यह दृष्टिकोण क्यों महत्वपूर्ण है

कक्षा के भौतिक परिवेश तथा सामाजिक एवं भावनात्मक माहौल का आपके विद्यार्थियों की पढ़ाई पर उल्लेखनीय प्रभाव पड़ता है। स्वयं के लिए और अपने विद्यार्थियों के लिए सम्मान पोषित पढ़ाई का सकारात्मक माहौल तैयार करने का काम कई प्रकार से से किया जा सकता है जिसे बहुत कम या शून्य खर्च पर।

शिक्षण की गतिविधियां उस समय सर्वाधिक प्रेरणादायक होती हैं, जब वे विद्यार्थियों को या तो समस्या का व्यावहारिक रूप से अन्वेषण करने के लिए जोड़ते है। या समस्या के समाधान के द्वारा चिंतन के कौशलों को विकसित करने के लिए सक्रिय रूप से जोड़ते हैं। शिक्षक के रूप में आपको इस पथ पर अपने विद्यार्थियों को अग्रसर करने के लिए पहल करनी होती है। इसके बाद आपके विद्यार्थियों को घनिष्ठ रूप से संबद्ध किया जा सकता है। इसके अलावा आपको इस बात पर सावधानीपूर्वक विचार करने की ज़रूरत है कि आप कक्षा में किस प्रकार का भौतिक परिवेश चाहते हैं। अगर आप कुछ सामग्रियों के साथ स्कूल में काम करते हैं, तो हो सकता है कि यह आसान न हो, परन्तु उपायकुशल बनकर आप रंगारंग और प्रेरणादायक कक्षा का निर्माण कर सकते हैं। (चित्र 1)। इससे विद्यार्थियों के सुख, प्रेरणा और उपलब्धि पर उल्लेखनीय फर्क आयेगा।

चित्र 1 रंगारंग और प्रेरणादायक कक्षा आपके विद्यार्थियों के कल्याण, प्रेरणा और उपलब्धि को बेहतर बनाएगी।

आप इस इकाई में क्या सीख सकते हैं

1 समावेशी परिवेश को विकसित करना