3 खुले सिरे वाली गतिविधियों का उपयोग करना
जब विद्यार्थी गतिविधियों पर काम करते हैं और वस्तुओं को साथ-साथ धक्का देते हैं और खींचते हैं, तो वे जिस चीज़ को महसूस करते हैं, उसे वर्णित करने के लिए शब्दों का स्वयं का कोश बना कर रहे होते हैं। विभिन्न प्रकार के प्रश्नों -विशेष रूप से ज्यादा खुले सिरों वाले प्रश्नों- का उपयोग करके आप विद्यार्थियों को अपने सहपाठियों के साथ सोचने और अपने विचारों को बांटने के लिए समय और अंतराल प्रदान करेंगे।
साथ मिलकर वे अपने व्यक्तिगत अनुभवों और साझे ज्ञान के आधार पर समझदारी को बना रहे हैं। हो सकता है कि उनके कुछ विचार अच्छी तरह से गढ़े नहीं गये हों, लेकिन खुला प्रश्नों द्वारा उपस्थित समस्याओं को हल करने के लिए दूसरे लोगों के साथ मिलकर काम करने के द्वारा वे अपने विचारों पर बात–चीत करने और उस बारे में सोचने में समर्थ होते हैं, जिसके बारे में उन्हें लगता है कि वे जानते हैं कि वह कितना सटीक था। साथ मिलकर वे बल क्या है? बल क्या करते हैं, इस बारे में स्वीकृत विज्ञान के अनुरूप अपने विचारों को समायोजित करने की शुरुआत कर सकते हैं।
नीचे दिया गया मामले का अध्ययन प्रदर्शित करता है कि किस प्रकार से एक शिक्षक इस बात का पता लगाने के लिए खुले प्रश्नों का उपयोग करता है? कि बलों के बारे में उसके विद्यार्थी क्या जानते हैं
केस स्टडी 2: खुले सिरे वाली गतिविधियों का एक समूह
श्रीमती दास विज्ञान की पाठ्य-पुस्तक के अध्याय 11 पर काम कर रही हैं और कक्षा आठ के अपने विद्यार्थियों के साथ इस बात का पता लगा रही हैं कि चीज़ें किस तरह से गति करती हैं, उसके बारे में वे क्या जानते हैं? और क्या वे इस बात का वर्णन करने में सक्षम हैं कि बल क्या है? वे छोटी-छोटी गतिविधियों की एक ऐसी श्रृंखला का उपयोग करने का निर्णय लेती हैं जो विद्यार्थियों के साथ पाठ्यपुस्तक का उपयोग करने से पहले वे छोटी–छोटी गतिविधियों की एक ऐसी श्रृंखला का उपयोग करने का निर्णय लेती है जिससे कि उनकी कक्षा अपने विचारों को व्यक्त करें।
मैंने चार सरल गतिविधियों को उपयोग में लाने की योजना बनाई है, क्योंकि उनके लिए मुझे ढेर सारे उपकरण एक साथ नहीं जमा करने पड़ते हैं। गतिविधियों का यह ‘सर्कस’ मेरी कक्षा का परिचय काम पर बलों के संदर्भ में वास्तविक अनुभव कराएगा। जिससे मैं बलों की उनकी वर्तमान समझदारी का पता लगा सकूंगा। मैंने विद्यार्थियों से प्रत्येक स्टेशन (समूह) पर जो कहा गया है वह करने के लिये मैंने विद्याथिर्यों को कहा। ‘‘क्या हो रहा है? और क्यों?’’ प्रश्न के उत्तर द्वारा जो हुआ है उसे स्पष्ट करने का प्रयत्न करें।
