ऐसे दो महत्वपूर्ण कारक हैं जो आपके छात्रों को अंग्रेजी सुनने और बोलने में अधिक आत्मविश्वासी बना सकते हैं:
बोली जाने वाली अंग्रेजी के नियमित संपर्क में रहना और संवाद के लिए प्रयुक्त भाषा को सुनना।
अंग्रेजी में वास्तविक और अर्थपूर्ण बातचीत के अवसर मिलना हमारे छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है। भाषा सीखने का एक अच्छा तरीका है दैनिक जीवन में उसके उपयोग के समय उसमें तल्लीन हो जाना। आपके छात्रों ने अपनी (स्थानीय) भाषाएं इसी तरह से सीखी हैं। चूंकि भारत में अंग्रेजी की महत्वपूर्ण भूमिका है, इसी कारण कई छात्र अंग्रेजी को भी इसी तरीके से सीख रहे होंगे। लेकिन आपके छात्रों को कक्षा के बाहर अंग्रेजी से अधिक संपर्क के अवसर न मिलने पर भी, वे इस भाषा को सीखने में उल्लेखनीय प्रगति कर सकते हैं यदि उन्हें कक्षा के भीतर इसे सुनने और बोलने का बहुत सारा अभ्यास करने को मिले (Lindsay and Knight, 2006, p. 8)।
यह इकाई इस बात का अध्ययन करती है कि आप अपनी कक्षा में अंग्रेजी में अंतर्क्रियाओं (interactions)की संख्या कैसे बढ़ा सकते हैं इस तरह, अंग्रेजी ऐसी कोई चीज नहीं रहेगी जिससे छात्र डरें या जिसके बारे में चिंतित हों; बल्कि, वह आपके द्वारा अपने छात्रों के साथ संवाद करने का और उनके लिए आपसे में बातचीत करने का एक आसान और प्राकृतिक तरीका बन जाएगा। यह इकाई आपको बोलने का अभ्यास करने में छात्रों की मदद करने के भी कुछ तरीके दिखाती है ताकि वे भाषा की लय और उच्चारण से अधिक परिचित हो जाएं, और यह काम उनके लिए अधिक सहज हो जाये।
कक्षा की दैनिक गतिविधियों में अंग्रेज़ी का अधिक उपयोग करने में अपने छात्रों की सहायता कैसे करें।
अंग्रेजी बोलने में आत्मविश्वास विकसित करने में अपने छात्रों की मदद करने के लिए पाठ्यपुस्तक का नियोजन और उपयोग कैसे करें।
कक्षा की दैनिक गतिविधियाँ आपके बच्चों को अंग्रेजी सुनने और बोलने के लिए अर्थपूर्ण वास्तविक अवसर प्रदान कर सकती हैं। ऐसी छोटी गतिविधियों में छात्रों का अभिवादन करना, हाजिरी लेना, नए विषय का परिचय देना या निर्देश देना जैसी चीजें शामिल हो सकती हैं। कक्षा में अंग्रेजी का इस तरह से उपयोग आपके छात्रों के लिए लाभदायक होता है क्योंकि उन्हें अधिक अंग्रेजी सुनने को मिलती है और वे वास्तविक जीवन में संवाद करने के लिए भाषा का उपयोग करने के तरीकों को सुनते हैं। इससे उन्हें अंग्रेजी बोलने का एक उद्देश्य भी मिलता है।
विचार के लिए रुकें उस पिछली अंग्रेजी कक्षा के बारे में सोचें जिसे आपने पढ़ाया थाः
|
अंग्रेजी का उपयोग करके संवाद करने में समर्थ होने के लिए, छात्रों को भाषा को अलग–अलग परिवेशों में और अलग–अलग कार्यों के साथ नियमित रूप से सुनने और बोलने के अवसरों की जरूरत पड़ेगी। मात्र पाठ्यपुस्तक के अभ्यास इसके लिए पर्याप्त नहीं होंगे।
कक्षा की नीचे सूचीबद्ध परिस्थितियों के बारे में सोचें। इन परिस्थितियों में आप अपने छात्रों से आम तौर पर क्या कहते हैं? किस भाषा का उपयोग आप आम तौर पर करते हैं? क्या ऐसी कोई गतिविधियाँ हैं जिनके लिए आप हमेशा छात्रों की स्थानीय भाषा का उपयोग करते हैं और ऐसी अन्य गतिविधियाँ हैं जिनके लिए आप अंग्रेजी का उपयोग करते हैं? क्या आप अपने अंग्रेजी के उपयोग में वृद्धि कर सकते हैं? हो सके तो अपने किसी सहकर्मी के साथ इन प्रश्नों पर चर्चा करें।
अलविदा कहना
तालिका 1 में कक्षा की कुछ दिन–प्रतिदिन की दिनचर्याएं को सूचीबद्ध हैं। कुछ अंग्रेजी वाक्यांश दिए गए हैं जिनका उपयोग आप प्रत्येक परिस्थिति में कर सकते हैं। प्रत्येक बॉक्स में कुछ और वाक्यांश लिखें।
कक्षा की परिस्थिति | अंग्रेजी वाक्यांश |
---|---|
छात्रों का अभिवादन करना | Namaste. Good morning. How are you today? |
हाजिरी लेना | Who is missing today? Is anyone absent? |
निर्देश देना | Students, please open your book at page 15. Now we will do lesson 10. |
पूर्व ज्ञान की जाँच करना | The topic of the lesson is Nelson Mandela. Can anyone tell me who he is? |
कार्य व्यवहार के विषय में निर्देश देना | Students, could you all sit down please. |
अपने छात्रों को बोलने के लिए प्रोत्साहित करना | Would you like to try to answer, Sandesh? |
अपने छात्रों की प्रशंसा करना | Very good! |
गृहकार्य देना | Please finish this activity at home. |
अलविदा कहना | OK, that’s all for today. Goodbye. See you all tomorrow. |
अपने छात्रों से सामाजिक रूप से बात करना | What did you do yesterday after school? |
जब आप सूची में कुछ वाक्यांश जोड़ लें, तब अपने वाक्यांशों की तुलना संसाधन 1 में सूचीबद्ध वाक्यांशों के साथ करें।
अब आपने तालिका में जो वाक्यांश लिखें हैं उनमें से कुछ ऐसे अंग्रेजी वाक्यांशों को चुनें जिन्हें आपने अपनी कक्षा में पहले नहीं आजमाया है, या संसाधन 1 से कुछ वाक्यांश चुनें। इन वाक्यों का सस्वर पढ़कर, घर पर या किसी सहकर्मी के साथ अभ्यास करें।
याद रखें कि हो सकता है आपके बच्चे शुरू में वाक्यांशों को न समझ पाएं। हावभाव और इशारे इन्हें समझने में उनकी मदद करेंगे। उदाहरण के लिए, जब आप निम्नलिखित कहते हैं तो आप इस इशारे का उपयोग कर सकते हैं:
वाक्यांशों को बोलने के साथ–साथ हावभावों का अभ्यास करें।
जब आप नए वाक्यांश के प्रति आश्वस्त महसूस करें, तब उसे कक्षा में आजमाएं। हावभावों का उपयोग करें और छात्रों को अंग्रेजी में या उनकी स्थानीय भाषा में उत्तर देने के लिए प्रोत्साहित करें।
जब भी आप कक्षा में नए वाक्यांशों का उपयोग करें:
व्याकरण की गलतियाँ करने के बारे में अत्यधिक चिंता न करें। आपके छात्र संभवतः ध्यान नहीं देंगे।
याद रखें कि आपकी कक्षाओं का पूरी तरह से अंग्रेजी में होना जरूरी नहीं है। छात्रों की समझ को परखने के लिए उनकी अन्य भाषाओं का उपयोग करना अच्छा होता है। बस समय के साथ–साथ अधिक से अधिक अंग्रेजी का उपयोग करने का प्रयास करें।
आप अंग्रेजी का उपयोग करना किसी भी समय शुरू कर सकते हैं। अंग्रेजी का थोड़ा–बहुत उपयोग होना भी एकदम ही न होने से बेहतर है। यदि आपको लगे कि यह आपके लिए कठिन है, या आपके छात्र प्रतिक्रिया नहीं कर रहे हैं, तो भी प्रयास जारी रखें। हार न मानें!
