरी परीक्षा में समूह की उपलब्धि |
आपको अपने हाजिरी और उपलब्धि डेटा का कई अलग अलग तरीकों से विश्लेषण करना होगा, और समय के साथ हाजिरी और दक्षता के प्रतिमानों की समझ बनाने के लिए एक वार्षिक योजना विकसित करनी होगी। इस डेटा के विश्लेषण के तरीके की योजना के साथ - साथ स्पष्ट प्राथमिकता क्षेत्रों वाली एक कार्य योजना की भी जरूरत पड़ेगी। इनमें समय के साथ परिवर्तन हो सकता है क्योंकि आपके द्वारा संग्रहीत डेटा अधिकाधिक परिष्कृत होता जाएगा, लेकिन इनके कुछ समय में ऐसे मुद्दों में बदलने की संभावना है जो आपके छात्रों के सीखने की प्रक्रिया पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। हो सकता है आप पहले से ही जानते हैं कि वे क्या हैं, लेकिन आपको ध्यान पूर्वक डेटा विश्लेषण करना होगा ताकि उनका प्रभावी ढ़ंग से असर हो सके।
चर्चा
इस गतिविधि ने विद्यालय स्तर पर डेटा विश्लेषण और मुद्दे की पहचान के बीच के मध्म–बिन्दु और फिर गहराई में जाकर उन्हें संबोधित करने की जरूरत वाले विशेष कारणों या कारकों की होगी। इस गहराई में जाने के लिये बहुत सारी स्प्रेडशीटों को देखने और अकेले काम करने अलावा बहुत कुछ है; इसमें सारा विद्यालय समुदाय शामिल होता है और इसके लिएआपको अपने स्टाफ का नेतृत्व करना पड़ता है ताकि वे आपके सभी छात्रों के लिए सीखने की प्रक्रिया बेहतर बनाने के लिए आवश्यक डेटा के संग्रहण और विश्लेषण में आपकी मदद कर सकें।
आपके विद्यालय मे विविधता की समझ, न केवल दक्षता और हाजिरी डेटा पर, बल्कि आपके छात्रों की भरती और विद्यालय से संबंधित अनुभवों के डेटा पर भी निर्भर होती है। असमानता के मुद्दों को संबोधित करने के लिए, आपको विद्यालय में विविधता को अपनाने वाली सकारात्मक संस्कृति का निर्माण करने में अन्य लोगों को जोड़ना होगा। जब डेटा संग्रहण इस लक्ष्य का हिस्सा होता है, तब आपको स्पष्ट लाभों से वाले लक्ष्य या प्रयोजन देते हुए, आपके लिए आवश्यक जानकारी एकत्र करने के लिए स्टाफ, छात्रों और अभिभाविकों को प्रेरित करना होगा – लोग हैं कि इस डेटा का उपयोग समावेशित करने कि बजाय भेदभाव करने के लिए किया जा सकता है। इस डेटा के संग्रहण में संवेदनशीलता न केवल इसके उपयोग, बल्कि इसके भंडारण और सुरक्षा से भी संबंधित होती है। आपको उसे जिम्मेदार ढंग से सहेजना का तरीका खोजना होगा जिससे उसका दुरुपयोग या बिना अनुमति उसे साझा न किया जा सके। जो लोग अपनी जानकारी देते हैं आपको उन्हें भी सूचित करना होगा कि उसकी सुरक्षा कैसे की जाएगी।
अब देखें कि दक्षता के बारे में डेटा आपको अपने विद्यालय में विविधता के बारे में क्या बता सकता है, और अपने छात्रों के लिए सीखने के अवसरों को बढ़ाने के लिए आप इसका कैसे उपयोग कर सकते हैं। सही कदम उठाने के लिए आश्वस्त होने के लिए आपको और क्या करने की जरूरत है?
