आपकी भूमिका का एक भाग यह भी है कि आप अपने शिक्षकों और विद्यार्थियों, दोनों के लिए सीखने का ऐसा वातावरण बनाने की दिशा में कार्य करें जहां शिक्षक कार्य करने के नए तरीके आजमाने तथा नए कौशल विकसित करने के लिए प्रोत्साहित हों। शिक्षकों के लिए ऐसा करना तब तक कठिन होगा जब तक कि आप उन्हें यह महसूस न कराएं कि उन्हें आपका समर्थन प्राप्त है और पुरानी आदतों से अलग कुछ प्रयोगों सुरक्षित है।
नीचे करके सीखने के इस लोकाचार को बढ़ावा देने के कुछ ऐसे विचार दिए जा रहे हैं जो एक विद्यालय के कुछ वरिष्ठ शिक्षकों के हैं:
अपना फोकस पहचान चुकने के बाद, आपको अपने शिक्षकों को अपनी योजना से जोडना होगा। माध्यमिक शिक्षा के परिप्रेक्ष्य में, अपने विभाग प्रमुखों के साथ शुरूआत करना अच्छा विचार है। गतिविधि 4 सुझाती है कि कैसे आप अपने विभाग प्रमुखों से अपने विचार साझा कर सकते है और गतिविधि 5 सुझाती है कि कैसे आप सभी शिक्षकों को शामिल कर सकते हैं।
अपने विभाग प्रमुख के साथ काम करते हुए, अपने विद्यालय मे शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया में सुधार फोकस करने का अपना विचार साझा करें। साथ मिल कर माध्यमिक अंग्रेजी, माध्यमिक गणित और माध्यमिक विज्ञान टीईएसएस–इंडिया ओईआर को विस्तार से पढ़ें। याद रखें, गतिविधियों को अन्य विषय क्षेत्रों के लिए आसानी से ढाला जा सकता है, पर सबसे पहले हर शिक्षक को ओईआर और उनकी पद्धति से परिचित होना होगा।
साथ मिल कर सोचें कि कैसे आपके शिक्षक टीईएसएस-इंडिया ओईआर तक पहुंचेंगे और कैसे आप उनका परिचय ओईआर से कराएंगे। यहां कुछ विद्यालय नेताओं के विचार दिए जा रहे हैं:
अब इस पर विचार करें कि आप सत्र के बदलाव पर फोकस करने के लिए इसमें अपने शिक्षकों को कैसे जोडेंगे। शायद किसी स्टाफ बैठक में या किसी प्रशिक्षण कार्यशाला के रूप में? बदलाव की जरूरत के बारे में अपनी ‘कहानी’ सोचें। याद रखें कि आपको शिक्षकों को उनके तौर- तरीके बदलने का आदेश नहीं देना है बल्कि आपको उन्हें समझा-बुझा कर राजी करना है और ऐसा कर सकने लायक बनाना है। आप कुछ ऐसा कह सकते हैं:
चलिए देखते हैं कि विद्यार्थियों को लाभ होता है या नहीं।
इस बारे में सोचें कि आप अपने शिक्षकों को ओईआर का चयन करने में कैसे शामिल कर सकते हैं। इसके लिए आप उनसे कह सकते हैं कि वे पता करें कि इस सत्र में वे कौन-कौन से विषय पढ़ाना चाहते हैं, और फिर वह ओईआर ढूंढें जो विषय से संबंधित हो और आपकी चुनी हुई पद्धति प्रदर्शित करता हो। आप संसाधन 3 को पर्चों के रूप में साझा कर सकते हैं या फिर उसे अपने ऑफिस की दीवार पर टांग सकते हैं।
यदि हो सके तो, तो टीईएसएस-इंडिया वीडियो दिखाएं और सोचें कि उससे किन चर्चाओं को प्रोत्साहित किया जा सकता है। आप कौन से प्रश्न पूछ सकते हैं या अपने शिक्षकों से आप कौन सी गतिविधियां करने को कह सकते हैं? उन प्रश्नों के बारे में पहले से सोच लें जो आपके सामने रखे जा सकते हैं। ‘संभावित कठिनाइयों’ पर संसाधन 5 पढ़ें ताकि आप अपने शिक्षकों द्वारा उठाए जाने वाले प्रश्नों के उत्तर देने के लिए तैयार हों।
जब आप विचार प्रस्तुत कर चुके हों, तो अपने शिक्षकों के लिए कोई सरल सा कार्य तय कर सकते हैं। आप उनसे एक-दूसरे के ‘मित्र’ के रूप में कार्य करते हुए, जोड़ियों में कार्य करने को कह सकते हैं। उनसे कहें कि वे ओईआर का उपयोग करते हुए, साथ मिल कर शिक्षण गतिविधियां तैयार करें और फिर एक-दूसरे का प्रेक्षण करें। उन्हें अपने पाठों की योजना बनाने की जरूरत पड़ेगी और जब वे एक-दूसरे का प्रेक्षण कर रहे हों तब उनकी कक्षाओं को आप खुद पढ़ाने की पेशकश करके आप उनकी मदद कर सकते हैं।
OpenLearn - सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में परिवर्तन: प्राथमिक विद्यालय में सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में सुधारों का नेतृत्व करना Except for third party materials and otherwise, this content is made available under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-ShareAlike 4.0 Licence, full copyright detail can be found in the acknowledgements section. Please see full copyright statement for details.