श्री शर्मा माध्यमिक छात्रों को कई वर्षों से अंग्रेजी पढ़ा रहे हैं लेकिन उनके छात्र उसे स्वयं बोलने के विषय में बहतु आश्वस्त नहीं हैं। भाषा सीखने में उनकी मदद करने के लिए वे कक्षा में अधिक अंग्रेजी बोलने का निश्चय करते हैं। हालांकि शुरू में उन्हें कठिनाई होती है, पर वे देखते हैं कि छात्र जल्दी ही कक्षा में अधिक अंग्रेजी सुनने के आदी हो जाते हैं।
अपनी पिछली कक्षा के विषय में सोचते हुए मैं यह विचार कर रहा था कि मैं अंग्रेजी का कितना प्रयोग करता हूँ। मेरी अपनी प्रवृत्ति अधिकतर बस पाठ को पढ़ कर सुना देने की है। मैं कक्षा में बोलचाल की अधिक अंग्रेजी का उपयोग करना चाहता हूँ। जब मैं अध्यापक बनने के लिए पढ़ रहा था तब मैं काफी अंग्रेजी का उपयोग किया करता था, लेकिन अब मुझे उसका अभ्यास नहीं है। इसलिए अपने छात्रों के साथ अधिक अंग्रेजी का उपयोग शुरू करने से पहले मैंने स्वयं अभ्यास करने का निश्चय किया। मैंने उन चीजों को सोचने का प्रयास किया जो मैं आम तौर पर छात्रों से उनकी स्थानीय भाषा में कहता हूँ, जैसे ’Today we are doing Lesson 3’, और ’ Can you read the next line please?’ मैंने स्वयं इन वाक्यांशों का अभ्यास अंग्रेजी में बार–बार बोलकर किया, ताकि जब मैं उनका उपयोग छात्रों के साथ करूँ तब वे सुनने में सहज लगें।
अगले दिन मैंने यह कहकर कक्षा का आरंभ कियाः
उन्होंने मुझे कुछ अचरज के साथ देखा। शुरू में, किसी ने प्रतिक्रिया नहीं की। इसलिए मैंने किताबें खोलने के निर्देश को और दो बार दोहराया। अंततः, उन सबने अपनी किताबें सही पृष्ठ पर खोल लीं। फिर मैंने अपनी किताब निकाली और उन्हें पृष्ठ 33 पर दिया गया चित्र दिखाया। मैंने प्रश्न दोहरायाः
वहाँ बिल्कुल शांति थी, लेकिन मैंने अपने छात्रों के जवाब के लिए कुछ क्षण प्रतीक्षा की। अंततः एक छात्र ने कहा ’ tired’। तो मैंने जवाब में कहाः ‘Good! Yes, I think he’s tired.’
इस दिन से, मैंने कक्षा में अपने छात्रों के साथ अधिक से अधिक अंग्रेजी का उपयोग करना शुरू कर दिया। मैंने कक्षा में ’Can you read the next line please?’ जैसे निर्देश देने शुरू किए। मुझे आश्चर्य हुआ कि वे कितनी शीघ्रता से मेरे उनसे अंग्रेजी में बात करने के अभ्यस्त हो गए। कभी–कभी मुझे निर्देशों को कई बार दोहराना पड़ता था, लेकिन जल्दी ही उनमें से अधिकतर छात्र समझने लगे।
मैं धीरे–धीरे कक्षा में अंग्रेजी का अधिकाधिक उपयोग करने लगा हूँ, और मैं इसके बारे में अधिक आश्वस्त हो रहा हूँ। मैं जानता हूँ कि मैं कुछ गलतियाँ करता हूँ और मेरा उच्चारण सटीक नहीं है, लेकिन मेरे छात्रों को इसका पता नहीं चल रहा है। कभी–कभी मुझे शब्दावली के साथ समस्या होती है, और मैं किसी ऐसे शब्द या वाक्य को सोच नहीं पाता हूँ जिसका उपयोग मैं अंग्रेजी में करना चाहता हूँ। जब ऐसा होता है तो मैं जो कुछ अंग्रेजी में कहना चाहता हूँ उसे किसी अन्य तरीके से कहने पर विचार करने का प्रयास करता हूँ। अंतिम उपाय के रूप में, मैं हिंदी शब्द का उपयोग करता हूँ। मैं जिन शब्दों को नहीं जानता उन्हें नोट करने की कोशिश करता हूँ। कक्षा के बाद, मैं अपने किसी सहकर्मी से पूछता हूँ या शब्दकोश में उस शब्द को खोजता हूँ। इससे मुझे अपनी अंग्रेजी को सुधारने में भी मदद मिल रही है! और मैं देख रहा हूँ कि मेरे बच्चों में मुझे जवाब देते समय अंग्रेजी के कुछ शब्द बोलने में अधिक आत्मविश्वास आने लगा है। मैं उन्हें तत्काल सही न करने का प्रयास करता हूँ साथ ही यह सुनने का प्रयास करता हूँ कि वे जो कुछ कह रहे हैं उसका तात्पर्य क्या हैं।
जब आप कक्षा की दैनिक गतिविधियों के लिए अंग्रेजी का उपयोग करते हैं, तब आपके बच्चों के पास अंग्रेजी का उपयोग करके आपको उत्तर देने के अधिक अवसर उत्पन्न होते हैं। बातचीत के लिए भाषा का इस्तेमाल करना आपके विद्यार्थियों का वास्तविक उद्देश्य है। आप अपने साथ और एक दूसरे के साथ अधिक अंग्रेजी बोलने में अपने छात्रों की मदद कर सकते हैं। इसके लिए आप उनके उपयोग हेतु कुछ वाक्यांशों का सुझाव दे सकते हैं और उनसे इन वाक्यांशों का अभ्यास करा सकते हैं। अभ्यास से, छात्र भाषा का स्वतंत्र रूप से उपयोग करने में अधिक आत्मविश्वासी और अधिक सक्षम बन जाएंगे।
विचार के लिए रुकें अपनी पिछली अंग्रेजी कक्षा के बारे में सोचें:
|
