2 समूहकार्य का उपयोग करने की विधियां और इसके लाभ

सहयोगी किंतु चुनौतीपूर्ण वातावरण में विचारों की खोज करने एवं उन्हें साझा करने में विद्यार्थियों, वयस्कों एवं अन्य शिक्षार्थियों की मदद करने के लिए समूहकार्य को बहुत से तरीकों से प्रयोग किया जा सकता है। समूहों में विद्यार्थियों को सहयोगी तथा उपहास नहीं उड़ाने वाले समुदाय में जोख़िम उठाने और नए या अजीब विचार आज़माने का आत्मविश्वास मिलता है। कई विचार इस कारण से त्यागे जा सकते हैं कि वे खोज पर कायम नहीं रह सके, लेकिन किसी को शर्मिंदा नहीं होना पड़ा।

समूहों का उपयोग करने का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि बातचीत करने में समर्थ होने से मस्तिष्क अधिक गहराई से सोचने के लिए प्रेरित होता है। इस प्रकार, विद्यार्थी अधिक हासिल कर सकते हैं, क्योंकि उन्हें चुनौती दी जाती है, उन्हें सहारा दिया जाता है इससे सोचने की क्रिया विस्तारित होती है। समूहकार्य का उपयोग करने में और समूहों का गठन करने के तरीकों की खोज करने में आत्मविश्वास हासिल करने में समय लगता है, परन्तु एक बार हासिल हो जाने पर, समूहों का उपयुक्त उपयोग आपके और बहुत से विद्यार्थियों को बेहतर प्रगति करने में मदद करेगा।

समूहकार्य को कई तरीकों से संगठित किया जा सकता है। विद्यार्थियों की सीख के लिए उनका अधिक प्रभावी उपयोग करने में मदद पाने के लिए, उनके सामर्थ्य को समझना महत्वपूर्ण है। तालिका 1 में समूह संगठित करने के चार तरीके दिखाए गए हैं। उन्हें ध्यान से देखें।

तालिका 1 समूहों के प्रकारों के लाभ।

समूह का संघटनलाभ
मिश्रित योग्यता वाले समूहअधिक योग्य विद्यार्थी अपने विचारों और सोच के बारे में समझा सकते हैं। कम योग्य विद्यार्थी विस्तृत श्रोतावर्ग के सामने अपने ज्ञान की कमी जाहिर हो जाने का जोखिम उठाए बिना, नए विचार हासिल कर सकते हैं और अपनी समझ को विस्तार दे सकते हैं।
समान योग्यता वाले समूहसभी विद्यार्थी समान योग्यता वाले हैं और सीखने की क्रिया को, उनकी सामूहिक आवश्यकता के अनुसार सहारा दिया जा सकता है या विस्तारित किया जा सकता है। अलग अलग योग्यता वाले समूहों को अलग अलग प्रकार के कार्य दिए जा सकते हैं। अधिक संरचित गतिविधियों से मदद मिलेगी।
मित्रों के समूहविद्यार्थी मित्रों के साथ सहभागिता करने के लिए अधिक प्रेरित व सहज रहेंगे।
यादृच्छिक समूहऐसे विद्यार्थियों को एक साथ कार्य करने का अवसर मिलेगा, जिन्हें वे कम अच्छी तरह से जानते हैं। समूहों का गठन अधिक तेजी से किया जा सकता है, क्योंकि विद्यार्थियों को उनकी जगह से हटाने की आवश्यकता नहीं भी हो सकती है।

विचार के लिए रुकें

  • तालिका 1 में दिए गए प्रत्येक प्रकार के समूह का उपयोग आप कब-कब करेंगे? इन विभिन्न प्रकार के समूहों को आप कैसे व्यवस्थित करेंगे? जिस प्रकार के समूह को आप सबसे पहले आजमाना चाहेंगे उस पर नोटस बनाएं।

अब, समूहों के साथ अपने खुद के पाठ की योजना बनाने और उसे पढ़ाने से पहले, नीचे दिया गये केस स्टडी को पढ़ें। पढ़ने के दौरान, यह सोचें कि आप ऊपर दिए गए समूह के प्रकारों में से किसी एक का उपयोग करते हुए अपनी कक्षा में इसके जैसा कुछ कैसे आजमा सकते हैं?

