1 लेखन के लिए विचार उत्पन्न करना

किसी अन्य भाषा में लिखना कठिन होता है। जब छात्र अंग्रेजी में लिखते हैं, तब उन्हें व्याकरण और शब्दावली, सही विराम चिह्नों के उपयोग, और स्पेलिंग (वर्तनी) जैसी चीजों के बारे में सोचना पड़ता है। विद्यालय में लिखते समय, छात्रों को गलतियाँ करने और कम ग्रेड प्राप्त करने से संबंधित चिंता हो सकती है। बेशक, ये बातें महत्वपूर्ण हैं, लेकिन लेखन इन सब पहलुओं से कहीं बड़ी चीज है।

जब आप कोई बात लिखते हैं, तो आप अपने पाठक से कुछ कहना चाहते हैं। वह पाठक आप स्वयं (उदाहरण के लिए, यदि आपने अपने द्वारा पढ़ी हुई किसी बात पर कोई नोट्स लिखें हैं, या आपने खरीददारी की सूची बनाई है) या कोई और व्यक्ति (एक उदाहरण है आपके द्वारा लिखित आवेदन पत्र को आपके मुख्याध्यापक द्वारा पढ़ा जाना) हो सकता है। पाठ्य वस्तु लिखते समय आपने अपने संदेश को सर्वोत्तम ढंग से संगठित करने पर विचार किया होगा। यह भी हो सकता है कि आपने एक से अधिक मसौदा लिखा हो या किसी से अपने काम की जाँच करने को कहा हो – खास तौर पर यदि पाठ किसी महत्वपूर्ण चीज के बारे में है या उसे सार्वजनिक किया जाना है।

प्रभावी लेखक उपयोग की गयी भाषा के बारे में विचार करते हैं साथ ही वे इस पर भी विचार करते हैं कि वे क्या कहना चाहते हैं और कि उनके भावी पाठक उनके लेखन के बारे में क्या सोचेगें। वे सोचते हैं कि अपनी बातों को तर्कसंगत रूप से कैसे संगठित करें ताकि उनकी लिखी बात स्पष्ट – और रोचक रहे। वे अपने काम की समीक्षा करते हैं और संभवतः एक से अधिक मसौदे लिखते हैं; अंतिम मसौदा लिखने से पहले वे अन्य लोगों से अपने काम की समीक्षा करने को भी कह सकते हैं।

चित्र 1 किसी अन्य भाषा में लिखना कठिन होता है, लेकिन आप प्रभावी लेखन प्रथाएं विकसित करने में अपने छात्रों की मदद कर सकते हैं।

आप प्रभावी लेखन के कौशल विकसित करने में अपने छात्रों की मदद कर सकते हैं। इससे ऐसी बेहतर अंग्रेजी रचनाएं लिखने में उन्हें मदद मिलेगी जिनमें विचार तर्कसंगत ढंग से संगठित हैं, जो पढ़ने में दिलचस्प हैं और अधिक सटीक हैं। ये कौशल अन्य भाषाओं में लिखने में भी उपयोगी होंगे। विचारों को संगठित करने, काम की समीक्षा करने और मसौदे लिखने की प्रक्रिया उन्हें सामान्य तौर पर अधिक प्रभावी लेखक बनाएगी।

किसी भी भाषा के लेखक के लिए यह जानना एक समस्या होती है कि क्या कहना चाहिए। अंग्रेजी में लिखते समय यह विशेष रूप से कठिन हो सकता है। कभी-कभी पाठ्यपुस्तक के विषय कठिन होते हैं; कभी-कभी छात्रों के पास वह भाषा नहीं होती जिसकी उन्हें इन विषयों के बारे में लिखने की जरूरत होती है।

विचार के लिए रुकें

कल्पना करें कि आपके छात्रों को ‘Pollution’ शीर्षक वाली एक निबंध लिखनी है। आपके खयाल से उन्हें क्या समस्याएं हो सकती हैं?