कई अंग्रेजी कक्षाओं में, छात्र अधिक अंग्रेजी नहीं बोलते हैं। वे पाठ्यपुस्तक के गद्यांशों या कविताओं को सस्वर पढ़ सकते हैं या ऐसी कोई चीज पढ़कर सुना सकते हैं जो उन्होंने लिखी है। ये सभी उपयोगी गतिविधियाँ हैं और छात्रों के उच्चारण को सुधारने में सहायता करती हैं। वे छात्रों को बातों को अंग्रेजी में कहने के अभ्यास का अवसर देती है। तथापि, छात्रों को कक्षा के भीतर और उसके बाहर, दोनों स्थानों में वास्तविक जीवन की आवश्यकताओं के लिए बातचीत करने में अंग्रेजी का उपयोग करने का अभ्यास करने की जरूरत भी है।
निम्नलिखित गतिविधि ऐसे कुछ वाक्यांशों का अभ्यास करने में आपके छात्रों की सहायता करने के लिए कुछ विचार प्रदान करती है जिनका उपयोग वे कक्षा की दैनिक गतिविधियों के लिए, आप के साथ और अन्य छात्रों, दोनों के साथ कर सकते हैं। इससे उनमें स्वतंत्र रूप से बोलने का आत्मविश्वास और क्षमता बढ़ेगी।
यह गतिविधि कक्षा की भाषा के कुछ उदाहरण खोजने में आपकी सहायता करती है जिनका उपयोग आपके छात्र आप के साथ और एक दूसरे के साथ कर सकते हैं। फिर यह आपको भाषा का अभ्यास करने में उनकी मदद करने के लिए कुछ कार्यनीतियाँ प्रदान करती है ताकि यह अभ्यास उनके लिए अधिक सहज बन सके।
अपने विद्यार्थियों से पूछें: ’वे कौन–से प्रश्न हैं जो आप मुझसे सबसे अधिक बार पूछते हैं?’ यदि आपके छात्र अधिक प्रश्न नहीं पूछते हैं, तो आप उन प्रश्नों (के प्रकार) के बारे में सोचने में उनकी सहायता कर सकते हैं जो वे आपसे पूछ सकते हैं। यह काम उनकी स्थानीय भाषा में करें। वे निम्न प्रकार के प्रश्न हो सकते हैं:–
आप उनसे उन प्रश्नों के बारे में सोचने को भी कह सकते हैं जो वे अपने अंग्रेजी पाठों की गतिविधियाँ करते समय एक दूसरे से पूछते हैं, उदाहरण के लिए जोड़ी में कार्य में (उदाहरणों के लिए देखें संसाधन 2)। यदि आपके छात्र जोड़ी में कार्य करने के अभ्यस्त नहीं हैं, तो इससे आपको ऐसा करने के विचार का परिचय देने में सहायता मिलेगी। अधिक जानकारी के लिए, देखें संसाधन 3, ’जोड़ी में कार्य का उपयोग करना’।
भाग 1 में आपने दैनिक उपयोग की ऐसी कुछ भाषा खोजी और प्रदर्शित की जिसका उपयोग छात्र कक्षा में कर सकते हैं। इन वाक्यांशों का नियमित रूप से उपयोग करने में आपके छात्रों को आत्मविश्वासी बनने के लिए अभ्यास की जरूरत पड़ेगी। यह गतिविधि आपके छात्रों को इन वाक्यांशों का अभ्यास समूह में, जोडिय़ों में और अकेले करने में मदद करने के बारे में कुछ सुझाव देती है ताकि वे भाषा का उपयोग सहजता से कर सकें।
छात्र समूह में जवाब देते हैं:
इसे संपूर्ण संवाद के लिए जारी रखें। इससे प्रदर्शित होता है कि वाक्यांशों का उपयोग वार्तालाप के लिए कैसे किया जा सकता है।
दूसरा हिस्सा समूह रूप में जवाब देता है।
इसे संपूर्ण संवाद के लिए जारी रखें। जिस समूह के पढ़ने का समय हो उस समूह की ओर इशारा करें। यदि छात्र मिलकर नहीं दोहराते हैं, तो गतिविधि को रोक दें और वापस शुरू करें। हर एक को समय के अनुरूप रखने के लिए आप हावभावों का उपयोग कर सकते हैं। यदि आप देखते हैं कि छात्रों को किन्हीं खास शब्दों (उदा. ’either’) के उच्चारण में कठिनाई हो रही है, तो उनसे उन शब्दों को कुछ बार दोहराने को कहें।
अब तक छात्रों में वाक्यांशों को बोलने का आत्मविश्वास उत्पन्न हो चुका होना चाहिए। अब वे उनका अभ्यास जोड़ियों में कर सकते हैं ताकि वे उन्हें अपने बलबूते पर बोलते समय अधिक आश्वस्त हो सकें। छात्रों से जोड़ियाँ बनाने को कहें। एक छात्र से प्रश्न पूछने को कहें। दूसरा छात्र उत्तर देगा। फिर वे भूमिकाओं की अदलाबदली कर लेंगे। जोड़ियों में काम करते समय, छात्र संवाद का अभ्यास ऐसे करते हैं जैसे वह वार्तालाप हो। वे भाषा का स्वतंत्र रूप से उपयोग नही कर रहे हैं, लेकिन वे उन उपयोगी वाक्यांशों से परिचित हो रहे हैं जिनका उपयोग बातचीत करने के लिए करने में वे जल्दी ही समर्थ हो जाएंगे।
जब आपके छात्र जोड़ियों में काम कर रहे हों, तब कक्षा में घूमते हुए देखें वे किस तरह से आगे बढ़ रहे हैं। भाग लेने के लिए अपने छात्रों की प्रशंसा करें और उन्हें अच्छा काम जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करें। नोट करें यदि छात्रों को उच्चारण के साथ कोई कठिनाई हो रही हो तो आप एक फॉलो अप गतिविधि में कठिन शब्दों का अभ्यास कर सकते हैं।
विचार के लिए रुकें इस गतिविधि को अपने छात्रों के साथ आजमाने के बाद, इन प्रश्नों के बारे में सोचें:
|
छात्र शुरू में अंग्रेजी का उपयोग करने में हिचक सकते हैं। यदि वे चार्ट पेपर पर दी गई किसी बात को अपनी स्थानीय भाषा में कहते हैं, तो आप कह सकते हैं: ’Could you please try to say that in English?’ और उन्हें वाक्यांश की याद दिलाने के लिए चार्ट पेपर की ओर इशारा कर सकते हैं। या आप कक्षा से पूछ सकते हैं, ’Students, can anyone help Vishnu say that in English?’