उस डेटा की पहचान करने में करीब 15 मिनट लगाएं जिन्हें निम्नलिखित द्वारा एकत्र किया जाना है:
डेटा-संग्रहण के लिए आपके स्टाफ और छात्रों के लिए जरूरी जानकारी, कौशलों और ज्ञान को सूचीबद्ध करें। अपने स्टाफ और छात्रों की क्षमता का आकलन करें, और अपनी सीखने की डायरी में इस काम में शामिल हो सकने वाले स्टाफ और छात्रों के नाम और उनसे करवाए जाने वाले डेटा-संग्रह का प्रकार लिखें। साथ ही यह भी लिखें कि इस, पहले राउंड में शामिल न होने वाले स्टाफ और छात्रों की क्षमता विकास के लिए आप क्या करने वाले हैं। इस बात पर विचार करना भी महत्वपूर्ण है कि इस डेटा-संग्रहण कार्य को कैसे पाठ्यचर्या से जोड़ा जा सकता है (उदाहरण के लिए, गणित के पाठों में डेटा विश्लेषण के लिए या भाषा के पाठों में प्रश्नावलियाँ लिखने के लिए)।
यह निर्णय कर लेने के बाद कि डेटा-संग्रहण कार्य में किसे शामिल किया जाना है, अपने विचार और इस बात को साझा करना कि आप इन निर्णयों तक कैसे पहुँचे हैं अच्छा रहेगा। यह संबंधित स्टाफ के साथ बैठकर उस जानकारी की तुलना करने का भी अच्छा समय होगा जिसे आपके विद्यालय ने रिपोर्टिंग के भाग के रूप में पहले से एकत्र कर रखा है (सरकारी विनियमों की आवश्यकतानुसार)।
आपने अपने पास पहले से मौजूद डेटा की पहचान करना शुरू कर दिया है और इस बारे में सोच लिया है कि आपके लिए आवश्यक किसी भी अन्य डेटा के संग्रहण में किसे शामिल किया जाएगा। अब आपको सोचना है कि यह बात आप अपने स्टाफ और छात्रों को कैसे बताएंगे। इस बारे में सोचें कि आप डेटा-संग्रहण कार्य के लिए क्या एक ठोस कारणे बनाएंगे जो आपको दूसरो के साथ इसकी योजना बनाने और निगरानी करने के आधर प्रदान करेगा,यदि आपको लगता है कि इससे अनकी मद्द होगी। अपनी सीखने की डायरी में चार या पाँच विक्रय बिंदु सूचीबद्ध करें। नीति प्रेरकों (एनसीएफ और RtE) और साथ ही विद्यालय को मिलने वाले लाभों को शामिल करना न भूलें, और संसाधन 2 समावेश करने के लिए एक उपयोगी गाइड का काम करेगा।
आप इन ‘विक्रय बिंदुओं’ को किसी स्टाफ बैठक में पेश कर सकते हैं या स्टाफ को किसी सम्मेलन में आमंत्रित कर सकते हैं जिसमें छात्र भी शामिल हों। आप संभवतः स्टाफ से तत्काल डेटा संग्रहण कार्य का प्रस्ताव स्वीकार करने की अपेक्षा नही कर सकते इसलिए पहले से सोच के रखना ठीक होगा कि अन्य लोगों को क्या संदेह हो सकते हैं ताकि आप या तो उनके प्रश्नों का उत्तर दे सकें या उनका शंका–समाधान कर सकें।
विक्रय बिंदुओं के साथ-साथ, आपको उन विशिष्ट कारकों के बारे में एक प्रस्ताव रखना होगा जिनके बारे में आप डेटा एकत्र करना चाहते हैं। यह संभवतः हर विद्यालय के लिए अलग अलग होगा और समय के साथ किसी विद्यालय में भी यह बदल सकता है। आप चाहें तो चुने गए कारकों की संख्या कम कर सकते हैं या आपके सहकर्मियों द्वारा सुझाए गए अन्य कारक जोड़ सकते हैं।
आपके द्वारा साझा करने के लिए आवश्यक तैयारी का तीसरा भाग है उसे कैसे क्रियान्वित किया और आगे बढ़ाया जाएगा। यदि आपने इस परियोजना में नेतृत्व करने वाले की पहचान कर ली है, तो आप इसकी घोषणा कर सकते हैं या शिक्षकों से नामांकन करने को कह सकते हैं। बैठक के अंत में, सभी को इस परियोजना में आपके साथ काम करने को सहमत होने के लिए धन्यवाद दें। आपको सबसे पहले छात्रों और स्टाफ को प्रेरित करना होगा ताकि वे – आपके मार्गदर्शन में – स्वेच्छा से जानकारी एकत्र करें, इसके परिणामों के बारे में महनता से सोचें और अपने ज्ञान के आधार पर सुझाव दें कि इस जानकारी का प्रयोग छात्रों के सीखने और दक्षता प्राप्त करने के लिए कैसे किया जा सकता है।
