2 साझा पठन के लिए पाठ का चयन करना

केस स्टडी 1 में, अध्यापिका एक सरल कहानी से साझा पठन का आयोजन करती है।

केस स्टडी 1: सुश्री समरीन साझा पठन का आयोजन करती हैं

सुश्री समरीन बिहार में कक्षा 3 की अध्यापिका हैं।

पहले मैंने एक बिग बुक तैयार की, ताकि मेरे विद्यार्थी शब्दों और चित्रों को आसानी से देख सकें। कहानी थी ‘A Little Red Hen’ और मैंने उन्हें यह कहानी पिछले सप्ताह पढ़कर सुनाई, ताकि विद्यार्थी कहानी से पहले से परिचित हों। (आप इस कहानी को संसाधन 1 में देख सकते हैं।)

मैंने विद्यार्थियों को अपने इर्द-गिर्द समूह में इस तरह खड़ा किया, कि वे सभी पृष्ठों को देख सकें। मेरी कक्षा में मौसमी प्रवासी कामगारों के बच्चे हैं जो अक्सर अनुपस्थित रहते हैं। मैंने उन्हें समूह में सामने की ओर रखा ताकि सुनिश्चित हो कि वे सम्मिलित हैं और मैं उनकी भागीदारी पर नज़र रख सकूँ।

पढ़ने से पहले, मैंने समझाया कि हम सब मिलकर एक किताब पढ़ेंगे। मैंने उन्हें किताब का मुखपृष्ठ दिखाया और याद दिलाया कि उन्होंने यह कहानी पहले से सुन रखी है। मैंने उनसे पूछा कि क्या उन्हें कहानी बारे में कुछ याद आ रहा है। उन्होंने एक-दो चरित्रों के नाम बताए जो उन्हें याद थे।

तब मैंने उनसे कहा कि जब मैं अपनी उंगली को किताब के शब्दों के नीचे चलाऊँ तब वे उसका अनुसरण करें, मुझे सुनें तथा मेरे साथ ऊँचे स्वर में पढ़ें। मैंने किताब के शीर्षक के साथ अभ्यास करके जाँच की कि उन्होंने मेरे निर्देश समझ लिए हैं।

मैंने विद्यार्थियों से यह पूछते हुए शुरू किया, 'क्या आप तैयार हैं?' फिर मैं पहले पृष्ठ पर गई, और पाठ को अपनी उंगली चलाते हुए ऊंचे स्वर में धीमी गति से और साफ-साफ पढ़ने लगी। विद्यार्थी पहले तो थोड़ा सा झिझके, लेकिन जब एक-दो विद्यार्थी मेरी नकल करने लगे, तो अन्य भी शामिल हो गए, और हर नए पृष्ठ के साथ उनका आत्मविश्वास बढ़ता गया। उच्चारण पर जोर देने के लिए, मैंने आवाज़ की शैली को जरा सा बढ़ाया, और हर चरित्र के साथ मेल खाने के लिए आवाजें बदलती गई। जहाँ मुझसे हो सका, मैंने ऐसे भाव और क्रियाएं अपनाई जिनकी नकल विद्यार्थी पढ़ते समय कर सकते थे, जैसे अपने सिर को झुकाना या हिलाना, या अपने हाथ से इशारे करना।

चूंकि विद्यार्थियों के लिए साझा पठन नई चीज थी, मैंने उन्हें आकर्षित करने और गति को बनाए रखने के लिए मुख्य तौर पर कहानी की प्रगति और उसके चरित्रों पर ध्यान दिया। कभी-कभी किसी पृष्ठ को शुरू करने के पहले हम रुकते थे और मैं किसी चरित्र या चित्र की ओर इशारा करके पूछ लेती, 'यह कौन है?', 'वह क्या है?' या 'वह क्या कर रहा है?', और तब विद्यार्थी उत्तर देते थे। उनके उत्तर पूरी तरह से सटीक थे या नहीं यह इतना महत्वपूर्ण नहीं था। मेरा लक्ष्य पठन में उनकी भागीदारी को प्रोत्साहित करना और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना था। गति में परिवर्तन करने और रहस्य उत्पन्न करने के लिए, धीरे से अगला पन्ना पलटने से पहले मैं उनसे यह भी पूछती थी, 'आपके विचार सें आगे क्या हुआ?'

इस कहानी में दोहराए जाने वाले वाक्यांश हैं। दूसरे या तीसरे दोहराव पर, मैं शुरू में जरा सा ठहर जाती और विद्यार्थी स्वयं उस वाक्यांश को बोलकर जारी रखते थे। उन्हें ऐसा करके खुशी होती थी, और उन्हें यह एक तरह का खेल लगता था।

जब हमने किताब पूरी पढ़ ली, तब मैंने विद्यार्थियों से उसके बारे में कुछ सरल प्रश्न पूछे। मैंने उत्तर देने के लिए किसी एक को चुनने की बजाय विद्यार्थियों से कहा कि यदि वे उत्तर जानते हैं तो अपने हाथ उठाएं। इससे मुझे पता लगा कि उन्होंने कहानी को कितना समझा था। जहाँ आवश्यक हुआ, वहाँ मैंने उनके उत्तरों को अंग्रेजी में और उनकी घर की भाषा में बोलकर सुनाया। उनके योगदान के लिए मैंने उन सभी की प्रशंसा की। जब–जब वे अधिक उत्साहित होने लगते, मैं उन्हें ध्यान दिलाती कि उन्हें एक दूसरे की बात ध्यानपूर्वक सुननी चाहिए और अपनी बारी का इंतजार करना चाहिए।

