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सुनने हेतु पढ़ाने की रणनीतियां

What this unit is about

पहले भारत में अंग्रेजी भाषा के अध्यापन के लिए विद्यालय पाठ्यक्रम पढ़ने और लिखने को प्रधानता देता था। जबकि, National Curriculum Framework (2005, p. 40) जैसे नीति दस्तावेज अब सुनना और बोलना पढ़ाने के महत्व को भी मान्यता देते हैं:

Speech and listening, reading and writing, are all generalised skills, and children’s mastery over them becomes the key factor affecting success at school. In many situations, all of these skills need to be used together.

सुनना और बोलना अब पढ़ाया जाता है क्योंकि वे बातचीत करने के लिए अंग्रेजी का उपयोग करने में सक्षम होने के बहुत महत्वपूर्ण अंग हैं। सुनने के कौशल बोलने के कौशलों के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण होते हैं। अन्य वक्ताओं को सुनने से छात्रों को अपने अंग्रेजी के उच्चारण और प्रवाह को विकसित करने में सहायता मिलती है।

सुनने के सफल कौशल समय के साथ और ढेर सारे अभ्यास के बाद अर्जित होते हैं। छात्रों को सुनने के कौशलों को विकसित करने में सक्षम होने के लिए बोली गई अंग्रेजी के संपर्क में आना जरूरी होता है। जबकि, भारत के कुछ भागों के छात्रों को कक्षा से बाहर अंग्रेजी सुनने के अधिक अवसर नहीं मिलते हैं।

यह इकाई इस बारे में विचार प्रस्तुत करती है कि आप अपनी अंग्रेजी कक्षाओं में सभी छात्रों को शामिल करने वाली सुनने की सार्थक गतिविधियों को विकसित करने के लिए संसाधनों का सृजनात्मक ढंग से उपयोग कैसे कर सकते हैं।

आप इस इकाई में क्या सीख सकते हैं

  • अपनी अंग्रेजी कक्षा के लिए सुनने की सार्थक गतिविधियों की परिकल्पना कैसे करें।
  • सक्रिय ढंग से सुनने में छात्रों की मदद करने के लिए प्रश्न पूछना।
  • सुनने की गतिविधियों के लिए ऑडियो रिकॉर्डिंग्स का उपयोग करने के लिए विचार।

1 छात्रों को सुनने में शामिल करना

आप हर रोज अपनी घरेलू भाषा (या अन्य भाषाओं) में कई अलग अलग चीजों को सुनते हैं। आप अपने बारे में सोचें – आपने पहले से क्या सुन रखा है? हो सकता है आपने निम्नलिखित में से कुछ बातें नोट की हों:

  • रेडियो पर मौसम का हाल
  • काम पर किसी सहकर्मी को नई विद्यालय नीति के बारे में बात करते हुए
  • किसी मित्र ने आपको फोन करके बताया कि वह आज विलंब से क्यों आने वाला है।

आपकी सूची में संभवतः और भी कई बातें हैं।

इन में से प्रत्येक स्थिति में आप निष्क्रिय सुनने वाले नहीं हैं। आपने जानकारी का पता लगाने के लिए उस व्यक्ति ने जो कुछ कहा उसे सक्रिय रूप से सुना। जब आपके पास सुनने का कोई कारण होता है, तब आप सक्रिय रूप से सुनते हैं।

जब छात्र कक्षा में सुनने की कोई गतिविधि करते हैं, तब उनके सुनने के लिए कोई कारण होना चाहिए। केस स्टडी 1 में शिक्षक अपनी कक्षा के साथ एक दृष्टिकोण आजमाता है।

केस स्टडी 1: श्री खान ‘सुनें और चित्र बनाएं’ गतिविधि आजमाते हैं

श्री खान एक माध्यमिक विद्यालय के अंग्रेजी शिक्षक हैं। वे हाल ही में छात्रों की अंग्रेजी में सुनने के कौशलों को सुधारने में मदद करने के बारे में एक अंग्रेजी भाषा शिक्षक प्रशिक्षण वर्कशॉप में गए थे। उन्होंने वहाँ जो अनुभव पाया उसे किस तरह से लागू करने का प्रयास किया इसका विवरण पढ़ें।

प्रशिक्षक ने हमें एक गतिविधि दिखाई जो हम अपने छात्रों के साथ कर सकते हैं। गतिविधि का नाम था सुनें और चित्र बनाएं (Listen and draw)। प्रशिक्षक ने हमसे उनके निर्देशों का पालन करने और वे जो कुछ कह रहे थे उसका चित्र बनाने को कहा। उन्होंने हमसे निम्नलिखित के चित्र बनाने के लिए कहा:

  • एक पेड़
  • पेड़ पर तीन पक्षी
  • पेड़ के नीचे दो फूल
  • बायीं ओर सूर्य।

हममें से हर एक के पास एक कागज और एक पेन था और हमें वह बनाना था जो प्रशिक्षक ने कहा था। पहले मैंने सोचा चित्र बनाना अजीब सी बात है, क्योंकि मैं कोई बढ़िया चित्रकार नहीं हूँ। लेकिन प्रशिक्षक ने हमें वही काम शीघ्रता से करने को कहा। उसमें हमें मज़ा आया और वह भाषणों को सुनने से कुछ बेहतर काम था। अंत में, हमने अपने चित्रों की तुलना अपने बगल में बैठे व्यक्ति के चित्रों के साथ की। हम सभी यह देखकर हँसे कि चित्र कितने भिन्न थे।

हालांकि यह एक मजेदार गतिविधि थी, मैंने देखा कि इससे मेरे छात्रों को सुनने का अभ्यास करने में मदद मिल सकती है। इससे उन्हें प्रेपॅजिशन (Preposition) जैसे ‘in’, ‘under’ या ‘on’ जैसी भाषाई संरचनाओं का अभ्यास करने में भी मदद मिल सकती है। मैंने निश्चय किया कि मैं इस गतिविधि को अपनी कक्षा में जितनी जल्दी संभव हुआ आजमाऊँगा।

जब मेरे छात्र कक्षा 8 की पाठ्यपुस्तक Beehive से Kenneth Anderson द्वारा लिखित ‘The Bond of Love’ कहानी पढ़ रहे थे तब मुझे एक अच्छा अवसर मिला। कहानी में कुछ चित्र दिए गए हैं। मैंने पृष्ठ 117 पर दिए गए चित्र का उपयोग ‘सुनें और चित्र बनाएं’ (Listen and draw) की गतिविधि में करने का निश्चय किया (देखें संसाधन 1)।

गतिविधि शुरू करने के लिए, मैंने छात्रों से कहा:

जब मैं आश्वस्त हो गया कि उन्होंने समझ लिया है तब मैंने यह कहते हुए शुरू किया:

कुछ छात्र पहले हैरान या चिंतित से लगे। कुछ ने शिकायत की कि उन्हें चित्र बनाना अच्छी तरह से नहीं आता है। मैंने समझाया कि यह उनके चित्रकारी के कौशलों की परीक्षा नहीं है, बल्कि यह तो अंग्रेजी को सुनने का अभ्यास करने का मौका है। मैंने उनसे कहा: ‘Don’t worry about how good your drawing is. This is not art class, it’s English class! Just draw quickly.’ जब वे चित्र बना रहे थे, तब मैंने कमरे में घूम कर उन्हें ‘Nice bear!’ या ‘Good, the woman is on the right side of the page.’ जैसी बातें करके प्रोत्साहित किया।