पढ़ें कि यह छात्रा क्या सोच रही है:

प्रदूषण जैसे विषय के साथ, छात्रों को हो सकता है अधिक पता न हो – और यदि हो भी तो, हो सकता है कि उनके पास उसके बारे में अंग्रेजी में लिख सकने के लिए भाषा कौशल न हों। इसका मतलब है उन्हें एक या दो पंक्तियों से अधिक लिखने में कठिनाई हो सकती है।

विचार के लिए रुकें

इन प्रश्नों के बारे में विचार करें और, यदि संभव हो तो, किसी सहकर्मी के साथ उन पर चर्चा करें:

  • क्या लिखना है इस बारे में कुछ विचार पाने में अपने छात्रों की मदद आप कैसे कर सकते हैं?
  • आप भाषा के बारे में उनकी मदद कैसे कर सकते हैं?

Brainstorming (विचार मंथन) वह तकनीक है जिसका उपयोग आप विचार और भाषा उत्पन्न करने के लिए कर सकते हैं। इसमें छात्रों को एक संकेत देना शामिल होता है – उदाहरण के लिए, ब्लैकबोर्ड पर Pollution शब्द लिखना या किसी अखबार से लिए गये प्रदूषित नदी या शहर के चित्र दिखाना– और फिर अपने छात्रों से उस शब्द या चित्र से संबंधित विचार एकत्रित करवाना। आप छात्रों के विचारों को ब्लकै बोर्ड पर लिख सकते हैं, अथवा आपकी कक्षा समूहों में काम कर सकती है, जहाँ एक छात्र सभी के विचारों को अपनी नोटबुक में या चार्ट पेपर पर नोट करता है। छात्रों को प्रोत्साहित करें कि वे अपनी कल्पनाशीलता का प्रयोग करें और अधिक से अधिक शब्द या विचार दें।

एक बार, जब छात्र विचार दे चुके होंगे तब उन्हें चर्चा करके यह निश्चित करना होगा कि किन विचारों को रखा जा सकता है। यह आप पूरी कक्षा के साथ कर सकते हैं, अथवा यदि छात्र समूहों में काम कर रहे हैं, तो समूह के सदस्य यह काम मिलकर कर सकते हैं। Brainstorming कक्षा में उपयोग के लिए एक मददगार तकनीक है क्योंकि यह:

  • विषय-वस्तु के लिए विचार उत्पन्न करती है ताकि छात्र समझ सकें कि किस विषय में लिखना (या बोलना) है
  • उन मुख्य शब्दों या वाक्यांषों को उत्पन्न करती है जिनका उपयोग छात्र लिखते (या बोलते) समय कर सकते हैं
  • जिन छात्रों को अधिक सहायता की आवश्यकता होती है, यह उनकी मदद करती है
  • यह जानने में आपकी सहायता करती है कि आपके छात्रों को पिछले अध्यायों में से क्या याद है और उन्हें पहले से क्या जानकारी है
  • छात्रों को एक दूसरे के साथ साझा करने और एक दूसरे से सीखने के लिए प्रोत्साहित करती है
  • सृजनात्मकता का विकास करती है।
  • कम आश्वस्त छात्रों को आमने-सामने की पूछताछ से संपर्क में आए बिना विचारों का योगदान करने को प्रोत्साहित करती है जहाँ सारी कक्षा उनके उत्तर की प्रतीक्षा करती है।
  • कम आत्मविष्वास वाले छात्रों को, बिना उस स्थिति में लाए जहां उनसे कोई प्रश्न किया जाए और सारी कक्षा उनके उत्तर की प्रतीक्षा करें,अपने विचार देने के लिए प्रोत्साहित करती है।

विचारमंथन और छात्रों से बातचीत करवाने की महत्ता पर अधिक जानने के लिए देखें संसाधन 1, ‘सीखने के लिए बातचीत करें’।

केस स्टडी 1: श्रीमती भाटिया अपनी अंग्रेजी कक्षा में एक विचारमंथन सत्र प्रयोग में लाती हैं

श्रीमती भाटिया कक्षा 9 को अंग्रेजी पढ़ाती हैं। उनकी विद्यालय के हिंदी शिक्षक ने उन्हें विचारमंथन के बारे में बताया, और श्रीमती भाटिया उसे अपने छात्रों के साथ प्रयोग में लाई।

हम जो अध्याय पढ रहे थे मैंने उसके लेखन कार्य के साथ (विचार मंथन) brainstorming सत्र आजमाने का निश्चय किया। [Chapter 8 of the NCERT Class IX textbook Beehive – पूर्ण पाठ के लिए संसाधन 2 देखें।] लेखन के काम में निम्नलिखित निर्देश थे:

Working in pairs, go through the table below that gives you information about the top women tennis players since 1975. Write a short article for your school magazine comparing and contrasting the players in terms of their duration at the top. Mention some qualities that you think may be responsible for their brief or long stay at the top spot.