मैंने उनसे उनके सामान्य जोड़ों में काम करने के लिए कहा। मैंने कुछ दिन पहले कम आत्म-विश्वासी और कम योग्य विद्यार्थियों का ज्यादा आत्मविश्वासी विद्यार्थियों के साथ जोड़ा बनाया था और उन सबको एक दूसरे की बात को ध्यान से सुनने और सहायता करने की याद दिलाई थी, जबकि वे इस बात को समझाने की कोशिश कर रहे थे कि क्या घटित हो रहा है? मैंने उन्हें बताया कि किसी भी एक समय पर एक स्टेशन पर अधिकतम दो जोड़े तक हो सकते हैं, क्योंकि 48 विद्यार्थियों की मेरी कक्षा के लिए करने के लिए मेरे पास प्रत्येक गतिविधि के तीन समूह थे। मेरी कक्षा के लिए पर्याप्त संसाधन मुहैया कराना मुश्किल है और विद्यार्थियों को इस तरह से संगठित करने का सुझाव एक सहकर्मी ने दिया था, जिसकी कक्षा भी बड़ी थी। उन्होंने कहा कि इससे उन्हें बात करने और अपने विचारों को साझा करने का अवसर मिला।
मैंने प्रत्येक जोड़े को एक काम करने, प्रश्नों का उत्तर देने तथा बाद में कक्षा के साथ बांटने के लिए अपने विचारों को लिखने के लिए पांच मिनट का समय दिया। मैंने उन्हें अपनी आवाजें धीमी रखने की याद दिलाई जिससे वे अन्य कक्षाओं में व्यवधान नहीं डालें।
गतिविधियां इस प्रकार से थीं–
- जितने तरीके से आप कर सकते हैं, उतने तरीकों से मेज़ पर किताब को इधर से उधर धक्का देना।
- गेंद को नीचे ढलान पर सरका देना। इसके बाद दो अलग-अलग गेंदों को सरकाना और जो होता है उसे देखना।
- कमर की ऊंचाई से कागज के एक चपटे टुकड़े को गिराना। फिर उसी ऊंचाई से मरोड़कर गोला बना हुए कागज के टुकड़े को गिराएं। फिर दोनों को अधिक ऊंचाई से आजमाएं।
- गेंद को पहली सतह पर सरकाएं। फिर इसे दूसरी सतह पर सरकाएं।
हर एक पांच मिनट पर मैंने ताली बजायी और जोड़ों को अगली गतिविधि पर जाने के लिए कहा। 20 मिनट या इसके आसपास उन्होंने समस्त कामों को पूरा कर लिया था। एक समय ऐसा आया कि मुझे उन्हें रोकना पड़ा क्योंकि शोर बहुत अधिक हो गया था। मैं इस बात को लेकर वास्तव में प्रसन्न थी कि विद्यार्थी जो कुछ कर रहे थे, उसे लेकर बहुत अधिक उत्सुक और रोमांचित थे लेकिन मैं अन्य कक्षाओं को तंग नहीं करना चाहती थी। जब वे काम कर रहे थे तो मैं कक्षा में चारों ओर गयी और उनकी चर्चाओं और विचारों को ध्यानपूर्वक सुना और यदा-कदा इस प्रकार के प्रश्न पूछे कि ‘आप ऐसा क्यों सोचते हैं?’ या ‘क्या होगा अगर आप …?’ जिससे कि विद्यार्थियों की इस बारे में विचारों को विकसित करने में मदद की जा सके कि उनके विचार में क्या घटित हो रहा था?
