संसाधन 4: प्रभावी विचार-मंथन
विचार-मंथन प्रभावी हों इसके लिए आपको यह करना आवश्यक है:
- विचार-मंथन के उद्देश्य को परिभाषित करें।
- सभी विद्यार्थियों को भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें और विचारों को ‘उनके मस्तिष्कों में आने’ दें।
- विद्यार्थियों के योगदानों को लिखें – इस बात पर बल देना महत्वपूर्ण है कि सभी योगदानों को अभिलेखित किया जाए।
- जानकारी को एकत्रित करने के लिए यदि संभव हो तो विद्यार्थियों की मदद करते हुए बात–चीत करके उपयुक्त श्रेणियों पर निर्णय लें।
- जिन श्रेणियों पर चर्चा की गई है उसका उपयोग करते हुए विचार-मंथन सत्र से प्राप्त जानकारी के अभिलेखन की एक विधि चुनें।
- अभिलेखित जानकारी पर चर्चा करें और फिर ऐसे क्षेत्रों पर निर्णय लें जिन पर और मंथन आवश्यक है (‘हम … के बारे में और क्या पता लगाना चाहते हैं?’) ।
- जिन प्रश्नों के उत्तर नहीं मिले, उन्हें लिख लें।
- यह योजना बनाएं कि कैसे इन प्रश्नों या विकास की आवश्यकता वाले क्षेत्रों के उत्तर, कक्षा में ऐसे तरीकों से दिए जा सकें, जिनसे विद्यार्थी उन्हें समझ में आने वाले ध्वनि के पहलुओं का अनुभव कर सकें।
- यह योजना बनाएं कि आप अपने विद्यार्थियों को किस प्रकार संगठित करेंगे तथा उनके सीखने की क्रिया को आप किस प्रकार सहयोग देंगे – किन विद्यार्थियों को अन्य की अपेक्षा अधिक सहयोग चाहिए उनको आप किस प्रकार से सहयोग करेंगे?
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संसाधन 3: विचार-मंथन सत्र की व्यवस्था करना