जोड़ी में कार्य : जीवन प्रकियाएं
यह इकाई किस बारे में है
छोटी या बड़ी कक्षा में जोड़ी में कार्य करना एक सरल कार्यनीति है। यह कार्यनीति विद्यार्थियों को पाठ में भाग लेने में सक्षम बनाती है। विद्यार्थियों को विषय पर बातचीत करने और अपने विचार साझा करने के लिए प्रोत्साहित करने से उनमें सोचने की क्रिया प्रेरित होती है और उनके द्वारा किए जा रहे कार्य में उनकी रुचि बनी रहती है। जोड़ी में कार्य का उपयोग बहुत से उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है और इसकी व्यवस्था करना भी आसान है।
जोड़ी में कार्य का उपयोग करने का एक मुख्य उद्देश्य है विद्यार्थियो, जो कर रहे हैं तथा सीखने की कोशिश कर रहे हैं उसके बारे में साथ मिल कर बातचीत करने में सक्षम बनाना। किसी समस्या के बारे में बातचीत करने से आपको मुद्दों को स्पष्ट करने में मदद मिलती है और समाधान खोजने के लिए आपमें सोचने की क्रिया प्रेरित होती है (मर्सर एवं लिटलटन, 2007)। जीवन प्रक्रम जैसे विषय पर, विद्यार्थियों के लिए एक दूसरे से बातचीत करते हुए अपने विचार साझा करना आसान होता है जबकि पूरी कक्षा के सामने बोलने में वे परेशान होते हैं या घबरा जाते हैं। साथ मिल कर वे, ‘गलत’ उत्तर देने पर पूरी कक्षा के सामने लज्जित हुए बिना ही अपनी समझ को विकसित कर सकते हैं। अकसर विद्यार्थियों के पास एसे विचार होते हैं, जो पूरी तरह विकसित नहीं हुए होते हैं। विद्यार्थियों, उनके विचारों के बारे में बात करने देने से, वे सुरक्षित ढंग से उस ग़लतफहमी की छानबीन कर सकते हैं जो संभवतः किसी विषय के बारे में हो सकती है।
यह इकाई इसकी छानबीन करती है कि अधिक प्रभावी ढंग से एक दूसरे से बातचीत करने की विद्यार्थियों हेतु योग्यताओं में वर्धन करने के लिए जोड़ी में कार्य का उपयोग कैसे किया जा सकता है?