उनके द्वारा समस्त चारों गतिविधियों को कर लिये जाने के बाद मैंने जोड़ों से चार के समूह बना लेने, अपने उत्तरों पर गौर करने के लिए कुछ मिनट लेने और ऐसे एक या दो कथनों को लिखने के लिए कहा, जिनके बारे में उन्हें लगता है कि वे बलों के बारे में उन्होंने जो कुछ पाया है, उसके बारे में सत्य थे।
इसके बाद मैंने उनसे अपने विचारों को साझा करने के लिए कहा। मैं हर किसी को फीडबैक प्रदान करने का मौका देना चाहती थी, इसलिए मैं चार विद्यार्थियों के समूह में से एक समय में केवल एक उत्तर लिया और फिर उनके उत्तरों को ब्लैकबोर्ड पर दर्ज कर लिया। पाठ के आखिर तक विद्यार्थी इस बात पर सहमत हो गये थे कि बल धक्का देना या खींचना है, जिसे कि विभिन्न तरीकों से बदला जा सकता है। मैं खुश थी, क्योंकि इसके कारण मुझे बलों के असर को बदलने के तरीकों तथा न्यूटन के नियमों का उपयोग करके बलों को मापने के तरीकों पर गौर करने का अवसर मिला।
![]() विचार के लिए रुकें श्रीमती दास के पाठ में एकदम सरल सामग्रियों का उपयोग किया गया था और इसकी बहुत कम तैयारी करनी पड़ी थी। आप कदाचित गतिविधियों के ‘सर्कस’ को करने में सक्षम नहीं हों, लेकिन इस बारे में सोचें कि विज्ञान के अपने पाठों में आप किस तरह से ज्यादा खुले सिरे वाली गतिविधियों का उपयोग कर सकते हैं। अगर आपकी कक्षा बड़ी है, तो हो सकता है कि आप प्रयोगात्मक काम दो अर्धांशों में कर सकें, जिनमें से एक अर्धांश में वे अपनी पाठ्य-पुस्तक से अपना स्वयं का काम करेंगे, जब आप दूसरी से कर रहे होंगे; इसके बाद आप अगले पाठ की अदला-बदली करेंगी। खुले प्रश्नों का उत्तर देने की उसी गतिविधि को करने में विद्यार्थियों की मदद करने का एक दूसरा तरीका यह है कि अखबारों से कुछ तस्वीरें एकत्रित की जाए, जैसे कि अपने विचारों के बारे में बात करने में समूहों को समर्थ बनाने के लिए श्रीमती शर्मा ने तस्वीर का उपयोग किया है। |
बलों के बारे में सैद्धांतिक विचारों को और गहराई से समझने में विद्यार्थियों की मदद करने के लिए यह ज़रूरी है कि उनके पास वह अनुभव हो, जो कि उन्हें बल को महसूस करने में समर्थ बनाता हो, जबकि यह वस्तुओं पर प्रभाव डालता है और उन्हें इस बारे में सोचने के लिए कहें कि क्या घटित हो रहा है? आपके द्वारा चुनौती भरे प्रश्नों का उपयोग किये जाने से उन्हें ज्यादा गहराई से सोचने में मदद मिलेगी।
गतिविधि 3: खुले सिरे वाली गतिविधि जांच–पड़ताल
इस गतिविधि के लिए आपको निम्नलिखित प्रश्नों के बारे में सोचना होगा और फिर इसके पहले कि आप अपने विद्यार्थियों के साथ गतिविधि को संपन्न कर सकें अपने पाठ की योजना बनानी होगी।
बलों के किन पहलुओं के बारे में आप अपने विद्याथिर्यों को सीखाना चाहते हैं? आप कदाचित चाह रहे हों कि वे कोई बिल्कुल सरल चीज करें, जैसे कि विभिन्न धक्कों और खिंचावों के असर का अन्वेषण करना या इस बात का पता लगाना कि आप किस प्रकार से दिशा को बदलने के लिए बल का उपयोग कर सकते हैं। इसके बाद आपको निम्नलिखित प्रश्नों और क्रियाकलापों के बारे में सोचने की ज़रूरत पड़ेगी, जिन्हें कि उस समय करना होगा। जब आप अपने पाठ योजना बनाते हैं–
- आप बहुत अधिक संसाधनों का उपयोग किये बगैर इसे प्रयोगात्मक सत्र कैसे बना सकते हैं?
- किन खुले प्रश्नों के बारे में आप चाहते हैं कि विद्यार्थी उनके बारे में सोचें और गतिविधियों के संबंध में उत्तर देने की कोशिश करें?