विचार के लिए रुकें

  • अपने विद्यार्थियों को साझा पठन के लिए तैयार करने के लिए सुश्री समरीन ने क्या किया?
  • साझा पठन में उनके ध्यान को बनाए रखने के लिए उन्होंने किन तकनीकों का उपयोग किया?
  • उन्होंने जो कुछ मिलकर पढ़ा उसके बारे में उनकी समझ का मूल्यांकन उन्होंने कैसे किया?
  • क्या ऐसी कोई बात है जो आपको उनके पाठ के बारे में खास तौर पर पसंद आई? क्या ऐसी कोई चीज है जिसे आप अलग तरीके से करते?
  • आपके विचार से साझा पठन हाशिए पर स्थित समूहों के बच्चों को सम्मिलित करने में कैसे सहायता कर सकता है?

अपने विद्यार्थियों की रुचि कहानी में बनाए रखने और उनके सीखने को बढ़ावा देने में मदद के लिए सुश्री समरीन ने अपने पाठ में कई तकनीकों का प्रयोग किया। हो सकता है आप अपने विद्यार्थियों के साथ इनमें से कुछ तकनीकों का पहले से उपयोग करते हों, या ये सभी तकनीकें आपके लिए नई भी हो सकती हैं। इन सभी तकनीकों का कक्षा में उपयोग सरल है और अगली गतिविधियों में इनमें से कुछ तकनीकों का प्रयोग आप अपने विद्यार्थियों के साथ कर सकते हैं। यदि पहली बार उनके उपयोग के समय सब कुछ ठीक ढंग से न भी हो पाए तो भी कृपया हिम्मत न हारें। हम सबको नए ढंग से कुछ करने के लिए अभ्यास की जरूरत होती है – यह आप और आपके विद्यार्थियों, दोनों पर लागू होता है। बार-बार अभ्यास से आप और आपके विद्यार्थी दोनों इन नई तकनीकों का उपयोग करने में अधिक आत्मविश्वासी हो जाएंगे तथा आपके विद्यार्थियों की शिक्षा में सुधार होगा।

गतिविधि 2: साझा पठन के लिए कोई पाठ चुनें – गतिविधि का नियोजन

यदि संभव हो तो इसे किसी साथी अध्यापक के साथ करें। यह आपके पाठ की तैयारी तैयारी के लिए एक नियोजन गतिविधि है।

कोई पाठ चुनें जिसका उपयोग आप साझा पठन के लिए कर सकते हैं। यह कोई ऐसी कहानी हो सकती है जो आप पहले से ही सस्वर पढ़कर सुना चुके हैं, या किसी अन्य कक्षा की पाठ्यपुस्तक की कोई कहानी हो सकती है। यह कोई लघु कविता भी हो सकती है, या किसी विषय क्षेत्र, उदाहरण के लिए, जल चक्र पर कोई आसान पाठ हो सकता है। यदि आप कहानी या कविता का चुनाव करते हैं, तो उनमें ऐसे स्थानों का पता लगाने का प्रयास करें जहाँ विद्यार्थी शब्दों या वाक्यांशों को दोहरा सकें और आपके साथ शामिल हो सकें।

आप अपनी कल्पना से खुद अपनी कहानी या कविता लिख सकते हैं। ऐसा करते समय आप विद्यार्थियों और स्थानीय मशहूर स्थानों के नाम उसमें शामिल कर सकते हैं।

पाठ छोटा होना चाहिए, और वास्तविक पठन में दस मिनट से अधिक समय नहीं लगना चाहिए। पाठ के लिए मापदंडों पर विचार करें, उदाहरण के लिए:

  • विद्यार्थियों की रुचियाँ और पृष्ठभूमि
  • विषय के साथ विद्यार्थियों का या आपका अपना परिचय
  • अंग्रेजी के प्रति विद्यार्थियों का या आपका अपना आत्मविश्वास
  • स्थानीय लोग, मशहूर स्थान या घटनाएं
  • स्थानीय भाषाएं – आप अंग्रेजी और अन्य भाषाओं के संयोजन वाला ‘साझा पठन’ पाठ बना सकते हैं
  • ऐसी रूढ़िवादी बातें जिनसे बचना है या जिन पर चर्चा करनी है।

उपयुक्त कहानियों के उदाहरणों के लिए संसाधन 1 देखें।

अपने पाठ का चुनाव कर लेने के बाद, उसे किसी साथी अध्यापक या अपने परिवार के किसी सदस्य को ऊँचे स्वर में सुनाकर अभ्यास करें। याद रखें इसे स्थिर गति पर ऊँचे स्वर में पढ़ने में आपको दस मिनट से अधिक नहीं लगने चाहिए।

कक्षा संगठन और अपने विद्यार्थियों के लिए पूर्व नियोजन के बारे में अधिक जानने के लिए संसाधन 2, 'पाठों का नियोजन' देखें।

1 साझा पठन को आरंभ करना

3 बिग बुक (Big Book) बनाना और उपयोग करना