चर्चा
डेटा संग्रहण के बारे में चर्चा शुरू करके, आपका स्टाफ और छात्र न केवल कारण जानेंगे, बल्कि अपने प्रश्नों और भय की चर्चा कर सकेंगे। और साथ ही आपकी सूची में उनकी अवधारणाएं जोड़ेंगे। विद्यालय में परियोजना के बारे में रोमांच भी उत्पन्न हो सकता है और आपकी टीम को पहचान मिलेगी।
केस स्टडी 2 पढ़ें जो एक विद्यालय नेता और उनकी टीम के यह बात करने के बारे में है कि उन्होंने कैसे टीम के सदस्यों के बीच काम को विभाजित किया और उनके द्वारा मिलकर बनाई गई योजना की निगरानी के लिए एक प्रारूप तैयार किया।
श्रीमती काज़ी | मैं हमारे विद्यालय समुदाय के बारे में एकत्र की जाने वाली जानकारी की अंतिम सूची बनाने में मदद करने के लिए आप सबको धन्यवाद देती हूँ। मैं डेटा संग्रहण की प्रक्रिया की प्रतीक्षा कर रही हूँ, खास तौर पर इसलिए कि इस प्रक्रिया में हम छात्रों को शामिल कर रहे हैं और इस डेटा का उपयोग हमारे द्वारा कक्षा में किया जाएगा। साथ ही, इससे हम अंततः हमारे 1500 छात्रों के, हमारे विद्यालय मे होने का सर्वाधिक लाभ पा सकने की निगरानी कर सकेंगे।। |
आज हमारे पास यह तय करने के लिए 20 मिनट हैं कि हममें से कौन एक या दो क्षेत्रों के लिए जिम्मेदार है ताकि किसी एक व्यक्ति पर बोझ डाले बिना डेटा का संग्रहण किया जा सके। हमें एक व्यक्ति को अनुस्मारक के रूप में मान लेना होगा – एक तरह की अलार्म प्रणाली जो हमें काम पर बने रहने की याद दिलाएगी, साथ ही वह हमारे कहीं अटक जाने या हमारी खोज से आश्चर्यचकित हो जाने पर चर्चा करने के काम भी आएगा। | |
श्रीमती मेहता | हाँ, धन्यवाद, श्रीमती काज़ी, मुझे आबंटित किए गए क्षेत्रों से मैं खुश हूँ। मैं देख रही हूँ कि आपने मेरी रुचियों को ध्यान में रखा है। मुझे खुशी होगी यदि श्रीमती नागराजू मेरी अनुस्मारक बनने के लिए सहमत हो जाती हैं। |
श्रीमती नागराजू | बेशक, श्रीमती मेहता। मुझे ऐसा करके खुशी होगी। श्रीमती काज़ी, मुझे दिए गए आबंटन के बारे में यह कहना है कि मुझे भाषाओं पर डेटा एकत्र करने में तकलीफ नहीं है, लेकिन मैं निश्चित नहीं हूँ कि मैं अपने पड़ोस में कोई जाँच-पड़ताल कर पाऊँगी क्योंकि मेरे ससुर अभी हाल ही में अस्पताल में भर्ती किए गए हैं और हमें बारी-बारी से उनकी देखभाल करनी होगी। मैं जानती हूँ हम छात्रों से सर्वेक्षण का कुछ काम करवाएंगे, लेकिन वे जिन स्थानों के बारे में बात करते हैं मैं उन्हें स्वयं देखना चाहूँगी ताकि मैं निश्चित रहूँ … और मैं निश्चित नहीं हूँ कि मैं ऐसा कर पाऊँगी। |
श्रीमती काज़ी | ओह प्रिय! मुझे इस बात का पता नहीं था! मेरा खयाल था कि यह काम आपको देना चाहिए क्योंकि आप अपने स्कूटर पर विद्यालय आती हैं और सर्वेक्षण के लिए उसका उपयोग कर सकेंगी। हमें अपने छात्रों के घर पर उपयोग की जाने वाली भाषा को समझने की सचमुच जरूरत है क्योंकि हममें से कई लोगों को लगता है कि इस विद्यालय में शैक्षणिक नतीजों के निर्धारण यह एक प्रमुख कारक है लेकिन मेरे पास यह सिद्ध करने के लिए कोई डेटा नहीं है! हमें इसका समाधान खोजना होगा … |
श्री बेहराम | अच्छा श्रीमती काज़ी, मैं वह अपनी साइकिल पर कर सकता था। मैं पड़ोस का सर्वेक्षण क्यों नहीं शुरू कर दूँ? मुझे यह विचार काफी आर्कषक लग रहा है। और मैं श्रीमती नागराजू को इसके बदले मुझे आबंटित प्रत्येक छात्र और स्टाफ के धर्म का पता लगाने का काम देना पसंद करूँगा। मैं श्रीमती नागराजू को अपना अनुस्मारक बनाना भी चाहूँगा, क्योंकि उस तरह से वे मुझे उन जगहों के बारे में बता सकेंगी जो उन्होंने देखी हैं और जिनके बारे में मैं नहीं जानता। |
