विद्यालयों को एक साझा सकारात्मक संस्कृति चाहिए। यह आकलन करने के लिए किक्या आपके विद्यालय की संस्कृति विद्यार्थियों के सीखने का समर्थन कर रही है, आपको सबसे पहले अन्य हितधारकों के साथ मिलकर अपने विद्यालय की संस्कृति को समझना और परिभाषित करना होगा। यह साझा अन्वेषण सारे विद्यालय की जो कुछ ठीक चल रहा है उसे पहचानने और उसका जश्न मनाने तथा सुधार के लिए क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करेगा।
अन्वेषण के दौरान आप पता लगा सकते हैं कि विद्यार्थियों द्वारा विद्यालय में प्राप्त किए जा रहे नतीजे विद्यालय की संस्कृति की सहायता के साथ या विद्यालय की संस्कृति के बावजूद प्राप्त किए जा रहे हैं। आपके अन्वेषण को वे अंतदृर्ष्टियाँ देना चाहिए जिनकी आपको विद्यालय में संस्कृति को बदलने के लिए जरूरत है ताकि वह अच्छे विद्यालय की आपकी समझ और आपके लक्ष्यों, दोनों के साथ मिल सकें, और आपकी प्रभावकारिता बढ़ जाए।
आप और आपके अन्य हितधारक विद्यालय में मौजूदा संस्कृति की समझ को कैसे विकसित करेंगे इसकी योजना बनाना महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह संस्कृति को उसकी वाँछनीयता की दृष्टि से स्पष्ट और मापनयोग्य बनाने के लक्ष्य की ओर काम करेगी। सभी समयों पर, आपको सुनिश्चित करना होगा कि विद्यालय संस्कृति के प्रभाव पर नज़र डालते समय एक दीर्घावधि, विकासात्मक परिप्रेक्ष्य को कायम रखा जाय। प्रभाव को समय के साथ, कभी-कभी कई वर्षों में देखा जाता है।
अपने विद्यालय की संस्कृति के बारे में पता लगाने में स्टाफ, विद्यार्थियों और हितधारकों के साथ सच्चे, ईमानदार और अन्वेषी वार्तालाप करने की जरूरत पड़ती है। यह उससे अलग अलग प्रकार का वार्तालाप (और अंततः, एक अलग प्रकार का संबंध) हो सकता है जिसे करने आप वर्तमान में के अभ्यस्त हैं। यदि आप ऐसा पर्यावरण बनाना चाहते हैं जिसमें आप विद्यालय की संस्कृति का अन्वेषण करने के लिए स्टाफ के साथ सहयोग में काम कर सकें, तो आपको निम्नलिखित पर ध्यान केंद्रित करना होगा:
अपने स्टाफ में कुछ लोगों की पहचान करें जिन्हें आपके विद्यालय के इस पहलू पर आपके साथ काम करने में रुचि हो सकती है। प्रमाण एकत्र करने और विद्यालय की संस्कृति पर चिंतन करने के लिए कई प्रकार के अवसरों की पहचान करें। इसमें शामिल हो सकता है:
प्रमाण एकत्र करने में कुछ समय व्यतीत करने के बाद, अपने स्टाफ के सदस्यों के साथ चिंतन-मनन करने के लिए किसी शांत स्थान की तलाश करें। विद्यालय की संस्कृति और विद्यार्थियों के सीखने पर उसके संभावित प्रभाव से संबंधित जो भी जानकारी आपने प्राप्त की है उसके बारे में उनसे सुनें और उनके साथ बात करें। आपके वार्तालाप को विद्यालय संस्कृति (चरित्र शिक्षा सहभागिता, 2010) की विशेषताओं के इर्दगिर्द संरचित होना चाहिए जिनके बारे में पहले कहा गया था–
अपनी सीखने की डायरी में इस प्रक्रिया के बारे में आपके अपने विचार लिखें।