केस स्टडी 2: प्रयोगात्मक जांच-पड़ताल के लिए कक्षा को समूहबद्ध करना।

श्रीमती विमला अपनी कक्षा को तैरने व डूबने के बारे में पढ़ा रही थीं और वे चाहती थीं कि पहले उन्हें यह अनुमान लगाने का अवसर मिले कि कौन सी वस्तु डूबेगी और कौन सी तैरेगी, और उसके बाद वे समूहों में अपने अनुमानों का परीक्षण करें।

मेरी कक्षा में 43 विद्यार्थी हैं और उपकरण केवल चार समूहों के लायक ही हैं, इसलिए मैंने कक्षा को दो भागों में पढ़ाने का निर्णय किया। मुझे उम्मीद थी कि आधी कक्षा (21 विद्यार्थियों) के साथ कार्य करने से मैं उन्हें बातचीत करने, सोचने और अपने सहपाठियों के साथ विचार साझा करने का अधिक समय दे सकूंगी।

जब मैंने आधी कक्षा के साथ तैरने व डूबने की गतिविधि की, तो उस दौरान बाकी की आधी कक्षा ने मेरे द्वारा तैयार किए गए एक जानकारी पत्रक का उपयोग करते हुए, हमारे विषय के एक अन्य पहलू पर समूहों में थोड़ा शोध कार्य किया। उन्हें कुछ प्रश्नों के उत्तर देने थे और एक समस्या हल करनी थी जिसे उन्होंने अपनी पुस्तकों में लिखा। मुझे वह कार्य तब देखना था जब पूरी कक्षा तैरने व डूबने की गतिविधि पूरा कर लेती।

मैंने समान प्रकार की वस्तुओं के चार समूह बनाए और आधी कक्षा को आगे की ओर बुला लिया, जबकि बाकी की आधी कक्षा पीछे की ओर कार्य कर रही थी।

आगे की ओर मैंने विद्यार्थियों को चार समूहों में बाँटा, उन्हें उनका संकलन दिया और उनसे ‘तैरने वालों’ और ‘डूबने वालों’ का अनुमान लगा कर उनके नाम एक पत्रक में लिखने को कहा [देखें संसाधन 2]। मैंने उन्हें प्रोत्साहित किया कि यदि संभव हो तो वे समूह में आम सहमति तक पहुँचें, पर यदि कोई मतभिन्नता हो तो जिन वस्तुओं के बारे में वे निश्चित नहीं हैं उन्हें ‘अनिश्चित’ घेरे में रख दें। जब वे अपने विचारों पर चर्चा कर रहे थे, तो मैं पीछे बाकी की आधी कक्षा के पास गई तथा जिन विद्यार्थियों को सहयोग चाहिए था, उन्हें सहयोग दिया। इसके बाद मैं आगे लौट आई जहां मैंने विद्यार्थियों को कौन सी वस्तु तैरेगी इस बारे में बात करते हुए सुना। मैंने दखल केवल वहीं दिया जहां वे वास्तव में भ्रमित थे, या फिर मैंने सरल प्रश्न पूछे, जैसे कि ‘तुम्हें ऐसा क्यों लगता है?’, ताकि उन्हें इस बारे में और अधिक सोचना पड़े कि उन्हें ऐसा क्यों लगता है कि अमुक वस्तु तैरेगी या डूबेगी?

जब सभी समूहों ने अपना कार्य पूरा कर लिया तो मैंने प्रत्येक को एक कटोरा पानी दिया [चित्र 2]। मैंने पुराने कटोरों और एक बड़े से खाली टिन का इस्तेमाल किया। क्योंकि स्कूल में हमारे पास ज्यादा उपकरण नहीं हैं। मैंने उन्हें पाँच मिनट दिए और कहा कि वे अपने विचारों का परीक्षण करें और अपने-अपने परिणाम नोट करें। जिन वस्तुओं ने उनके अनुमान के अनुसार परिणाम दिया उन पर सही का निशान लगाएं और बाकियों को बिना निशान के छोड़ दें। उन्होंने जिन वस्तुओं का परीक्षण किया उनमें से, विद्यार्थियों का सुझाव था कि पत्थर, सिक्का, कंक्रीट का टुकड़ा, लकड़ी का टुकड़ा, धातु का टुकड़ा, चम्मच, बर्तन, थाली, पंख, कागज़ और पेंसिल डूब जाएंगे।