- आप पाठ से किस प्रकार से परिचय करवाएंगे?
- क्या आप सिर्फ एक गतिविधि का उपयोग करेंगे? या अधिक का?
- अगर आपके पास सीमित संसाधन या स्थान है, तो हो सकता है कि कक्षा का कुछ हिस्सा उस वक्त दूसरे काम करे, जबकि दूसरे विद्यार्थी अपने विचारों का परीक्षण करते हैं और फिर अदला-बदली करते हैं।
- विद्यार्थियों के काम करते समय आप उनकी किस प्रकार से मदद करेंगे? किस प्रकार के प्रश्न मदद करेंगे? और उनके चिंतन को कैसे गति प्रदान करेंगे? उदाहरणों में शामिल है ‘उस समय क्या होगा अगर …?’, ‘आपके विचार में ऐसा क्यों घटित हुआ था?’, ‘क्या यह हमेशा घटित होता है?’ और ‘आप परिणाम को किस प्रकार से बदल सकते हैं?’ इसके अतिरिक्त आपको इसके बारे में भी सोचने की ज़रूरत पड़ेगी कि आप उन लोगों की सहायता किस प्रकार से करेंगे? जिन्हें समझने के लिए अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता है।
- ऐसे सभी संसाधनों को एकत्रित करें और तैयार करें, जिनकी आपको ज़रूरत पड़ती है।
जब समूहों के पास आपका चक्कर लगता है, तो ज्यादा खुले प्रश्नों का उपयोग करके पाठ को पढ़ायें और अभ्यास करें।
पाठ के बाद, इस बात पर विचार करें कि पाठ में क्या अच्छा रहा? और आपको ऐसा क्यों लगता है कि यह ऐसा था। यह पुनः आपकी ज्यादा प्रभाव के साथ रणनीति का उपयोग करने में मदद करेगा।
![]() विचार के लिए रुकें जो घटित हुआ है उसके ऊपर विचार करने में निम्नलिखित प्रश्न आपकी मदद कर सकते हैं–
|
विद्यार्थियों की पढ़ाई स्वाभाविक रूप से आश्चर्य, अन्वेशी, खोज, चिंतन और अधिक आश्चर्य विशेष रूप से उस समय जब उन्हें व्यावहारिक रूप से अन्वेषण करने और बलों की तरह के विषय के बारे में बात करने का अवसर प्रदान किया जाता है। इस प्रकार की गतिविधि उन्हें अधिक जटिल ज्ञान और परिष्कृत चिंतन की ओर ले जाती है। जिस तरह से ये प्रश्न स्वाभाविक जिज्ञासा को जागृत करते हैं इससे खुले प्रश्नों की शक्ति आती है और विद्यार्थियों को यह जानने के लिए प्रेरित करते हैं कि विश्व किस प्रकार से काम करता है? संसाधन 2, ‘पढ़ाई के लिए बात–चीत– विशेष रूप से वे हिस्से जिन पर ‘पढ़ाई के लिए बात–चीत क्यों जरूरी है’? और ‘कक्षा में शिक्षण गतिविधियों के लिए बात–चीत की योजना बनाना’ – का लेबल लगा हो, चिंतन के लिए बात–चीत के महत्व को समझने में आपकी मदद करेंगे।
![]() वीडियो: सीखने के लिए बातचीत |
खुले प्रश्नों का उपयोग विद्यार्थियों को यह दर्शाता है कि उनका शिक्षक उनका सम्मान करता है और अच्छे विचारों को प्रस्तुत करने के लिए उन पर विश्वास करता है, वे स्वयं से विचार करते हैं और मूल्यवान तरीकों से योगदान देते हैं। इसके फलस्वरूप उत्पन्न होने वाला स्वायत्तता, जुड़ाव और सामर्थ्य का बोध सीखने वाले के रूप में उन्हें आत्मविश्वास प्रदान करता है।
विद्यार्थियों को ध्यान से सुनना