1 स्थानीय परिवेश का संसाधन के रूप में उपयोग करना

बाहरी परिवेश की छानबीन एवं स्थानीय संसाधनों के उपयोग प्राथमिक विज्ञान कई विषय–वस्तु क्षेत्रों की समझ बनाने के लिए उपयुक्त हैं।

गतिविधि 1: स्थानीय क्षेत्र की छानबीन करना।

यह आपके लिए योजना बनाने की गतिविधि है। आप अपने विद्यार्थियों में पर्यावरणीय मुद्दों की समझ विकसित करने के लिए स्थानीय परिवेश का उपयोग करने जा रहे हैं।

योजना बनाने के लिए, आपको पहले बाहर जा कर अपने विद्यालय के मैदानों और स्थानीय क्षेत्र में घूमना होगा। इस दौरान, ऐसे क्षेत्रों की सूची बनाएं, जो प्राथमिक विज्ञान पाठ्यचर्या, विशेषकर पर्यावरणीय अध्ययन को पुष्ट कर बाहरी परिवेश में सीखने का अवसर दे सकते हैं। आप सोचें कि इन क्षेत्रों का उपयोग किस प्रकार कर सकते हैं? उदाहरण के लिए आप किन क्षेत्रों का उपयोग पौधों की संरचना आरै उनके वास स्थलों की जांच-पड़ताल करने के लिए कर सकते हैं?

केस स्टडी 1: अपमार्जक खोजना

श्रीमती गुप्ता बताती हैं कि कैसे उन्होनें विज्ञान के पाठों को और अधिक प्रेरक बनाने के लिए अपने प्रयासों के फलस्वरूप विद्यालय के मैदानों का उपयोग पौधों पर अपना कार्य शुरू करने के लिए किया।

चूंकि मैं एक ग्रामीण क्षेत्र में पढ़ाती हूँ जहां आस-पास खेत और पेड़-पौधे हैं, मैंने अपने विद्यार्थियों को विद्यालय के मैदानों के इर्द-गिर्द उगने वाले विभिन्न पौधों की खोज करने के लिए भेजा। इस कार्य की जानकारी मैंने प्रधानाचार्य को दी तो वह बहुत खुश हुए, क्योंकि वे हमारे पाठों में और अधिक अन्योन्यक्रिया से युक्त कार्यनीतियों का प्रयोग करने के लिए पूरे स्टाफ़ को प्रोत्साहित कर रहे थे।

उस दिन, सबसे पहले मैंने अपनी कक्षा को बताया कि हम क्या करने जा रहे हैं तथा उन्हें समझाया कि हमें क्या कार्य करना है? इसके बाद, मैंने उन्हें बाहर जाकर कार्य करने के लिए कुछ सरल नियम बताए। जो काफी महत्वपूर्ण था क्योंकि मेरी कक्षा काफ़ी बड़ी है। मैंने विद्यार्थियों यह भी समझाया कि पौधों के नमूने इस तरह से इकट्ठे करें कि पौधों को नुकसान न पहुँचे अथवा किसी एक पौधे या क्षेत्र से बहुत अधिक नमूने न लिए जाएं।

विद्यार्थियों को अलग–अलग तरह के अधिक से अधिक पौधों की खोज करनी थी, इस कार्य के लिए प्रत्येक जोड़ी को अधिकतम् छहः पौधे एकत्र करने थे। सभी विद्यार्थी एक जैसे पौधे एकत्र न कर लें इस कारण उन्हें एक–दूसरे से बात करने की आवश्यकता पड़ रही थी। विद्यार्थियों को अपना कार्य बिना शोर मचाये करना था जिससे दूसरी कक्षाओं को परेशानी न हो। जब विद्यार्थी पौधे खोज रहे थे, तो उस समय मैं बाहर गई और उनके कार्य को देखा व सुना। मुझे उनकी बातचीत बेहद रोचक लगी क्योंकि वे काफ़ी पौधों को पहचान गए परन्तु पानी भरी नाली/मोरी के किनारे मौजूद पौधों को वे नहीं पहचान सके।

कुछ मिनटों बाद मैंने सभी विद्यार्थियों को बुला लिया और हम एक पेड़ के नीचे बैठ गए तथा पौधे वहां रख दिए। विद्यार्थियों ने जोड़ियों में काम किया था। अब मैंने उन जोड़ियों से कहा कि वे चार-चार के समूह बना लें और देखें कि उनके पास ऐसे कितने अलग-अलग पौधे हैं जिनके नाम वे बता सकते हैं?