चित्र 2 विद्यार्थी अनुमान लगा रहे हैं कि क्या तैरेगा और क्या डूबेगा।

इसके बाद मैंने विद्यार्थियों से अपने-अपने समूहों में यह चर्चा करने को कहा कि उनके विचार में वस्तुएं क्यों डूबीं या तैरीं? मैंने उनके मुख्य विचार सूचीबद्ध किए और फिर उनसे कहा कि डूबने वाली कोई एक वस्तु चुनें और उसे तैराने का कोई तरीका खोजें। उन्हें इस पर चर्चा करने के लिए समय देने के बाद, मैंने उनसे कहा कि वे स्वेच्छा से आएं और अपनी डूबने वाली वस्तुओं को तैराने की कोशिश करें। एक विद्यार्थी ने सिक्के को उस लकड़ी पर रख दिया जो तैरी थी, और सिक्का ‘तैर गया’ क्योंकि वह लकड़ी पर था। मैंने पूछा कि क्या यह सच में तैरना है? तो इस प्रश्न पर काफी चर्चा हुई। उनके गृहकार्य के लिए मैंने उनसे कहा कि वे इस बारे में स्वयं के विचार लिख कर लाएं कि चीजें क्यों तैरीं या डूबीं?

सत्र के अंत में मुझे यह देख कर बड़ी प्रसन्नता हुई कि विद्यार्थी कितनी रुचि ले रहे थे। चीजें क्यों तैरती या डूबती हैं, इस बारे में उनके चिंतन के स्तर से मैं बहुत प्रभावित हुई। मेरे अगले से पूरी कक्षा द्वारा उनके कार्य पूरा कर लिए जाने के बाद उनके विचारों को स्पष्ट करने में मदद मिलेगी। सबसे ज्यादा प्रसन्नता मुझे इस बात से हुई कि पूरी कक्षा में कभी-कभार ही बोलने वाले विद्यार्थियों ने छोटे समूहों में कहीं अधिक सहभागिता दिखाई – तथा उनके पास कहने के लिए बहुत कुछ था।

विचार के लिए रुकें

इस बारे में सोचें कि आप अपने शिक्षण में समूह गतिविधि को प्रेरित करने के लिए श्रीमती विमला की कुछ या सभी कार्यनीतियों एवं क्रियाओं का उपयोग कैसे कर सकते हैं? इस शिक्षिका को अपेक्षाकृत कम विद्यार्थियों के साथ अधिक नजदीकी संपर्क एवं बातचीत करनी चाहिए थी, ताकि वह तैरने और डूबने की उनकी वर्तमान समझ का पता लगा सके। अपने विद्यार्थियों की सोच की और अधिक खोज करने के लिए आप समूहकार्य का उपयोग कैसे कर सकते हैं?

गतिविधि 1: समूहकार्य की योजना बनाना और उसका उपयोग करते हुए पढ़ाना

अपनी कक्षा योजना के साथ आप किस प्रकार के समूह का उपयोग करना चाहेंगे? इस बारे में अपने विचारों का उपयोग करते हुए, स्वयं या किसी सहकर्मी के साथ जल तथा तैरने व डूबने से संबंधित उसके गुणों के बारे में एक पाठ की योजना तैयार करें। निम्नांकित के बारे में सोचें–

  • आप अपने विद्यार्थियों को विज्ञान में क्या सिखाना चाहते हैं? आपके सीखने के उद्देश्य क्या हैं?
  • समूहों में कार्य करने से विद्यार्थियों की सीखने की क्रिया को मदद कैसे मिलेगी?
  • विशेष शैक्षिक आवश्यकताओं वाले विद्यार्थियों द्वारा समूहों में कार्य किए जाने के दौरान आप उनकी सहायता कैसे करेंगे?
  • साथ मिल कर कार्य करने के विचार से आप अपनी कक्षा का परिचय कैसे कराएंगे?
  • आप किस प्रकार के समूह का उपयोग करेंगे?
  • आप समूहों को संगठित कैसे करेंगे? या फिर, क्या आप एक बार में एक समूह के साथ काम करेंगे या एक बार में कुछ समूहों के साथ?
  • उन्हें करना क्या है? यह आप उन्हें कैसे समझाएंगे? ताकि वे साथ मिल कर अच्छी तरह कार्य करने में समर्थ हो जाएं।
  • साथ मिल कर कार्य करने के बारे में आप अपने विद्यार्थियों को क्या सिखाना चाहते हैं?
  • आपको किन उपकरणों की आवश्यकता होगी? इससे यह कैसे सुनिश्चित होगा कि आप गतिविधि कैसे कर सकते हैं?
  • विद्यार्थियों द्वारा समूहों में कार्य किए जाने के दौरान आप क्या करेंगे?
  • आपके विद्यार्थियों ने क्या सीख लिया है? आप यह कैसे जानेंगे और कैसे इसका मूल्यांकन करेंगे?

