संसाधन

संसाधन 1: स्थानीय संसाधनों का प्रयोग करना

केवल पाठ्यपुस्तकों के अलावा शिक्षण के लिए अनेक शिक्षण संसाधनों का प्रयोग किया जा सकता है। यदि आप ऐसे भिन्न–भिन्न तरीकों से शिक्षण करते हैं, जिनमें विद्यार्थी अलग–अलग इंद्रियों (दृश्य, श्रवण, स्पर्श, गंध, स्वाद) का प्रयोग करते हैं, तो आप उन अलग अलग तरीकों को अपील कर पाएंगे जिनसे विद्यार्थी सीखते हैं। आपके आसपास संसाधन भरे पड़े हैं जिनका आप अपनी कक्षा में प्रयोग कर सकते हैं, तथा जिनसे विद्यार्थियों के शिक्षण में सहायता मिल सकती है। स्कूल बहुत कम खर्च या मुफ्त में अपने शिक्षण संसाधनों को तैयार कर सकता है। स्थानीय रूप से इन सामग्रियों को प्राप्त करने से, पाठ्यक्रम और विद्यार्थियों के जीवन के बीच में संबंध जोड़े जाते हैं।

आप अपने आसपास के पर्यावरण में ऐसे लोगों को खोज पाएंगे जो अनेक विषयों के संबंध में अनुभव रखते हैं; आप अनेक प्राकृतिक संसाधनों को भी खोज सकते हैं। इससे आपको स्थानीय समुदाय के साथ संबंध बनाने में, इसके महत्व को दिखाने में, विद्यार्थियों को उनके पर्यावरण की समृद्धि और विविधता को देखने के लिए उत्प्रेरित करने में, और सबसे महत्वपूर्ण रूप से, आपको विद्यार्थियों के शिक्षण के लिए एक समावेशी कार्य पद्धति अर्थात स्कूल में और स्कूल के बाहर सीखने, की दिशा में काम करने में सहायता मिल सकती है।

अपनी कक्षा का अधिकतम उपयोग करना

लोग के लिए जितना संभव हो सकता है, अपने घरों को आकर्षक बनाने के लिए काम करते हैं। उस पर्यावरण के बारे में सोचना सर्वाधिक उपयुक्त होता है, जिसमें आप यह आशा करते हैं कि आपके विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करेंगे। शिक्षण के लिए अपनी कक्षा और स्कूल को आकर्षक बनाने के लिए जो कुछ भी आप कर सकते हैं, उससे विद्यार्थियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। ऐसे अनेक कार्य हैं जिन्हें आप विद्यार्थियों के लिए अपनी कक्षा को रूचिकर और आकर्षक बनाने के लिए कर सकते हैं– उदाहरण के लिए, आप;

  • पुरानी पत्रिकाओं और ब्रोशर आदि से पोस्टर बना सकते हैं
  • वर्तमान विषय से संबंधित वस्तुएं और कलाकृतियों को ला सकते हैं
  • अपने विद्यार्थियों के कार्य को प्रदर्शित कर सकते हैं
  • नवीन ज्ञान को सीखने के लिए तत्पर रहें, जिससे विद्यार्थियों में उत्सुकता बनी रहे और वे नई बातों को सीखने के प्रति उत्साहित रहें।

अपनी कक्षा में स्थानीय विशेषज्ञों की सेवाओं का उपयोग करना

यदि आप पैसे के संबंध में या गणित में मात्राओं के बारे में काम कर रहे हैं, तो आप व्यापारियों या दर्जियों को अपनी कक्षा में बुला सकते हैं। जिससे वे आकर यह समझा सकें कि वे अपने कार्य में गणित का इस्तेमाल किस तरह से करते हैं? वैकल्पिक रूप से, यदि आप मेहंदी डिजाइनरों को स्कूल में बुला सकते हैं? वे भिन्न–भिन्न आकारों, डिजाइनों, परम्पराओं और तकनीकों को समझा सकें। मेहमान को आमंत्रित करना उस समय सबसे बेहतरीन रूप से काम करता है जब उसे शैक्षिक लक्ष्यों की जानकारी हो।

आपके पास स्कूल समुदाय में विशेषज्ञ उपलब्ध हो सकते हैं जैसे (रसोइया या देखभालकर्ता) जिन्हें विद्यार्थियों द्वारा अपने शिक्षण के संबंध में प्रतिबिंबित किया जा सकता है अथवा उनके साथ साक्षात्कार कर सकते हैं; उदाहरण के लिए, पकाने में इस्तेमाल की जाने वाली मात्राओं का पता लगाने के लिए, या स्कूल के मैदान या भवनों पर मौसम संबंधी स्थितियों का कैसे प्रभाव पड़ता है।

