3 पोस्टकार्ड लेखन

विद्यालय के बाहर लेखन के कई अलग अलग प्रकार हैं, जिन्हें लोग अलग अलग उद्देश्यों से पढ़ते हैं। लेखन में अक्सर चित्र और डिज़ाइन शामिल होते हैं, ताकि संदेश को अधिक रोमांचक, नाटकीय या स्पष्ट बनाया जा सके। छात्रों को उनके वास्तविक जीवन के अनुभवों को प्रदर्शित करने वाली लेखन गतिविधियों में मज़ा आता है।

लेकिन छात्रों द्वारा विद्यालय में किया जाने वाला अधिकाँश लेखन उनके शिक्षक के अलावा कोई और नहीं पढ़ता। केस स्टडी 1 में, एक शिक्षक ने छात्रों से कुछ ऐसा लिखने के लिए कहा है, जिसे विद्यालय के बाहर के लोगों द्वारा पढ़ा जाता है।

केस स्टडी 1: श्रीमती सोनाली की कक्षा पोस्टकार्ड भेजती है

श्रीमती सोनाली एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय में कक्षा तीन को पढ़ाती हैं।

एक बार एक छात्र ने मुझ से पूछा, ’किसी चिट्ठी को कैसे पता चलता है कि उसे मुझ तक किस तरह पहुँचना है?’ मैंने कक्षा से पूछा कि आज तक कितने छात्रों को डाक से कोई चिट्ठी या पोस्टकार्ड कभी भी मिला है या उन्होंने भेजा है। किसी ने भी अपना हाथ नहीं उठाया। मैं अपने घर से कुछ पोस्टकार्ड लाई, और छात्रों को दिखाया कि वे कैसे होते हैं, पता कहाँ लिखा जाता है, और कहाँ पर संदेश लिखा जाता है और टिकट कहाँ लगाया जाता है।

मैंने छात्रों से कहा कि वे मोटे कागज़ का उपयोग करके अपने खुद के पोस्टकार्ड बनाएँ। छात्रों ने एक तरफ अपने खुद के चित्र बनाएं और दूसरी तरफ उनके घर का पता व अंग्रेज़ी में एक बहुत छोटा, सरल संदेश लिखा। मैंने देखा कि कुछ छात्र दूसरों की सहायता के बिना लिख सकते थे, और बाकी छात्रों को बहुत अधिक मदद की ज़रुरत थी।

मैंने हर पोस्टकार्ड पर टिकट के लिए प्रधानाध्यापक से थोड़े पैसे माँगे और फिर पूरी कक्षा उन कार्डों को पोस्ट करने के लिए डाकघर गई। मेरा चचेरा भाई डाकघर में नौकरी करता है और उसने वहाँ व्यवस्था करवा दी कि बच्चे डाकिये से मिल सकें और उसके काम के बारे में और चिट्ठियों को सही पते पर पहुँचाने के तरीके के बारे में उससे बात कर सकें। एक सप्ताह बाद, अपने घरों में वे पोस्टकार्ड पाकर छात्र बेहद रोमांचित थे और उन्होंने विद्यालय में मुझे वे कार्ड लाकर दिखाए।

अब मैंने यह गतिविधि अपना ली है। उदाहरण के लिए, मैं छात्रों से जन्मदिन के कार्ड या अन्य उत्सवों के लिए कार्ड बनाने के लिए कहती हूँ। कभी–कभी हम सब साथ मिलकर एक बड़ा कार्ड बनाते हैं, जिस पर हर कोई अपना हस्ताक्षर करता है।

विचार के लिए रुकें

  • क्या यह पोस्टकार्ड गतिविधि सभी क्षमता स्तरों वाले छात्रों के लिए उपयुक्त है? क्यों या क्यों नहीं?
  • क्या आपके छात्रों के पास ऐसी चिट्ठियाँ लिखने के अवसर हैं, जिन्हें विद्यालय के बाहर वाले लोगों द्वारा पढ़ा जाए ?

गतिविधि 4: एक पोस्टकार्ड भेजें

केस स्टडी 1 को मार्गदर्शन के रूप में उपयोग करते हुए, एक गतिविधि की योजना बनाएँ, जिसमें आपके छात्र एक पोस्टकार्ड या बहुत छोटी–सी एक चिट्ठी विद्यालय के बाहर के किसी व्यक्ति को लिखेंगे। पहले से योजना बनाने के महत्व के बारे में अधिक जानकारी पाने के लिए संसाधन 1, ’पाठ की योजना बनाना’ देखें।

  • आपको जिन संसाधनों की, और विद्यालय के बाहर के जिन व्यक्तियों की मदद की ज़रुरत पड़ेगी, उनकी व्यवस्था करें।
  • आप छात्रों को इस गतिविधि का परिचय किस तरह देंगे?
  • यदि आपका विद्यालय डाकघर के पास नहीं है, तो आप इस गतिविधि को कैसे अपनाएँगे?
  • यदि आप यह गतिविधि बहुत छोटे छात्रों के साथ करते हैं, तो उनके चिह्न–निर्माण और लेखन में रुचि दिखाएँ। उन्हें यह बताने के लिए आमंत्रित करें कि उनके पोस्टकार्ड लेखन में क्या संदेश है।
  • क्या आपके छात्रों को इस गतिविधि में मज़ा आया? क्या वे सभी प्रेरित थे? क्या वे सभी इसमें शामिल हुए?

2 छात्रों का लेखन

4 लेखन का अभ्यास करना