3 संसाधनों के रूप में स्थानीय समुदाय और पर्यावरण का उपयोग करना

आपका स्थानीय समुदाय और पर्यावरण एक सरल एवं महत्वपूर्ण संसाधन के रूप में उपलब्ध है। आपके स्थानीय समुदाय में, ऐसे लोग होते हैं जिन्हें विज्ञान के अनेक विषयों में विशेषज्ञता हासिल होती है। आपके स्थानीय पर्यावरण में भी आपकी अनेक प्राकृतिक संसाधनों तक पहुँच होती है। चित्र 2 में इन संसाधनों का प्रयोग करने के लाभों का वर्णन किया गया है।

चित्र 2 स्थानीय समुदाय और पर्यावरण संसाधनों का प्रयोग करने के लाभ

अपनी कक्षा में स्थानीय विशेषज्ञों की सेवाओं का उपयोग करना

शिक्षण सामग्री के रूप में स्थानीय समुदाय की अक्सर उपेक्षा की जाती है। मान लीजिए कि आप दसवीं कक्षा के साथ परिसंचरण के संबंध में कुछ काम कर रहे हैं। आप इस विषय को अपने विद्यार्थियों के समक्ष किस प्रकार से प्रस्तुत कर सकते हैं जिससे उनकी रूचि को आकर्षित किया जा सके? एक तरीका यह हो सकता है कि आप ह्दय और वे किस प्रकार से रोगियों के रक्तदाब की माप करते हैं, के बारे में बताने के लिए स्थानीय चिकित्सक या किसी नर्स को आमंत्रित कर सकते हैं। मूत्र का त्याग के विषय के लिए आप गुर्दा प्रत्यारोपण करवाने वाले व्यक्ति से गुर्दे के रोग और शल्य चिकित्सा के बारे में बताने के लिए कह सकते हैं। यह विद्यार्थियों या कर्मचारियों में से किसी का रिश्तेदार या पारिवारिक मित्र हो सकता है। श्वसन के लिए आप किसी को यह स्पष्ट करने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं कि किस प्रकार से लैक्टिक एसिड उनके क्षमता को प्रभावित करता है।

आपके विद्यार्थी यह जानने के इच्छुक होंगे कि ये आंगतुक क्या करते हैं? और वे प्रश्न पूछना चाहेंगे, इसलिए इसे सावधानीपूर्वक नियोजित किया जाना चाहिए। यदि आप ऐसा करने का निर्णय लेते हैं तो आपको इस बात को लेकर स्पष्ट होना होगा कि आपके विद्यार्थियों को इस अनुभव से क्या सीखना चाहिए और फिर मुलाकात के लिए तैयारी करने हेतु गतिविधि 3 में दिये गये कदमों का अनुसरण करें।

केस स्टडी 3: श्रीमती कुमार द्वारा एक आगंतुक को आमंत्रित करती हैं

एक शाम मैं अपनी एक सहेली के साथ शहर में गई हुई थी। वह नर्स है? और उसने दिल के रोग से पीड़ित लोगों के चिकित्सालय में अभी हाल में एक नई नौकरी शुरू की थी। मैंने दसवीं कक्षा के साथ ‘जीवन प्रक्रियाएं’ विषय की अभी शुरूआत ही की थी। जब हम बातचीत कर रहे थे, तो मेरे दिमाग में एक विचार कौंधा! मैंने अपनी सहेली को स्कूल में आने और विद्यार्थियों से बात करने के लिए बुलाने का निर्णय किया।

हमने यह फैसला किया कि वह ब्लड प्रेशर मापने की मशीन को साथ लेकर आएगी। उसने मेरा रक्तदाब मापा और उसने 15 मिनट तक मेरे विद्यार्थियों से ब्लड प्रेशर मापने की मशीन को मापने के महत्व, ब्लड प्रेशर मापने की मशीन के बहुत उच्च होने के कारणों तथा उपलब्ध उपचारों के बारे में बात की। मेरे पास ह्दय के रेखाचित्र वाला पोस्टर था, जिसका इस्तेमाल उसने अपने स्पष्टीकरण में किया।

