SSA संस्था - एक केस स्टडी

केस को पढ़ने और उसके बाद पूछे जाने वाले सवालों का जवाब देने के लिए लगभग 30 मिनट का समय दें

अनीसा मंजते, भारत के SSA संस्था की निदेशक इस बात पर विचार कर रही हैं कि SSA संस्था किस प्रकार से एक मौजूदा कोर्स को ऑनलाइन प्रदान करने के लिए अनुकूलित कर सकता है ताकि वह स्टाफ और महिला शिक्षार्थियों दोनों के लिए काम करे। अवसर बहुत बड़े हैं, लेकिन चुनौतियां भी उतनी ही बड़ी हैं। अपने मौजूदा कोर्स को ऑनलाइन प्रदान करने के लिए SSA संस्था को किस प्रकार से आगे बढ़ना चाहिए?

SSA संस्था द्वारा वंचित युवा महिलाओं को प्रशिक्षण और शिक्षण के अवसर प्रदान किए जाते हैं। ज़्यादातर महिलाओं ने अपनी शिक्षा में किसी प्रकार की बाधाओं का सामना किया है, जिसमें सांस्कृतिक बाधाएं, लिंग-आधारित हिंसा, गरीबी, जल्दी शादी और किशोरावस्था में गर्भावसथा, और द्वंद्व एवं स्थानांतरण शामिल हैं।

पिछले कई सालों में SSA संस्था के द्वारा कई प्रशिक्षण और सहायता की गतिविधियां प्रदान की गई हैं। एक महत्वपूर्ण परिवर्तन यह है कि किस प्रकार से इनफोरमेशन एंड कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजियों (ICT) और डिजिटल टेक्नोलॉजियों में हुए विकासों ने अब अधिक महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने के अवसर प्रस्तुत किए हैं।

अब मोबाइल फ़ोन के ज़रिए सामान और सेवाओं का भुगतान किया जा सकता है। मरीज़ों के साथ संपर्क करने के लिए अस्पतालों के द्वारा टेक्स्ट मेसेजिंग के उपयोग में वृद्धि हो रही है। लोगों को अपने छोटे व्यापार के बारे में बताने के लिए महिलाएं सोशल मीडिया एप्स का उपयोग कर रही हैं।

काम पर सहयोगियों, बाहरी साझेदारों और मरीज़ों के साथ संवाद के लिए भी ICT का उपयोग हो रहा है। बल्कि, यहाँ तक कि कुछ हद तक फोन कॉल और सोशल मीडिया चैनलों के ज़रिए सबसे सुदूर क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं तक भी पहुँच प्राप्त की जा रही है। यह नई वास्तविकता प्रशिक्षण प्रदाताओं के लिए ऑनलाइन शिक्षण को आकर्षक बनाता है।

ऑनलाइन शिक्षण के अनुकूलन के लिए केवल महिलाओं की शिक्षण संबंधी ज़रूरतों पर ध्यान केंद्रित करना ही एक मात्र आवश्यकता नहीं है। इसमें यह भी ज़रूरी है कि प्रशिक्षण प्रदाता इस बात पर गौर करें कि वे अपने स्टाफ को उभरती हुई टेक्नोलॉजियों का उपयोग करने के लिए कैसे प्रशिक्षित करेंगे। सहयोगात्मक ऑनलाइन शिक्षण साधन, जैसे कि चर्चा फोरम, फ़ेसबुक, फोन टेक्स्टिंग और व्हॉट्सएप भी सहकर्मी-से-सहकर्मी सहयोग की भावना को बढ़ावा दे सकता है, और शिक्षार्थियों को ज्ञान बनाने और साझा करने के लिए प्रेरित और सशक्त बना सकता है। इसकी मदद से प्रशिक्षण चाहे कहीं भी हों वे अपनी छात्रों की प्रगति पर ऑनलाइन रूप से नज़र रख सकते हैं।

कार्यस्थल में, स्टाफ के बीच ज्ञान को साझा करने की भावना को प्रोत्साहित करने के लिए संगठनों के द्वारा इन साधनों का उपयोग किया जा रहा है। स्टाफ के जो सदस्य तेज़ी से जानकारी को ऑनलाइन पोस्ट कर सकते हैं उन्हें वह करने की अनुमति दी गई है और दूसरे ऑनलाइन जाकर उस जानकारी तक पहुँच प्राप्त कर सकते हैं एवं इससे आमने-सामने बैठकों के लिए इंतज़ार करने की ज़रूरत नहीं पड़ती।

इस प्रकार के वर्चुअल रूप से ज्ञान को साझा करना और ऑनलाइन इंटरेक्शन से जागरूकता और आत्म-विश्वास बेहतर हो सकते हैं। संक्षेप में कहें तो, हाशिए पर रहने वाली महिलाओं के लिए ऑनलाइन शिक्षण बहुत अच्छा हो सकता है।

अपने कोर्स ऑनलाइन प्रस्तुत कर पाने से SSA संस्था की महिलाओं को प्रशिक्षित करने की क्षमता में वृद्धि हो सकती हैं, ख़ास तौर पर उन्हें जिनके पास इंटरनेट तक पहुँच है लेकिन हो आमने-सामने प्रशिक्षण ग्रहण करने के लिए लंबी दूरी की यात्रा नहीं कर पाती हैं। चाहे कोई भी पद्धति चुनी जाए, अनीसा दो चीज़ों के बारे में सुनिश्चित हैं।

