3 सारांश

विद्यार्थियों को आपने जब नवाचारी तरीकों से किसी नये प्रसंग से परिचय कराते है तो उस समय आपने उनके अत्याधिक रूचि और उल्लास को महसूस किया होगा। शायद आपने यह भी देखा होगा कि कितने अधिक विद्यार्थियों ने इस पाठ के सीखने में प्रतिभाग किया। सिद्धान्तों को बिना दैनिक जीवन से जोड़े समझाना बहुत सारे विद्यार्थियों के लिए कठिनाई होती है। यह उनके अधिगम के लिए वास्तविक सामग्री प्रदान करती है।

कहानी जैसे रचनात्मक और प्रेरक माध्यम से किसी प्रसंग की भूमिका प्रदान करने के लाभ तथा प्रभाव ये हैं–

  • विद्यार्थियों के ध्यान को केन्द्रित रखना और इसे पूरे पाठ के दौरान बनाए रखना।
  • नवीन अन्वेषण और पूछताछ के द्रारा सीखने को प्रोत्साहित करना।
  • अध्यापक / अध्यापिका और स्कूल के प्रति सकारात्मक भाव पैदा करना।
  • सीखने को सुगम बनाने के लिये व्यक्तिगत संवेदनात्मक प्राथमिकताओं की आवश्यकताओं का ध्यान रखना।
  • विद्यार्थियों को सक्रियता से जोड़ते हुए सीखने को प्रोत्साहित करना।
  • पर्यावरण के लिये विद्यार्थियों में संवेदना विकसित करना।
  • शैक्षिक मनोरंजन प्रदान करना।
  • शिक्षक और विद्यार्थी के मध्य अन्तर-वैयक्तिक संबंधों को विकसित करना।

एक कक्षा में पर्यावरण का अध्ययन करते समय एक अध्यापक के सामने मुख्य चुनौती विद्यार्थी के प्राकृतिक संसार के सम्बन्ध में उनकी जानकारी पर निर्माण करना तथा उस जानकारी को समझने और प्रयोग करने में सहायता करने की होती है। इस इकाई के द्वारा आपको इनके पता लगाने के तरीकों से परिचित कराया गया है कि आपके विद्यार्थी स्थानीय पर्यावरण के विषय में पहले से क्या जानते हैं? पर्यावरण विज्ञान, विषयवस्तु से सम्बन्धित विद्यार्थियों की रूचियों के अनुरूप रणनीतियॉ बनाना जो विद्यार्थियों के उत्साह को बनाये रखने में सहयोग प्रदान करती है। विद्यार्थियों को इस प्रकार प्रोत्सहित करके आप उनको अभिप्रेरित कर सकते है। इस प्रकार के अनुभव पर आधारित अधिगम से विद्यार्थी कभी नही भूलेगें।

2 कविताओं और कहानियों का प्रयोग करते हुए

संसाधन