कक्षा चर्चाओं के दौरान, सामान्यतः विद्यार्थियों को उनकी सोच तथा वे जिन बातों को सत्य मानते हैं उन्हें मुक्त रूप से व्यक्त करने की अनुमति होनी चाहिए। उनको शिक्षक होने के नाते, आप उनसे कह सकते हैं कि वे अपने विचारों को स्पष्ट करें और वे जो सोचते हैं उसका औचित्य सिद्ध करें। उनसे उनके विचारों के प्रमाण मांगें उन्होंने ऐसा क्या देखा या सुना है?
अपने विद्यार्थियों को बात करते हुए सुनने से आपको उनकी वैज्ञानिक समझ की गहरी जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी। इससे आप उन गलतफहमियों की पहचान भी कर सकेंगे जो आपके विद्यार्थियों में हो सकते हैं। जिससे आप चर्चा के अंत में या आगे के पाठों में उन्हें दूर कर सकेंगे। ऐसा करने में विद्यार्थियों की मदद करने के लिए, आपको उन्हें अलग-अलग ढंग से संरचित करने और विभिन्न प्रकार की चर्चाएं देनी होंगी। मुख्य संसाधन ‘सीखने के लिए बात करें’ बातचीत का उपयोग करने के लाभ यह है कि आप और ऐसी कुछ कार्यनीतियां को बताता है जिनका उपयोग आप कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, संसाधन 4 में विकल्प दिए गए हैं। इनमें से कुछ विकल्प, अधिक आयु वाले, अधिक अनुभवी और सक्षम विद्यार्थियों के लिए बहुमूल्य अभ्यास हैं, जो मुद्दों पर विभिन्न दृष्टिकोणों से विचार करने के मामले में बेहतर होंगे।
जब श्रीमती पांड्या शिक्षक बनने का प्रशिक्षण ले रहीं थीं, तो उन्हें गुब्बारा बहस गतिविधि के बारे में जानने को मिला। गुब्बारा बहस का सिद्धांत यह है कि एक गर्म हवा का गुब्बारा बहुत तेजी से नीचे जा रहा है। भार घटाने और यात्रियों को बचाने के लिए, टोकरी में से कुछ चीज़ों को नीचे फेंकना आवश्यक है। टोकरी में मौजूद किसी यात्री की भूमिका लेते हुए, कि किसी वस्तु या अवधारणा विशेष का ‘उत्तरदायित्व’ लेता है, और उसे इस बारे में तर्क प्रस्तुत करने होते हैं।
मैंने अपनी कक्षा को समझाया कि गुब्बारा बहस क्या होती है? फिर उन्हें पाँच-पाँच के समूहों में बाँट दिया। मैंने समझाया कि पाँच विद्यार्थियों का प्रत्येक समूह, गुब्बारे की टोकरी में बैठा एक यात्री है। उसे इस बारे में तर्क देना हैं कि उसके खाद्य- पदार्थों को टोकरी में क्यों रहने दिया जाना चाहिए? मैंने प्रत्येक समूह के विद्यार्थियों को कार्डों का एक सेट दिया, जिन पर खाद्य-पदार्थों के निम्नांकित समूह लिखे थे–
विद्यार्थियों ने बारी-बारी से एक-दूसरे के विचार और तर्क सुने कि खाद्य पदार्थो को क्यों नही फेंका जाना चाहिए? मैंने ऐसे कुछ विद्यार्थियों की पहचान की जिन्हें उनके द्वारा सीखे गए ज्ञान को लागू करने में मुश्किल हो रही थी। प्रश्नों के माध्यम से उनका सहयोग किया। इसके बाद प्रत्येक समूह ने बाकी कक्षा को समझाया कि खाद्य-पदार्थ टोकरी में क्यों रहने चाहिए?