इसके बाद मैंने उनसे पूछा कि वे पौधे एक-दूसरे से अलग कैसे हैं? विद्यार्थियों ने उत्तर में पत्तों की आकृति, पुष्प वृंत आदि के बारे में बताया तथा इनकी विशेषताओं के विषय में वर्णन करने के लिए कई तरह के शब्दों का प्रयोग किया। मैंने चार-चार के प्रत्येक समूह से उनके नमूने कक्षा में ले जाने को कहा। मैंने उन्हें अख़बार का एक पेज देते हुए उस पर पौधे रख देने को कहा और उसके बाद हमने पौधों को अगले पाठ शुरू होने तक अख़बार के बीच पन्नों में दबा दिया।

अगले पाठ में, मैंने उन्हें बताया कि हम विभिन्न विशेषताओं को और सूक्षमता से देखेंगे। हम इसकी छानबीन करेंगे कि कैसे कुछ पौधों की विशेषताएं एक दूसरे से मिलती-जुलती हैं उनकी आकृतियां और स्वरूप बहुत अलग होते हैं। विद्यार्थियों ने अपने पौधों को छाटाँ, और बाद में हमने उन्हें दबा कर चपटा बनाने के लिए परन्तु पुरानी पाठ्यपुस्तकों के पन्नों के बीच दबा दिया।

विद्यार्थियों द्वारा बाहर जाकर के उनके समझदारी भरे व्यवहार से मैं खुश थी तथा साथ ही उन्हें पौधों की तलाश में रुचि और उत्साह से लगा देख कर मैं प्रोत्साहित भी हुई। मैंने प्रायः देखा था कि विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तकों के पौधों वाले पाठ पंसद नहीं आते थे, परन्तु विद्यार्थियों द्वारा पौधों के सम्बन्ध समूह में किए गये कार्य के नतीजे को देखकर मैं बहुत आश्वस्त हुई।

विचार के लिए रुकें

  • क्या आप सोच सकते हैं कि यह गतिविधि आपके विद्यार्थियों के लिए कैसे कारगर होगी/कैसे काम करेगी?
  • आपके विद्यार्थी अपने स्थानीय परिवेश से और क्या सीख सकते हैं?

गतिविधि 2: अपमार्जक खोजना

सोचें कि पाठ्यपुस्तक के नए अध्याय की प्रारंभिक गतिविधि के रूप में आप अपने विद्यार्थियों के साथ कैसे अपमार्जक खोज सकते है। आप अपनी कक्षा के साथ इसकी व्यवस्था कैसे करेंगे?

हो सकता है कि आप पौधों की बजाए पदार्थों के संबंध में काम कर रहे हों, तो उस परिस्थिति में विद्यार्थी विभिन्न पदार्थ एकत्र करेंगे और फिर विभिन्न समूहों में उनकी छँटाई करने में समय व्यतीत करेंगे।

आप अपने कक्षा को बाहर जाकर वस्तुएँ एकत्र करने के लिए संगठित करने की योजना बना लें। आपको अपने प्रधानाध्यापक को यह सूचित कर देना चाहिए कि आप अपने विद्यार्थियों को विद्यालय के मैदान में ले जा रहे हैं।

पाठ पढ़ाकर अपने विद्यार्थियों से प्रतिक्रिया लें तथा आवश्यकतानुसार उनका सहयोग करें।

ऐसे पाठों के लिए की गई तैयारी बहुत सरल होती है इसमें आपको कम या बिल्कुल संसाधन एकत्र नहीं करने होते हैं क्योंकि संसाधन जुटाने का कार्य आपके विद्यार्थी गतिविधि के रूप में करते हैं। संसाधनों के प्रयोग करके और बेहतर शिक्षक बनने तथा उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करने का यह एक तरीका है।

वीडियो: स्थानीय संसाधनों का उपयोग करते हुए

विचार के लिए रुकें

  • आपकी कक्षा के विद्यार्थियों ने कौन-कौन सी वस्तुएं खोजीं?
  • इन वस्तुओं का उपयोग अन्य किस शिक्षण गतिविधि में किया जा सकता है?
  • इस प्रकार की गतिविधि पर आपके विद्यार्थियों ने किस प्रकार की प्रतिक्रिया दी?
  • आप इस प्रकार की गतिविधियों को किस प्रकार से विस्तार दे सकते हैं?

यह दृष्टिकोण क्यों महत्वपूर्ण है

2 संसाधन–युक्त होना