संसाधन 4: कक्षा में कहानियों के प्रयोग के तरीके
विज्ञान में प्रयोग करने के लिये कहानियों का चयन करते समय आपको यह सुनिश्चित करना आवश्यक हो जाता है कि आप जिस प्रंसग को पढ़ा रहे हैं यह उससे सम्बंधित हो साथ ही आप पाठ में कहानी का प्रयोग कैसे कर सकते हैं। किसी ऐसी कहानी, को पढ़ाने की कोई आवश्यकता नहीं है, जिसकी आपके विज्ञान विषय से कोई प्रासंगिकता न हो। जब कभी भी आप करें, आपको विद्यार्थियों की कहानियों पर ध्यान देना चाहिये तथा उन शीर्षकों को नोट करना चाहिए जो कि आगे पाठ में सहायक हो सकते हैं। एक रोचक कहानी वह होती है जिसमें निम्नलिखित गुण होते है।
- शुरू से अंत तक एक परिचय, विकास और एक तेज परिणाम के साथ स्पष्ट कहानी
- ऐक्शन
- स्पष्ट विवरण
- प्रमुख विषयवस्तुओं की पुनरावृत्ति पर ज़ोर
- भावनाओं और संवेदनाओं की अपील
- विद्यार्थी किरदारों को पहचान सकें और खलनायकों को नापसंद कर सकें
- विषयवस्तु, जो आपके विज्ञान विषय से संबंधित हो
- ऐसी कहानी, जिसका उपयोग आप अपने विद्यार्थियों की सोच को अभिप्रेरित करने हेतु कर सकते हैं
जब आपने प्रयोग की जाने वाली कहानी का चयन कर लिया हो, तब आपको अपने पाठ की योजना बनाना चाहिए तथा सोचे कि उस कहानी को आप कैसे और कब पढ़ाएंगे। उदाहरण के लिए, क्या, आप पूरी कहानी पढ़ाना चाहते हैं? या आप इसका केवल वह भाग पढ़ाना चाहते हैं, विद्यार्थियों के लिये कहानी के आधार पर एक समस्या या जांच नियत कर सकें? संभव है कि आप कहानी पढ़ें और विद्यार्थी विभिन्न व्यक्तियों या जानवरों की भूमिका निभाएं और कहानी के अंदर के विचार का पता लगाएं। पर्यावरणीय आधारित कहानियों के साथ यह प्राय: संभव है, विशेष रूप से जिन्हें आस पास के ऐसे विषयों जैसे वृक्षों के संरक्षण या प्रदूषण के प्रश्नों को खोजने के लिये विशेष रूप से लिखा गया हो।
आप कहानी कहां और कैसे पढ़ाते हैं, यह भी इसके प्रभाव पर असर डालता है। एक ऐसा कमरा जहां सूर्य का पर्याप्त प्रकाश नहीं पड़ता है वहां प्रकाश के बारे में कहानी पढ़ाना विद्यार्थियों के लिये महौल बना सकता है। वैकल्पिक रूप से, छाया का पता लगाते समय बाहर एक कहानी पढ़ाना विद्यार्थियों को छाया की तरफ़ देखने में सहायक होता है।
एक स्कूल के रूप में अध्यापक साथ मिल कर कहानियों या विज्ञान प्रसंगों की सूची बना सकते हैं, जिससे विद्यार्थियों को विज्ञान सीखने में अधिक आनंद आये।
संसाधन 3: विद्यालय में आंगतुकों को आमंत्रित करना