अधिकांश छात्रों के आपके द्वारा प्रदर्शित वाक्यांशों के उपयोग के साथ सहज हो जाने के बाद, आप वाक्यांशों का एक और पोस्टर बना सकते हैं। उदाहरण के लिए, आप पाठ्यपुस्तक के विभिन्न पाठों के लिए, या चर्चा किये गये विभिन्न विषयों की शब्दावली के पोस्टर बना सकते हैं। अपने छात्रों को जितनी बार संभव हो अंग्रेजी का उपयोग करने की याद दिलाते रहें।
आप अपने छात्रों की अपने अंग्रेजी में बोलने के कौशल और उच्चारण को विकसित करने में सहायता करने के लिए पाठ्यपुस्तक के अध्यायों का भी उपयोग कर सकते हैं। ऐसा करने का एक सरल तरीका है पाठ्यपुस्तक को सस्वर पढ़ना और अपने सभी छात्रों से आपके बाद उसे एक साथ दोहराने को कहना। इससे छात्रों को अंग्रेजी का उच्चारण करने के तरीके को सीखने और उसकी लय से परिचित होने में मदद मिलती है।
इस प्रकार की दोहराने वाली गतिविधि संवादों और कविता जैसे लघु अंशों के साथ खास तौर पर अच्छा काम करती है। यह एक सरल और लघु गतिविधि है जिसे कुछ ही मिनटों में किया जा सकता है, संभवतः अध्याय के आरंभ में कोई नया पाठ या नयी शब्दावली पढ़ाते समय इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
छात्रों को मिलकर कुछ दोहराने को कहना अंग्रेजी भाषा के अध्यापन में उपयोगी है क्योंकि यहः
श्रीमती मनीषा हाल ही में एक ग्रामीण इलाके के सरकारी स्कूल में आयी हैं और उनके कक्षा 9 के छात्रों को अंग्रेजी में बोलने में कठिनाई हो रही है। वे उनके आत्मविश्वास के विकास और सही उच्चारण में उनकी मदद करना चाहती हैं और ऐसा करने के लिए पाठ्यपुस्तक के अध्यायों का उपयोग करती हैं।
मैंने अपने छात्रों से उनके जीवन के बारे में कुछ प्रश्न पूछने का प्रयास किया, लेकिन वे मुझे जवाब नहीं दे सके। तब मुझे समझ में आया कि मुझे प्रारंभ से शुरू करना चाहिए। उन्हें अंग्रेजी बोलने का अभ्यास करने का आदी बनाने का जो सबसे अच्छा तरीका मुझे समझ में आया वह था सस्वर पढ़ना। उपयोग के लिए सबसे आसान पाठ होते हैं पाठ्यपुस्तक के अध्याय, इसलिए मैंने बस अगले अध्याय से शुरू करने का निश्चय किया – a poem from Chapter 8 of the NCERT Class IX textbook Beehive: ‘Trees’, by Joyce Kilmer:
I think that I shall never see
A poem lovely as a tree.
A tree whose hungry mouth is prest
Against the earth’s sweet flowing breast;
A tree that looks at God all day
And lifts her leafy arms to pray;
A tree that may in summer wear
A nest of robins in her hair;
Upon whose bosom snow has lain;
Who intimately lives with rain.
Poems are made by fools like me.
But only God can make a tree.
कक्षा से पहले, मैंने कविता को ऊँची आवाज में पढ़ने का अभ्यास किया ताकि मैं उसे आत्मविश्वास के साथ पढ़ सकूँ और उसे सस्वर पढ़ कर सुना सकूँ तथा उनके लिए एक आदर्श प्रस्तुत कर सकूँ। कक्षा में, मैंने एक बार में कविता की दो पंक्तियों को ऊँची आवाज में लय के साथ पढ़ा, और छात्रों से मेरे बाद इस तरह से दोहराने को कहाः
और उन्होंने इसे दोहराया। मैं बस चाहती थी कि वे कविता को सुनें, उसे लय में बोलें, और अपने उच्चारण का अभ्यास करें। इस बिंदु पर, मैं इस बारे में चिंतित नहीं थी कि उन्होंने कविता के विषय में क्या समझा था।
मैंने फिर सारी कक्षा से अगली दो पंक्तियों को मिलकर पढ़ने के कहा। तो मैंने पढ़ाः
और छात्रों ने अनुसरण कियाः
फिर मैंने अपनी कक्षा को दो भागों में बाँट दिया। मैंने कक्षा के एक भाग को पहली दो पंक्तियाँ ऊँची आवाज में पढ़ने को कहा; मैंने कक्षा के दूसरे हिस्से को अगली दो पंक्तियों को जोर से पढ़ने को कहा।
आरंभ में, छात्रों ने पंक्तियाँ मिलकर नहीं कहीं, इसलिए मैंने उन्हें रोका और उनसे वह दोबारा करने को कहा। इस बार मैंने यह संकेत देने के लिए अपने हाथों का उपयोग किया कि छात्रों को नई पंक्ति कब शुरू करनी है। मुझे लगा कि जैसे मैं किसी ऑर्केस्ट्रा का संचालन कर रही हूँ!
मैं यह सुनिश्चित करने के लिए कक्षा में भी घूमी कि सभी छात्र शामिल हो रहे हैं। मैंने उन छात्रों को जो भाग नहीं ले रहे थे यह कह कर प्रोत्साहित किया, ’Come on, let’s all speak together. Just try it!’