निर्देश देने के बाद, मैंने छात्रों से एक दूसरे के साथ अपने चित्रों की तुलना करने को कहा [चित्र 1]। जब उन्होंने एक दूसरे के चित्रों को देखा तो वे हँसने लगे क्योंकि वे सभी बहुत अलग अलग थे। एक छात्रा ने देखा कि उसने पृष्ठ के बायीं ओर की बजाय दायीं ओर अपना भालू बना दिया था। तब मैंने उनसे Beehive पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ 117 का चित्र देखने को कहा।

चित्र 1 चित्र बनाते हुए छात्र।

सुनने का अभ्यास करने में अपने छात्रों की मदद करने के लिए यह एक शानदार गतिविधि थी। इसने कहानी को पढ़ने की तैयारी करने में छात्रों की मदद भी की। चित्र के बारे में बात करने के कारण, अब पाठ को पढ़ने से पहले उसके बारे में उनके मन में कुछ विचार थे।

मेरे छात्रों को यह ‘listen and draw’ गतिविधि अच्छी लगी, इसलिए मैंने भविष्य में पाठ्यपुस्तक के सरल चित्रों का उपयोग करते हुए समय-समय पर उसे दोहराने का निश्चय किया। मैंने यह भी सोचा कि मेरे छात्रों के इसके आदी हो जाने के बाद, वे शायद इस गतिविधि को समूहों या जोड़ी में कर सकेंगे – एक छात्र चित्र को देखेगा और अपने सहपाठियों को उसका वर्णन करेगा, जो सुनेंगे और उसका चित्र बनाएंगे। इस तरह, वे सुनने और बोलने का अभ्यास करेंगे।

गतिविधि 1: कक्षा में आजमाएं: सुनें और चित्र बनाएं

केस स्टडी की ‘सुनें और चित्र बनाएं‘ (‘listen and draw’) गतिविधि एक सरल गतिविधि है जिसे आप किसी भी आयु समूह, और अनेक अलग अलग चित्रों के साथ कर सकते हैं। यह गतिविधि:

  • सुनने का अभ्यास करने में छात्रों की मदद करती है
  • सन्दर्भ में भाषा का अभ्यास करने में छात्रों की मदद करती है (उदाहरण के लिए, prepositions)
  • सभी छात्रों को शामिल करती है
  • छात्रों को पाठ्यपुस्तक से पठन के लिए तैयार कर सकती है। उन्हें पाठ को पढ़ने से पहले उसकी कुछ शब्दावली और विचारों से परिचित कराया जा सकता है।

अपनी कक्षा में इस गतिविधि को आजमाने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  • कक्षा से पहले, कोई ऐसी वस्तुओं से युक्त सरल चित्र चुनें जिनको बनाना आसान हो। आपको सुनिश्चित करना होगा कि आप और आपके छात्र चित्र की वस्तुओं के लिए प्रयुक्त अधिकांश शब्द जानते हैं। शायद ऐसा चित्र चुनना सबसे अच्छा होता है जिसमें बहुत ज्यादा वस्तुएं न हों ताकि उसका वर्णन करना और चित्र बनाना आसान हो।
  • यदि चित्र बहुत जटिल हुआ, तो उसका चित्र बनाने में छात्रों को काफी समय लग सकता है। गतिविधि की रफ्तार को बढ़ाने के लिए, छात्रों को काफी शीघ्रता से चित्र बनाने के लिए उनका प्रोत्साहन करें। आप बोर्ड पर चित्र का एक उदाहरण बनाकर उन्हें प्रदर्शित कर सकते हैं कि वे कितनी शीघ्रता से चित्र बना सकते हैं।
  • उन निर्देशों के बारे में सोचें (या लिखें) जो आप चित्र बनाने के लिए छात्रों को देंगे। (संसाधन 2 में दी गयी भाषा का उपयोग आप इस गतिविधि को करने के लिए कर सकते हैं।)
  • जब आप अपने छात्रों को गतिविधि से परिचित करवाते हैं, तब उनसे कहें कि वे इस बात की चिंता न करें कि उनकी चित्रकला कितनी अच्छी है।
  • पहला निर्देश पढ़ें और छात्रों को चित्र बनाने के लिए कुछ समय दें – लेकिन बहुत अधिक समय नहीं! अपने छात्रों को शीघ्रता के साथ चित्र बनाने हेतु प्रोत्साहित करें।
  • आपको जितनी बार भी लगता हो कि छात्रों को जरूरत है उतनी बार हर निर्देश दोहराएं। यदि वे फिर भी न समझें, तो किसी अलग शब्द का उपयोग करें। समझने में उनकी मदद करने के लिए आप उनके घर की भाषा का उपयोग भी कर सकते हैं। लेकिन याद रखें आप उनकी अंग्रेजी सुनने में सहायता कर रहे हैं, इसलिए घर की भाषा का उपयोग बार बार करने का प्रयास न करें।
  • निर्देशों को पढ़ने के बाद, छात्रों से उनके चित्रों की तुलना करने को कहें। उनसे किसी भी भिन्नता को नोट करने को कहें और फिर उनसे पाठ्यपुस्तक में दिए गए चित्र से अपने चित्रों की तुलना करने को कहें।

यदि छात्र इस गतिविधि में आनंद लेते हैं, तो आप उनसे यह काम जोड़ी या समूहों में करवा सकते हैं। एक छात्र पाठ्यपुस्तक से कोई चित्र चुन सकता है और अपने सहपाठियों के सम्मुख उसका वर्णन कर सकता है। सहपाठी वर्णन को सुनकर चित्र बनाते हैं (और पाठ्यपुस्तकों पर नज़र नहीं डालते हैं)। आप अपने छात्रों से कोई चित्र चुनने और आपसे बोर्ड पर उसका चित्र बनाने को कहने के लिए भी कह सकते हैं।

विचार के लिए रुकें

इस गतिविधि को अपने छात्रों के साथ आजमाने के बाद, निम्नलिखित प्रश्नों के बारे में सोचें:

  • क्या आपने जो चित्र चुना वह आपके छात्रों द्वारा बनाने में आसान था? यदि नहीं, तो अगली बार आप किस प्रकार का चित्र चुनेंगे?
  • क्या आपके छात्रों ने गतिविधि में आनंद लिया? क्या आपके सभी छात्रों ने चित्र बनाया?

  • आपको सक्रिय रूप से हस्तक्षेप करने की कब जरूरत पड़ी? ऐसा क्यों हुआ? आप अगली बार इस गतिविधि को कैसे संशोधित करेंगे?

2 छात्रों को ‘सुनने‘ में मदद करने के लिए प्रश्न पूछना

जब छात्र अंग्रेजी में सुनने की गतिविधियाँ करते हैं, तब उनसे जो कुछ वे सुनें उसके हर शब्द को समझने की अपेक्षा नहीं करनी चाहिए। हो सकता है वे केवल कुछ शब्द समझें। यदि छात्रों को उनके द्वारा सुनी जा रही बात समझ में न आए तो वे कुंठित हो सकते हैं, इसलिए उनसे धैर्य रखने को कहें। कक्षा में आप सुनने की जो गतिविधियाँ करते हैं उनसे उन्हें समय के साथ अपने सुनने के कौशलों को विकसित करने में मदद मिलनी चाहिए। ऐसा करने का एक तरीका है आपके छात्रों को उनके सुनने से पहले सोचने के लिए प्रश्न देना।

विचार के लिए रुकें

  • आप क्यों सोचते हैं कि प्रश्न पूछने से छात्रों को सुनने के लिए तैयार करने में मदद मिलेगी?

