1 जोड़ी और समूहकार्य में बोलने की गतिविधियाँ

छात्रों को स्कूल से हटकर अपने जीवन में सभी तरह की स्थितियों में अंग्रेजी में बोलने की जरूरत पड़ सकती है। धारा प्रवाह बोलने और आश्वस्त होने के लिए, उन्हें अभ्यास करना चाहिए। कई छात्रों के पास ऐसा करने के लिए पर्याप्त अवसर नहीं होते हैं; एकमात्र जगह जहाँ वे अंग्रेजी बोलने का अभ्यास कर सकते हैं वह है उनकी कक्षाएं। इसका मतलब यह है कि आपको वास्तविक प्रयोजनों के लिए अंग्रेजी में बोलने के अवसर पैदा करने चाहिए, ताकि छात्र आपके साथ और एक दूसरे के साथ वार्तालाप करने के लिए अंग्रेजी भाषा का उपयोग करें।

आप सोच रहे होंगे कि सभी छात्रों को कक्षा में बोलने का अवसर देना कठिन है, खास तौर पर यदि आपके पास छात्र बड़ी संख्या में हों। आपके सभी छात्रों को बोलने का अवसर देने का एक तरीका है उन्हें एक दूसरे के साथ बात करने के लिए जोड़ियों या समूहों (उदाहरण के लिए, तीन या चार छात्रों के) में संगठित करना (चित्र 1)।

चित्र 1 अंग्रेजी बोलने का अभ्यास करने के लिए जोड़ी और समूहों में काम कर रहे छात्र। नोट करें कि एक साथ काम करने से, सभी छात्रों को बोलने का अवसर मिलता है।

सीखने के लिए जोड़ी और समूहकार्य का उपयोग करने के कई लाभ हैं:

  • वे छात्रों को एक दूसरे से सीखने का अवसर देते हैं
  • विभिन्न स्तरों के छात्र एक दूसरे की मदद और समर्थन कर सकते हैं
  • वे अंग्रेजी में बोलने का अभ्यास करने के लिए विशेष रूप से उपयोगी हो सकते हैं।

जोड़ी और समूहकार्य छात्रों को अपनी बोलचाल को आजमाने के लिए अधिक सुरक्षित वातावरण पेश करते हैं क्योंकि उन्हें सुनने वाले लोग कम होते हैं लेकिन सभी छात्रों को बोलने और सुनने के अवसर मिलते हैं। इससे छात्र अंग्रेजी में बोलने का आत्मविश्वास विकसित करने में समर्थ होते हैं। आप चाहें तो मुख्य संसाधनों, (‘जोड़ी में कार्य का उपयोग करना और समूहकार्य का उपयोग करना‘) पर एक नज़र डाल सकते हैं।

अंग्रेजी में वार्तालाप करने के एक चरण– जोड़ी में लिखवाना (श्रुतलेख)

जोड़ी में लिखवाना आपके छात्रों को अंग्रेजी में एक दूसरे से बोलने और सुनने का आदी बनाने का एक सरल तरीका है। यह गतिविधि विशुद्ध वार्तालाप गतिविधि नहीं है, क्योंकि छात्र खुद अपने बलबूते पर सार्थक वाक्यों का निर्माण नहीं करते हैं। फिर भी, जो छात्र बोल रहे होते हैं उन्हें उच्चारण में उपयोगी अभ्यास मिलता है और जो छात्र सुनते और लिखते हैं उन्हें भी स्पेलिंग और विराम चिह्न लगाने का अभ्यास मिलता है। ये कौशल उनके आत्मविश्वास और वास्तविक जीवन में अंग्रेजी में बातचीत करने की क्षमता को विकसित करते हैं।

केस स्टडी 1: सुश्री दत्ता अपने छात्रों को अंग्रेजी बोलने का अभ्यास कराने के लिए जोड़ी में लिखवाने (श्रुतलेख) का उपयोग करती हैं

सुश्री दत्ता ने हाल ही में छात्रों को कक्षा में अंग्रेजी बोलने का अवसर देने की महत्ता के बारे में एक प्रशिक्षण सत्र में भाग लिया। सत्र में , उन्होंने जोड़ी और समूहकार्य का उपयोग करने के बारे में सीखा।

मैं कक्षा 9 को पढ़ाती हूँ, और हम NCERT textbook Beehive के अध्याय 8 का अध्ययन कर रहे हैं। पिछली कक्षा में हम पृष्ठ 108 पर पहुँचे, जिसमें निम्नलिखित श्रुतलेख गतिविधि है:

‘The Raincoat’

After four years of drought in a small town in the north-east, the vicar gathered everyone together for a pilgrimage to the mountain, where they would pray together and ask for the rain to return.

The priest noticed a boy in the group wearing a raincoat.

‘Have you gone mad?’ he asked. ‘It hasn’t rained in this region for five years, the heat will kill you climbing the mountain.’

‘I have a cold, father. If we are going to ask God for rain, can you imagine the way back from the mountain? It’s going to be such a downpour that I need to be prepared.’