श्रीमती नागराजू | धन्यवाद श्री बेहराम – मुझे विनिमय करने और आपका अनुस्मारक बनने में खुशी होगी! श्रीमती काज़ी, क्या आप मेरा अनुस्मारक बनना पसंद करेंगी? |
श्रीमती काज़ी | वाह, यह सब जल्दी से तय हो गया – कितना अच्छा लग रहा है! हाँ, श्रीमती नागराजू, मैं आपकी अनुस्मारक बन सकती हूँ। क्या यहाँ कोई और व्यक्ति है जिसे अपनी पूछताछ के क्षेत्र में कोई कठिनाई है? |
श्रीमती चड्ढा | मुझे पक्का पता नहीं है कि सामाजिक-आर्थिक स्थिति पर वास्तविक डेटा कैसे प्राप्त करना चाहिए। क्या आप सोचते हैं कि छात्रों और शिक्षकों को सचमुच पता होगा? मुझे अपने पति की आय के बारे में और उसका आकलन करने के तरीके की पक्की जानकारी नहीं है, क्योंकि वे एक पेशेवर हैं जो परियोजना के अनुसार पर कमाते हैं। |
श्री शर्मा | चिंता न करें, श्रीमती चड्ढा, हम एकदम सटीक सर्वेक्षण नहीं कर रहे हैं। इसे हमारे छात्रों के शैक्षिक परिणाम पर इससे पड़ने वाले प्रभाव के दृष्टिकोण से देखें। इसलिए यदि हम तीन मुख्य बैंड बनाएं जो संकेत देते हैं कि छात्र समृद्ध परिवार से है और भोजन, कपड़े और आवास की मूलभूत जरूरतों से अधिक का वहन करने में सक्षम है, तो उसे हम बैंड ए में रख सकते हैं। |
श्रीमती काज़ी | और मैं समझता हूँ को जिन छात्रों उनके अभिभावको द्वारा केवल दोपहर के भोजन के लियो विद्यालय भेजा जाता है वे बैंड सी में होंगे।उन लोगों के बारे में मैं अधिक चिंतित हूँ और महसूस करती हूँ कि हम उनका पर्याप्त ध्यान रखने से चूक सकते हैं। हम ऐसे छात्रों की अच्छी देखभाल करने में सचमुच माहिर हैं जो हमारे पास आते हैं और किताबें और पेंसिलें मागँते हैं – क्या ऐसा हो सकता है कि कई छात्र आते ही न हों? हो सकता है कि वे बहुत शर्मिंदा या संकोच महसूस करते हैं। हमें पता करना चाहिए क्योंकि वे छात्रों के उस समूह का हिस्सा हो सकते हैं जो इस समय अपेक्षा से कम प्रदर्शन कर रहे हैं। |
श्रीमती चड्ढा | श्री शर्मा, यदि आप मेरे अनुस्मारक बन जाते हैं तो जब मैं कहीं अटक जाऊँगा तो आपके पास मदद के लिए आऊँगा! |
श्री शर्मा | बेशक, श्रीमती चड्ढा! और श्रीमती मेहता, मुझे उम्मीद है कि आप मेरा अनुस्मारक बनेंगी। |
श्रीमती मेहता | अवश्य! |
श्रीमती काज़ी | ठीक है, अब जबकि हर एक का चुनाव हो गया है, क्या मैं जाँच कर सकता हूँ कि क्या हम सब को जिम्मेदारी का प्रत्येक आबंटित क्षेत्र पता है – आपमें से हर एक के पास एक मित्र है और आपमें से प्रत्येक को छात्रों और गैर-शिक्षक स्टाफ, और यदि संभव है तो, मातापिताओं को भी शामिल करना है। हमारी अगली बैठक में, हम चर्चा करेंगे कि एकत्र की गई जानकारी हमारे कक्षा के कार्य का हिस्सा कैसे बन सकती है। हर एक को धन्यवाद। |
सभी | धन्यवाद, श्रीमती काज़ी। |
शिक्षकों के बीच हुई चर्चा उच्च स्तरीय सहयोग तथा डेटा-संग्रहण गतिविधि के प्रयोजन और महत्व के बारे में एक साझा समझ का भी प्रदर्शन करती हैं। अपनी सीखने की डायरी में नोट करें कि आपके विचार में नियोजन के पूरा होने तक बैठक को आगे ले जाने में किस बात ने मदद की।
चर्चा