अधिकांश छात्र कविता कहने में आनंद लेते लग रहे थे और काफी स्पर्धात्मक हो गए थे। प्रत्येक समूह अपनी पंक्ति को दूसरे समूह से बेहतर कहना चाहता था! मुझे आशा है इससे उनमें अंग्रेजी में बोलना शुरू करने का आत्मविश्वास जागृत होगा। इससे उन्हें कविता को बेहतर ढंग से याद रखने में, और उसकी कुछ भाषा का अपनी बातचीत और लेखन में प्रयोग करने में भी सहायता मिल सकती है।
पहले मैंने सोचा कि माध्यमिक छात्रों के साथ इस प्रकार की गतिविधि करना उचित नहीं है, क्योंकि उन्हें वास्तव में अधिक आत्मविश्वासी और अंग्रेजी बोलने में सक्षम होना चाहिए। लेकिन इस तरह के अभ्यास से ही वे ऐसा आत्मविश्वास प्राप्त कर सकते हैं। जबकि इस गतिविधि में उन्हें अपनी भाषा का सृजन करने की जरूरत नहीं थी, कम से कम वे ऊँची आवाज में तो बोल रहे थे और अपने उच्चारण का अभ्यास कर रहे थे। अब मैं नियमित रूप से अपनी कक्षा बोलने की गतिविधि के साथ आरम्भ करती हूँ। एक बार उनके ऊँची आवाज में बोलने में आश्वस्त हो जाने पर, मैं बोलने की अन्य गतिविधियाँ आजमाऊँगी जिनमें वे बातचीत के लिए अंग्रेजी का उपयोग करते हैं।
अपनी कक्षा में दोहराव गतिविधि (repetition activity) का उपयोग आजमाने के लिए निम्न चरणों का पालन करें।
विचार के लिए रुकें इस गतिविधि को आजमाने के बाद विचार करने के लिए यहाँ कुछ प्रश्न दिए गए हैं। संभव हो, तो इन प्रश्नों की चर्चा किसी सहकर्मी के साथ करें।
|
यदि आपके सभी छात्रों ने भाग नहीं लिया, तो बोलने में आत्मविश्वास पैदा करने के लिए शायद उन्हें अधिक समय चाहिए। यदि आप बोलने की गतिविधियाँ नियमित रूप से करेंगे तो वे इसे विकसित कर सकेंगे। उनकी प्रशंसा और उन्हें प्रोत्साहित करना न भूलें। गलतियों की ओर ध्यान न खीचें। शर्मीले छात्रों को बोलने के अधिक अवसर और प्रोत्साहन दें। इसके उदाहरणों के लिए, संसाधन 4, ’सभी को शामिल करना’, देखें।
आप इस तरह की गतिविधि को दिलचस्प बनाये रखने के लिए छात्रों से कह सकते हैं कि अंग्रेजी में वे जो कुछ कह रहे हैं उसे भिन्न तरीकों से दोहराए– (धीरे–धीरे बोलकर, जल्दी–जल्दी बोलकर ऊँची आवाज में, धीमे से, दुखी ढंग से इत्यादि) अलग–अलग बच्चों से अपनी अपनी पाठ्यवस्तु पढ़ने के लिए कहें। आप पहले संपूर्ण कक्षा से, फिर छोटे समूहों से और यहाँ तक कि अकेले छात्रों से पढ़ने को कह सकते हैं। अपने सभी छात्रों को शामिल करने का प्रयास करें। हालाँकि यह मज़ेदार गतिविधि हो सकती है, लेकिन यदि इसे कई बार दोहराया जाय या प्रत्येक पाठ पर लागू किया गया तो यह उबाऊ हो सकती है। छात्रों से एक ही चीज को बार–बार दोहराने को न कहें अन्यथा वे ऊब सकते हैं।
दोहराव गतिविधियों का उद्देश्य है छात्रों में बोलने और अपने उच्चारण का अभ्यास करने का आत्मविश्वास जगाने में मदद करना। यह कविता को याद करने के लिए नहीं है। कविता को पढ़कर सुनाने का अभ्यास करके, छात्र अंग्रेजी भाषा की ध्वनियों और लयों से परिचित होते हैं। तथापि, अंग्रेजी में बातचीत करना सीखने के लिए, उन्हें पाठ्यपुस्तक के वाक्यों को दोहराने से कुछ अधिक करने की जरूरत होती है। छात्रों को बोलचाल की गतिविधियों में भाग लेने की भी जरूरत होती है जिन्हें वास्तविक जीवन की स्थितियों पर लागू किया सकता है।
इस इकाई में आपने देखा कि आप अपनी कक्षाओं में अधिक अंग्रेजी का उपयोग कैसे कर सकते हैं, ताकि आपके छात्र कक्षा की दैनिक गतिविधियों के समय वार्तालाप करने के लिए अंग्रेजी का उपयोग करने के अभ्यस्त हो जायं। आपने वे गतिविधियाँ भी देखीं जिनमें छात्र समूहों में या व्यक्तिगत रूप से अंग्रेजी वाक्यांशों को आपके बाद दोहराकर अभ्यास करते हैं, ताकि वे कक्षा में ज्यादा आत्मविश्वास के साथ अंग्रेजी बोल सकें इन गतिविधियों को करने के लिए आवश्यक कक्षा संबंधी भाषा के उदाहरणों के लिए संसाधन 1 देखें।
यदि आपकी रुचि अपने के उच्चारण कौशल का विकास करने में है ताकि आप छात्रों के लिए बेहतर आदर्श प्रस्तुत कर सकें, तो इसके लिए संसाधन 5 देखें।
इस विषय पर अन्य माध्यमिक अंग्रेजी शिक्षक विकास इकाइयाँ ये हैं:
यहाँ पर कक्षा के लिए उपयोगी कुछ वाक्यांश दिए गए हैं। आप इस सूची में अन्य वाक्यांश जोड़ सकते हैं।
छात्रों का अभिवादन करना
Good morning students. How are you today?
Good afternoon everyone.
Are you ready to start?
Let’s start the lesson.
What did you do yesterday?
How did you find the homework?
Can anyone remember what we did in the last class?
Let’s take attendance.
Please respond to your roll number.
Who is missing today? Is anyone absent?
Does anyone know why Sneha is not here?
Listen while I call your names.
Raise your hand and say ‘Here’/‘Present’ when I call out your name.
Open your books at page 38.
Look at the picture at the top of the page.
Please read the first paragraph of the text.
Tanvir, please read the questions.
Read the first stanza aloud.
Repeat after me.
Do it again, please.
Discuss the questions with your partner.
You have ten minutes.
OK – start!
Two more minutes.
OK! Time’s up!
Listen. Now write down what I say.
The topic of the lesson is Nelson Mandela. Can anyone tell me who he is?
Can you remember what we did in the last class?
Does anyone already know what this is called?
Does anyone have one of these at home?
Can anyone tell me how to say XXX in English?
Students, could you all sit down, please.
Now the pair work activity is over. Please return to your desks.
Can you four work together, please?
Let Santosh say something too, please.
Could you speak up a bit, please?
Would you like to try to answer, Sandesh?
Yes, that’s almost right.
Can anyone help Aisha with the answer?
Go on …
I’m sure you can answer that.
Can you explain that to the rest of the class?
Very good!
Very nice!
Excellent!
Well done!
Good work!
I’m impressed.
Keep it up.
That’s correct.
You were very quick!
That was very good, say it again.
You are very good at guessing.
I like the way you’re doing that.
For your homework, please do Activity B.
We’re out of time. Please finish this activity at home.