मेरे छात्रों द्वारा निर्देशों को पढ़ लेने के बाद, मैंने उनसे कुछ प्रश्न पूछे ताकि सफल टेनिस खिलाड़ियों के गुणों के बारे में कुछ विचार बने आरै लेखन कार्य के लिए कुछ भाषा बन सके।

मैंने अपने छात्रों से कहा कि यदि वे चाहें हो तो वे अपनी स्थानीय भाषा में बोल सकते हैं, और जब वे शब्दों और अभिव्यक्तियों के सुझाव दे रहे थे, मैं उन्हें बोर्ड पर अंग्रेजी में लिखती गई। कुछ छात्रों ने अंग्रेजी में सुझाव दिए, और उन्होंने प्रायः गलतियाँ कीं; उदाहरण के लिए एक छात्र ने shorter than के स्थान पर shorter to कहा। तथापि, मैंने उसकी गलती नहीं सुधारी – मैंने बस उसे अंग्रेजी में सही तरह से कहा और सही स्वरूप को बोर्ड पर लिखा। सबसे महत्वपूर्ण बात थी विचार लेना, और यदि मैं हर किसी को बोलते समय सही करती, तो वे निरुत्साहित हो सकते थे।

जब मैं बोर्ड पर शब्द और वाक्यांश लिख रही थी, तब मैं उन्हें पढ़कर सुनाती गई ताकि छात्र नई शब्दावली के उच्चारण को सुन सकें, और मैंने पाया की छात्रों को अर्थ समझ में आ रहे थे। मैंने लिखते समय शब्दों और विचारों को विभिन्न उप-विषयों में भी संगठित किया जैसे ‘qualities’ और ‘phrases for comparing’। कभी-कभी, छात्र ऐसे सुझाव देते थे जो अधिक उपयोगी नहीं थे। कलिका ने ‘nervous’ को एक गुण के रूप में सुझाया। भी बोर्ड पर लिखा। सभी विचारों के बोर्ड पर आ जाने के बाद, हमने उन पर चर्चा की और कुछ शब्दों और वाक्यांशों को अस्वीकार करने का निश्चय किया (‘nervous’ शब्द सहित)।

विचारमंथन सत्र के अंत में, मेरा बोर्ड ऐसा दिखाई दे रहा था:

मैंने अपने छात्रों की जोड़ियां बनायी, और उन्हें लेखन का काम करने को कहा। मैं जानती हूँ कि कुछ शिक्षक छात्रों के जोड़ियों में काम करने को पसंद नहीं करते हैं – उन्हें लगता है कि कमज़ोर छात्र बस तेज छात्रों की नकल कर लेंगे। मुझे ऐसा लगता है कि कभी–कभी ऐसा होता भी है लेकिन जब छात्र जोड़ियों में काम करते हैं तब वे अधिक विचार उत्पन्न कर पाते हैं, और यह चर्चा कर पाते हैं कि बोर्ड पर लिखी भाषा का उपयोग कैसे किया जाय। इस तरह, हर एक को फायदा होता है।

जब कक्षा ने काम खत्म कर लिया, तब मैंने अपने कुछ छात्रों के लिखित काम को देखने के लिए लिया। मैं यह देखकर खुश थी कि छात्रों ने सामान्य से अधिक लिखा था, और उन्होंने एक नई भाषा का अच्छी तरह से प्रयोग किया था।

अगली बार लेखन का काम होने पर मैं इसे दोबारा आजमाऊँगी। अगली बार, मैं अपने छात्रों पहले अपने समूहों में विचारमंथन करने को कहूँगी। इससे अधिक छात्रों को गतिविधि में योगदान करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।

