4 सारांश

इस यूनिट में आपने सीखा कि वे कौन–सी बातें हैं जो विद्युत सम्बन्धी पाठ को कठिन विषय बनाती हैं और कैसे मॉडलों का उपयोग आपके शिक्षण कार्य देने में मदद कर सकती है।

केस स्टडी 2 और गतिविधि 3 में विद्युत परिपथ के बारे में पढ़ाने की एक तकनीक, वार्तालाप गतिविधि, के बारे में बताया गया। हालांकि, मॉडलों का उपयोग करने के कई तरीके हैं और गतिविधि 2 में आपने कई विषयों की पहचान की जिनमें मॉडल के उपयोग से विद्यार्थियों की समझ विकसित की जा सकती है।

कभी–कभी लगता है कि कक्षा X तक आते–आते विद्यार्थियों को भौतिक मॉडलों की जगह मानसिक मॉडल बनाने चाहिएं। लेकिन, समझ के विकास की प्रक्रिया के लिये भौतिक मॉडल बहुत मददगार होते हैं तथा यहाँ तक कि यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी भी भौतिक मॉडलों से लाभ उठा सकते हैं, जैसे कि, रसायनशास्त्र में अणुओं के मॉडल बना कर समावयवता के अलग अलग रूपों को समझना।

अगले विषय को पढ़ाने के लिये, यह पहचानने के लिए कि विद्यार्थियों को अवधारणा सम्बन्धी कठिनाइयाँ कहाँ पर आ सकती हैं और कहाँ पर मॉडलों का उपयोग सहायक होगा तथा इस पर भी विचार करें कि कौन–से मॉडल और समानताएं सबसे उचित होंगी

सहकर्मियों के साथ अपनी गतिविधियों की योजनाओं पर चर्चा करें: –

  • आप किस प्रकार के मॉडल या समानताओं का इस्तेमाल करने की योजना बना रहे हैं?
  • इस मॉडल की क्षमता और सम्भावित सीमाएं क्या हैं?
  • अपने समूह में आप इन गतिविधियों को कैसे शामिल करेंगे?
  • आप किन खास विशेषताओं की ओर ध्यान आकर्षित करेंगे?

एक शिक्षण योजना बनाएं जिसमें कम–से–कम एक मॉडल–आधारित गतिविधि शिक्षण क्रम में शामिल हो।

3 मॉडलों और समानताओं का सामर्थ्य और सीमाएं

संसाधन