Don’t forget about your homework!
At home, please do the exercises in the ‘Thinking about language’ section on page 40.
Before tomorrow’s lesson, think about a time you have taken a risk.
For homework, imagine you are Anne Frank. Think about what it must have been like to be her.
Okay then, that’s all for today. Goodbye. See you all tomorrow.
The bell has rung. It’s time to finish.
Put your books away.
How much time do we have left?
We still have five minutes left.
That’s all for today.
We’ll read the next part of the passage in the next lesson.
Goodbye! See you tomorrow.
Have a nice weekend.
How much homework do you have from your other lessons?
Don’t forget your homework!
Take care when you cross the road.
How are you today?
Where is Masuma?
Is she ill?
Have you been ill? Are you okay now?
What did you do yesterday after school?
Did you have a nice day on Sunday? What did you do?
Did you do anything nice during your holiday?
What are you doing this weekend?
Is it your birthday?
Did you watch the cricket match at the weekend?
Does anyone in your family speak English?
What languages do you use at home?
What does XXX mean?
How do I say XXX in English?
Is that correct?
I don’t know how to say XXX.
Do you know what this word means?
No, I don’t know either.
Let’s ask Preeta. She probably knows.
Do you think that this is right?
It looks good to me.
I’m not sure if this is correct.
रोज़ाना की स्थितियों में लोग साथ–साथ काम करते हैं, दूसरो से बोलते हैं और उनकी बात सुनते हैं, तथा देखते हैं कि वे क्या करते हैं और कैसे करते हैं। लोग इसी तरह से सीखते हैं। जब हम दूसरों से बात करते हैं, तो हमें नए विचारों और जानकारियों का पता चलता है। कक्षाओं में अगर सब कुछ शिक्षक पर केंद्रित हो, तो अधिकतर छात्रों को अपना अधिगम प्रदर्शित करने के लिए या प्रश्न पूछने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिलता। संभव है कुछ छात्र केवल संक्षिप्त उत्तर दें और कुछ बिल्कुल भी नहीं बोलें। बड़ी कक्षाओं में, स्थिति और भी बदतर है, जहां बहुत ही कम छात्र कुछ बोलते हैं।
जोड़ी में कार्य छात्रों के लिए बात करने और ज्यादा से ज्यादा सीखने का एक स्वाभाविक तरीका है। यह सोचने और नए विचारों तथा भाषा को आज़माने का अवसर देता है। यह छात्रों को नए कौशलों और संकल्पनाओं के माध्यम से काम करने की सुविधा देता है। यह ज्यादा विद्यार्थियों वाली कक्षाओं में भी सफल रहता है।
जोड़ी में कार्य करना सभी आयु वर्गों के लोगों के लिए उपयुक्त है। यह विशेष तौर पर बहुभाषी, बहुग्रेड कक्षाओं के लिए उपयोगी है, क्योंकि इसमें एक दूसरे की सहायता करने के लिए जोडे बनाये जा सकते हैं। यह सर्वश्रेष्ठ तब काम करता है जब आप विशिष्ट कार्यों की योजना बनाते हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए नयी प्रक्रियाओं की स्थापना करते हैं कि आपके सभी छात्र शिक्षण में शामिल हैं और प्रगति कर रहे हैं। एक बार इन नेमी प्रक्रियाओं को स्थापित कर लिए जाने के बाद, आपको पता लगेगा कि छात्र तुरंत जोड़ी में काम करने के अभ्यस्त हो जाते हैं और इस तरह सीखने में आनंद लेते हैं।
आप अधिगम के अपक्षित परिणामों के आधार पर विभिन्न प्रकार के कामों को जोड़ी में कार्य (pair work) करने के लिए उपयोग कर सकते हैं। जोड़ी में कार्य को स्पष्ट और उपयुक्त होना चाहिए ताकि अकेले काम करने के मुकाबले साथ मिलकर काम करने से सीखने में अधिक मदद मिले। अपने विचारों के बारे में बात करके, आपके छात्र स्वयमेव खुद को और विकसित करने के बारे में विचार करेंगे।
जोड़ियों में कार्य (pair work) में इस प्रकार के काम हो सकते हैं :–
जानकारी साझा करना: आधी कक्षा को विषय के एक पहलू के बारे में जानकारी दी जाती है; और शेष आधी कक्षा को विषय के अलग पहलू के बारे में जानकारी दी जाती है। फिर वे समस्या का हल निकालने के लिए या किसी निर्णय पर पहुंचने के लिए अपनी जानकारी को साझा करने हेतु जोड़ी में कार्य करते हैं।
कौशलों (जैसे सुनने का कौशल) का अभ्यास करना: एक छात्र कहानी पढ़ता है और दूसरा प्रश्न पूछता है; एक छात्र अंग्रेजी में पैसेज पढ़ता है, जबकि दूसरा इसे लिखने का प्रयास करता है; एक छात्र किसी तस्वीर या डायाग्राम का वर्णन करता है जबकि दूसरा छात्र वर्णन के आधार पर इसे बनाने की कोशिश करता है।
निर्देष पालन: एक छात्र दूसरे छात्र हेतु निर्देश पढ़ सकता है ताकि दूसरा छात्र कार्य पूरा कर सके।
जोड़ियों में कार्य करने का अर्थ सभी को काम में शामिल करना है। चूंकि छात्र भिन्न होते हैं, इसलिए जोड़ों का प्रबंधन इस तरह से करना चाहिए कि हरेक को जानकारी हो कि उन्हें क्या करना है, वे क्या सीख रहे हैं और उनसे आपकी अपेक्षाएं क्या हैं। अपनी कक्षा में जोड़े में कार्य को कक्षा की दैनिकचर्या का हिस्सा बनाने के लिए, आपको निम्नलिखित काम करने होंगेः
उन जोड़ों का प्रबंधन करना जिनमें छात्र काम करते हैं। कभी–कभी छात्र मैत्री–जोड़ों (friendship pair) में काम करेंगे; कभी–कभी नहीं करेंगे। सुनिश्चित करें कि वे समझ गए हैं कि आप उनके सीखने की प्रक्रिया को अधिकतम करने में सहायता करने के लिए जोड़ियां निर्धारित करेंगे।
