अच्छे पाठक जो कुछ पढ़ते हैं उसके बारे में प्रश्न पूछते हैं। वे उन प्रश्नों का उत्तर देने और पाठ को समझने के लिए संकेतों की तलाश करते हैं। वे पाठ से मिलने वाली जानकारी और दुनिया के बारे में उनके पूर्व ज्ञान का उपयोग करके पाठ के मतलब के बारे में किसी तरह के निष्कर्ष पर पहुँचते हैं।
हम ऐसा हर दिन मौखिक और लिखित संचार दोनों में करते हैं। अक्सर यह इतना अधिक स्वचालित रूप से होता है कि हमें पता भी नहीं चलता कि वह जानकारी वार्तालाप या पाठ में शामिल नहीं थी। उदाहरण के लिए, निम्नलिखित वाक्यों को पढ़ें:
My wife and I tried to pack light, but we made sure that we didn’t forget our sleeping bags and special walking shoes. The last time I travelled, I had motion sickness so I also made sure that I packed some medicine to prevent vomiting.
पाठक इन वाक्यों से बहुत सारी जानकारी एकत्र कर सकता है:
यह जानकारी वाक्यों में स्पष्ट रूप से कही नहीं दी गई थी, विष्व की स्वयं की जानकारी का प्रयोग करके पाठक, जो कहा गया है, उससे भी कहीं अधिक समझ सकता है। जब आप कोई पाठ पढ़ते हैं, तब आप जो कुछ पढ़ रहे होते हैं उसके बारे में निष्कर्षों पर स्वतः ही पहुँच जाते हैं, भले ही लेखक ने ऐसा नहीं कहा है। आप कोई बात क्यों हुई है, पात्रों ने किसी खास तरह से बर्ताव क्यों किया है, और उन्हें कैसा महसूस हो रहा है जैसे निष्कर्षों पर पहुँचते हैं।
बेशक, लोगों का दुनिया के बारे में ज्ञान इस आधार पर अलग अलग होता है कि वे कहाँ रहते हैं या उनके अनुभव क्या हैं। इसका अर्थ यह है कि लोग जो कुछ पढ़ते हैं उसके बारे में अलग अलग निष्कर्ष निकाल सकते हैं।
अच्छे पाठक पाठ में जो कुछ है उसका और दुनिया के बारे में अपने ज्ञान का उपयोग करके जो कुछ वे पढ़ रहे होते हैं उसका मतलब निकालते हैं। आप निम्नलिखित चरणों का पालन करके इस कौशल को विकसित करने में अपने छात्रों की मदद कर सकते हैं:
In 1900, at the age of 21, Albert Einstein was a university graduate and unemployed. He worked as a teaching assistant, gave private lessons and finally secured a job in 1902 as a technical expert in the patent office in Bern. While he was supposed to be assessing other people’s inventions, Einstein was actually developing his own ideas in secret. He is said to have jokingly called his desk drawer at work the ‘bureau of theoretical physics’.
What I understand about Einstein from the paragraph (but is not directly stated) | How I understand this |
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What I understand from the paragraph (but is not directly stated) | How I understand this |
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Perhaps he wasn’t very rich | He had to work – he worked as a teaching assistant and gave private lessons |
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![]() विचार के लिए रुकें यहाँ इस गतिविधि का प्रयोग करने के बाद विचार करने के लिए कुछ प्रश्न दिए गए हैं। यदि संभव हो, तो इन प्रश्नों की चर्चा किसी सहकर्मी के साथ करें।
यह गतिविधि पाठ को पढ़ते समय उपयोग में लाए जाने वाले कौशलों के बारे में अधिक जानने में छात्रों की मदद करती है, और पाठों को अधिक समझने और याद रखने में उनकी मदद करेगी। यह छात्रों के लिए कठिन हो सकता है, लेकिन अभ्यास करके वे बेहतर काम करने लगेंगे। तकनीक को किसी अन्य पाठ के साथ आजमाएं, और देखें कि आपके छात्र अधिक समझने में सक्षम हैं या नहीं। |
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