सामुदायिक दृष्टिकोण : विज्ञान की शिक्षा और पर्यावर्णनीय मुद्दें

3 प्रयोग में लाना

गतिविधि 2: अपने पाठ की योजना करना

चित्र 3 यदि आपकी कक्षा की मेज़ें पंक्तियों में एक जगह स्थिर हों, तो भी आपके विद्यार्थी समूहों में काम कर सकते हैं।

आप अगले कुछ सप्ताहों में क्या पढ़ाने वाले हैं? इसके बारे में सोचें। पाठ्यपुस्तक का प्रयोग कर, एक संबंधित पर्यावरण या सामाजिक मुद्दे को पहचानने में मदद लीजिए। कुछ उदाहरण संसाधन 2 में दिए गए हैं।

श्रीमती वर्मा द्वारा किए गए अभ्यास की योजना के समान एक अभ्यास की योजना बनाएं।

  • विद्यार्थियों को किस प्रकार से समूहों में विभाजित किया जाए इसके बारे में सोचें
  • वे किन प्रश्नों पर चर्चा कर सकते हैं इसकी एक सूची बनाएं।
  • कुछ ऐसी संबंधित जानकारी एकत्रित कीजिए जिसे आप अपने विद्यार्थियों को दे सकते हैं या जिसे आप ब्लैकबोर्ड पर लिख सकते हैं। इसमें आपको किसी पुस्तकालय या इंटरनेट कैफे में जाने की आवश्यकता हो सकती है।

यह पाठ नौवीं कक्षा या दसवीं कक्षा को पढाएं।

जब विद्यार्थी एक दूसरे से बात कर रहे हों, तो उस समय कक्षा में घूमकर उनके विचार विमर्श को ध्यान से सुनें। यदि आवश्यक हो, तो उन्हें प्रेरित करने के लिए, कुछ प्रश्न तैयार रखें। ध्यान से निरीक्षण कर लिख लें कि कौन–कौन विद्यार्थी अच्छा योगदान दे रहे हैं और कौन शांत हैं। इस जानकारी का उपयोग आप अगली बार चर्चा का आयोजन करते समय कर सकते हैं कि आपको समूहों को कैसे संगठित करना चाहिए

इस पर और अधिक जानकारी के लिए, मुख्य संसाधन ‘अभ्यास की योजना’ देखें।

विचार के लिए रुकें

  • आपका पाठ कैसा रहा? क्या, समूहों ने आपस में अच्छी तरह से काम किया?
  • क्या, इसमें सभी विद्यार्थी सम्मिलित थे? क्या उन सभी को अपने समूह में बात करने का अवसर मिला था?
  • क्या आप आश्वस्त हैं कि आपके विद्यार्थी चर्चित मुद्दे के बारे जान पाए हैं तथा अब उसके महत्व को समझते हैं?
  • यदि, आप दोबारा इस विषय को पढाते हैं तो क्या कुछ ऐसा है? जिसे आप अलग तरह से करना चाहेंगे?