संसाधन 2: गतिविधि 2 के उत्तर
मेंडेल एक चेक संन्यासी था जिसने चूहों और मटर के पौधों पर नियंत्रित प्रजनन के प्रयोग किये जिससे वंशानुगतता पर जानकारी मिल सके। उन्होंने वंशानुगतता (inheritance) पर अपने विचार 1865 में प्रकाशित किये लेकिन उन्हें अधिक सराहा नहीं गया क्योंकि उस समय के जीवविज्ञानी विज्ञान के परिणामों के गणितीय वर्णन में खास दिलचस्पी नहीं रखते थे, और ’वंशानुगतता (heritable) इकाई’ को भी विशेष महत्व नहीं देते थे। मेंडेल के वंशानुगतता (inheritance) के नियमों को 1903 तक वैज्ञानिकों द्वारा स्वीकार नहीं किया गया था।
मेंडेल के नियम हैं–
- एक वंशानुगत योग्य दी जा सकने वाली इकाई जिसे जीन कहते हैं, एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में जाती है।
- ये जीन्स विभिन्न रूपों में पाए जा सकते हैं, जिन्हें युग्मविकल्पी (allele) कहा जाता है।
- प्रत्येक व्यक्ति में प्रत्येक लक्षण के लिये दो युग्मविकल्पी (allele) होने चाहिए।
- लिंग कोशिकाओं में हर लक्षण के लिये एक ही युग्मविकल्पी (allele) होना चाहिये।
- एक युग्मविकल्पी (allele) दूसरे पर प्रभावी हो सकता है।
सारे शब्दों की सूचीः मेंडेल, वंशानुगतता, 1865, जीवविज्ञानी, वंशानुगत योग्य, 1903, वैज्ञानिक, जीन, युग्मविकल्पी (allele), प्रभावी।