गणितीय लचीलेपन का निर्माण :त्रिभुजों में समरुपता और सर्वांगसमता

5 सारांश

इस इकाई में त्रिकोणों में समानता और सर्वांगसमता, और गणित की दिशा में एक सकारात्मक रुख़ का विकास करने वाले गणितीय रूप से ऐसे लचीले शिक्षार्थियों के विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया और जो जानते हैं कि वे विषय को सीखने में आने वाली परेशानियों को दूर कर सकते हैं। इस इकाई को पढ़ते समय आप इस बारे में विचार करेंगे कि कैसे अपने विद्यार्थियों को उनकी शब्दावली विकसित करने में सक्षम करें ताकि वे अपने विचारों के बारे में बात कर सकें और वयस्कों की भाँति अन्य विद्यार्थियों को अपने विचार और अवधारणाएँ (और उनकी ग़लतफ़हमियाँ) समझा सकें। आपने इस पर भी विचार किया होगा कि किस प्रकार विद्यार्थियों को यह समझने में मदद किया जाए कि ग़लतियाँ करना सीखने का महत्वपूर्ण हिस्सा है, और यदि उन्हें गणित के सफल शिक्षार्थी बनना है तो खोज और सतत् प्रयास महत्वपूर्ण कौशल है, जिन्हें हासिल करना होगा।

आपने यह भी देखा होगा कि कैसे सामान्य रूप से सीखने में बेहतर बनने के लिए शिक्षण प्रक्रिया पर विचार करना महत्वपूर्ण है। गणितीय रूप से लचीले शिक्षार्थियों के परीक्षा में सफल होने की अधिक संभावना है, क्योंकि वे कठिनाइयों से हतोत्साहित नहीं होते हैं, बल्कि उन पर का़बू पाने के तरीक़ों की तलाश में रहते हैं, और वे स्कूल से परे अपने जीवन में गणितीय अवधारणाओं का प्रयोग जारी रखने के लिए आवश्यक साधन साथ रखते हैं।

विचार के लिए रुकें

इस इकाई में आपके द्वारा उपयोग किए गए तीन विचार पहचानें जो अन्य विषयों को पढ़ाने में भी काम करेंगे। उन दो विषयों पर अब एक नोट तैयार करें, जिन्हें आप जल्द ही पढ़ाने वाले हैं, जहाँ थोड़े–बहुत समायोजन के साथ उन अवधारणाओं का उपयोग किया जा सकता है।