आपने श्रीमती काज़ी को यह दोहराते सुना कि उन्होंने अपने डेटा संग्रहण की योजना कैसे बनाई थी – काम और उसके प्रयोजन के पारे में उनकी सुस्पष्टता ने टीम को सही राह पर बनाए रखा। उन्होंने उन शिक्षकों को सहायता की पेशकश की जो अनिश्चित थे और एक दूसरे का समर्थन करने में उनकी मदद की। आपने शिक्षकों को अपने हितों के लिए उपयुक्त क्षेत्रों का चुनाव करते हुए भी सुना ताकि वे काम करते समय सहज महसूस कर सकें। नियोजन बैठक के अंत तक उनकी टीम में उत्तदायित्व के बारे में कोई ग़लतफहमी नहीं थी, क्योंकि हर व्यक्ति को पता था कि किस काम के लिए कौन जिम्मेदार है और उसे हर एक की संतुष्टि के अनुरूप बाटँ दिया गया है।
जो विद्यालय प्रमुख यह समझने में अपनी टीमों की मदद करते हैं कि डेटा का उयोग क्यों करना है, और उसकी व्याख्या और उपयोग कैसे करते हैं, उनके सीखने के उचित वातावरण को विकसित करने में सफल होने की अधिक संभावना है। केवल मालूम करें कि आपकी टीम के सदस्य क्या सोच और महसूस कर रहे हैं, तथा अपनी टीम को बताएं कि आप उनके लिए हमेशा उपलब्ध हैं और जितना जल्दी वे आपके पास आएंगे, उतना ही अधिक, आप इस बात को सराहेंगे। उन लोगों जो आपसे नियमित संपर्क में नहीं हैं। इस हिसाब से, के बारे मे पता करें किए जा रहे काम का नेतृत्व करने, उसे प्रेरित करने और उसकी निगरानी करने की आपकी भूमिका का हिस्सा है।
जो दिलचस्पी आप दर्शाते हैं और जो प्रश्न आप पूछते हैं वे आपके स्टाफ और छात्रों के लिए महत्वपूर्ण संकेत होंगे। डेटा संग्रहण करते समय यह खास तौर पर महत्वपूर्ण होता है। हो सकता है उभरते रुझानों में किसी दिलचस्पी के बिना डेटा का संग्रहण केवल एक प्रशासनिक कार्य ही प्रतीत हो। इस काम में अपनी दिलचस्पी का प्रदर्शन करके अपने स्टाफ, छात्रों और मातापिताओं को प्रोतसाहित करते रहें। हमेशा दोहराएं कि उसका प्रयोजन सभी के लिए सीखने की प्रक्रिया को सुधारना है।
डेटा संग्रहण कर लेने के बाद, उसकी व्याख्या करना और फिर कार्रवाई का तरीका तय करना नेतृत्व गतिविधि है:। व्याख्या के बिना जानकारी का कोई महत्व नहीं होता है। परिपाटियों को बदलने के लिए प्रमाण या डेटा का उपयोग करना नया तरीका हो सकता है, इसलिए आपकी टीम को यह तय करने के लिए कि डेटा आपको क्या बतला रहा है और छात्रों के सीखने की प्रक्रिया को सुधारने के लिए समुचित हस्तक्षेपों या परिपाटी में परिवर्तनों की पहचाने के लिए, आपकी सहायता की काफी जरूरत पड़ेगी।
केस स्टडी 3 पढ़ें और देखें कि छात्रों को विविधता की जानकारी की तुलना करने में सक्षम बनाने से उन्हें अधिक प्रभावी शिक्षार्थी बनने में कैसे मदद मिलती है।
विद्यालय समुदाय के बारे में काफी डेटा मैदान के दौरों, साक्षात्कारों और सर्वेक्षणों से प्राप्त हुआ। डेटा-संग्रहण का संयोजन विद्यालय में अलग अलग समूहों ने किया जिनमें से प्रत्येक का नेतृत्व एक शिक्षक ने किया था। प्रत्येक समूह ने खुद के डेटा की तुलना की और यह प्रदर्शित करने के लिए उन्हें क्या मालूम हुआ है गलियारों में चार्ट लगाए। अलग अलग विषयों के शिक्षकों और छात्रों ने प्रदर्शित डेटा का उपयोग अपनी कक्षाओं में अवधारणाओं पर चर्चा करने के लिए किया।
सामाजिक विज्ञान की कक्षाओं ने अलग अलग पारिवारिक संरचनाओं के कारणों पर चर्चा की, और ध्यान रखा कि वे उन्हें समान महत्व दें और यह न महसूस होने दें कि कोई पारिवारिक संरचना दूसरे से बेहतर है।
डेटा-संग्रहण कार्य और उसके तुलनात्मक परिणामों ने विद्यालय में होने वाले वार्तालाप को बदल दिया लगता है। ‘हमने “क्या?”, “कैसे? ” और “कब?” पूछना शुरू कर दिया है,’ एक विद्यालय प्रमुख ने जो देख सकते थे कि छात्र अपने खुद के बारे में डेटा के साथ काम करने की सच्चाई का कितना आनंद ले रहे थे।ने खुश होकर कहा ‘हमने सारे विद्यालय को अचरज में डाल दिया है!’