बाहरी पर्यावरण का इस्तेमाल करना

आपकी कक्षा के बाहर ऐसे अनेक संसाधन उपलब्ध हैं, जिनका प्रयोग आप पाठों में कर सकते हैं। आप पत्तियों, मकड़ियों, पौधों, कीटों, चट्टानों या लकड़ी जैसी वस्तुओं को एकत्र कर सकते हैं (अथवा कक्षा को एकत्र करने के लिए कह सकते हैं)। इन संसाधनों को अंदर लाने से कक्षा में रूचिकर प्रदर्शन तैयार किए जा सकते हैं जिनका संदर्भ पाठों में किया जा सकता है। इनसे चर्चा या प्रयोग आदि करने के लिए वस्तुएं प्राप्त हो सकती हैं जैसे वर्गीकरण से संबंधित गतिविधि, या सजीव या निर्जीव वस्तुएं। इस सम्बन्ध में अन्य संसाधन भी हो सकते हैं जैसे समय सारणियां या विज्ञापन, जो संभवतः तत्काल उपलब्ध हो सकते हैं तथा आपके स्थानीय समुदाय से संबंधित भी हो सकते हैं– शब्दों की पहचान करने, गुणवत्ताओं की तुलना करने या यात्रा समयों की गणना करने जैसे कार्यों को तय करके इनका प्रयोग शिक्षण संसाधनों के रूप में किया जा सकता है।

लेकिन बाहरी स्थान भी आपकी कक्षा का विस्तार हो सकते हैं। विद्यार्थियों को बाहर ले जाकर कक्षा का विस्तार कर सकते हैं बाहर जाने पर सभी विद्यार्थी अधिक आसानी से देख सकते हैं। जब आप सीखने के लिए कक्षा को बाहर ले जाते हैं, तो वे निम्नलिखित गतिविधियो को भी कर सकते हैं।

  • दूरियों का अनुमान लगाना और उनका माप करना
  • यह दर्शाना कि घेरे पर हर बिन्दु केन्द्रीय बिन्दु से समान दूरी पर होता है
  • दिन के भिन्न–भिन्न समय पर परछाई की लंबाई को रिकार्ड करना
  • संकेतों और निर्देशों को पढ़ना
  • साक्षात्कार और सर्वेक्षण आयोजित करना
  • सौर पैनलों का पता लगा सकते हैं
  • फसल के विकास और वर्शा की निगरानी कर सकते हैं

कक्षा–कक्ष के बाहर सीखने की प्रक्रिया तथा उनके स्वयं के अनुभवों पर आधारित होता है, अन्य संदर्भों में अधिक लागू किया जा सकता है।

यदि, बाहर काम करने के लिए आपको स्कूल परिसर से बाहर जाना पड़ता है, तो बाहर जाने से पहले आपको स्कूल के मुखिया से अनुमति लेनी चाहिए, समय की योजना बनाएं, सुरक्षा की जांच करें और विद्यार्थियों को स्पष्ट रूप से नियम बता दें। इससे पहले कि आप बाहर जाएं, विद्यार्थियों को यह बात स्पष्ट रूप से पता होनी चाहिए कि किस संबंध में जानकारी प्राप्त की जाएगी।

संसाधनों को अनुकूलित करना

चाहें तो आप मौजूदा संसाधनों को विद्यार्थियों के लिए कहीं अधिक उपयुक्त बनाने हेतु उन्हें अनुकूलित कर सकते हैं। ये परिवर्तन छोटे हो सकते हैं लेकिन इनसे अंतर बहुत बड़ा पड़ सकता है, विशेष रूप से यदि कक्षा के सभी विद्यार्थियों के लिए शिक्षण को प्रासंगिक बनाने का प्रयास कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, आप स्थान और लोगों के नाम बदल सकते हैं यदि वे दूसरे राज्य से संबंधित है। या गाने में व्यक्ति के लिंग को बदल सकते हैं। या कहानी में शारीरिक रूप से अक्षम बच्चे को शामिल कर सकते हैं। इस प्रकार से आप संसाधनों को कक्षा और उनके शिक्षण के लिए अधिक समावेशी और उपयुक्त बना सकते हैं।

साधन संपन्न होने के लिए सहकर्मियों के साथ काम करें। संसाधनों को विकसित करने और उन्हे अनुकूलित करने के लिए आपके बीच ही आपको कई कुशल व्यक्ति मिल जाएंगे। कोई सहकर्मी संगीत में कुशल हो सकता है। दूसरा कठपुतली बनाने या बाह्य विज्ञान से जुड़ी व्यवस्थाएं करने में कुशल हो सकता है। आप कक्षा में प्रयोग में लाए जाने वाले संसाधनों को सहकर्मियों के साथ साझा कर सकते हैं जिससे आप स्कूल के सभी क्षेत्रों में एक समृद्ध शिक्षण पर्यावरण का सृजन कर सकें।

5 सारांश

संसाधन 2: पौधों को समझना