At that moment a great crash was heard in the sky and the first drops began to fall. A boy’s faith was enough to bring about a miracle that not even those most prepared truly believed in.

सामान्यतया, मैं पाठ्यपुस्तक के श्रुतलेख जोर से पढ़ती हूँ, और छात्र सुनते तथा लिखते हैं। तथापि, प्रशिक्षण सत्र में मैंने सीखा कि शिक्षक को हमेशा ही वह व्यक्ति होना जरूरी नहीं है जो कक्षा में बोलता है। मैंने जाना कि मेरे छात्र भी श्रुतलेख दे सकते हैं। मैंने सोचा कि वे यह काम जोड़ियों में कर सकते हैं। एक छात्र पाठ को पढ़कर सुनाएंगा, और दूसरा उसे सुनेगा तथा लिखेगा।

मैंने अपने छात्रों से उनके बगल में बैठे व्यक्ति के साथ जोड़ी बनाने को कहा। कुछ बेंचों के अंत में कुछ छात्र बच गए, जिन्होंने जोड़ी की बजाय तीन के समूह बना लिए। तब मैंने अपने छात्रों से अपने साथी/साथियों को गद्यांश पढ़कर लिखवाना शुरू करने को कहा। मैं कक्षा में घूमने लगी, और देखा कि अधिकतर छात्रों को कठिनाई हो रही है। वे नहीं जानते थे कि उन्हें क्या करना है, और वे केवल गद्यांश को पढ़ रहे थे। मुझे समझ में आया कि मेरे निर्देश स्पष्ट नहीं थे। मैंने हर एक से रुकने को कहा, और दोबारा प्रयास करने का निश्चय किया।

इस बार, मैंने समूहों से कहा, Decide who is Student A and who is Student B’। (तीन के समूहों में दो छात्रों के नाम एक ही वर्ण से शुरू हो रहे थे) मैंने उन्हें तय करने के लिए एक मिनट दिया। फिर मैंने कहा Student As, raise your hands. Student Bs, raise your hands। इस तरह मैंने जाना कि हर एक को पता था कि कौन Student A था और कौन Student B। फिर, मैंने कक्षा को गतिविधि के लिए निर्देश दिए और उन्हें ब्लैकबोर्ड पर लिखा।

मैंने सुनिश्चित किया कि हर एक ने निर्देशों को समझ लिया है जिसके लिए मैंने उनसे घरेलू भाषा में बताने को कहा कि उन्हें क्या करना है। मैंने अपने छात्रों से कहा, 'You have ten minutes for the pair dictation' जब छात्र ने अपने साथियों को गद्यांश को बोलकर लिखवाना शुरू किया [चित्र 2]। जब वे

गतिविधि कर रहे थे, तब मैंने कक्षा में घूमते हुए, जोड़ियों को सुना और जाँच की कि हर कोई गतिविधि को सही ढंग से कर रहा है। उनमें से कुछ अब भी आश्वस्त नहीं थे, इसलिए मैंने उन्हें फिर से समझाया। उनमें से अधिकांश गतिविधि का आनंद ले रहे थे और सब सुचारु रूप से चल रहा था। अपने कई छात्रों को अंग्रेजी में बोलते सुनकर अच्छा लग रहा था।

चित्र 2 एक छात्र The Raincoat पढ़ता है जबकि दूसरा वह लिखता हो जो उसका साथी पढ़ता है।

जब मैं सुन रही थी, तब मैंने देखा कि कुछ छात्र उच्चारण में गलतियाँ कर रहे हैं। मैंने उन्हें नहीं टोका। मैंने सबसे आम उच्चारण की गलतियों को नोट किया और निश्चय किया कि मैं गतिविधि के बाद सारी कक्षा के साथ इन गलतियों को सुधार सकती हूँ। मैंने सोचा कि मेरे नोट्स आकलन के लिए उपयोगी हो सकते हैं (देखें इकाई ‘निर्माणात्मक आकलन के माध्यम से भाषा सीखने में सहयोग करना’)।

नौ मिनट बीतने पर, मैंने छात्रों से कहा, 'You have one more minute' दस मिनट बीतने पर, कुछ छात्रों ने पढ़ना समाप्त नहीं किया था, लेकिन मैं जानती थी कि हर एक को कुछ वाक्यों को पढ़कर लिखवाने का अवसर मिल गया था। मेरे लिए सभी के काम की जाँच करना संभव नहीं था, इसलिए मैंने उनसे पाठ्यपुस्तक के गद्यांश के साथ उसकी तुलना करके स्वयं जाँचने और सही करने को कहा। इससे उन्हें यह देखने में सहायता मिली कि उन्हें स्पेलिंग या विराम चिह्नों के साथ कहाँ कठिनाइयाँ हुई थीं।

कुल मिलाकर गतिविधि अच्छे ढंग से हुई, हालांकि मुझे महसूस हुआ कि मुझे इस तरह की गतिविधियों के लिए अधिक स्पष्ट निर्देश देने चाहिए। मैं अपनी कक्षाओं में जोड़ी में कार्य का अधिक उपयोग करने वाली हूँ। मेरा खयाल है कि मैं इसका जितना अधिक उपयोग करूँगी, छात्र उतना ही अधिक इसके अभ्यस्त होंगे।

