3 विद्यार्थियों के प्रश्नों को वर्गीकृत करना

यह सीखने के लिये कि विद्यार्थियों के प्रश्नों का कैसे समाधाना किया? विद्यार्थी जिन प्रकारों के प्रश्न पूछते हैं उनके समबन्ध में आपको अपनी समझ को विस्तृत करने और उनके समाधान के लिये कौशलों को विकसित करने की आवश्यकता है। सारणी 1 (हार्लेन और अन्य, 2003 से रूपांतरित) विद्यार्थियों द्वारा पूछे गये प्रश्नों के पाँच मुख्य वर्गों को सूचीबद्ध करता है।

सारणी 1 विद्यार्थियों के प्रश्नों का वर्गीकरण।
वर्गविद्यार्थियों के प्रश्नों का वर्गीकरणविद्यार्थियों के प्रश्न
(a)प्रश्न, जो वास्तव में कथन हैं, लेकिन जिन्हें प्रश्नों के रूप में व्यक्त किया जाता हैपक्षी इतने चतुर क्यों होते हैं कि वे अपनी चोंच से घोंसले बना लेते हैं?
(b)प्रश्न जिन्हें सरल तथ्यात्मक उत्तर चाहियेपक्षी का घोंसला कहाँ पाया गया?
(c)प्रश्न जिन्हें अधिक जटिल उत्तर चाहियेकुछ पक्षी पेड़ों पर घोंसले बनाते हैं और कुछ भूमि पर क्यों?
(d)प्रश्न, जो विद्यार्थी (विद्यार्थियों) द्वारा जाँच को प्रेरित करेघोंसला किससे बना हुआ है?
(e)दार्शनिक प्रश्नपक्षी ऐसे क्यों बनाये गये हैं कि वे उड़ पायें और दूसरे जानवर नहीं?

सारणी 1 में सूचीबद्ध प्रश्नों के वर्गों की पहचान करना सीखना

गतिविधि 2: विद्यार्थियों के प्रश्नों के समाधान के तरीके

एक शिक्षक कक्षा में एक डाली पर कुछ इल्लियाँ लेकर आये, जिससे वे अपने विद्यार्थियों को अवसर दे सकें कि उन्होंने जो देखा उसके सम्बन्ध में प्रश्न कर सकें। काम को करने से पहले आप मुख्य संसाधन ‘सीखने के लिये बातचीत ’ भी पढ़ सकते हैं। इससे आपकी इस विषय के सम्बन्ध में समझ बढ़ेगी कि सीखने में सहायता के लिये कक्षा में बातचीत करना इतना आवश्यक क्यों है? जो आप पढ़ें उसे अपने एक सहभागी के साथ काम को करने के अनुभव के साथ जोड़ें।

विद्यार्थियों द्वारा किये गये प्रश्नों की सूची को देखें। उसके बाद प्रश्नों को वर्गीकृत करने के लिये संसाधन 1 की सारणी का प्रयोग करें। विचार करें कि आप कैसे प्रश्न का समाधान कर सकते हैं? संभव है कि आप इस गतिविधि को एक सहभागी के साथ करना चाहें, क्योंकि अक्सर केवल जब आप किसी और के साथ बातचीत करना प्रारंभ करते हैं, तो एक ऐसी समस्या के बारे में आप अपने विचारों को और सोचने की प्रक्रिया को विकसित करते हैं।

  1. उन्हें इल्लियाँ क्यों कहा जाता है?
  2. क्या वे कीड़े हैं?
  3. वे क्या खाते हैं?
  4. क्या वे मुझे देख पा रहे हैं?
  5. क्या वे तितलियों में बदल जायेंगे?
  6. उन्हें छूना कैसा लगता है?
  7. यह प्यूपा में कैसे बदल जाता है?
  8. इनकी आयु कितनी है?
  9. ये इतने कुलबुलाते हुए क्यों हैं?
  10. कुछ वस्तुएँ किसी और में क्यों बदल जाती हैं? जैसे कि टेडपोल मेंढकों में?

विचार के लिए रुकें

  • आपको यह काम कितना सरल लगा?
  • विद्यार्थियों की सहायता करने से पहले किन प्रश्नों, के सम्बन्ध में आपको अनुसन्धान करने की आवश्यकता पड़ती?
  • कैसे आप इनमें से कुछ प्रश्नों को प्रभावकारी प्रश्न बना सकते हैं? जिनकी आपके विद्यार्थियों द्वारा खोज की जा सके?

संसाधनों 2 और 3 को देखें, जो प्रत्येक प्रकार के प्रश्न के समाधान के तरीकों का संक्षिप्तीकरण करते हैं तथा उपर्युक्त प्रश्नों पर प्रतिक्रिया करने के संभव तरीके प्रदान करते हैं। यह आपको विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर देने अथवा फिर विद्यार्थियों के प्रश्नों के समाधान में अधिक कुशल बनने में सहायता देने के लिये है। अपने विद्यार्थियों को सुनकर और उन्हें प्रश्न करने के अवसर देकर प्रश्नों के प्रकारों को पहचानने तथा उनके समाधान का अभ्यास करें। इसके बाद अनुसंधान अथवा जब भी संभव हो प्रायोगिक गतिविधियों द्वारा विद्यार्थियों को अधिक लाभकारी प्रश्नों की स्वयं खोज करने के लिये प्रोत्साहित करना चाहिये। नीचे दिया गया विडियो संसाधन भी यह दृष्टान्त देता है कि बातचीत करना और अपने प्रश्न को तैयार करना सीखने को बढ़ावा देते हैं।

2 विद्यार्थी किन प्रकारों के प्रश्न पूछते हैं?

4 विद्यार्थियों को प्रश्न पूछने के लिये प्रोत्साहित करना