कक्षा में जोड़ी में काम करने से कुछ स्पष्ट लाभ होते हैं (चित्र 1) –
चित्र 1 जोड़ियों में बातचीत करने के बाद विद्यार्थी फ़ीडबैक दे रहे हैं।
यह आवश्यक नहीं है कि जोड़ी में कार्य पाठ की किसी एक अवस्था तक सीमित रहे। विद्यार्थियों को विविध प्रकार के कार्यों के लिए जोड़ियों में रखा जा सकता है, जैसे –
आप अभ्यास करने और सीख को सुदृढ़ बनाने के लिए साथ मिल कर खेल भी सकते हैं।
कुछ शिक्षकों का तर्क है कि सहयोगात्मक कार्य से वैयक्तिक विचार घट जाते हैं। पर कईयों का सुझाव यह है कि इससे ठीक उल्टा होता है विद्यार्थियों के बीच परस्पर संवाद उनके वयैक्तिक विचारों को बढ़ावा देने के लिए अत्यतं महत्वपूर्ण है। वायगटस्की (1978) कहते हैं कि ज्ञान का सृजन कोई पृथक से वयैक्तिक कार्य नहीं है, बल्कि सीखने की क्रिया तो एक सामाजिक प्रक्रिया है। किसी विचार या अवधारणा को समझना सबसे पहले किसी सामाजिक परिस्थिति में होता है। जब विद्यार्थी विचार से सहमत हो जाता है तो वह विचार विद्यार्थी की वैयक्तिक समझ में उतर जाता है। सीखने और सभी विद्यार्थियों के लिए सोचने की क्रिया को अलग-अलग ढंग से प्रेरित करने के लिए साथ मिलकर विचार बनाने की सामाजिक प्रक्रिया बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए ऐसे अवसर प्रदान करना अत्यावश्यक हैं। अपने पाठों में सभी विद्यार्थियों का सहयोग करने के इन विचारों की योजना बनाने और उन्हें उपयोग करने में मदद देने सम्बन्धी अधिक विवरण के लिए मुख्य संसाधन ‘सभी को शामिल करना ’ पढ़ें।
सोचें कि अपने द्वारा पढ़ाई जाने वाली अन्य कक्षाओं में जोड़ी में कार्य का उपयोग कैसे कर सकते हैं साथ ही यह सोचें कि अपने विद्यार्थियों की सीखने से संबंधित विविध आवश्यकताओं को सहारा देने के लिए आप इसका उपयोग किन-किन विभिन्न विधियों से कर सकते हैं? अपने कुछ विचार लिख लें और कक्षा में इस कार्यनीति में अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए अगले कुछ हफतों में इनका उपयोग करें।
![]() वीडियो: सभी को शामिल करना |
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