गतिविधि 1: जोड़ी में श्रुतलेख का उपयोग करना

आप इस गतिविधि का उपयोग किसी भी छोटे गद्यांश और किसी भी कक्षा के साथ कर सकते हैं। अपने छात्रों के साथ जोड़ी में श्रुतलेख अभ्यास का प्रयोग करने के लिए इन चरणों का पालन करें:

  • कक्षा से पहले, एक छोटा गद्यांश (जैसे कोई अनुच्छेद) खोजें जिसका उपयोग आपके छात्र श्रुतलेख के लिए कर सकते हैं। सुनिश्चित करें कि पाठ शब्दावली और विराम चिह्नों के हिसाब से अधिक जटिल न हो।
  • अपने छात्रों को जोड़ियों में संगठित करें (उदाहरण के लिए, उनके बगल के विद्यार्थी के साथ)। देखें कि हर कोई जोड़ी में है। कोई भी बचा हुआ विद्यार्थी किसी जोड़ी में शामिल होकर तीन का समूह बना सकता है।
  • छात्रों को जोड़ी में श्रुतलेख के लिए, यदि हो सके तो अंग्रेजी का उपयोग करते हुए, निर्देश दें। आप निर्देशों को ब्लैकबोर्ड पर लिख सकते हैं। जाँच करें कि उन्होंने निर्देश समझ लिए हैं (उदाहरण के लिए, छात्रों से अपनी घर की भाषा में बताने को कहकर कि उन्हें क्या करना है)।
  • सुनिश्चित करें कि छात्र किसी बिंदु पर भूमिकाओं की अदला-बदली करेंगे, ताकि जो बोल रहा था वह लिखे और जो लिख रहा था वह बोले।
  • गतिविधि के लिए समय सीमा दें, जैसे दस मिनट।
  • छात्रों के काम करते समय कमरे में घूमें। जाँच करें कि उन्होंने समझ लिया है कि उन्हें क्या करना है और जहाँ आवश्यक हो वहाँ मदद करें या नोट्स बनाएं (उदाहरण के लिए, आम उच्चारण या स्पेलिंग की समस्याओं के)। जाँच करें कि सभी छात्र गतिविधि में भाग ले रहे हैं।
  • जब समय समाप्त हो जाय, तब छात्रों से काम करना बंद करने को कहें।
  • छात्रों से अपने काम की तुलना पाठ्यपुस्तक के साथ करने को कहें।
  • आप नजर आने वाली किसी भी सामान्य गलती (उदाहरण के लिए, उच्चारण, स्पेलिंग या विराम चिह्न की) पर फीडबैक दें।

विचार के लिए रुकें

यहाँ इस गतिविधि का प्रयोग करने के बाद आपके विचार करने के लिए कुछ प्रश्न दिए गए हैं। यदि संभव हो, तो इन प्रश्नों की चर्चा किसी सहकर्मी के साथ करें।

  • क्या आपके छात्रों ने समझा कि उन्हें क्या करना था? यदि नहीं, तो आप भविष्य में अपने निर्देशों को अधिक स्पष्ट कैसे बना सकते हैं?
  • क्या आपके सभी छात्र बोले? यदि नहीं, तो क्यों नहीं? भविष्य में ‘जोड़ी में कार्य‘ गतिविधियों में अपने अधिक छात्रों को बोलने के लिए प्रेरित करने के लिए आप कैसे मदद कर सकते हैं?

इससे पहले कि वे जोड़ियों या समूहों में काम करें, छात्रों को समझना होगा कि उन्हें क्या करना है। ब्लैकबोर्ड पर निर्देश लिखना एक अच्छा तरीका है ताकि छात्र काम करते समय उनका संदर्भ ले सकें। आप गतिविधि को पहले सारी कक्षा के सामने प्रदर्शित भी कर सकते हैं, जिसके लिए आप दो छात्रों से सारी कक्षा के सामने गतिविधि का अभ्यास करवा सकते हैं।

यदि आपके सारे छात्रों ने नहीं बोला है, तो कठिनाइयों का पता लगाने का प्रयास करें। क्या आपके छात्र गलतियाँ करने से डरते हैं? क्या वे जोड़ियों में काम करने में असहज महसूस करते हैं? छात्रों को शुरू में जोड़ी और समूहकार्य कठिन लग सकता है। यदि आप उन्हें इससे होने वाले लाभों के बारे में बताते हैं और यह भी बताते हैं कि वह अभ्यास के साथ आसान हो जाएगा तो उससे मदद मिल सकती है। जितनी बार आपसे हो सके उतनी बार जोड़ी और समूहकार्य का उपयोग करें और छात्र जल्दी ही उसके अभ्यस्त हो जाएंगे। सभी छात्रों को सम्मिलित करने पर अधिक जानकारी के लिए देखें संसाधन 1: सबको शामिल करना।

आप इस इकाई में क्या सीख सकते हैं

2 वास्तविक जीवन में अंग्रेजी में बातचीत के लिए अवसर तैयार करना