संसाधन
संसाधन 1: ‘बस पर बक्से’ (Boxes on the Bus)
बस स्टेशन पर रुकी। एक बूढ़ा व्यक्ति बस में सवार हुआ। उसके हाथ में एक भूरा बक्सा था और उस बक्से में थी… [एक टोपी]। इसके बाद एक माँ और उसका बच्चा बस में चढ़े। उसके हाथ में एक सफ़ेद बक्सा था और उस बक्से में था … [एक कंगन]। इसके बाद, एक लकडहारा बस में चढ़ा। उसके पास एक बहुत लंबा लकड़ी का बक्सा था और उस बक्से में थी … [एक कुल्हाड़ी]। इसके बाद एक रसोइया बस में चढ़ा। उसके हाथ में था एक चपटा, गोल बक्सा और उस बक्से में थी … [एक रोटी]।
जब तक आप चाहें, तब तक इस कहानी को जारी रखें। जब बस में बहुत भीड़ हो गई, तो ड्राइवर ने कहा, ‘अब मैं और ज्यादा लोग या बक्से नहीं ले जा सकता! दरवाज़े बंद हो रहे हैं! बीप बीप!’
उपरोक्त उदाहरण के समान आकृतियाँ, रंग और बक्से किस सामग्री से बने हैं, यह बताकर आप कहानी की जटिलता को बढ़ा सकते हैं। उनकी सामग्री में वर्णनात्मक शब्द जोड़कर या बहुवचन वाली या न गिनी जा सकने वाली चीजें जोड़कर (उदाहरण के लिए, ‘उसके पास धातु का एक भारी बक्सा था और उस बक्से में चमड़े के पुराने जूते/थोड़ा आटा/तीन बड़े कद्दू थे’), या बक्सों से आ रहे शोर का ज़िक्र करके (जैसे ‘वह एक बहुत छोटा बक्सा ले जा रही थी और उस बक्से में से चरमराने की आवाज़ आ रही थी’) इनकी सामग्रियों को और चुनौतीपूर्ण बना सकते हैं। इस कहानी के द्वारा छात्रों को अलग अलग व्यवसायों और लोगों द्वारा उनके कामों में उपयोग किए जाने वाले औज़ारों का भी परिचय मिल सकता है।
इस प्रकार बक्सों और उनकी सामग्रियों की सूची लंबी होती जाने पर, यह कहानी एक मेमोरी गेम बन जाती है।
4 सारांश