1 समावेशी परिवेश को विकसित करना

वीडियो: सभी को शामिल करना

सभी को शामिल करने पर वीडियो के चुनिंदा अंशों को देखें और इसके पहले कि आप गतिविधि 1 को करें, संसाधन 1 ‘सभी को शामिल करें’ को पढ़ें। यह उन प्रमुख अवधारणाओं के प्रति आपकी समझ को विस्तारित करेगा, जिन पर कि आपको उस समय विचार करने की ज़रूरत होती है, जब आप अपनी कक्षा को ज्यादा समावेशी बनाने की कोशिश करते हैं।

गतिविधि 1: मेरी कक्षा का अंकेक्षण

अगले हफ्ते में एक दिन के आखिर में, कक्षाओं का निरीक्षण करने के लिए कुछ मिनट का समय निकालें, जिन्हें आप पढ़ाते हैं। इसके बारे में समस्त अच्छी चीज़ों की सूची बनाएं, उदाहरण के लिए क्या यह गर्म है? अथवा ठंडी? या वहां से ग्रामीण दृश्य दिखते हैं?

इसके बाद, अधिकतम ऐसी दस चीज़ों की सूची बनायें, जिन्हें कि आप अपनी कक्षा के लिए शीघ्र जुटाना चाहेंगे, उदाहरण के लिए–

  • चीज़ों को प्रदर्शित करने के लिए तालिका
  • रेखांकन के लिए कुछ कागज
  • विद्यार्थियों के लिए कुर्सियां और मेज़ें।

इनमें से कौन से दूसरों के मुकाबले ज्यादा यथार्थवादी उद्देश्य हैं? क्या किन्हीं तरीकों से आप इन्हें स्थानीय रूप से मुफ्त में हासिल कर सकते हैं? और किस तरह से आप अपनी कक्षा को बदल तथा सुधार सकते हैं?

अपने उत्तरों को रिकार्ड कर लें और उन्हें संभाल कर रख लें, क्योंकि बाद में चलकर आपको उन्हें देखने की ज़रूरत पड़ेगी।

केस स्टडी 1: कक्षा में सुश्री कविता का अन्वेषण

सुश्री कविता कक्षा पांच को पढ़ाती हैं और उनके साथ अंकुरण का अन्वेषण करने वाली हैं। कुछ हफ्ते पहले उन्होंने एक अन्य स्कूल में अतिथि बनकर और एक शिक्षक श्री पाठक से बात करके कुछ समय बिताया। वह उनकी कक्षा, उनके विद्यार्थियों पर उसके प्रभाव तथा शिक्षक के रूप में उनसे प्रभावित थीं। वह बताती हैं कि इसके बाद उन्होंने क्या किया? और क्यों?

मैं अन्वेषण की एक गतिविधि, जो कि पाठ्यपुस्तक में दी गयी गतिविधि के समान थी, उस गतिविधि को उपयोग में लाकर अपनी कक्षा के साथ अंकुरण का अन्वेषण करना चाहती थी। लेकिन मैं अपनी कक्षा को ज्यादा आकर्षक और रंगारंग बनाना प्रारम्भिक बिंदु के साथ अन्वेषण का भी उपयोग करना चाहती थी, जिससे मेरे विद्यार्थी उसमें काम कर सकें। इसके अलावा मैं कमरे को फिर से व्यवस्थित करना भी चाहती थी। जब हम समूह में काम करें, जो कि अब प्रायः किया जाता है, तो विद्यार्थियों को कक्षा के चारों ओर बहुत अधिक न घूमना पड़े।

कुछ हफ्ते पहले मैं एक ऐसे स्कूल में गई, जो कि मेरे स्कूल से कुछ किमी की दूरी पर था। मैंने सुना शिक्षक श्री पाठक के विषय में सुन रखा था कि ज्यादा रंगारंग और दिलचस्प बना रखा था। मैंने उनकी कक्षा के चारों ओर नजर दौड़ायी और देखा कि उन्होंने दीवारों पर ऐसी चित्र लगा रखी थीं, जिसे कि उन्होंने बनाया था और जिन पर उनके विद्यार्थियों ने काम किया था। उन्होंने काम पर लेबल लिख रखे थे और प्रश्न लिख रखे थे जिन्हें देखते समय विद्यार्थी उनके उत्तर दें। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों ने इनकी ओर देखना पसंद किया और उनके बारे में और उनकी विषय-वस्तु के बारे में बात करते रहे। इसके अलावा उनके पास पाठों में उपयोग में लाने के लिए पुनः चक्रित करने योग्य और दोबारा इस्तेमाल के योग्य सामग्रियों के साथ संसाधनों की पेटियां थीं। अगले कुछ हफ्तों के दौरान मैंने विभिन्न परिप्रेक्ष्यों से अपनी कक्षा को देखते हुए इस बारे में, कि उन्होंने स्कूल इसे और अधिक रोमांचक बनाने के लिए मैं और क्या कर सकती हूं? सोचते हुए फुर्सत के कई क्षण गुजारे। इसके लिए ढेर सारे प्रश्न दिमाग में आये।

  • मैं अपने विद्यार्थियों को किस प्रकार से बैठं, जिससे कि उन सभी का ज्यादा मन लगा रहे।
  • दीवारों को ज्यादा रोचक बनाने के लिए मैं क्या कर सकती थी?
  • मुझे किन संसाधनों की ज़रूरत पड़ेगी? मैं इन्हें कहां से प्राप्त कर सकती थी?
  • मेरे द्वारा किये जाने वाले किन्हीं परिवर्तनों के बारे में विद्यार्थी क्या सोचेंगे?
  • क्या मुझे इस बारे में चिंतन में उन्हें शामिल करना चाहिए कि हम क्या कर सकते हैं? मैं इस काम को किस प्रकार से करूंगी?
  • मैं अंकुरण के बारे में पढ़ाते हुए कैसे इस प्रक्रिया को शुरू कर सकती थी?

