विज्ञान में परिचर्चाः- कुपोषण

संसाधन 3: कुपोषण की परिभाषाएं

  1. कुपोषण वह स्थिति है जो तब विकसित होती है जब शरीर को ऊतकों को स्वस्थ तथा अंगों की कार्यक्षमता को कायम रखने के लिए आवश्यक विटामिन, खनिजों और अन्य पोषक तत्वों की सही मात्रा नहीं मिलती है। (http://medical-dictionary.thefreedictionary.com/malnutrition)
  2. कुपोषण को पर्याप्त पोषक भोजन का पाचन नहीं करने के परिणामस्वरूप उत्पन्न हुए खराब स्वास्थ्य के रूप में परिभाषित किया गया है। (http://www.yourdictionary.com/malnutrition)
  3. कुपोषण एक विस्तृत शब्द है, जिसका उपयोग प्रायः अधोपोषण के विकल्प के रूप में किया जाता है, परंतु तकनीकी रूप से इसमें अधिपोषण भी शामिल है। यदि लोगों का आहार वृद्धि और अनुरक्षण (रखरखाव) के लिए पर्याप्त कैलोरी एवं प्रोटीन प्रदान नहीं करता है, अथवा यदि वे किसी रोग के कारण भोजन का पूर्ण उपयोग करने में असमर्थ हैं,तो वे कुपोषित हो जाते हैं (अधोपोषण)। यदि वे अत्यधिक कैलोरी का सेवन करते हैं, तो भी वे कुपोषित हैं (अधिपोषण)। (http://www.unicef.org/progressforchildren/2006n4/malnutritiondefinition.html)
  4. कुपोषण शब्द का उपयोग ऐसी किसी भी स्थिति के अर्थ में किया जाता है, जिसमें शरीर को उचित कार्यक्षमता हेतु पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिलते हैं। कुपोषण हल्के से लेकर गंभीर और जानलेवा तक हो सकता है। यह भूखे रहने का परिणाम हो सकता है, जिसमें व्यक्ति अपर्याप्त मात्रा में कैलोरी का सेवन करता है, अथवा यह किसी एक विशेष पोषक तत्व की कमी से संबंधित हो सकता है (जैसे विटामिन सी की न्यूनता)। कुपोषण तब भी हो सकता है, जब व्यक्ति, खाए गए खाने को उचित ढंग से पचाने में या उससे पोषक तत्वों का ठीक से अवशोषण करने में असमर्थ हो, जैसा कि कुछ चिकित्सीय स्थितियों में होता है। कुपोषण एक गंभीर वैश्विक समस्या बना हुआ है, विशेष रूप से विकासशील देशों में। (http://www.medterms.com/script/main/art.asp?articlekey=88521)
  5. कुपोषण एक गंभीर स्थिति है, जो तब होती है, जब व्यक्ति के आहार में पोषक तत्व सही मात्रा में नहीं होते हैं। इसका अर्थ है ‘खराब पोषण’ और इसमें अधोपोषण (जब आपको पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिलते) एवं अधिपोषण (जब आपको आवश्यकता से अधिक पोषक तत्व मिलते हैं), दोनों शामिल हो सकते हैं। (http://www.nhs.uk/conditions/Malnutrition/Pages/Introduction.aspx)