अध्यापकों में बदलाव लाने पर विभिन्न परिप्रेक्ष्यों से बड़ी मात्रा में लिखित शोध कार्य मौजूद हैं (पियागेट, 1967; शलमैन, 1986; एथर्टन, 1999; एराउट, 2001, 2004, 2007; फुलान, 2008; एवं कई अन्य)। बदलाव पर विद्यालय नेतृत्व ओईआर, आपको बदलाव के कुछ सिद्धांतों से परिचित कराते हैं और आपको उसकी योजना कैसे बनाएं एवं पूर्ण कैसे करें इस बारे में सोचने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
ये सभी सिद्धांत इस बात पर एकमत दिखाई पड़ते हैं कि अध्यापन में बदलाव को प्रभावी रूप देने का अर्थ है अध्यापकों से अपने सुविधा क्षेत्र (यानि जिसमें वे सहज महसूस करते हैं) की सीमाओं को विस्तार देने के लिए कहना। इस राह में उठने वाले प्रतिरोधों को पार करने के लिए अध्यापकों हेतु सहयोग आवश्यक होता है। व्यावसायिक विकास गतिविधियों के लियें प्रभावी योजना बनाने के लिए संभावित कठिनाईयों को हल करना जरूरी है। नीचे दी गई सूची में अध्यापकों द्वारा सूचित कुछ चुनौतियां बताई गई हैं और यह बताया गया है कि आप उन पर कौन सी संभावित प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
OpenLearn - सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में परिवर्तन: प्राथमिक विद्यालय में सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में सुधारों का नेतृत्व करना Except for third party materials and otherwise, this content is made available under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-ShareAlike 4.0 Licence, full copyright detail can be found in the acknowledgements section. Please see full copyright statement for details.