शिक्षक आम तौर पर जिन चुनौतियों को रेखांकित करते है उनमें शामिल है:
‘छात्र प्रेरित नहीं है।’
‘पाठ्यक्रम के कुछ विषयों को पढ़ाने के लिए मुझमें पर्याप्त आत्मविश्वास नहीं है।’
‘छात्र बुरी तरह पेश आते हैं।’
‘दैनंदिन उपस्थिति बहुत ही कम है, इसलिए छात्र पढ़ नहीं पाते और फिर उन्हें समझने में मुश्किलें आती हैं।’
प्रौद्योगिकी इनमें से बहुत सारी चुनौतियों से निपट सकती है। एक लैपटॉप जो समय-समय पर इंटरनेट से कनेक्ट होकर चीजें डाउनलोड कर सके और एक प्रोजेक्टर के इस्तेमाल से शिक्षक निम्नलिखित कार्य कर सकते हैं:
जटिल कल्पनाओं को समझाने के लिए अनुकरण (सिमुलेशन) का इस्तेमाल करना
विवादास्पद विषय पर दोतरफा तर्क प्रस्तुत करके शिक्षक छात्रों के बीच चर्चा और बहस को प्रेरित कर सकते हैं। टैबलेट में लोड किये हुए शैक्षिक एप्लीकेशन छात्रों और शिक्षकों के द्वारा समझ विकसित करने और सहभागिता बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किये जा सकते हैं। अनुसंधान करने और जानकारी प्रदान करने के लिए कम्प्यूटर का इस्तेमाल छात्रों को अपनी पढ़ाई की जिम्मेदारी लेने का अवसर देता है।
OpenLearn - सीखने-सिखाने की प्रक्रिया का परिवर्तन: आपके विद्यालय में प्रौध्योगिकी के इस्तेमाल का नेतृत्व करना Except for third party materials and otherwise, this content is made available under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-ShareAlike 4.0 Licence, full copyright detail can be found in the acknowledgements section. Please see full copyright statement for details.