जैसे छात्रों के पाठ को पढ़ने से ठीक पहले उनसे प्रश्न पूछना महत्वपूर्ण होता है (देखें इकाई ‘समझने के लिए पठन का समर्थन करना’) वैसे ही छात्रों के कोई बात सुनने से पहले प्रश्न पूछने से भी उन्हें मदद मिल सकती है। यह:

  • उन्हें जो कुछ वे सुनने जा रहे हैं उसके लिए तैयार कर सकता है
  • मुख्य – या महत्वपूर्ण – शब्दों को चुनना सीखने में और जो कुछ कहा जा रहा है उसे समझने में इन शब्दों का प्रयोग करने में मदद कर सकता है

  • वे जो कुछ सुन रहे हैं उसमें उनकी रुचि बढ़ा सकता है – जब वे सुनते समय प्रश्नों के उत्तर खोजने का प्रयत्न करते हैं, तो वे सक्रिय रूप से सुन रहे होते हैं।

इकाई के इस भाग में, आप यह देखते हैं कि आप अपने छात्रों की सुनने के कौशलों को विकसित करने में मदद करने के लिए किस तरह से प्रश्न पूछ सकते हैं।

केस स्टडी 2: श्री खान पाठ्यपुस्तक से एक कहानी को सुनने में छात्रों की मदद करने के लिए एक गतिविधि आजमाते हैं

केस स्टडी 1 में , आपने माध्यमिक विद्यालय के अंग्रेजी के शिक्षक श्री खान के बारे में पढ़ा जो छात्रों के अंग्रेजी सुनने के कौशलों को सुधारने में मदद करने के बारे में एक अंग्रेजी भाषा शिक्षक प्रशिक्षण वर्कशॉप में गए। यहाँ वे वर्णन करते हैं कि उन्होंने छात्रों को उनके द्वारा पढ़कर सुनाई गई कहानी को समझने में मदद करने के लिए प्रश्नों का उपयोग करने का प्रयास कैसे किया।

वर्कशॉप के दौरान, मैंने अन्य प्रतिभागियों के साथ निम्नलिखित प्रश्न पर चर्चा की: ‘कक्षा में छात्रों के सुनने के कौशलों को विकसित करने के लिए हम उन्हें कैसे तैयार कर सकते हैं?’ एक प्रतिभागी ने एक गतिविधि का वर्णन किया जो वह कक्षा में नियमित रूप से करती है:

मुझे यह विचार पसंद आया और मैंने अगले सप्ताह अपनी अंग्रेजी कक्षा में उसे आजमाया। विद्यार्थी NCERT की कक्षा 10 की पाठ्यपुस्तक के अध्याय 9 को पढ़ रहे थे। अध्याय का नाम ‘Madam Rides the Bus’ है और वह निम्नलिखित अनुच्छेद के साथ शुरू होता है:

There was a girl named Valliammai who was called Valli for short. She was eight years old and very curious about things. Her favourite pastime was standing in the front doorway of her house, watching what was happening in the street outside. There were no playmates of her own age on her street, and this was about all she had to do.

अध्याय के शुरू में, मैंने अपने सभी छात्रों से अपनी किताबें बंद करने को कहा, और फिर उन्हें बताया कि मैं वल्ली नामक एक लड़की के बारे में एक अनुच्छेद पढ़ने जा रहा हूँ। मैंने बोर्ड पर निम्नलिखित प्रश्न लिखे, और अपने छात्रों से उन्हें अपनी नोटबुकों में लिखने को कहा:

जब छात्रों ने लिखना समाप्त कर लिया, तो मैंने पूछा: ‘Do you understand the questions? Do you know the word “pastime”? A pastime is like “hobby” या “शौक”।’

जब मुझे विश्वास हो गया कि उन्होंने प्रश्नों को समझ लिया है, तो मैंने उनसे अनुच्छेद को सावधानीपूर्वक सुनने, और बोर्ड पर लिखे प्रश्नों के लिए उत्तर खोजने को कहा। मैंने अनुच्छेद को ऊँची आवाज़ में, धीरे-धीरे और स्पष्ट ढंग से पढ़ा। फिर मैंने उनसे यह देखने को कहा कि क्या वे प्रश्नों के उत्तर जोड़ियों में दे सकते हैं। पहले उनमें से कई छात्र प्रश्नों का उत्तर नहीं दे सके इसलिए मैंने अनुच्छेद को फिर से ऊँची आवाज में पढ़ा। उसके बाद, अधिकांश छात्र प्रश्नों का उत्तर देने में सक्षम थे।

मैंने तब छात्रों से अनुमान लगाने को कहा कि जब वल्ली बाहर सड़क को देख रही थी तब उसे कौन सी चीजें दिख रही थीं। एक बार फिर, मैंने उनसे अपने विचारों पर जोड़ियों में चर्चा करने, और उन्हें नोट करने के लिए कहा। मैंने उन्हें इसके लिए छोटी सी समय सीमा दी, जिसके बाद मैंने अपने छात्रों से कुछ विचार सुझाने को कहा। उन्होंने सुझाया कि वह लोगों को रिक्शा में यात्रा करते, माल बेचते हुए इत्यादि देख सकती हैं।

इसके बाद, मैंने अपने छात्रों से अपनी किताबें खोलने और कहानी पढ़ना जारी रखने को, और यह पता लगाने को कहा कि वल्ली को सड़क पर क्या देखना सबसे अधिक पसंद था। छात्रों ने तुरंत पता कर लिया कि उसे बस को देखने में मज़ा आ रहा था।

इस केस स्टडी में, शिक्षक ने सुनने की गतिविधि के लिए पाठ्यपुस्तक की एक कहानी का उपयोग किया। यह गतिविधि छात्रों को मुख्य शब्दों को सुनने के लिए प्रोत्साहित करती है, जो उन्हें उन शब्दों और वाक्यांशों से मुख्य संदेश को समझने में मदद करते हैं जो उन्हें ज्ञात हैं। यदि आप इसे प्रायः करते हैं, तो छात्र पाठों को अपने सामने रखे बिना अंग्रेजी सुनने के आदी हो जाएंगे – इससे उन्हें कक्षा के बाहर अंग्रेजी सुनने में मदद मिलेगी।

गतिविधि 2: कक्षा में आजमाएं: जानकारी के लिए सुनने में छात्रों की मदद करना

आप यह गतिविधि अपनी अंग्रेजी पाठ्यपुस्तक के अध्यायों से सुनने के कौशल विकसित करने में अपने छात्रों की मदद करने के लिए कर सकते हैं। आप इसे कई अलग अलग पाठों के साथ और किसी भी स्तर के छात्रों के लिए कर सकते हैं। यह गतिविधि कहानियों या गीतों के साथ भी की जा सकती है।

अपनी कक्षा में इसे आजमाने के लिए निम्न चरणों का पालन करें:

  • अपनी पाठ्यपुस्तक से कोई पाठ चुनें। पहले अनुच्छेद को देखें। क्या यह काफी छोटा है? क्या आप इसके बारे में कुछ रोचक प्रश्न पूछ सकते हैं?
  • कक्षा से पहले अनुच्छेद को जोर से पढ़ने का अभ्यास करें, और पाठ के बारे में पूछने के लिए दो या तीन प्रश्न तैयार करें। (इस गतिविधि को करने के लिए आप संसाधन 2 में दी गयी भाषा का उपयोग कर सकते हैं।)
  • कक्षा में, प्रश्नों को बोर्ड पर लिखें। अपने छात्रों से कहें कि आप एक पाठ सस्वर पढ़ने जा रहे हैं और प्रश्नों का उत्तर खोजने के लिए उन्हें उसे सुनना चाहिए।
  • अनुच्छेद को सस्वर पढ़ें। सुनिश्चित करें कि आपके छात्रों ने अपनी पुस्तकें बंद कर ली हैं।

  • अपने छात्रों से प्रश्नों के उत्तरों पर जोड़ी में चर्चा करने को कहें। यदि जरूरी हो, तो उत्तर देने में उनकी मदद करने के लिए अनुच्छेद को फिर से पढ़ें। चर्चा के महत्व के बारे में अधिक जानने के लिए, संसाधन 3 और नीचे दिया गया वीडियो देखें।
  • . उनसे जोड़ी में यह चर्चा करने को कहें कि आगे क्या हो सकता है। इसके लिए छोटी समय अवधि दें। छात्रों से कुछ सुझाव देने को कहें। यह बोलने की एक उपयोगी गतिविधि हो सकती है, इसलिए छात्रों को अंग्रेजी का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करें। लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि आप उन्हें अपनी घर की भाषा में उत्तर देने की अनुमति भी दें, क्योंकि इससे आपको यह पता करने में मदद मिलेगी कि क्या उन्होंने पाठ को समझ लिया है।

वीडियो: सीखने के लिए बातचीत

विचार के लिए रुकें

यहाँ इस गतिविधि को आजमाने के बाद आपके विचार करने के लिए कुछ प्रश्न दिए गए हैं। यदि संभव हो, तो इन प्रश्नों पर किसी सहकर्मी के साथ चर्चा करें।

  • क्या पाठ को सस्वर पढ़ना आपके लिए आसान था? यदि नहीं, तो उसे अधिक आसान बनाने के लिए आप क्या करेंगे?
  • आपके छात्रों ने प्रश्नों का उत्तर कैसे दिया? यदि आप यह गतिविधि दोबारा करते हैं तो क्या आप अपने द्वारा पूछे गए प्रश्नों को बदल देंगे?
  • इस गतिविधि में सीखने की प्रक्रिया का आकलन आपने कैसे किया? क्या छात्र सीख रहे थे?

यदि आपको पाठ को सस्वर पढ़ने में कठिनाई हुई, तो आप कक्षा से पहले अभ्यास करने का प्रयास कर सकते हैं। आप इसे जितनी अधिक बार पढ़ेंगे, यह उतना ही अधिक स्वाभाविक बनता जाएगा। छात्रों से आप जो प्रश्न पूछते हैं उनसे उन्हें पाठ में मुख्य विचारों और महत्वपूर्ण शब्दों की खोज करने में मदद मिलनी चाहिए। यदि आपके छात्रों को प्रश्नों का उत्तर देने में कठिनाई हो रही है, तो आपको पाठ में प्रयुक्त कुछ शब्दावली से उनकी मदद करने की जरूरत पड़ सकती है (अधिक विचारों के लिए शब्दावली को सीखने, उपयोग में लाने और याद रखने में छात्रों की मदद करना देखें)।

3 ऑडियो रिकॉर्डिंग्स का उपयोग करना

चित्र 2 कक्षा में ऑडियो रिकॉर्डिंग्स का उपयोग करना।

ऐसी कई सुनने की गतिविधियाँ हैं जिनका उपयोग आप अपनी कक्षाओं में छात्रों के साथ कर सकते हैं। अन्य स्वरों को सुनना भी छात्रों के लिए अच्छा हो सकता है। आप ऐसा कक्षा में ऑडियो रिकॉर्डिंग्स लाकर कर सकते हैं। कुछ उदाहरण हैं:

  • रेडियो से टेप करके टेप रिकॉर्डर पर बजाई गई रिकॉर्डिंग्स
  • टेप रिकॉर्डर या सीडी प्लेयर पर बजाए गए गीत
  • टेप रिकॉर्डर या सीडी प्लेयर पर बजाए गए गीत
  • शिक्षकों, छात्रों या अन्य लोगों द्वारा मोबाइल फोन से की गई ऑडियो रिकॉर्डिंग्स (उदाहरण के लिए, शिक्षक कोई संवाद रिकॉर्ड कर सकते हैं)

  • सीडी प्लेयर पर बजाई गई या लैपटॉप या एमपी 3 प्लेयर में डाउनलोड की गई ऑडियो बुक्स

  • मोबाइल फोन या लैपटॉप पर डाउनलोड की गई ऑडियो रिकॉर्डिंग्स (देखें संसाधन 3) या उन ऑडियो रिकॉर्डिंग्स के लिए लिंक्स जो अंग्रेजी सीखने वालों के लिए विकसित की गई हैं।

विचार के लिए रुकें

  • आपकी कक्षा में ऑडियो रिकॉर्डिंग्स का उपयोग करने के क्या लाभ हैं? हो सके तो अपने किसी सहकर्मी के साथ इस पर चर्चा करें।

आपका छात्रों के साथ जितना संभव हो सके उतनी अधिक अंग्रेजी बोलना अच्छा है। यह भी महत्वपूर्ण है कि वे विविध प्रकार के स्वर और लहज़े सुनें। ऑडियो रिकॉर्डिंग्स बोली गई अंग्रेजी के अलग अलग प्रतिमान प्रदान कर सकती हैं। इससे छात्रों को उच्चारण में मदद मिल सकती है। ऑडियो रिकॉर्डिंग्स का उपयोग पाठों में विविधता भी लाता है और कुछ छात्रों को ऐसी कक्षा मजेदार लग सकती है जहाँ तकनीकी का उपयोग होता है।

अब एक शिक्षक के बारे में केस स्टडी पढ़ें जो कक्षा में ऑडियो रिकॉर्डिंग्स का उपयोग करता है।

केस स्टडी 3: सुश्री सेनगुप्ता के साथ समाचार सुनना

सुश्री सेनगुप्ता को अंग्रेजी अच्छी लगती है और वे हमेशा अपनी खुद की भाषा की क्षमताओं को सुधारने का प्रयास करती हैं। जब भी हो सके, वे अंग्रेजी किताबें और पत्रिकाएं पढ़ती हैं और वे अंग्रेजी टीवी कार्यक्रम और फिल्में देखती हैं। वे मानती हैं कि उन्होंने कार्यक्रम और फिल्में देखकर बहुत कुछ सीखा है : उन्होंने शब्द और वाक्यांश सीखे हैं, उनका उच्चारण सुधर गया है , और वे अन्य देशों के लोगों की बातें बेहतर ढंग से समझ सकती हैं। वे मानती हैं कि भाषा सीखने वालों के लिए उस भाषा को यथा संभव अधिक सुनना महत्वपूर्ण है, और वे अपने छात्रों को जितना अधिक हो सकें उतने भिन्न लोगों से, यथा संभव अधिक अंग्रेजी सुनने का अवसर देने का प्रयास करती हैं। उन्होंने सुनने के कौशलों को सुधारने के लिए अपनी कक्षा में ऑडियो रिकॉर्डिंग्स का उपयोग कैसे किया इस बारे में उनका वृत्तांत पढ़ें।