ऐसा डेटा संग्रहण छूटे हुए डेटा या अधिक विस्तृत डेटा के बारे में अधिक पूछताछ तक ले जा सकता है, जिसके परिणामस्वरूप विद्यालय प्रमुख, शिक्षकों या छात्रों को आगे की कार्रवाई करनी पड़ सकती है।
शिक्षकों के बीच चर्चाएं सहयोग के उच्च स्तर और साझा सहमति का प्रदर्शन करती हैं। केस स्टडी द्वारा आपके छात्रों के लिए प्रस्तुत की गई संभावनाओं पर चिंतन करें। अपने विद्यालय द्वारा एकत्र की गई जानकारी के साथ भी आप ऐसा ही किन तरीकों से कर सकते हैं? आपके द्वारा संग्रहीत डेटा को विद्यालय की पाठ्यचर्या या गतिविधियों के साथ कैसे जोड़ा जा सकता है? अपनी टीम और अपने छात्रों के साथ इस बात पर चर्चा करें कि तुलनात्मक डेटा का उपयोग करके पाठों को कैसे प्रभावी बनाया जा सकता है और विद्यालय में वाँछित परिवर्तन अधिक व्यापक ढंग से कैसे किए जा सकते हैं।
चर्चा
हो सकता है आपको इस बारे में कुछ व्यग्रता महसूस हो सकती है कि छात्रों को किस सर्वोत्तम ढंग से शामिल किया जाय। इसके कारण निम्नलिखित हो सकता है:
ये सभी संवेदनशीलताएं वैध हैं और उन पर बहुत ध्यान पूर्वक विचार करना होगा। यह बहुत जरूरी है कि व्यक्तियों या छात्रों के समूहों को इस तरह से रोशनी में न लाया जाय कि वे परेशान , व्यग्र या तनावग्रस्त हो जाएं। इसका मतलब इन मुद्दों पर ध्यान न देना नहीं है , लेकिन छात्रों और समुदाय के साथ वार्तालाप की भूमिका और प्रकृति पर ध्यान देना है। उदाहरण के लिए , कुछ परिस्थितियों में चर्चाओं का नेतृत्व शिक्षकों को करना चाहिए और उन्हें विद्यालय के लिए विशिष्ट डेटा पर ध्यान केंद्रित करने की बजाय , प्रदेश या राष्ट्रव्यापी डेटा या घटनाओं पर आधारित होना चाहिए।
डेटा को फाइल करके रखा जा सकता है और साझा करने के बजाय, अनुरोध करने पर उपयोग में लाया जा सकता है। वैकल्पिक रूप से, उसका उपयोग, आप अपने विद्यालय में सीखने के अनुकूल वातावरण बनाने के लिए कर सकते हैं। आपके कार्यालय का कोई हिस्सा, कक्षाएं या यहाँ तक कि आपके गलियारे आपके द्वारा एकत्रित जानकारी को प्रदर्शित कर सकते हैं, जिनका उपयोग, सारे वर्ष आपके काम में सहायता के लिए किया जा सकता है। अपरिष्कृत डेटा को प्रदर्शित करना कठिन हो सकता है। डेटा को दृष्टिगत रूप से चार्टों, सूचियों, तालिकाओं, नक्शों, रेखाचित्रों, पिक्टोग्रामों, बार चार्टों, पाई चार्टों, मॉडलों या पोस्टरों में प्रदर्शित करने से, उसे समझना और उसकी व्याख्या करना आसान हो सकता है। कुछ डेटा – जैसे आपके छात्रों की सामाजिक-आर्थिक रचना, या आपके शिक्षकों की पृष्ठभूमियाँ – पर साल उपयोगी साबित हो सकता है। अन्य प्रकार के डेटा, जैसे छात्रों की स्वास्थ्य रूपरेखा को समय के साथ बदला या बढ़ाया जा सकता है। सावधानी रखें कि आपके द्वारा प्रदर्शित कोई भी डेटा, किसी को भी शर्मिंदा या आहत न करे। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि उसे इस तरह प्रस्तुत किया जाय कि लोगों को पहचाना या चुनकर अलग न किया जा सके।
निम्नलिखित के बारे में अपनी सीखने की डायरी में, कुछ विचार लिखें:
अपने निष्कर्षों और पहचानी गई प्रथमिकताओं को आप जारी आधार पर कैसे साझा करेंगे?