पहला, यह कि कोर्स को ऑनलाइन प्रस्तुत करने के अवसर से SSA संस्था को लाभ मिलेगा।

दूसरा यह कि, कोर्सों को पूरी तरह से ऑनलाइन ही प्रस्तुत करना उतना आसान नहीं होगा। SSA संस्था के मौजूदा टेक्नोलॉजी और इंटरनेट की आधारभूत संरचनाओं को शायद अपग्रेड करना पड़े, उनके मौजूदा कोर्सों को शायद अनुकूलन की आवश्यकता हो, शिक्षण स्टाफ और छात्रों को कुछ IT प्रशिक्षण और सहायता की ज़रूरत होगी।

मौजूदा आमने-सामने प्रशिक्षण के बनाम ऑनलाइन शिक्षण के अवसरों और चुनौतियों पर विचार करने के बाद, अनीसा ने यह अनुशंसित किया कि SSA संस्थान को उसके मौजूदा कोर्स को अनुकूलित करके ऑनलाइन प्रस्तुत करना चाहिए। तालिका 1 में प्रदान किया गया संक्षिप्त विवरण बताता है कि किस प्रकार से 'प्रबंधन की मूल बातों' पर आधारित उसके एक छोटे कोर्स को अनुकूलित करके ऑनलाइन प्रस्तुत किया गया।

तालिका 1 ऑनलाइन शिक्षण के लिए अनुकूलन
किस चीज़ को अनुकूलित करें?मौजूदा आमने-सामने शिक्षणऑनलाइन शिक्षण का अनुकूलन और प्रस्तुति
पाठ्यक्रम की विषय वस्तु

कोर्स की विषय वस्तु सहित लेक्चर के स्लाइड (पॉवर-पॉइंट)

सेमिनार और वर्कशॉप के लिए प्रारंभिक अध्ययन की गतिविधियां जिन्हें शिक्षार्थियों को मुद्रित रूप में प्रदान किया जाना चाहिए।

पाठ्यक्रम की विषय-वस्तु को बदले बिना पॉवर-पॉइंट स्लाइड पर कोर्स को समझाने वाले ऑडियो या वीडियो रिकॉर्डिंग शामिल करें। शिक्षार्थियों को यह पॉवर पॉइंट स्लाइड प्रदान करें ताकि वे सुनने या वीडियो देखने के समय इसकी समीक्षा कर सकें

प्रारंभिक अध्ययन की गतिविधियों को ऑनलाइन शिक्षण पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा ताकि सहभागी इन तक पहुँच प्राप्त कर सकें

शिक्षण रणनीति

1-घंटे का ग्रूप लेक्चर

1-घंटे का सेमिनार: सहभागी टेक्स्ट को पढ़ते है और छोटे क्लास सेमिनार्स में उपस्थित रहते हैं जहाँ वे फैसिलिटेटर्स से सवाल पूछ सकते हैं और उनसे जवाब प्राप्त कर सकते हैं

2-घंटे का ग्रूप वर्कशॉप: एक केस स्टडी पर चर्चा करने के लिए सहभागी छोटे समूहों में काम करते हैं, अपने जवाबों को प्रस्तुत करते हैं और वे अपने सहकर्मियों और फैसिलिटेटर्स से फीडबैक प्राप्त करते हैं

ऑनलाइन लेक्चर: ऑडियो या वीडियो प्रस्तुति को सुनें और पॉवर पॉइंट स्लाइड की समीक्षा करें।

चर्चा फोरम: सेमिनार के सवालों में अपने जवाबों को पोस्ट करे और चर्चा में शामिल हों

प्रत्येक समूह अपने जवाब लिखता है और समूह का लीडर परिणामों को ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड करता है ताकि फैसिलिटेटर उनकी समीक्षा करके फीडबैक प्रदान कर सके

शिक्षार्थियों का समर्थनफैसिलिटेटर द्वारा क्लास में शिक्षार्थियों के सवालों का जवाब दिया जाता हैचर्चा फोरम में पोस्ट किए गए सवालों का जवाब दें और शिक्षार्थियों के ईमेलों या ऑनलाइन पोस्ट का जवाब दें
पीयर-इंटरैक्शन

सेमिनार के दौरान प्रश्नोत्तर सत्र और क्लास में विचारों का आदान-प्रदान

इन-क्लास वर्कशॉप में ग्रूप प्रस्तुतीकरण, चर्चाएँ और फीडबैक

ऑनलाइन चर्चा फोरम

सामूहिक कार्यों को पूरा करने, परिणामों को एमएस वर्ड या पॉवर-पॉइंट में लिख कर ऑनलाइन अपलोड करने के लिए या फीडबैक हेतु फैसिलिटेटर के पास ईमेल करने के लिए शिक्षार्थी फोन कॉल या व्हॉट्सएप ग्रूप का उपयोग करते हैं।

अब निम्नलिखित सवालों का जवाब दें

  1. इस मामले में कौनसे ऑनलाइन शिक्षण अवसर और चुनौतियां स्पष्ट रूप से दिखाई देती हैं?
  2. आमने-सामने और ऑनलाइन शिक्षण के बीच क्या अंतर है?
  3. आपके देश में ICT और डिजिटल टेक्नोलॉजी के बारे में आपके ज्ञान के आधार पर, आपको मौजूदा कोर्स को अनुकूलित करके ऑनलाइन प्रस्तुत करने की प्रक्रिया को दोहराने में कौनसी चुनौतियां नज़र आती हैं?

4. केस स्टडी से सीखना

5. कोर्स का सारांश और आकलन