शिक्षण परिमाम | संकेत (प्रॉम्प्ट) | टिप्पणी |
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यह पता लगाना कि आपकी कक्षा के विद्यार्थी बल और गति के बारे में पहले से क्या जानते हैं | ‘बल और गति’ | अपनी कक्षा के विद्यार्थियों को इस बात पर सोचने के लिए प्रोत्साहित करें कि उन्होंने प्राथमिक स्कूल में क्या सीखा था |
किसी खास विषय के बारे में गहराई से सोचना |
‘यदि घर्षण न होता तो दुनिया कैसी होती?’ ‘एक लुढ़कती हुई गेंद की कल्पना करें। इसे रोकने के सभी तरीकों पर विचार करें।‘ |
वास्तव में इससे उनकी कल्पना की जांच होगी तथा वे घर्षण के परिणामों को सोच पाएंगे। इससे विद्यार्थियों को यह समझने में मदद मिलेगी कि चीजों को चलाने के लिए बल की आवश्यकता होती है या उन्हें चलने से रोकने के लिए बल की जरूरत होती है। |
विभिन्न प्रकरणों और विषयों के बीच में संबंध बनाना। | ‘ऊर्जा’ | विद्यार्थियों ने भिन्न–भिन्न संदर्भों में ‘ऊर्जा’ शब्द को सुना होगा। इससे उन्हें उन बातों को संजोने में सहायता मिलेगी जो कुछ उन्होने भौतिकी (उर्जा अंतरण), रसायन शास्त्र (ऊर्जा की उत्पत्ति कैसे करें?) तथा जीव विज्ञान (सजीव प्राणी अपनी ऊर्जा किस प्रकार प्राप्त करते हैं?) आदि विषयों में सीखीं थी। |
रोज़मर्रा की जिंदगी के साथ विज्ञान को जोड़ना। |
‘आज आपने कौन–कौन से लीवरों का प्रयोग किया?’ ‘हमारे दैनिक जीवन में बल हमारी किस प्रकार से सहायता करते हैं?’ बच्चों के खेलकूद के मैदान की चित्र, या कोलार्ज और पुलियों से युक्त भवन स्थल की चित्र |
इन संकेतों से विद्यार्थियों को यह बात समझने में सहायता मिलेगी कि विज्ञान उनके आसपास मौजूद है, न कि केवल विज्ञान की कक्षाओं में। याद रखें कि चित्रों और को भी संकेतों के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। |
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