मैंने अपने विद्यार्थियों से अपनी मदद करने के लिए कहकर अपने परिवर्तनों की शुरुआत करने का निर्णय लिया। मेरे पास ब्लैकबोर्ड के नीचे दो बड़े, भंडारण बॉक्स थे, जिसके बारे में मैंने बहुत अधिक चिंता नहीं की थी। मैं ऊपर की दीवार के साथ-साथ इन्हें हिलाना और प्रदर्शन के लिए उनके ऊपरी हिस्सों का उपयोग करना चाहती थी।

एक बॉक्स ऐसी कुछ पुनः चक्रित करने योग्य और दुबारा इस्तेमाल के योग्य सामग्रियों का भंडारण करेगा, जिन्हें कि मैं कुछ महीनों से उस छोटे कस्बे के आसपास से जमा कर रही थी, जहां पर मैं रहती हूं। दुकानों के पास अक्सर कार्डबोर्ड की पुरानी पेटियां होती हैं जिन्हें कि बाहर छोड़ दिया जाता है, मैंने दुकानदार से इन्हें स्कूल के लिए मांग लिया। एक व्यक्ति शुरू-शुरू में अनिच्छा व्यक्त की थी लेकिन जब मैंने कहा कि इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई में मदद मिलेगी तो वह मान गया। इसके अलावा मैंने स्कूल आफिस में आने वाले लिफाफों को जमा कर रखा था और मुझे ऐसी कुछ बड़ी शीटें मिलीं, जिनका कि पोस्टरों के लिए और प्रदर्शन करने तथा विचार मंथन आदि करने के लिए विद्यार्थियों के कामों के लिए मैं उपयोग कर सकती थी। अन्त में, मैंने निर्णय किया कि मुझे सोचते हुए बहुत समय गुजर गया है। यदि, मुझे कक्षा में फर्क लाना है तो अब काम करने की जरूरत है। विज्ञान के एक पाठ के आखिर में मैंने विद्यार्थियों से कक्षा के बारे में तीन प्रश्न पूछने के लिए दस मिनट का समय लियाः

  • इस कक्षा से संबंधित आपको कौन सी चीज़ पसंद है?
  • आपको कौन सी चीज़ पसंद नहीं है?
  • आपको क्या लगता है? कि किस प्रकार से हम इसे ज्यादा अच्छी और रुचिकर कक्षा बना सकते हैं?

चूंकि वे समूहों में काम करने के अभ्यस्त थे, इसलिए मैंने एक साथ बात करने के लिए कहा, जिसमें से एक विद्यार्थी ने कागज के एक छोटे टुकड़े पर उनके उत्तरों और विचारों को लिख लिया। प्रत्येक समूह ने मौखिक रूप से अपने तीन उत्तर प्रदान किये और ब्लैकबोर्ड पर मैंने उन्हें सूचीबद्ध कर लिया। मैंने उन्हें बताया कि मैं उनकी सूचियों को पढ़ूंगी और अगले सत्र में हम इस बात पर विचार करेंगे कि हम सबसे पहले क्या करेंगे? और हम इसे कैसे करेंगे जब हमने अंकुरण का अन्वेषण करना शुरू किया। उन्होंने इस बारे में उत्साहपूर्वक बात करते हुए कक्षा को छोड़ दिया कि वे क्या कर सकते हैं?

विचार के लिए रुकें

  • आप सुश्री कविता के दृष्टिकोण और कक्षा को ज्यादा आकर्षक बनाने के उनके कारणों के बारे में क्या कहेंगे?
  • आप उनके कुछ विचारों को किस प्रकार से आजमाएंगे?

परिवर्तनों के बारे में अपने विद्यार्थियों से पूछकर सुश्री कविता इस बात का अन्वेषण करने में उन सभी को शामिल करने की दिशा में एक निश्चित कदम उठा रही हैं कि वे अपनी कक्षा के साथ क्या करना चाहेंगी? इस तरह से वे न केवल भौतिक परिवेश को बदल रही हैं, परन्तु अपनी कक्षा में आपसी संवाद के प्रकार को भी। इसके माध्यम से विद्यार्थियों से यह कहना है कि एक व्यक्ति के रूप में वे उनकी इज्जत करती हैं और उनके साथ विचारों को साझा करना चाहती हैं। यह दोनों ही तरह से अपने सभी विद्यार्थियों के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है।

यह दृष्टिकोण क्यों महत्वपूर्ण है

2 संज्ञानात्मक स्पेस को विकसित करना