विद्यार्थियों ने पहले से ही कुछ प्रश्नों को तैयार कर रखा था, जो उन्होने पूछे। परन्तु चर्चा आगे बढ़ती चली गई क्योंकि उनके मन में अधिक से अधिक प्रश्न पैदा होते चले गए। पाठ के समाप्त हो जाने के बाद काफी बड़ी संख्या में विद्यार्थी वहां रूक गए थे क्योंकि वे नर्स बनने के लिए प्रशिक्षण के बारे में अधिक जानना चाहते थे।

विचार के लिए रुकें

  • क्या आप किन्हीं अन्य स्थानीय आगन्तुकों के बारे में सोच सकते हैं जो आपको ’जीवन प्रक्रियाएं’ पढ़ाने में सहायता कर सकते हों?
  • क्या आप स्थानीय आंगतुकों के कोई और उदाहरण सोच सकते हैं, जो विज्ञान पाठ्यक्रम के किसी अन्य भाग को पढ़ाने में आपकी सहायता कर सकते हों?

अगली गतविधि में यह समझाया गया है कि ऐसी मुलाकात की व्यवस्था किस प्रकार से करें। यदि आपके संपर्क में कोई उपयुक्त व्यक्ति है, तो आप ’जीवन प्रक्रियाओं’ पर अपने काम के भाग के रूप में इस गतिविधि को कैसे कर सकते हैं? या आप तब तक प्रतीक्षा कर सकते हैं जब तक कि आपको कोई ऐसा नया विषय नहीं मिल जाता, जिसके लिए आपके पास उपयुक्त व्यक्ति उपलब्ध है। जब भी आप ऐसा करते हैं, तो इसके लिए आपको समय रहते योजना बनानी होगी।

गतिविधि 3: अपनी कक्षा में स्थानीय विशेषज्ञ को आमंत्रित करना

उस विशेषज्ञ की पहचान करें जिसे आप अपनी कक्षा में आने के लिए कह सकते हैं।

भाग 1: मुलाकात से पहले

  • अपने प्रधानाचार्य/मुख्याध्यापक से आंगतुक को आमंत्रित करने की अनुमति माँगें।
  • यह पहचान करें कि आप किसे आमंत्रित करना चाहेंगे।
  • उनसे यह पूछें कि क्या वह आना पसंद करेंगे?
  • मुलाकात के बारे में और वे क्या जानना चाहेंगे, इस संबंध में बात करें?
  • उन्हें आंगतुक के लिए एक निमंत्रण लिखने के लिए कहें।
  • अपनी कक्षा के विद्यार्थियों के साथ उन प्रश्नों की योजना बनाएं जो वे पूछना चाहते हैं। प्रश्नों से संबंधित इकाई अथवा प्रश्नों को तैयार करने में अपने विद्यार्थियों को किस प्रकार से शामिल करें, इसके उदाहरण देखें।
  • अपनी कक्षा के विद्यार्थियों के साथ इस बात पर सहमति व्यक्त करें कि ऐसा कौन करेगा?
  • इस बात पर चर्चा करें कि आपके विद्यार्थी आगन्तुक के आने पर किस प्रकार से बैठेंगे– पक्तियों में या घोड़े की नाल के आकार में ताकि सभी एक दूसरे को देख सकें?
  • अपने मेहमान के साथ मुलाकात की पुष्टि करें तथा उन्हें बताएं कि क्या होगा?
  • उन्हें अपने विद्यार्थियों को दिखाने के लिए अपने साथ कुछ लाने के लिए कहें।

भाग 2: मुलाकात के दिन

निर्धारित समय पर स्कूल के गेट पर कुछ विद्यार्थी आंगतुक की अगवानी कर उन्हें कक्षा में लाएँगे। अपने विद्यार्थियों से आगन्तुक का परिचय करवाएं तथा यदि उपयुक्त हो तो वे अपने साथ क्या लेकर आए हैं? यह दर्शाते हुए वे क्या करते हैं? इस संबंध में उन्हें थोड़े समय के लिए (1015 मिनट) बोलने का अनुरोध करें?