जोड़े में कार्य के दौरान, छात्रों को बताएं कि उनके पास प्रत्येक काम के लिए कितना समय है और समय–समय पर उनकी जांच करते रहें। उन जोड़ों की प्रशंसा करें जो एक दूसरे की मदद करते हैं और काम पर बने रहते हैं। छात्र अपने कार्य के बारे में विचार कर पाएं या अपनी योग्यता सिद्व कर पाएं उससे पूर्व ही कई बार आपके सामने उनके काम में जल्दी से जल्दी शामिल हो जाने का प्रलोभन हो सकता है फिर भी जोड़ियों को आराम से बैठकर उनके खुद के हल ढूंढने का समय दें। अधिकांश छात्रों को ऐसा वातावरण अच्छा लगता है जहॉ सभी लोग बातें कर पाएं और काम कर सकें। जब आप कक्षा में देखते और सुनते हुए घूम रहे हों तो नोट बनाएं कि कौन से छात्र एक दूसरे के साथ सहज हैं, हर उस छात्र के प्रति सचेत रहें जिसे शामिल नहीं किया गया है, और सामान्य गलतियों, अच्छे विचारों या सारांश के बिंदुओं को नोट करें।
कार्य के समाप्त होने पर आपकी भूमिका छात्रों द्वारा किये गये काम के बीच की कड़ियां जोड़ने की है। आप कुछ जोड़ों का चुनाव उनका काम दिखाने के लिए कर सकते हैं, या आप उनके लिए इसका सार प्रस्तुत कर सकते हैं। छात्रों को एक साथ काम करने पर उपलब्धि का एहसास पसंद आता है। आपको हर जोड़े से रिपोर्ट लेने की जरूरत नहीं है – इसमें काफी समय लगेगा – लेकिन आप उन छात्रों का चयन करें जिनके बारे में आपको अपने अवलोकन से पता है कि वे कुछ ऐसा सकारात्मक योगदान करने में सक्षम हैं जिससे दूसरों को सीखने को मिलेगा। इससे उन छात्रों को आत्मविश्वास में वृद्धि करने का अवसर मिलेगा जो सामान्यतः योगदान देने में संकोच का अनुभव करते हैं।
यदि आपने छात्रों को हल करने के लिए समस्या दी है, तो आप कोई नमूना उत्तर भी दे सकते हैं और फिर उनसे जोड़ियों में उत्तर में सुधार करने के संबंध में चर्चा करने के लिए कह सकते हैं। इससे अपने खुद के शिक्षण के बारे में विचार करने और अपनी गलतियों से सीखने में उन्हें सहायता मिलेगी।
यदि आप जोड़ियों में कार्य करने के लिए नए हैं, तो उन बदलावों के संबंध में नोट बनाना महत्वपूर्ण है जिन्हें आप कार्य, समयावधि या जोड़ियों के संयोजनों में करना चाहते हैं। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि आप इसी तरह सीखेंगे और इसी तरह अपने अध्यापन में सुधार करेंगे। जोड़ियों में कार्य का सफल आयोजन करना स्पष्ट निर्देशों और उत्तम समय प्रबंधन के साथ–साथ संक्षिप्त सार संक्षेपण से जुड़ा है – यह सब अभ्यास से आता है।
संस्कृति और समाज की विविधता कक्षा में प्रतिबिंबित होती है। विद्यार्थियों की भाषाएं, रुचियां और योग्यताएं अलग–अलग होती हैं। विद्यार्थी विभिन्न सामाजिक और आर्थिक पृष्ठभूमियों से आते हैं। हम इन विभिन्नताओं को अनदेखा नहीं कर सकते हैं; वास्तव में हमें इनका स्वागत करना चाहिए क्योंकि हमारे लिए ये एक दूसरे के बारे में तथा हमारे अनुभव से परे के संसार को जानने और समझने के माध्यम का काम कर सकती हैं। सभी विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्त करने एवं सीखने का अवसर हासिल करने का अधिकार है भले उनका स्तर, योग्यता व पृष्ठभूमि कुछ भी हो और इस बात को भारतीय कानून में एवं अंतरराष्ट्रीय बाल अधिकारों में मान्यता प्राप्त है। 2014 में राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के सभी नागरिकों के मूल्यों, मान्यताओं को महत्व दिए जाने पर बल दिया भले ही उनकी जाति, लिंग या आय कुछ भी क्यों न हो। इस संबंध में विद्यालयों और अध्यापकों की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है।
हम सभी के मन में उन लोगों को लेकर पूर्वाग्रह और विचार होते हैं जिनसे हमारा परिचय या साक्षात्कार नहीं हुआ हो। एक अध्यापक के रूप में, आपके पास प्रत्येक विद्यार्थी के शैक्षिक अनुभव को सकारात्मक या नकारात्मक ढंग से प्रभावित करने की शक्ति होती है। चाहे जानबूझकर हो या अनजाने में, आपके निहित पूर्वाग्रहों और विचारों का इस बात पर अवश्य प्रभाव होगा कि आपके विद्यार्थी कितनी बराबरी के साथ सीख रहे हैं। आप अपने विद्यार्थियों को असमानता के व्यवहार से सुरक्षित करने के लिए कदम उठा सकते हैं।
ध्यान देना: प्रभावी अध्यापक चौकस, अनुभवी एवं संवेदनशील होते हैं; वे अपने विद्यार्थियों में होने वाले बदलावों पर ध्यान देते हैं। यदि आप चौकस हैं तो आप अवश्य ध्यान देंगे जब एक विद्यार्थी कुछ अच्छा करता है, जब उसे सहायता की आवश्यकता होती है और इस बात पर भी कि वह किस तरह दूसरों के साथ जुडा है। आप अपने विद्यार्थियों में होने वाले परिवर्तनों का भी अनुभव कर सकते हैं जो उनकी घरेलू परिस्थितियों या अन्य समस्याओं के चलते प्रतिबिंबित हो सकते हैं। सभी को शामिल करने के लिए दैनिक रूप से अपने विद्यार्थियों पर, खास तौर पर उपेक्षित या प्रतिभाग करने में असमर्थ महसूस करने वालों पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
अपने शिक्षण में विविधता लाएं: विद्यार्थी अलग अलग तरीकों से सीखते हैं। कुछ विद्यार्थियों को लिखना पसंद होता है; तो कुछ अन्य को अपने विचार व्यक्त करने के लिए माइंड मैप या चित्र बनाना बेहतर लगता है। कुछ विद्यार्थी अच्छे श्रोता होते हैं; कुछ अन्य तब सर्वश्रेष्ठ ढंग से सीखते हैं जब उन्हें अपने विचार के बारे में बात करने का अवसर प्राप्त होता है। आप हर समय हर एक छात्र के अनुरूप काम नहीं कर सकते लेकिन आप अपने शिक्षण में विविधता पैदा कर सकते हैं और विद्यार्थियों को उनके द्वारा किए जा सकने के लिए कुछ अधिगम गतिविधियों में से अपना विकल्प चुनने का अवसर दे सकते हैं।