मैं कक्षा 9 को पढ़ाती हूँ। मैं All India Radio [http://allindiaradio.gov.in/default.aspx] से नियमित रूप से दिन के समाचार अपने मोबाइल फोन पर रिकॉर्ड करती हूँ और उस रिकॉर्डिंग को अपनी कक्षा में ले जाती हूँ। मैंने कुछ सस्ते पोर्टेबल स्पीकर खरीदे हैं जिनका उपयोग मैं ऑडियो रिकॉर्डिंग्स के लिए कर सकती हूँ, ताकि सभी छात्र सुन सकें। रिकॉर्डिंग बजाने से पहले मैं स्पीकर के तारों को अपने मोबाइल फोन में लगाती हूँ। उससे आवाज़ इतनी ऊँची हो जाती है कि सारी कक्षा सुन सके।

खबरों की रिकॉर्डिंग बजाने से पहले, मैं अपने छात्रों से पूछती हूँ कि आज की ताज़ा खबर क्या है। मैं उनसे यह अंग्रेजी में पूछती हूँ लेकिन उन्हें किसी भी ऐसी भाषा में जवाब देने की अनुमति देती हूँ जिसमें बात करने में वे सहज महसूस करते हैं। उनमें से कई छात्र अंग्रेजी में खबरें नहीं सुनते हैं। लेकिन यह गतिविधि उन्हें खबरों के विषय के बारे में सोचने को प्रेरित करती है। फिर मैं उनका परिचय खबरों में आने वाले कुछ नए शब्दों से करवाती हूँ। इस तरह वे उस रिकॉर्डिंग के लिए तैयार हो जाते हैं जिसे वे सुनने वाले हैं। उदाहरण के लिए, मैं ऐसा कुछ कह सकती हूँ:

फिर मैं ऑडियो रिकॉर्डिंग्स बजाती हूँ। मैं जानती हूँ कि बहुत सारी अंग्रेजी को एक बार में सुनना कठिन होता है, इसलिए मैं उसे संक्षिप्त रखती हूँ। मैं केवल तीन या चार खबरें सुनाती हूँ और उन्हें दो बार बजाती हूँ।

उनके द्वारा कुछ खबरों को नोट कर लेने के बाद, मैं कहती हूँ:

मैं छात्रों से जोड़ी में काम करने को कहती हूँ, क्योंकि इस तरह सभी छात्रों को जो कुछ उन्होंने सुना है उसके बारे में सोचने और बात करने का अवसर मिलता है। यदि मैं छात्रों से एक के बाद एक करके पूछती हूँ, तो कक्षा के केवल कुछ ही सदस्य भाग लेंगे। मैं अपने छात्रों को उन्होंने जो कुछ सुना है उस पर चर्चा करने और उन्हें लिखने के लिए कुछ मिनट देती हूँ। फिर मैं उनसे यह बताने को कि उन्होंने कितनी खबरें सुनीं, और अंग्रेजी में यह बताने को कहती हूँ कि हर खबर किस बारे में थी। मैं उन्हें अंग्रेजी में बोलने को प्रेरित करने का प्रयास करती हूँ, लेकिन मैं वास्तव में यह जानना चाहती हूँ कि उन्होंने रिकॉर्डिंग के सामान्य मतलब को समझ लिया है या नहीं। इसलिए यदि वे अंग्रेजी में जवाब नहीं देते हैं, तो मैं उनसे उनकी घर की भाषा में पूछती हूँ कि उन्होंने क्या समझा है [चित्र 3]।

चित्र 3 यह स्पष्ट करते हुए छात्र कि उन्होंने क्या समझा है।

जब मुझे पता चल गया कि छात्रों ने समझ लिया है कि खबरें किस बारे में हैं, मैं चाहती थी कि वे प्रत्येक खबर के बारे में अधिक जानकारी सुनें। इसलिए मैंने रिकॉर्डिंग को दोबारा बजाया। उसे बजाने से पहले, मैंने छात्रों से प्रत्येक खबर के बारे में कुछ प्रश्न पूछे।

मैंने रिकॉर्डिंग बजाई, और इस बार मेरे छात्रों ने मेरे प्रश्नों के उत्तरों के लिए सुनने का प्रयास किया। रिकॉर्डिंग को बजाने के बाद, मैंने छात्रों को मेरे द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तरों पर जोड़ियों में चर्चा करने को कहा। फिर मैंने उनसे प्रश्नों का उत्तर देने को कहा। कभी-कभी मैं अधिक प्रश्न पूछती हूँ और रिकॉर्डिंग को फिर से बजाती हूँ। अध्याय के अंत में, मैंने रिकॉर्डिंग फिर से बजाई। इस समय तक, छात्र रिकॉर्डिंग के बारे में और अधिक समझने लगे थे।

मैं अब यह गतिविधि अपनी कक्षाओं में नियमित रूप से, सप्ताह में लगभग एक बार, करती हूँ। इसे करना काफी सरल है क्योंकि मैं सभी खबरों के लिए एक ही विधि का पालन कर सकती हूँ, इसलिए मुझे कक्षाओं के पहले अधिक तैयारी नहीं करनी पड़ती है। मेरे छात्र अंग्रेजी को बेहतर ढंग से सुनने लगे हैं, और वे कई नए शब्द और वाक्यांश सीख रहे हैं। वे अंग्रेजी को सुनने और उसका उपयोग करने में भी काफी अधिक आश्वस्त महसूस कर रहे हैं, और वे भविष्य के काम या अध्ययन के लिए तैयारी कर रहे हैं।

गतिविधि 3: कक्षा में आजमाएं: खबरें सुनना

अब आपकी बारी है। यदि आपके पास कोई उपकरण उपलब्ध है जिस पर आप रिकॉर्डिंग कर सकते हैं (जैसे मोबाइल फोन, एमपी 3/4 प्लेयर या कम्प्यूटर), तो अपनी कक्षा में ऑडियो रिकॉर्डिंग्स का उपयोग करने का प्रयास करें। आपको संसाधन 3 में ऐसी ऑडियो रिकॉर्डिंग्स के लिए लिंक्स मिलेंगे जिन्हें अंग्रेजी सीखने वालों के लिए विकसित किया गया है।

  • ऐसी ऑडियो रिकॉर्डिंग्स चुनें जो आपके छात्रों के लिए उपयुक्त हो और उन्हें दिलचस्प लगें। ऐसी रिकॉर्डिंग चुनें जो छोटी सी हो।
  • . कक्षा के सामने ऑडियो रिकॉर्डिंग्स को सुनें। रिकॉर्डिंग के बारे में अपने छात्रों से पूछने के लिए कुछ प्रश्न लिखें। आपको बहुत अधिक प्रश्न लिखने की जरूरत नहीं है; पाँच से आठ प्रश्न काफी हैं। (इस गतिविधि को करने के लिए आप संसाधन 2 में दी गयी भाषा का उपयोग कर सकते हैं।)
  • कक्षा में, ऑडियो रिकॉर्डिंग्स बजाने से पहले ब्लैकबोर्ड पर प्रश्न लिखें। इससे छात्र विषय के बारे में सोचने के लिए प्रेरित होंगे। इससे उन्हें मुख्य बातों पर ध्यान देने में भी मदद मिलेगी। इससे उन्हें सुनने का कोई कारण मिलता है, और विशिष्ट जानकारी के लिए सुनने में उन्हें मदद मिलती है।
  • रिकॉर्डिंग बजाएं और फिर अपने छात्रों को जोड़ियों या समूहों में प्रश्नों पर चर्चा करने के लिए कुछ समय दें।
  • यदि आपके छात्रों को जरूरत हो, तो रिकॉर्डिंग को दोबारा बजाएं। फिर प्रश्नों का उत्तर देने को कहें। याद रखें कि आप जब भी चाहें तब रिकॉर्डिंग को रोक सकते हैं। ऐसा करना तब बहुत उपयोगी हो सकता है जब रिकॉर्डिंग लंबी हो, या आपके छात्रों को प्रश्नों का उत्तर खोजने में कठिनाई हो रही हो।

विचार के लिए रुकें

इस गतिविधि को अपने छात्रों के साथ आजमाने के बाद, निम्नलिखित प्रश्नों के बारे में सोचें:

  • क्या आपके छात्रों को ऑडियो सुनना कठिन या आसान लगा? सुनने और सीखने में मार्गदर्शन करने के लिए आपको हस्तक्षेप करने की जरूरत कब पड़ी?
  • अगली बार जब आप यह गतिविधि करेंगे तो क्या परिवर्तन करेंगे? क्या आप किसी अलग प्रकार की रिकॉर्डिंग का उपयोग करेंगे?