अपने विद्यार्थियों को प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करें।

मुलाकात समाप्त होने के बाद अपने किसी विद्यार्थी से कक्षा की ओर से आगन्तुक के आने हेतु आभार व्यक्त करने के लिए कहें।

भाग 3: मुलाकात के बाद

इस बात पर विचार करें कि आपके विद्यार्थियों ने जो कुछ सुना और देखा है, उसका आप कैसे इस्तेमाल करेंगे। उन्हें समूहों में अपने विचारों को साझा करने और जो कुछ उन्होंने सीखा है उसमें से महत्वपूर्ण चीजों की सूचियां या पोस्टर बनाने के लिए कहें।

आप विषय के बारे में उनके द्वारा अधिक सीखने के लिए विचारों और जानकारी का प्रयोग करके अधिक पाठों की योजना बना सकते हैं।

विद्यार्थी भी विषय के संबंध में अधिक शोध कर सकते हैं। वे दूसरी कक्षाओँ या अपने अभिभावकों के साथ विशेष बैठक या प्रदर्शनी में अपने विचारों को साझा कर सकते हैं।

स्थानीय पर्यावरणीय संसाधनों का प्रयोग करना

स्थानीय पर्यावरण से विज्ञान शिक्षण में सहायता मिल सकती है। आपके स्थानीय पर्यावरण में भी आपकी अनेक प्राकृतिक संसाधनों तक पहुँच होती है। बाह्य पर्यावरण पर संसाधन एकत्र करने के स्थान के रूप में विचार करने के साथ–साथ इसका प्रयोग आपकी कक्षा के विस्तार के लिए भी किया जा सकता है। संसाधनों के लिए स्थानीय पर्यावरण का किस तरह से इस्तेमाल किया जाए, यहां इस संबंध में कुछ विचार दिए गये हैं।

जीव–जंतु और वनस्पति

आपका स्कूल चाहे कहीं भी स्थित हो, वहां से आप अनेक जीव जंतुओं या वनस्पति को कुछ समय के लिए एकत्र करके अपनी कक्षा में ला सकते हैं जिससे आपके विद्यार्थी अन्वेषण और अवलोकन कर सकें। आप स्वयं इन जीव–जंतुओं या वनस्पति को एकत्र कर सकते हैं अथवा आप इन्हें एकत्र करने के लिए अपनी कक्षा के विद्यार्थियों को बाहर ले जा सकते हैं।

उदाहरण के लिए, पत्तियां लाने से विद्यार्थी उनका अधिक गहराई से अध्ययन करने में समर्थ होंगे। बीजों से पौधे उगाने से विद्यार्थी यह समझ सकेंगे कि उनकी देखभाल किस तरह से की जाए। मैनटिस (एक खास किस्म का कीड़ा), कतिपय मकड़ियों, चूहे, तितलियों, गिलहरी या अन्य कीटों को थोड़े समय के लिए स्थितियों तथा कंटेनरों में रखा जा सकता है।

यह स्पष्ट रूप से समझ लें कि आपके विद्यार्थी क्या सीखेंगे? और सुरक्षित रूप से जीव–जंतुओं का अवलोकन करने के लिए उन्हें कुछ समय दें जिससे वे भयभीत न हों और न ही वे प्राणियों को भयभीत करें। यह सुनिश्चित करें कि वे जानवरों और पौधों का सम्मान करते हैं और समुदाय के लिए उनके महत्व को समझते हैं।

कीटों या जानवरों को कक्षा में रखने से एक बेहतर शिक्षण परिवेश का सृजन होता है। प्रायोगिक कार्यों को करने के लिए भी पौधों का इस्तेमाल किया जा सकता है। ’जीवन प्रक्रियाएं’ नामक अध्याय में एक विषय है प्रकाश संश्लेषण। यह एक महत्वपूर्ण विषय है तथा विद्यार्थियों के लिए इसे समझना कठिन है, इसलिए व्यावहारिक कार्य करना बहुत उपयोगी साबित हो सकता है। ’पौधों को समझना’ से संबंधित संसाधन 2 में दी गई प्रश्नोत्तरी के माध्यम से आप स्वयं भी पौधों के संबंध में अपनी समझ की जांच कर सकते हैं।