हमने गुब्बारा से कौन सा खाद्य समूह फेंका जाना चाहिए? इस पर मत-संग्रह करके चर्चा को समाप्त किया। विद्यार्थियों को किसी एक उत्तर पर सहमत होने में कठिनाई हुई, क्योंकि उन्होंने समझ लिया था कि सभी खाद्य-पदार्थ समूह मानव शरीर में अपनी-अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अंत में हम सहमत हुए कि यदि शर्करा को अलग वस्तु के रूप में यानि वसाओं से अलग सूचीबद्ध किया गया होता तो हम उसे टोकरी से बाहर फेंक देते।
![]() विचार के लिए रुकें किसी ऐसे दृष्टिकोण, जो आवश्यक नहीं कि स्वयं का हो, के पक्ष में तर्क देने से आपके विद्यार्थियों को किसी विषय-बिंदु के बारे में सोचने और समझने में मदद कैसे मिलती है? |
बहस के लिए उपयुक्त विषय-बिंदुओं में आदर्श रूप से दो या अधिक परस्पर विरोधी दृष्टिकोण होने चाहिए, जिससे विद्यार्थियों का एक पक्ष व दूसरे पक्ष के बीच के तनाव को पूरी तरह समझने का मौका मिले। इन विषय-बिंदुओं को प्रायः प्रस्तावों या प्रश्नों के रूप में प्रस्तुत किया जाता है।
कक्षा में विद्यार्थियों से किसी अन्य विषय पर या गुब्बारा बहस की व्यवस्था करनी है। (देखें संसाधन 4)। आप वे श्रेणियां चुन सकते हैं जो श्रीमती पांड्या ने अपनी कक्षा के लिए प्रयोग की थीं, या फिर गुब्बारा बहस के लिए आप अपनी खुद की श्रेणियां बना सकते हैं। कक्षा के दो दलों के बीच सीधी बहस के लिए, आपको कुपोषण के कारणों के बारे में एक कथन तैयार करना होगा। यदि सीधी बहस कर रहे हों तो कथन का समर्थन और विरोध करने के लिए विद्यार्थियों का चुनाव करें। या गुब्बारा बहस के लिए, उन विद्यार्थियों का चुनाव करें जिन्हें गुब्बारे में अपने स्थान की रक्षा करनी होगी। अपने तर्क की तैयारी के लिए गृहकार्य देकर उन्हें इसके लिए समय दें और जो जानकारी उन्हें चाहिए हो वह प्रदान करें। जिससे वे बहस के दौरान उपयोगी प्रश्न पूछ सकें।
बहस वाले दिन, जो विद्यार्थी बोलने जा रहे हैं, उन्हें ऐसी जगह एक साथ बैठने या खड़े होने का निर्देश दें, जहां से सभी लोग उन्हें देख व सुन सकें। उन्हें किस क्रम में बोलना है इस बारे में स्पष्ट निर्देश दें और बहस आरंभ करें। प्रत्येक वक्ता के लिए समय सीमित रखें। अंत में, प्रश्नों हेतु समय दें और फिर विद्यार्थियों से कहें कि वे, जिसे गुब्बारे ‘से बाहर फेंकना है’ उसके लिए या दो परस्पर विरोधी विचारों में से जिसका समर्थन करते हैं उसके लिए मतदान करें।
सभी विद्यार्थियों, विशेषकर वक्ताओं को उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दें और पूछें कि क्या वे मतदान के परिणाम से खुश हैं?
चर्चा को शिक्षण कार्यनीति के रूप में अपनाने का एक मुख्य लाभ यह है कि इससे विद्यार्थियों को तर्कपूर्ण ढंग से संगठित होने और की उपस्थिति में अपने विचार व्यक्त करने तथा अधिक आत्मविश्वास के साथ अधिक प्रभावी ढंग से संचार करने की अपनी योग्यता को विकसित करने में मदद मिलती है। इसी प्रकार, विद्यार्थी द्वारा प्रस्तुत किए गए विभिन्न दृष्टिकोणों को सम्मान देना भी सीख सकते हैं। इससे ऐसे विद्यार्थियों को भी एक मंच मिलता है जो सार्वजनिक रूप से बोलने को देखने व सुनने के मामले में कम आत्मविश्वासी हैं इससे वे अपनी स्वयं की समझ में विश्वास बना व बढ़ा सकते हैं।
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