पहली बार इस तरह की गतिविधि करते समय छात्रों को शायद यह काफी चुनौती पूर्ण लगेगी। छात्रों के सुनने से पहले उन्हें तैयार करने से इसका अनुसरण करना उनके लिए अधिक आसान हो जाएगा। केस स्टडी 3 के चरणों का पालन करें: छात्रों के सुनने से पहले उन्हें पाठ के विषय, और ऐसी कुछ शब्दावली

से परिचित करवाएं जो वे सुनने वाले हैं। छात्रों को सुनने का कारण देने के लिए प्रश्न प्रदान करें।

अपने छात्रों को बताएं कि भाषा को समझने में कठिनाई हो सकती है। उनसे कहें कि यह सामान्य बात है, और उन्हें चिंता नहीं करनी चाहिए। अपने छात्रों को यथा संभव प्रोत्साहित करें। अधिक अभ्यास से, वे अंग्रेजी सुनने के आदी हो जाएंगे।

यदि आपको अपने छात्रों के साथ उपयोग करने के लिए उपयुक्त ऑडियो रिकॉर्डिंग्स खोजने में कठिनाई हो, तो नीचे कुछ सुझाव दिए गए हैं।

  • यदि आप कक्षा में तकनीकी का उपयोग करने से घबराते हैं (मोबाइल फोन, टेप रिकॉर्डर, लैपटॉप, सीडी प्लेयर), तो पहली बार उपकरण का उपयोग कक्षा के बाहर करें ताकि आप उसका उपयोग करने में आश्वस्त महसूस कर सकें।

  • यदि आप स्वयं अधिक आश्वस्त नहीं हैं तो आप ऐसे किसी अन्य शिक्षक की सहायता भी ले सकते हैं जो तकनीकी का अभ्यस्त हो। संभव है आपके एक या दो छात्र भी इसमें आपकी मदद कर सकते हैं। युवा लोग प्रायः तकनीकी में बहुत माहिर होते हैं।
  • हमेशा सुनिश्चित करें कि कक्षा में बजाने से पहले आप ऑडियो रिकॉर्डिंग्स सुन लें। इससे सुनिश्चित होता है कि बजाई जाने वाली सामग्री उपयुक्त है।
  • सुनिश्चित करें कि आपकी कक्षा के सभी छात्र सुन सकें। खास तौर पर बड़े समूहों वाली कक्षा में उपयोग के लिए स्पीकरों की जरूरत पड़ेगी। छोटे पोर्टेबल स्पीकरों का सेट उपयुक्त रहेगा। यदि स्पीकर उपलब्ध नहीं हैं, तो आप छात्रों से रिकॉर्डिंग को छोटे समूहों में, एक बार में एक समूह की दर से, सुनने को कह सकते हैं।
  • ऑडियो रिकॉर्डिंग्स एक से अधिक बार बजाएं। पहली बार जब छात्र सुनते हैं, तब वे सामान्य मतलब समझने का प्रयास कर सकते हैं; दूसरी बार, वे विशिष्ट जानकारी के लिए सुन सकते हैं।

लंबी ऑडियो रिकॉर्डिंग्स न बजाएं। उन्हें संक्षिप्त रखें और बार-बार रोकते रहें, खास तौर पर यदि आपके छात्रों को कठिनाई हो रही हो। इस प्रकार आप अपने छात्रों को आत्मविश्वास प्रदान कर सकते हैं।

4 सारांश

इस इकाई में आपने सीखा कि आप उन गतिविधियों को कैसे विकसित कर सकते हैं जो संसाधनों का सृजनात्मक ढंग से उपयोग करती हैं ताकि आप अपने छात्रों की उनके सुनने के कौशलों को विकसित करने में सहायता कर सकें। इन गतिविधियों को करने के लिए आपके काम आने वाली भाषा के कुछ उदाहरणों के लिए संसाधन 2 देखें। इन सभी गतिविधियों में यह सोचना महत्वपूर्ण है कि गतिविधि को छात्रों के लिए सुलभ और सार्थक कैसे बनाया जा सकता है। सुनने की ये गतिविधियाँ पाठ्यपुस्तक की अन्य गतिविधियों या आपके छात्रों के जीवन की घटनाओं और अनुभवों से संबंधित होनी चाहिए। सभी गतिविधियों में आपको सावधानीपूर्वक सुनना और देखना होगा कि आपके छात्र किस तरह से प्रतिक्रिया करते हैं ताकि आप अपनी कक्षा के सभी छात्रों के लिए सीखने की प्रक्रिया को निर्देशित करने और सुगम बनाने के लिए हस्तक्षेप कर सकें।

यदि आप अपने स्वयं के सुनने के कौशलों को सुधारना चाहते हैं, तो संसाधन 4 में और इकाई अपनी अंग्रेजी को विकसित करना में आपको लिंक्स और सुझाव मिलेंगे। आगे के पठन के लिंक्स के लिए अतिरिक्त संसाधन खंड देखें।

छात्रों के अंग्रेजी सुनने के लिए अवसरों का निर्माण करने के बारे में आप ‘अपनी कक्षा में अधिक अंग्रेजी का उपयोग करना‘ में अधिक सीख सकते हैं।

संसाधन

संसाधन 1: श्री खान की ‘सुनें और चित्र बनाएं’ (Listen and draw) गतिविधि में दिया गया चित्र

चित्र R1.1 एक पिंजरे में एक स्लॉथ बियर का चित्र (NCERT, 2006 ए, पृ. 117)।

संसाधन 2: अपनी अंग्रेज़ी का विकास करना

इस इकाई की गतिविधियाँ करने के लिए उपयोगी हो सकने वाले कुछ वाक्यांशों की सूची यहाँ उपलब्ध है।

  • 'Have you got a pen and some paper?’
  • ‘I’m going to give you some instructions. Listen, and draw what I say.’
  • ‘Don’t worry about your drawing. This is not an art class. Just draw quickly!’
  • ‘Now compare your drawing with your friend’s/the book. Are there any differences?’
  • ‘That’s a great/funny picture!’
  • ‘I’m going to read a paragraph about …’
  • ‘Look at the questions on the board and write them in your notebooks.’
  • ‘Now listen carefully, and find the answers to the questions.’
  • ‘Shall I read that again?’
  • ‘Now discuss the answers in pairs.’
  • ‘Has anybody listened to the news today?’
  • ‘What has happened?’
  • ‘Can you tell me about the news?’
  • ‘I’m going to play the news in English.’
  • ‘Can everybody hear?’
  • ‘Can you hear at the back of the room?’
  • ‘How many news items were there?’
  • ‘Did you understand anything? What did you understand?’
  • ‘Did you understand the first news item? What was it about?’
  • ‘Would you like to listen again?’