प्रमाण एकत्र करने का प्रयोजन आपके विद्यालय के सन्दर्भ को समझना और ऐसी संस्कृति का निर्माण करने के लिए जानकारी का उपयोग करना है जिसमें आपके सभी विद्यार्थी सीखने की प्रक्रिया का महत्व समझें। जानकारी के संग्रहण में अन्य लोगों को शामिल करना आपको यह पहचान करने में समर्थ करता है कि विद्यालय की संस्कृति को अन्य लोगों द्वारा कैसे महसूस किया जाता है, अन्य लोगों को एक सीखने की प्रभावी संस्कृति का विकास करने का दायित्व लेने की शक्ति प्रदान करता है और एक अधिक समावेशी और संधारणीय संस्कृति की ओर ले जाता है। नियोजन प्रक्रिया का अनुसरण करने के लिए मंच तैयार करना आवश्यक होता है। आपके शिक्षकों ने अब तक आपके आगे बढ़ने की दिलचस्पी को महसूस कर लिया होगा और उनके आपके साथ अगले कदमों की योजना बनाने के लिए तैयार होने की अधिक संभावना है।
स्टाफ के सदस्यों की टीम को विद्यालय की संस्कृति पर जानकारी एकत्र करने के लिए सहमत हो जाने के बाद, उन्हें अपनी मान्यताएं स्पष्ट करके कार्य शुरू करने को कहें। यदि आपके शिक्षक विद्यालय के घंटों के बाद रुकने को सहमत हों, तो आपके ऑफिस में या विद्यालय के बाद उपलब्ध किसी कमरे में कार्यशाला (वर्कशॉप) करें।
आपकी टीम में हर शिक्षक के लिए कागज की दस पट्टियों का सेट बनाकर कार्यशाला (वर्कशॉप) के लिए पूर्व से तैयारी करें। दस पट्टियों के हर सेट पर, स्वयं को सुधारने के मिशन वाले विद्यालयों के लिए काम करने वाले समूह के लिए नियम लिखें। ये स्टॉल और फिंक (1996) द्वारा किए गए शोध पर आधारित हैं:
शिक्षकों को पट्टियों का सेट सौंपें और उनसे वर्तमान विद्यालय स्थिति के आधार पर दो श्रेणियों में स्वतंत्र रूप से बाँटें: ‘प्राप्त किया गया’ और ‘वहाँ पहुँच रहे हैं’। स्वयं भी अपनी टीम के साथ ही यह कार्य करें। फिर सभी ‘प्राप्त किया गया’ पट्टियों को आर्ट पेपर के एक टुकड़े पर और सभी ‘वहाँ पहुँच रहे हैं’ पट्टियों को दूसरे टुकड़े पर चिपकाएं। गिनें कि आपको प्रत्येक सूची में कितने कथन मिलते हैं। दोनों सूचियों में प्रकट होने वाले कथनों के लिए देखें, जो वर्तमान परिस्थिति के बारे में असहमति का संकेत देते हैं। अपने निष्कर्षों पर एक समूह के रूप में चर्चा करें।
इस गतिविधि को पूरा करके आप यह पहचानने में सक्षम होंगे कि टीम विद्यालय की वर्तमान संस्कृति के बारे में समझ को साझा करती है और कहाँ पर असहमति या अस्पष्टता है। हो सकता है कि आपने पाया हो कि कुछ कथन विद्यालय के कतिपय हिस्सों, लेकिन सभी नहीं, पर लागू होते लग रहे थे, या कि कुछ कथन दृढ़ता से ‘वहाँ पहुँच रहे हैं’ क्षेत्र में थे। यह जानकारी आपके ध्यान देने के लिए प्रथमिकता क्षेत्रों की स्थापना करने के लिए महत्वपूर्ण आरंभ बिंदु है। तथापि, यह स्थापित करना आवश्यक है कि क्या टीम के विचार वृहत् राय को प्रतिबिंबित करते हैं या नहीं।
चित्र 4 सुधार के क्षेत्रों की पहचान करने के लिए अपनी टीम के साथ काम करें।
