अगली गतिविधि में आप कविता की भाषा पर ग़ौर करेंगे।
इस छोटी कविता को अपने लिए ज़ोर से पढ़ें, या अपने सहकर्मी को ज़ोर से पढ़ कर सुनाएँ।
‘When Day Is Done’ by रवींद्रनाथ टैगोर की कविता
If the day is done
if birds sing no more
if the wind has flagged tired
then draw the veil of darkness thick upon me
even as thou hast wrapt the earth with the coverlet of sleep
and tenderly closed the petals of the drooping lotus at dusk.
अब इन प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
अपने सहकर्मी से इन वाक्यांशों की व्याख्या साझा करें। क्या आप या आपके छात्र इन काव्य छवियों को चित्रित कर सकते हैं या शारीरिक रूप से अभिनय कर सकते हैं?
![]() विचार के लिए रुकें बहुत कम उम्र वाले बच्चे भी सुनाने पर कविता समझ सकते हैं। वे हर शब्द नहीं समझ सकेंगे, लेकिन वे भाषा की ध्वनि और लय के प्रति लगाव पैदा करना सीख सकते हैं। वे जिन शब्दों और वाक्यांशों को स्वयं पढ़ नहीं पाते, उन्हें भी समझना शुरू कर देंगे।
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उच्च गुणवत्ता वाले साहित्य को सुनना छात्रों को उसी प्रकार के लिखित शब्दों को स्वयं पढ़ने के लिए तैयार करता है। इस इकाई में अंतिम गतिविधियाँ आपको अपने छात्रों का साहित्य से परिचय करवाने में मार्गदर्शन करती हैं।
स्कूल में दिन भर ऐसे कई पल मिलेंगे, जब आप समग्र समय-सारणी पर बिना कोई प्रभाव डाले एक छोटी कहानी या कविता पढ़ कर सुना सकते हैं।
आरम्भ में इन श्रवण गतिविधियों के साथ किसी भाषा या लेखन संबंधी कार्य को न जोड़े। उन्हें छात्रों के साथ परस्पर बातचीत का सुखद अवसर बने रहने दें।
किसी क़िताब से एक उच्च गुणवत्ता वाली बच्चों की कहानी चुनें। घर पर या सहकर्मियों के साथ सस्वर पढ़ते हुए, कहानी को अच्छी तरह से समझें।
अपने छात्रों का पुस्तक से परिचय करवाएँ। कक्षा में या किसी पेड़ के नीचे उन्हें अपने इर्द-गिर्द आधा गोल घेरा बना कर बैठने के लिए कहें।
अपने छात्रों को पुस्तक का आवरण दिखाएँ। उनसे पूछें कि उनके विचार में वह किस विषय से संबंधित हो सकता है। यदि आवरण पृष्ठ पर जंगल नजऱ आता हो, तो पूछें कि क्या कक्षा में किसी ने कभी कोई जंगल देखा है और वह कैसा था। यदि वह बारिश के बारे में हो, तो अपने छात्रों से पूछें कि वे बारिश को पसदं करते हैं या नहीं, और क्यों। शीर्षक पढ़ें और अनुमान लगाने के लिए कहें कि पुस्तक किस विषय से संबंधित हो सकता है।
पुस्तक दिखाएं ताकि हर कोई शब्दों और चित्र को देख सकें। कम आयु के छात्रों के साथ आप पढ़ते समय अपनी उँगली से शब्दों का अनुसरण कर सकते हैं।
कहानी को धीमे और अभिव्यक्ति के साथ पढ़ें, और जब चित्रों से सामना हो, तो उसकी ओर सबका ध्यान आकर्षित करें।
जब आपका पढ़ना ख़त्म हो, तब अपने छात्रों से ये प्रश्न पूछें:
उसी सप्ताह, या अगले सप्ताह कहानी को दुबारा पढ़ें, ताकि आपके छात्र उसे समझने लगें।
आपके छात्रों को संभवतः जोड़े या समूहों में कहानी को दुबारा सुनाने के लिए कहें। ग़ौर करें कि कौन-से छात्र कहानी याद कर पा रहे हैं, और कौन-से छात्र उसे विस्तृत या परिवर्तित कर पा रहे हैं। ध्यान से देखें कि कौन-से छात्र दिलचस्पी दिखा रहे हैं और समझ रहे हैं और कौन-से छात्र उदासीन या उलझन में नज़र आ रहे हैं।
आपके छात्रों की प्रतिक्रियाओं से अगली बार उन्हें पढ़ कर सुनाने वाले विषय का चयन करें।
संसाधन 4 में आपकी कक्षा में कहानी सुनाने के प्रयोग पर कुछ और सुझाव शामिल हैं।
![]() विचार के लिए रुकें
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यदि आपने अपने छात्रों को कभी कविता पाठ या कहानी पढ़ कर नहीं सुनाया हो, तो पहली बार आप नर्वस हो सकते है। लेकिन जब आप नियमित रूप से इसे अपने शिक्षण में शामिल करने लगेगें तो आप तथा आपके छात्र, दोनों इन गतिविधियों के अभ्यस्त हो जाएँगे और आपके छात्र आपकी राह देखने लगेगें और संभवतः स्वयं कविता या कहानी पढ़ते हुए उसका आनंद उठाने लगेंगे।
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