यह दृष्टिकोण क्यों महत्वपूर्ण है ?

विचार मंथन से आप अपने विद्यार्थियों के बारे में अनेक बातें जान सकते हैं। उनके विचारों को सावधानीपूर्वक सुनने से आप यह जान पाएंगे कि जिस विषय को आप पढ़ाने वाले हैं, उसके बारे में वे पहले से क्या जानते हैं? जो कुछ आपने अभी तक पढ़ाया है, उसके बारे में उन्हें क्या याद है? वे किसी समस्या के संबंध में कैसे प्रतिक्रिया करेंगे? और उनके लिए क्या बातें महत्वपूर्ण हैं? इससे उन्हें सृजनात्मक रूप से सोचने और विचारों तथा विषयों के बीच संबंध स्थापित करने का अवसर भी मिलता है।

तेजी से विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के लिए ऐसे लोगों की जरूरत होती है जो सृजनात्मक रूप से सोच सकें और समस्याओं का समाधान कर सकें। सृजनात्मक रूप से विचार करने में समर्थ विद्यार्थियों को अच्छा कार्य करने वाला समझा जाता है। सृजनात्मकता का संबंध केवल याद करने से नहीं है। इसका संबंध ज्ञान के वास्तविक प्रयोग से भी है। इसका संबंध सुझाव देने, एवं विस्तार करने और विकल्प प्रदान करने से भी होता है। इसका संबंध विभिन्न प्रकरणों और विषयों के बीच संपर्क स्थापित करने से है।

यदि विद्यार्थियों को सृजनात्मक विचारशील व्यक्ति बनना है, तो उन्हें मूल विचारों को प्रस्तुत करने के लिए अलग से सोचने के लिए प्रोत्साहित करना होगा। यह वास्तव में महत्वपूर्ण है कि वे इस बारे में निर्भय महसूस करें कि उनके विचारों का स्वागत किया जाएगा तथा खुले दिल से उन्हें स्वीकार किया जाएगा।

विचार मंथन का मुख्य लाभ यह है कि इसके परिणामस्वरूप आपमें और आपके विद्यार्थियों में सृजनात्मक विचार कौशल का विकास होता है। चित्र 1 में उन अन्य लाभों के उदाहरण दिए गए हैं जो विचार मंथन के माध्यम से आपके विद्यार्थी प्राप्त कर सकते है।

चित्र 1 विचार मंथन के परिणामस्वरूप कक्षा को प्राप्त होने वाले लाभ।

विचार मंथन एक बहु उपयोगी तकनीक है क्योंकि इसका प्रयोग किसी भी विषय के साथ इसका उपयोग शीघ्रतापूर्वक किया जा सकता है। क्योंकि यह एक समूह–आधारित गतिविधि है, इसलिए तुलनात्मक रूप से बड़ी कक्षाओं में इसका प्रयोग करना आसान है। इससे आपके विद्यार्थियों को अपने विचारों के बारे में बात करने के लिए और एक दूसरे से सीखने का अवसर मिलता है। अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए संसाधन 1 ‘शिक्षण के लिए बातचीत करें’ को पढ़ें।

आप इस इकाई में क्या सीख सकते हैं ?

1 विचार मंथन किस प्रकार करें