गतिविधि 1: कक्षा में आजमाएं – लेखन कार्य के लिए विचारमंथन का उपयोग करना

आप विचारमंथन का उपयोग किसी भी कक्षा में, और पाठ्यपुस्तक के विभिन्न लेखन के कार्यों के साथ कर सकते हैं। इसे अपने छात्रों के साथ आजमाने के लिए इन चरणों का पालन करें:

  • अध्याय के शुरू होने से पहले, अपनी पाठ्यपुस्तक या विषय से कोई लेखन कार्य चुनें जिसके बारे में आपके छात्रों को परीक्षा में लिखना है (जैसे ‘My favourite festival’ या ‘My favourite leader’)।
  • कल्पना करें कि आपको यह निबंध लिखना है। कौन से शब्द और वाक्यांश उपयोगी होंगे? उन्हें लिख लें। वे प्रश्न लिखें जो आप छात्रों से, विषय के बारे में विचार उत्पन्न करने के लिए, पूछेंगे। यह आपको पाठ के लिए तैयार करता है।
  • कक्षा में, ब्लैकबोर्ड के बीच में विषय का शीर्षक लिखें (जैसे ‘My favourite leader’), या अपने छात्रों से अपनी पाठ्यपुस्तकों में लेखन के काम के लिए निर्देश पढ़ने को कहें।
  • शीर्षक के बारे में विचार देने के लिए कुछ प्रश्न पूछें। अलग अलग छात्रों को अपने विचार देने के लिए प्रोत्साहित करें। यदि आपके छात्रों को अंग्रेजी में सोचने में कठिनाई हो रही है, तो उन्हें किसी अन्य भाषा का उपयोग करने दें और फिर अन्य छात्रों से उसका अनुवाद करने को कहें। जब वे विचार दें रहे हों, तब उन्हें बोर्ड पर लिखें। यदि उन्हें कठिनाई हो रही हो, तो आप कुछ संकेत देने वाले प्रश्न पछू सकते हैं – लेकिन केवल अंतिम कोशिश के रूप में ही, क्योंकि विचारमंथन का मतलब छात्रों के विचारों का मूल्याकंन करना और उन्हें एकत्र करना ।‘My favourite leader’ के कुछ उदाहरण प्रश्न ये हो सकते हैं:

  • जब छात्र विचार देना समाप्त कर लें, तब तक आपके बोर्ड पर बहुत सारे शब्द होने चाहिए। अब, चर्चा करें कि छात्र अपने विचारों को कैसे संगठित करेंगे। कौन से शब्द और वाक्यांश आपस में संबंध रखते हैं? कौन से विचार पहले आ सकते हैं?
  • अपने छात्रों से विषय के बारे में लिखने को कहें, और एक समय सीमा तय करें। वे अकेले या जोड़ियों में काम कर सकते हैं।

विचार के लिए रुकें

यहाँ इस गतिविधि को आजमाने के बाद आपके विचार करने के लिए कुछ प्रश्न दिए गए हैं। यदि संभव हो, तो इन प्रश्नों की चर्चा किसी सहकर्मी के साथ करें।

  • क्या अलग अलग छात्रों ने मंथन सत्र में योगदान किया?
  • क्या विचारमंथन के विचारों ने लेखन में उनकी मदद की?

शुरू में छात्रों के लिए योगदान करना कठिन हो सकता है, और आपको लग सकता है कि एक या दो छात्र हावी हो रहे हैं। यदि यह बात है, तो आप छात्रों के समहू बना सकते हैं और उन्हें विचारों, शब्दों और वाक्यांशों पर चर्चा करने के लिए कुछ समय (उदाहरण के लिए, पाँच मिनट) दे सकते हैं।

विचारमंथन तकनीक का उपयोग करने का एक विकल्प है विषय को एक या दो सप्ताह पहले घोषित करना ताकि हर एक को उसके बारे में सोचने और उस पर शोध करने का मौका मिले। फिर जब आप कक्षा से विचारों के लिए पूछें, तब अधिकांश छात्र योगदान देने में सक्षम होगें।

आप इस इकाई में क्या सीख सकते हैं

2 पाठ लेखन को सार्थक बनाना