रोजमर्रा की जिंदगी से अधिगम को जोड़ें: कुछ विद्यार्थियों को वे बातें अपने रोजमर्रा की जिंदगी के लिए अप्रासंगिक लग सकती हैं जिन्हें आप उनसे सीखने के लिए कहते हैं। इसके समाधान के लिए आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि जब भी संभव हुआ आप विद्यार्थियों के खुद के अनुभवों से उदाहरण लेते हुए ऐसे अधिगम को उनके लिए प्रासंगिक संदर्भों से जोड़कर दिखाएंगे।
भाषा का उपयोगः अपने द्वारा प्रयोग की जाने वाली भाषा को लेकर सचेत रहें। सकारात्मक और प्रशंसात्मक भाषा का प्रयोग करें, छात्रों का उपहास न करें। उनके व्यवहार पर टिप्पणी करें, न कि स्वयं उन पर। ’तुम मुझे आज परेशान कर रहे हो’ जैसे वाक्य बेहद व्यक्तिगत प्रकार के होते हैं, इसके बजाय आप इसे ’आज मुझे तुम्हारा व्यवहार कष्टप्रद लग रहा है। क्या कोई कारण है जिसके चलते ध्यान केंद्रित करने में तुम्हें मुश्किल हो रही है?’ के रूप में बेहतर ढंग से व्यक्त कर सकते हैं।
रूढ़िवादिता को चुनौती दें: उन संसाधनों का पता लगाएं और प्रयोग करें जो लड़कियों को रूढ़िवादी भूमिकाओं से हटकर प्रस्ततु करता है या आदर्श प्रस्तुत कर सकेने वाली महिलाओं को विद्यालय में आने के लिए निमंत्रित करें जैसे महिला वैज्ञानिक आदि। लिंग को लेकर आप खुद की रूढ़िवादिता के प्रति सचेत रहें; आप जानते हैं कि लड़कियां खेलकूद के क्षेत्र में भी भाग लेती हैं वहीं लड़के देखभाल के कार्यों में भी पाए जाते हैं, लेकिन प्रायः हम इन्हें अलग ढंग से व्यक्त करते हैं, क्योंकि हम इसी तरीके से समाज में बात करने के अभ्यस्त होते हैं।
एक सुरक्षित, सुखद अधिगम वातावरण का निर्माण करें: यह जरूरी है कि सभी विद्यार्थी विद्यालय में सुरक्षित और प्रसन्नचित्त महसूस करें। आप उस जगह हैं जहां आप अपने विद्यार्थियों को एक दूसरे के लिए परस्पर सम्मान और मित्रतापूर्ण व्यवहार के लिए प्रोत्साहित कर प्रसन्नचित्त महसूस करा सकते है। इस बात पर विचार करें कि अलग अलग विद्यार्थी विद्यालय और कक्षा के लिए क्या महसूस करते हैं, और, ये उन्हें कैसे प्रतीत होते हैं इस बारे में सोचें कि उन्हें कहां बैठने के लिए कहा जाना चाहिए और सुनिश्चित करें कि दृश्य या श्रवण बाधा या शारीरिक अक्षमता वाला कोई भी विद्यार्थी अपना पाठ पढ़ने और सीखने के लिए कहां बैठ सकता है। इस बात की जांच करें कि शर्मीले स्वभाव या आसानी से विचलित होने वाले विद्यार्थियों को आप किस तरह आसानी से अपनी गतिविधियों में शामिल कर सकते हैं।
ऐसे कई विशिष्ट दृष्टिकोण हैं जिनसे आपको सभी छात्रों को शामिल करने में मदद मिलेगी। इन्हें अन्य प्रमुख संसाधनों में और अधिक विस्तार से वर्णित किया गया है लेकिन यहां इनका संक्षिप्त परिचय दिया जा रहा हैः
विशिष्टीकरण: अलग अलग समूहों के लिए अलग अलग कार्य निर्धारित करने से विद्यार्थियों को अपनी स्थिति से शुरू करके आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। समाप्ति–रहित (open ended) कार्य निर्धारित करने से सभी विद्यार्थियों को सफल होने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थियों को विभिन्न कार्यों के विकल्प प्रदान करने से उन्हें उस कार्य के प्रति उत्तरदायित्व का अहसास होता है और अपने अधिगम के प्रति जवाबदेही का अहसास होता है व्यक्तिगत अधिगम आवश्यकताओं का ध्यान रखना कठिन होता है, खास तौर पर बड़ी कक्षा में लेकिन अलग अलग कार्यों और गतिविधियों का उपयोग कर इसे किया जा सकता है।
स्वयं के उच्चारण को सुधारने के लिए कुछ सुझाव प्रस्तुत हैं:
सटीक लहजे के साथ अंग्रेजी बोलने के बारे में चिंता न करें। अंग्रेजी के कई भिन्न लहजे और प्रकार हैं। महत्वपूर्ण यह है कि जब आप बोलें तब लोग आपकी बात को समझ सकें।
कुछ अन्य उपयोगी संसाधन पाने के लिए इन लिंक्स पर क्लिक करें:
तृतीय पक्षों की सामग्रियों और अन्यथा कथित को छोड़कर, यह सामग्री क्रिएटिव कॉमन्स एट्रिब्यूशन–शेयरएलाइक लाइसेंस http://creativecommons.org/ licenses/ by-sa/ 3.0/ के अंतर्गत उपलब्ध कराई गई है। नीचे दी गई सामग्री मालिकाना हक की है तथा इस परियोजना के लिए लाइसेंस के अंतर्गत ही उपयोग की गई है, तथा इसका Creative Commons लाइसेंस से कोई वास्ता नहीं है। इसका अर्थ यह है कि इस सामग्री का उपयोग अननुकूलित रूप से केवल TESS-India परियोजना के भीतर किया जा सकता है और किसी भी बाद के OER संस्करणों में नहीं। इसमें TESSIndia, OU और UKAID लोगो का उपयोग भी शामिल है।
इस यूनिट में सामग्री को पुनः प्रस्तुत करने की अनुमति के लिए निम्न स्रोतों का कृतज्ञतापूर्ण आभारः
वृत्त–अध्ययन 2: पाठ्यपुस्तक मधुमक्खी का छत्ता के अध्याय 8 में जॉयस किल्मर (1913) द्वारा ’वृक्ष’, NCERT कक्षा 11 http://ncert.nic.in/।[‘Trees’ by Joyce Kilmer (1913) in Chapter 8 of the textbook Beehive, NCERT Class XI http://ncert.nic.in/]
कॉपीराइट के स्वामियों से संपर्क करने का हर प्रयास किया गया है। यदि किसी को अनजाने में अनदेखा कर दिया गया है, तो पहला अवसर मिलते ही प्रकाशकों को आवश्यक व्यवस्थाएं करने में हर्ष होगा।
वीडियो (वीडियो स्टिल्स सहित): भारत–भर के उन अध्यापक शिक्षकों, मुख्याध्यापकों, अध्यापकों और छात्रों के प्रति आभार प्रकट किया जाता है जिन्होंने उत्पादनों में दि ओपन युनिवर्सिटी के साथ काम किया।