यदि आप अपने सुनने के कौशलों को विकसित करना चाहते हैं, तो आप:

  • यदि संभव हो तो, अंग्रेजी टीवी कार्यक्रम या फिल्में सुन सकते हैं
  • अंग्रेजी खबरें सुनें – आप उसे पहले अपनी घर की भाषा में सुन सकते हैं
  • संसाधन 3 की कुछ गतिविधियाँ आजमा कर देख सकते हैं।

संसाधन 3: सीखने के लिए बातचीत

सीखने के लिए बातचीत क्यों जरूरी है

बातचीत मानव विकास का हिस्सा है, जो सोचने–विचारने, सीखने और संसार के प्रति समझ विकसित करने में हमारी मदद करती है। लोग भाषा का इस्तेमाल तार्किक क्षमता, ज्ञान और समझ को विकसित करने के माध्यम के रूप में करते हैं। इसलिए अधिगम अनुभवों के भाग के रूप में बच्चों को बात करने के लिए प्रोत्साहित करने का अर्थ है उनकी शैक्षणिक प्रगति में वृद्धि करना। सीखे गए विचारों के बारे में बात करने का अर्थ होता है कि

  • उन विचारों को परखा गया है
  • तार्किक क्षमता विकसित और सुव्यवस्थित है
  • छात्र अधिक सीखे

किसी कक्षा में ‘छात्र–वार्तालाप’ का इस्तेमाल कई तरह से किया जा सकता है जिसमें रटे हुए अंश को दोहराने से लेकर उच्च स्तरीय विचार–विमर्ष तक की क्रियाएं शामिल हो सकती हैं।

पारम्परिक तौर पर ‘शिक्षक–संवाद’ को बच्चों की बातचीत से ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता था और उसे प्रमुखता दी जाती थी। हांलांकि सीखने के लिए वार्तालाप या बातचीत का इस्तेमाल करने के लिए पाठों की योजना बनाने की जरूरत होती है ताकि बच्चे वार्तालाप के माध्यम से अपने पूर्व अनुभवों से सम्बन्ध कायम करते हुए ज्यादा से ज्यादा सीख सकें। यह शिक्षक और उसके छात्रों के बीच प्रश्न और उत्तर सत्र से कहीं बढ़कर होता है क्योंकि इसमें विद्यार्थी की अपनी भाषा, विचारों और रुचियों को ज्यादा समय दिया जाता है। हम में से अधिकांश, कठिन मुद्दों के बारे में या किसी बात का पता करने के लिए किसी से बात करना चाहते हैं, और अध्यापक सुनियोजित गतिविधियों से इस सहज–प्रवृत्ति को आधार बना सकते हैं।

कक्षा में शिक्षण गतिविधियों के लिए बातचीत की योजना बनाना

बातचीत की गतिविधियों की योजना बनाना महज साक्षरता और शब्दावली को ध्यान में रखकर नहीं किया जाता। यह गणित एवं विज्ञान के काम तथा अन्य विषयों के नियोजन का हिस्सा भी है। बतचीत की गतिविधियों को सम्पूर्ण कक्षा की गतिविधि, जोड़ी या समूह में कार्य, आउट डोर गतिविधियों, रोल–प्ले आधारित गतिविधियों, लेखन, पठन व प्रयोगात्मक छानबीन की गतिविधियों और रचनात्मक गतिविधियों में नियोजित किया जा सकता है।

साक्षरता और गणना की दृष्टि से सीमित कौशलों वाले नन्हें छात्र भी उच्चतर श्रेणी के चिंतन कौशलों का प्रदर्शन कर सकते हैं, बशर्ते उन्हें दिया जाने वाला कार्य उनके पिछले अनुभवों पर आधारित और आनन्ददायी हो। उदाहरण के लिए, छात्र तस्वीरों, आरेखों या वास्तविक वस्तुओं के आधार पर किसी कहानी, पशु या आकृति के बारे में पूर्वानुमान लगा सकते हैं। छात्र भूमिका निभाते समय कठपुतली या चरित्र की समस्याओं के बारे में सुझावों और संभावित समाधानों को सूचीबद्ध कर सकते हैं।

जो कुछ आप छात्रों को सिखाना चाहते हैं, या जो आप चाहते हैं कि वे सोचें उसके इर्दगिर्द पाठ की योजना बनायें और साथ ही इस बारे में भी कि आप किस प्रकार की बातचीत छात्रों में विकसित होते देखना चाहते हैं। कुछ बातचीत अन्वेषी होती है, उदाहरण के लिएः ’इसके बाद क्या होगा?’, ’क्या हमने इसे पहले देखा है?’, ’यह क्या हो सकता है?’ या ’आप ऐसा क्यों सोचते हैं कि वह यह है?’ कुछ अन्य प्रकार की वार्ताएं ज्यादा विश्लेषणात्मक होती हैं, उदाहरण के लिए विचारों, साक्ष्य या सुझावों का आकलन करना।

इसे रोचक एवं मज़ेदार बनाएं और कोशिश करें कि सभी बच्चे वार्तालाप में भाग लें। आवश्यकता इस बात की है कि बच्चों में उपहास का पात्र बनने का भय न हो। वे अपने विचार व्यक्त कर सकें और सहजता से नए विचारों के बारे में सोच सकें। उन्हें यह अहसास न कराया जाए कि वे गलत हो रहे हैं।

छात्रों की वार्ता को आगे बढ़ाएं

सीखने के लिए बातचीत अध्यापकों को निम्न अवसर प्रदान करती हैः

  • बच्चों के कथन को सुनने की
  • छात्रों के विचारों की प्रशंसा करने और उस पर आगे काम करने की
  • इसे आगे बढ़ाने के लिए छात्रों को प्रोत्साहित करने की

सभी उत्तरों को लिखना या उनका औपचारिक आकलन करना आवश्यक नहीं होता है, क्योंकि वार्ता के जरिये विचारों को विकसित करना शिक्षण का महत्वपूर्ण हिस्सा है। आपको उनके शिक्षण को प्रासंगिक बनाने के लिए उनके अनुभवों और विचारों का यथासंभव प्रयोग करना चाहिए। सर्वश्रेष्ठ छात्र– वार्ता अन्वेषी होती है, जिसका अर्थ है कि छात्र एक दूसरे के विचारों को जांचते और चुनौती देते हैं ताकि वे अपने प्रत्युत्तरों को लेकर आवष्वस्त हो सकें। एक साथ बातचीत करने वाले समूहों को किसी के भी द्वारा दिए गए उत्तर को यूं ही स्वीकार कर लेने से हतोत्साहित किया जाना चाहिए। आप समूची कक्षा की सेटिंग में ‘क्यों?’, ‘आपने उसका निर्णय क्यों किया?’ या ‘क्या आपको उस हल में कोई समस्या नजर आती है?’ जैसे जांच वाले प्रश्नों के प्रयोग के माध्यम से चुनौतीपूर्ण विचारधारा की शुरुआत कर सकते हैं। आप छात्र समूहों को सुनते हुए कक्षा में घूम सकते हैं और ऐसे प्रश्न पूछकर उनकी विचारशीलता को बढ़ा सकते हैं।