विचार करें कि आपको डेटा साझा करने की जरूरत क्यों है। इसका क्या प्रयोजन हो सकता है? छात्रों के सीखने की प्रक्रिया को सुधारने में यह कैसे योगदान करेगा?
चर्चा
कभी-कभी साझा करने में इसलिए कठिनाई होती है क्योंकि डेटा असहज होता है। इसलिए, आपको सावधानी से सोचना होगा कि कैसे सबसे बढ़िया ढंग से आगे बढ़ा जाय और अन्य लोगों को साथ उसे साझा किया जाय ताकि संयुक्त रूप से, सबके द्वारा सम्मत कार्य योजना का निर्माण हो। साथ ही यह सोचना भी महत्वपूर्ण है कि कौन सा डेटा साझा करने के लिए उपयुक्त होगा और कौन सा नहीं। उदाहरण के लिए, क्या आपके प्रथमिकता के क्षेत्रों को मातापिताओं के साथ साझा करना उपयुक्त होगा ताकि वे जानें कि छात्रों के कौन से खास समूहों के अपनी पूरी क्षमता तक पहुँचने में कठिनाई हो रही है? क्या छात्रों का यह जानना उपयुक्त होगा कि वे हस्तक्षेपों के लिए लक्षयित समूह में हैं?
एक राजनैतिक सन्दर्भ में अविवादस्पद रहने वाला डेटा, दूसरे सन्दर्भ में बहुत संवेदनशील हो सकता है। कुछ डेटा का गलत मतलब निकाले जाने की बहुत संभावना होती है। इसलिए ध्यान पूर्वक प्रबंधन करने की जरूरत पड़ेगी। लक्ष्य हमेशा अधिक एक जैसे सीखने के नतीजे प्राप्त करना है, इसलिए डेटा को इस तरह से प्रस्तुत करना चाहिए कि यह लक्ष्य स्पष्ट हो। आप केवल ‘कौन?’, ‘कैसे?’, ‘क्यों? ’ और ‘क्या?’ प्रश्नों के बारे में स्पष्ट रह कर ही, अपने विद्यालय समुदाय पर अधिकतम प्रभाव करने के लिए डेटा, का लाभ उठा सकते हैं।
एक विद्यालय नेता के रूप में, आपको अपने विद्यालय में विविधता की प्रमाण पर आधारित समझ बनानी होगी। ऐसा इसलिए करना होगा ताकि आप कुछ छात्रों को उनके सीखने के नतीजों होने से बचा सकें और उस विविधता को महत्व देकर विद्यालय की पाठ्यचर्या और संस्कृति को समृद्ध बना सकें।
इस इकाई में आपने विचार किया है कि आप कौन से डेटा का संग्रहण कर सकते हैं, उसे कैसे एकत्र कर सकते हैं और फिर कैसे उसका विश्लेषण करें और परिणामों को साझा करें। आपने देखा कि इसे कैसे एक सहभागिता मुक्त और सहयोगात्मक गतिविधि बनाया जाए जो विद्यालय को प्रत्यक्ष लाभ देती है और छात्रों और उनके मातापिताओं को, उनकी शिक्षा को जीवन की सच्चाइयों के साथ संबद्ध करते हुए, संलग्नता को प्रोत्साहित करके पाठ्यचर्या में जान डाल देती है। ऐसा डेटा पाठ के नियोजन और विशिष्ट हस्तक्षेपों में मदद करके ,उन कारकों से निपटने देता है जो कुछ छात्रों के सीखने के नतीजों को, प्रतिकूल ढंग से प्रभावित कर सकता है।
आपने या भी देखा होगा कि विविधता के मुद्दों पर डेटा संवेदनशील होता है और उसे, केवल सभी के सीखने के नतीजों को सुधारने के प्रयोजन से संबोधित, प्रयोग और सावधानी से एकत्रित/संग्रहीत करना चाहिए।
यह इकाई उन इकाइयों के समुच्चय या परिवार का हिस्सा है जो नेतृत्व के परिदृश्य के महत्वपूर्ण क्षेत्र से संबिंधत हैं (नेशलन कॉलेज ऑफ विद्यालय लीडरशिप के साथ संरेखित)। आप अपने ज्ञान और कौशलों को विकसित करने के लिए, इस समुच्चय में आगे आने वाली अन्य इकाइयों पर नज़र डालकर लाभान्वित हो सकते हैं:
डेटा समुच्चय | विश्लेषित कारक | मुख्य परिणाम | सीखने की प्रक्रिया पर प्रभाव | कार्यवाही (कार्यवाहियाँ) | निगरानी करना |
