संसाधन 2: शिक्षण - विचारों की निष्पक्ष जांच के लिए अन्वेषणों का उपयोग और आंकड़े एकत्रित करना
विभिन्न कार्यविधियाँ हैं जिनका उपयोग आप अन्वेषणों में उनके कौशल का विकास करने में मदद करने के लिए कर सकते हैं। निम्न सूची में उन बुनियादी कदमों को सारांशित किया गया है, जिनको आप अपने विद्यार्थियों के साथ अन्वेषण करते समय शामिल कर सकते हैं।
- विषय के बारे में सोचना: अपने विषय के बारे में विद्यार्थियों के विचारों को प्रोत्साहित करने के लिए विचार-मंथन या मन मानचित्रण का प्रयोग करते है। आप ऐसा पूरी कक्षा के साथ कर सकते हैं, या समूहों के साथ आरंभ कर सकते हैं और तब एक पूर्ण-कक्षा सत्र रख सकते हैं। महत्वपूर्ण बात विद्यार्थियों से उठाए गए मुद्दों पर सक्रिय रूप से विचार करवाना और उनके विषय के वर्तमान ज्ञान को स्थापित करना है।
- ध्यान के केंद्र को परिभाषित करना: एक विचार-मंथन सत्र से कई विचार निकलेंगे। इन्हें ब्लैकबोर्ड या किसी चार्ट पर रिकॉर्ड किया जा सकता है, किंतु तब आपका स्पष्ट ध्यान विद्यार्थियों के लिए होना आवश्यक है, जिससे अपने द्वारा जनित जवाबों का उपयोग विषय को समझने में कर सकें। आप इस प्रकार के प्रश्न का उपयोग कर सकते हैं, जैसे ‘बीजों के उगने के लिए आदर्श दशाएँ क्या होती हैं?’ या ‘भूमि के ऊपर और भूमि के नीचे अंकुरण की दर में क्या अंतर होता है?’
- अपने अन्वेषण की योजना बनाना: सभी प्रकार की विधियाँ आपके लिए उपलब्ध हैं। यह जरूरी है कि विद्यार्थी प्रयुक्त होने वाली विधियों और उनके कारणों के बारे में सोचें। उन्हें यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि उनके परीक्षण निष्पक्ष हों, जिसका मतलब है कि किसी भी समय पर केवल एक परिर्वतन हो सकता है। उन्हें यह जानने की ज़रूरत है कि अपने परिणामों को कैसे रिकॉर्ड करना है।
- अन्वेषण का निष्पादन और रिपोर्ट करना: विद्यार्थियों को तब अन्वेषण निष्पादन और अपने नतीजों की रिपोर्ट करनी होगी। रिपोर्ट मौखिक हो सकती है या किसी चार्ट, तालिका या ग्राफ़ के रूप में हो सकती है। आप नतीजों में समानताएँ और असमानताएँ दिखा सकें।
- नतीजों की व्याख्या करना: एक बार डेटा रिकॉर्ड होने और रिपोर्ट होने के बाद, नतीजों की व्याख्या की जानी है।
यह बहुत जरूरी है कि आप, शिक्षक, आरंभ में चर्चा में छाएँ नहीं। विद्यार्थियों को, शायद खुले प्रश्नों के माध्यम से, आपके द्वारा चाही गई और उनके नतीजों से बन सकने वाली मुख्य शिक्षण व्याख्याओं पर ले जाने से पहले उन्हें अपने विचार व्यक्त करने दें (मौखिक या लिखित रूप में)।