जो विद्यालय अपनी कल्पना को साकार करने की ओर की जा रही गतिविधि का आकलन करना चाहते हैं वे प्रतिक्रिया प्रदान करने का वातावरण बनाते हैं। यदि आपने देखा है कि आपका विद्यालय शिक्षकों के लिए अपने अध्यापन में सुधार करने की एक अच्छी जगह है, तो यह पता करने का यह अच्छा समय है कि क्या आपके शेष शिक्षक भी यही बात कहेंगे। यह मालूम करना भी महत्वपूर्ण होगा कि क्या आपके छात्र इसका ऐसी जगह के रूप में वर्णन करेंगे जहाँ वे इसलिए आना चाहते हैं क्योंकि वे वह सीखते हैं जो वे जानना चाहते हैं और आश्वस्त महसूस करते हैं, और क्या मातापिता अपने बच्चों के सीखने के ढंग से सहमत होंगे या नहीं।
अगली गतिविधि आपको कई हितधारकों के दृष्टिकोण समझने में मदद करेगी।
अपनी टीम के साथ इस बात पर एक योजना बनाएं कि आप विद्यालय की संस्कृति के बारे में विविध प्रकार के हितधारकों का साक्षात्कार कैसे करेंगे। इसमें मुख्यतः विद्यार्थी, स्टाफ और मातापिता शामिल होंगे, लेकिन स्थानीय व्यवसायों, सामुदायिक नेताओं, धार्मिक नेताओं आदि से पूछना महत्वपूर्ण होगा। शिक्षा का अधिकार कानून RTE- 2009 अपेक्षा करता है कि 'विद्यालय प्रबंध कमेटी निम्नलिखित र्काय करेगी:
पूछे जा सकने वाले प्रश्नों पर कुछ सुझाव नीचे प्रस्तुत हैं, हालांकि आपके पास अपने स्टाफ के वर्कशॉप के निष्कर्षों के आधार पर आपके द्वारा पूछे जाने के लिए विशिष्ट प्रश्न हो सकते हैं। आपको यह भी पता चल सकता है कि उन हितधारकों से पूछने के लिए आपको कुछ अलग अलग प्रकार के प्रश्नों का विकास करना पड़ सकता है जो विद्यालय की दैनंदिन गतिविधियों में शामिल नहीं होते हैं। प्रश्न पूछने के प्रत्येक क्षेत्र के लिए आपको वर्तमान संस्कृति के बारे में और उनके खयाल से वाँछित संस्कृति कैसी होनी चाहिए, इस बारे में पूछना चाहिए।
इस बात की पहचान करके कि इन वार्तालापों से उभरने वाले विद्यालय संस्कृति के पहलू छात्रों की प्रगति और उपलब्धि का कैसे समर्थन या रोकथाम करते हैं, अपनी टीम के साथ उत्तरों की तुलना करें।
एक सशक्त संगठन वह होता है जिसमें सभी हितधारक संस्कृति को समान रूप से देखते हैं और संगठन के लक्ष्यों के साथ जुड़ते हैं। जिस दिशा में आप विद्यालय को ले जाना चाहते हैं आपकी एसएमसी उसमें आपका कितनी हद तक साथ देती है? स्टाफ, विद्यार्थियों और मातापिताओं की बात सुनते समय आपका अनुभव क्या यह था? उनकी प्रतिक्रियाओं ने आपको बताया होगा कि विद्यालय की संस्कृति के किन पहलुओं पर सहमति है। उसने आपको यह भी बताया होगा कि किनके बारे में हितधारकों का विचार अलग हैं और ऐसा क्यों है। अंतरों के ये क्षेत्र वे क्षेत्र हैं जिनमें आप सुधार करना चाहेंगे।
अगला खंड चर्चा करता है कि आप एक सकारात्मक साझा संस्कृति को कैसे विकसित कर सकते हैं जो विद्यालय को एक सचेत व गतिशील तरीके से घोषित परिकल्पना की ओर ले जाती है।
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