अपने पाठ की योजना बना लेने के बाद, साथ मिल कर सत्र के लिए संसाधन एकत्र करें– जब आप तैयार हो जाएं तब पाठ पढ़ाएं।

गतिविधि 2: वह कैसा रहा?

पाठ के तुरंत बाद, स्वयं के अनुभव के बारे में निम्नांकित प्रश्नों के माध्यम से उत्तर दें–

  • पाठ कैसा रहा?
  • कौन सी चीजें अच्छी रहीं? वे अच्छी क्यों रहीं?
  • कौन सी चीजें आशानुरूप नहीं हुईं?
  • आपके विचार में ऐसा क्यों हुआ?
  • समूहों का उपयोग करने के अपने कौशल को बेहतर बनाने के लिए आप अगली बार क्या कर सकते हैं?

अंतिम गतिविधि में आपको अपनी कक्षा से यह पूछना है कि उन्हें पाठ की क्या चीज़ अच्छी लगी? पर यह करने से पहले अपने उत्तरों के बारे में नोटस बनाएं।

गतिविधि 3: आपके विद्यार्थियों को समूह कार्य के बारे में क्या पसंद है?

अपनी कक्षा के साथ इसे करते हुए कम-से-कम 15 मिनट गुजारें। इन प्रश्नों को बोर्ड पर लिखें–

  • समूहों में कार्य करने बारे में आपको क्या पसंद है?
  • क्या आपको लगता है कि इससे आपको विज्ञान के बारे में जानने में मदद मिली?
  • आपको ऐसा क्यों लगता है?
  • आप ऐसा क्या बदलाव करना चाहेंगे? जिससे अधिक सीखने में आपको मदद मिले।

आप किस प्रकार समझाएगें कि विद्यार्थियों को क्या पसंद आया? और समूहों में कार्य करते समय किस चीज़ में सुधार किया जा सकता है? इस पर आप उनकी रचनात्मक प्रतिक्रिया चाहते हैं। समूहों का उपयोग करने का उद्देश्य है बेहतर ढंग से सीखने में उनकी मदद करना। जब समूह बातचीत कर रहे हों तो उनके आस-पास न जाएं।

हो सकता है कि वे सीधे आपसे बात करना न चाहें, बेहतर समझें तो अपने उत्तर लिख कर दे सकते हैं। विर्द्याथियों को समूहों में बातचीत करने का समय दें और उसके बाद उनसे मौखिक या लिखित रूप में, प्रश्नों पर सामूहिक प्रतिक्रिया अथवा वैयक्तिक उत्तर देने को कहें।

यह महत्वपूर्ण है कि समूहों में कार्य करने के बारे में आपके विद्यार्थी क्या सोचते हैं? इस संबंध में आप उनके दृष्टिकोणों को सुनें। समय व उत्तर देने के लिए उन्हें धन्यवाद दें। अधिक गहराई से जांचने के लिए उत्तर अपने साथ ले लें। एक अच्छा शिक्षक कैसा होता है? सबसे अच्छी तरह से सीखने में उसे किस चीज़ से मदद मिलती है, इस बारे में अधिकतर विद्यार्थियों के अपने-अपने विचार होते हैं।

विचार के लिए रुकें

  • आपने पाठ के बारे में जो कहा था, उनका विश्लेषण उससे कितना मेल खाता है?
  • उनकी टिप्पणियों से, समूहकार्य के आपके कौशलों में सुधार लाने में कैसे मदद मिलेगी?

समूहकार्य वाला वीडियो देखें। जब आप वीडियो देखें, तो आप जो देखें उसे अपने स्वयं के अनुभव से जोड़ने की कोशिश करें और सोचें कि आप अपने कौशलों को और विकसित कैसे कर सकते हैं?

वीडियो: समूहकार्य का उपयोग करना

1 विचारों की खोज करने के लिए समूहकार्य का उपयोग करना

3 समूहकार्य के नियम विकसित करना