गतिविधि 4: प्रकाश संश्लेषण को प्रदर्शित करना

ऐसे तीन प्रयोग हैं जिनको प्रकाश संश्लेषण को दिखाने के लिए करना अपेक्षाकृत रूप से आसान है। आपकी पाठ्यपुस्तक में इनका वर्णन किया गया है।

  • तालाब की खरपतवार: प्रकाश संश्लेषण के दौरान उत्पादित गैस को एकत्र करना। यदि आप पानी में डूबी हुई तालाब की खर पतवार पर प्रकाश डालते हैं, तो आप देख सकते हैं कि गैस के बुलबुले पैदा हो रहे हैं। प्रकाश की तीव्रता जितनी अधिक होती है, उतने अधिक बुलबुले पैदा होते हैं।
  • स्टार्च के लिए पत्तियों की जांच करना: पत्तियों को उबलते पानी में डाला जाना चाहिए तथा फिर क्लोरोफिल को हटाने के लिए इन्हें एथानोल में डुबाया जाना चाहिए। इसके बाद यह साबित करने के लिए की स्टार्च मौजूद है, उनकी आयोडीन के साथ जांच की जा सकती है। यदि बहुरंगी पत्तियों का इस्तेमाल किया जाता है, तो स्टार्च का पैटर्न मूल पत्ती पर हरे रंग के पैटर्न के अनुसार ही होता है।
  • कार्बन डाईऑक्साइड का महत्व: दो पौधों को पारदर्शी प्लास्टिक थैलों में पैक किया जाता है। एक बैग में उस रसायन को डालें जो कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित कर लेगा (उदाहरण के लिए, पोटेशियम हाइड्रोक्साइड या सोडियम हाइड्रोक्साइड)। दो घंटों के बाद पत्तियों की स्टार्च के लिए जांच करें। जिस बैग में रसायन डाला गया था, उसमें कम स्टार्च होनी चाहिए।

प्रत्येक प्रयोग के लिए, पूर्ण विधि का प्रयोग करें तथा यदि आपके पास सुझाए गए उपकरण उपलब्ध नहीं हैं, तो विकल्प के बारे में सोचिए। यदि रसायनों के प्रयोग के लिए कहा गया है, तो तत्काल उपलब्ध विकल्पों पर विचार करें। उदाहरण के लिए, ओवन (चूल्हा) क्लीनर में आमतौर पर सोडियम हाइड्रोक्साइड होता है तथा प्रयोग 3 में उसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

जब आप प्रकाश संश्लेषण के बारे में पढ़ा रहे हैं, तो प्रयोग प्रदर्शन के लिए अथवा कक्षा में प्रयोग के लिए इनमें से कुछ या सभी प्रयोगों को आजमाएं और करें।

स्थानीय सामग्रियां

ऐसी बहुत सी अन्य चीजें हैं जिन्हें आप स्थानीय पर्यावरण से एकत्र कर सकते हैं– फिर आप चाहे ग्रामीण परिवेश में हों या शहरी – इनसे आपको कक्षा में मदद मिल सकती है। इनमें अध्ययन करने के लिए चट्टानें तथा पत्थर और गत्ता, कागज, तार, लकड़ी, वस्त्र तथा प्लास्टिक के कंटेनर आदि जैसी दोबारा बनाने योग्य सामग्रियां शामिल हो सकती हैं।

इन सभी और अन्य अनेक सामग्रियों को बहुत समय लेकर एकत्र किया जा सकता है जिससे जब भी आपको उनकी आवश्यकता हो, आप उनका तत्काल उपयोग कर सकें। उदाहरण के लिए, जब आप चाहते हैं कि आपकी कक्षा द्वारा विज्ञान से संबंधित पोस्टर तैयार किए जाएं तो प्रत्येक समूह द्वारा लिखने के लिए कुछ कार्ड हमेशा आपके पास होंगे। हमेशा पूछें कि क्या आपको दिखाई देने वाली सामग्री को आप अपने साथ ला सकते हैं। अपनी कक्षा से अपने पाठों के पहले सामग्रियों को जुटाने में आपकी मदद करने के लिए कहें।

2 शिक्षण पर्यावरण के बारे में विचार करते हुए

4 संसाधनों के रूप में विद्यार्थियों का इस्तेमाल करना