गणित में रचनात्मक सोच विकसित करना: त्रिकोणमिति

यह इकाई किस बारे में है

त्रिकोणमिति ने भारतीय राष्ट्रीय पाठ्यचर्या फ़्रेमवर्क (2005) में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। यह आकृति और स्थान की अवधारणाओं को अनुपात, निगमन और गणितीय प्रमाण जैसे अन्य गणितीय विचारों से जोड़ती है। यह वास्तविक जीवन में देखी जाने वाली चीज़ों को गणितीय कक्षा की दुनिया के साथ जोड़ने का अवसर भी देती है।

दुर्भाग्यवश, कई विद्यार्थी त्रिकोणमिति द्वारा दी जाने वाली समृद्धता, संबद्धता या रचनात्मकता को अनुभव नहीं करते। इसके बजाय वे अक्सर इसे एक अन्य याद रखने वाला अभ्यास मानते हैं, जहाँ नियम और सूत्रों को ‘कंठस्थ’ करके सीखना होता है, साथ ही उन विधियों को भी जो समस्याओं का समाधान निकालती हैं।

इस इकाई का लक्ष्य विद्यार्थियों की मानसिक चिंतन शक्ति का उपयोग करके त्रिकोणमिति पर मनोरंजक और रचनात्मक तरीके से कार्य करके इन समस्याओं का समाधान करने में आपकी मदद करना है। इकाई में बताया गया है कि यदि आप कार्यों में छोटे–छोटे बदलाव करते हैं, तो विद्यार्थी और अधिक प्रभावी ढंग से सीख पाएँगे। जब विद्यार्थियों को अधिक चयन करने और निर्णय लेने की छूट दी जाती है, तो वे त्रिकोणमिति का आनंद ले सकते हैं और गणित के अपने शिक्षण से सशक्त अनुभव कर सकते हैं।

विचार के लिए रुकें

  • अपनी कक्षा के बारे में सोचें। त्रिकोणमिति सीखने के बारे में आपके विद्यार्थी क्या सोचते हैं? उन्हें इसमें कितना आनंद आता है? आपको ऐसा क्यों लगता है?

  • उस समय के बारे में सोचें, जब आप विद्यालय में त्रिकोणमिति सीखते थे। जिस तरह से आपको विद्यालय में पढ़ाया गया था, उसके तरीके में आपको क्या भिन्न पसंद आएगा (यदि कुछ हो)?

आप इस इकाई में क्या सीख सकते हैं