अगर छात्रों की वार्ता, विचारों और अनुभवों की कद्र और सराहना की जाती है तो वे प्रोत्साहित होंगे। अपने बच्चें के व्यववाहर की प्रषंसा कीजिए। बात करने, ध्यान से सुनने, एक दूसरे से प्रश्न पूछने हेतु बच्चें द्वारा किए गए व्यवहार की प्रषंसा कीजिए। इस बात के लिए भी उनकी सराहना कीजिए कि उन्होंने सीख लिया है कि खलल नहीं डालनी है।

कक्षा में कमजोर बच्चों के बारे में सावधान रहें और उन्हें भी शामिल किया जाना सुनिश्चित करने के तरीकों पर विचार करें। कामकाज के ऐसे तरीकों को स्थापित करने में थोड़ा समय लग सकता है, जो सभी छात्रों को पूरी तरह से भाग लेने की सुविधा प्रदान करते हों।

छात्रों को खुद से प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करें

अपनी कक्षा में ऐसा वातावरण तैयार करें जहां अच्छे चुनौतीपूर्ण प्रश्न पूछे जाते हैं और जहां छात्रों के विचारों को सम्मान दिया जाता है और उऩकी प्रशंसा की जाती है। छात्र प्रश्न नहीं पूछेंगे अगर उन्हें अपने साथ किए जाने वाले व्यवहार को लेकर भय हो या उन्हें लगे कि उनके विचारों का मान नहीं किया जाएगा। छात्रों को प्रश्न पूछने के लिए आमंत्रित करना उनको जिज्ञासा प्रकट करने के लिए प्रोत्साहित करता है, उनसे अपने शिक्षण के बारे में अलग ढंग से विचार करने को कहता है और उनके नजरिए को समझने में आपकी सहायता करता है।

आप कुछ नियमित समूह या जोड़ी में कार्य करा सकते हैं या ‘छात्रों के प्रश्न पूछने का समय’ जैसी कोई योजना बना सकते हैं ताकि छात्र प्रश्न पूछ सकें या स्पष्टीकरण मांग सकें। इसके लिए आप :–

  • अपने पाठ के एक भाग का नाम ‘प्रश्न हो तो हाथ उठाएं’ रख सकते हैं।
  • किसी छात्र को हॉट–सीट पर बैठा सकते हैं और दूसरे छात्रों को कोई पात्र बनकर उस छात्र से प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं उदाहरणार्थ पाइथागोरस या मीराबाई
  • जोड़ों में या छोटे समूहों में ‘मुझे और बताएं’ खेल खेल सकते हैं
  • मूल पूछताछ का अभ्यास करने के लिए छात्रों को कौन/क्या/कहां/कब/क्यों वाले प्रश्न ग्रिड दे सकते हैं
  • छात्रों को कुछ डेटा (जैसे कि विश्व डेटा बैंक से उपलब्ध डेटा, उदाहरणतः पूर्णकालिक शिक्षा में बच्चों का प्रतिशत या भिन्न देशों में स्तनपान की विशेष दरें) दे सकते हैं, और उनसे उन प्रश्नों को सोचने के लिए कह सकते हैं जो आप इस डेटा के बारे में पूछ सकते हैं
  • छात्रों के सप्ताह भर के प्रश्नों को सूचीबद्ध करते हुए प्रश्न वॉल डिज़ाइन कर सकते हैं।

जब छात्र स्वयं प्रश्न पूछने और उनसे पूछे गये प्रश्नों के उत्तर देने के लिए स्वतंत्र होते हैं तो उनकी रुचि और विचारशीलता के स्तर को देखकर आप हैरान रह जायेंगे जब छात्र अधिक स्पष्ट और सटीक संवाद करना सीख जाते हैं, तो वे न केवल अपनी मौखिक और लिखित शब्दावलियां बढ़ाते हैं, अपितु उनमें नया ज्ञान और कौशल भी विकसित होता है।

संसाधन 4: ऑडियो रिकॉर्डिंग्स के लिए लिंक्स

यहाँ ऐसी मुफ्त ऑडियो रिकॉर्डिंग्स के लिए कुछ लिंक्स उपलब्ध हैं जिन्हें बड़ी उम्र के अंग्रेजी सीखने वालों के लिए विकसित किया गया है:

इस लिंक में मुफ्त ऑडियो रिकॉर्डिंग्स हैं जिन्हें अंग्रेजी के किशोर छात्रों के लिए विकसित किया गया है:

और गीतों के लिए कुछ लिंक्स (अंग्रेजी सीखने वालों के लिए गतिविधियों के साथ):

यहाँ TeachingEnglish वेबसाइट से सुनने की कुछ सरल गतिविधियाँ उपलब्ध हैं जिन्हें आप कक्षा में कर सकते हैं:

अतिरिक्त संसाधन

अंग्रेजी के अध्यापकों के लिए लेखों और सुझावों के लिए कुछ लिंक्स यहाँ प्रस्तुत हैं:

References

All India Radio, http://allindiaradio.gov.in/ default.aspx (accessed 30 July 2013).
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Kavanagh, F. (2007) ‘Using authentic songs in the ELC classroom’ (online), Tune into English. Available from: http://www.tuneintoenglish.com/ ?p=833 (accessed 31 July 2013).
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Randall’s ESL Cyber Listening Lab, http://www.esl-lab.com/ (accessed 31 July 2013).
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Acknowledgements

अभिस्वीकृतियाँ

तृतीय पक्षों की सामग्रियों और अन्यथा कथित को छोड़कर, यह सामग्री क्रिएटिव कॉमन्स एट्रिब्यूशन-शेयरएलाइक लाइसेंस के अंतर्गत उपलब्ध कराई गई है (http://creativecommons.org/licenses/by-sa/3.0/)। नीचे दी गई सामग्री मालिकाना हक की है तथा इस परियोजना के लिए लाइसेंस के अंतर्गत ही उपयोग की गई है, तथा इसका Creative Commons लाइसेंस से कोई वास्ता नहीं है। इसका अर्थ यह है कि इस सामग्री का उपयोग अननुकूलित रूप से केवल TESS-India परियोजना के भीतर किया जा सकता है और किसी भी बाद के OER संस्करणों में नहीं। इसमें TESS-India, OU और UKAID लोगो का उपयोग भी शामिल है।

इस यूनिट में सामग्री को पुनः प्रस्तुत करने की अनुमति के लिए निम्न स्रोतों का कृतज्ञतापूर्ण आभार:

चित्र 2: तस्वीर किम ऐशमोर द्वारा। (Figure 2: photo by Kim Ashmore.)

चित्र R1.1: NCERT द्वारा प्रकाशित पाठ्यपुस्तक मधुमक्खी का छत्ता (2006) से लिया गया चित्र, पृष्ठ 117। (Figure R1.1: illustration from thetextbook Beehive (2006) published by NCERT, page 117.)

कॉपीराइट के स्वामियों से संपर्क करने का हर प्रयास किया गया है। यदि किसी को अनजाने में अनदेखा कर दिया गया है, तो पहला अवसर मिलते ही प्रकाशकों को आवश्यक व्यवस्थाएं करने में हर्ष होगा।

वीडियो (वीडियो स्टिल्स सहित): भारत भर के उन अध्यापक शिक्षकों, मुख्याध्यापकों, अध्यापकों और छात्रों के प्रति आभार प्रकट किया जाता है जिन्होंने उत्पादनों में दि ओपन यूनिवर्सिटी के साथ काम किया है।