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संस्कृति और समाज की विविधता कक्षा में प्रतिबिंबित होती है। विद्यार्थियों की भाषाएं, रुचियां और योग्यताएं अलग-अलग होती हैं। विद्यार्थी विभिन्न सामाजिक और आर्थिक पृष्ठभूमियों से आते हैं। हम इन भिन्नताओं को नज़रअंदाज नहीं कर सकते; वास्तव में, हमें उनका सम्मान करना चाहिए, क्योंकि वे एक दूसरे और हमारे अपने अनुभव से परे, दुनिया के बारे में अधिक जानने का जरिया बन सकते हैं। सभी छात्रों को शिक्षा पाने और सीखने का अधिकार है चाहे उनकी स्थिति, योग्यता और पृष्ठभूमि कुछ भी हो, और इसे भारतीय कानून और अंतरराष्ट्रीय बाल अधिकारों में मान्यता दी गई है। 2014 में राष्ट्र को अपने पहले संदेश में, प्रधानमंत्री मोदीजी ने जाति, लिंग या आय पर ध्यान दिए बिना भारत के सभी नागरिकों का सम्मान करने के महत्व पर जोर दिया। इस संबंध में स्कूलों और शिक्षकों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है।
हम सभी के दूसरों के बारे में पूर्वाग्रह और दृष्टिकोण होते हैं जिन्हें हो सकता है हमने नहीं पहचाना है या संबोधित नहीं किया है। एक अध्यापक के रूप में, आप में हर छात्र के शैक्षिक अनुभव को सकारात्मक या नकारात्मक ढंग से प्रभावित करने की शक्ति है। जाने अनजाने में, आपके अंतर्निहित पूर्वाग्रह और दृष्टिकोण, हर विद्यार्थी के समान लय से सीखने को प्रभावित करेंगे कि आपके छात्र कितने समान रूप से सीखते हैं। आप विद्यार्थियों के साथ असमान बर्ताव से बचने के लिए कदम उठा सकते हैं।
आत्म-सम्मान पर संकेंद्रण: अच्छे नागरिक वे होते हैं जो जैसे वे हैं, उसी मे सहज रहते है उनमें आत्म-सम्मान होता है, वे अपनी ताकतों और कमज़ोरियों को जानते हैं, और उनमें पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना, अन्य लोगों के साथ सकारात्मक संबंध बनाने की क्षमता होती है। वे सब को सम्मान करते हैं और दूसरों का भी सम्मान करते हैं। एक अध्यापक के रूप में, आप किसी युवा व्यक्ति के आत्म-सम्मान पर उल्लेखनीय प्रभाव डाल सकते हैं; उस शक्ति को जानें और उसका उपयोग, हर छात्र के आत्म-सम्मान को बढ़ाने के लिए करें।
अच्छे व्यवहार करना: जातीय समूह, धर्म या लिंग की परवाह किए बिना, अपने छात्रों के साथ अच्छा बर्ताव करके उनके लिए एक उदाहरण बनें। सभी छात्रों से सम्मान के साथ व्यवहार करें और अपने अध्यापन के माध्यम से स्पष्ट कर दें कि आपके लिए सभी विद्यार्थियों बराबर हैं। उन सबके साथ सम्मान के साथ बात करें, जहाँ उपयुक्त हो उनकी राय को ध्यान में रखें और उन्हें हर एक को लाभ पहुँचाने वाले काम करके कक्षा की जिम्मेदारी लेने को प्रोत्साहित करें।
ऐसे कई विशिष्ट दृष्टिकोण हैं जो सभी छात्रों को शामिल करने में आपकी सहायता करेंगे। इनका अन्य प्रमुख संसाधनों में अधिक विस्तार से वर्णन किया गया है, लेकिन एक संक्षिप्त परिचय यहाँ प्रस्तुत है:
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वीडियो (वीडियो स्टिल्स सहित): भारत भर के उन अध्यापक शिक्षकों, दि ओपन यूनिवर्सिटी के साथ काम किया है। मुख्याध्यापकों, अध्यापकों और छात्रों के प्रति आभार प्रकट किया जाता है जिन्होंने उत्पादनों में