यह दृष्टिकोण क्यों महत्वपूर्ण है

शिक्षक इस बात को समझते हैं कि प्रायोगिक कार्य विज्ञान की शिक्षा का एक महत्वपूर्ण भाग है और इसके अनेक अलग अलग उद्देश्य हो सकते हैं। यदि आप सीमित सुविधाओं और संसाधनों के साथ बड़ी कक्षाओं को पढ़ाते हैं, तो अक्सर आपके विद्यार्थी प्रायोगिक शैक्षिक गतिविधियों अपने आप नहीं कर पाते होंगे। आपको कक्षा में प्रदर्शनों का उपयोग करना होगा।

प्रायोगिक प्रदर्शनों का उपयोग किसी विशेष अवधारणा को स्पष्ट करने, विद्यार्थियों को विशिष्ट प्रयोगशाला तकनीकों का निष्पादन करके दिखाने (जैसे कि किसी उपकरण का उपयोग करना) या विद्यार्थियों के अवलोकनात्मक कौशल का विकास करने के लिए किया जा सकता है। प्रायोगिक प्रदर्शन (प्रतिभाग करने वाले) का उद्देश्य विषय, विद्यार्थियों तथाउपलब्ध समय और संसाधनों पर निर्भर करेगा।

सभी प्रायोगिक प्रदर्शनों का प्रभावी शिक्षण अनुभव प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक होता है कि सावधानी पूर्वक योजना बनायी जाए यह बात स्पष्ट होनी चाहिए कि आप क्या उपलब्धि हासिल करना चाहते हैं? और विद्यार्थियों की पूर्ण रूचि को आप किस प्रकार से सुनिश्चित करेंगें। जब विद्यार्थियों की रूचि पूरी तरह से नहीं होती है तब वे प्रभावी ढंग से नहीं सीखते हैं। इस यूनिट में कक्षा X के विद्यार्थियों के लिए ‘प्रकाश’ विषय से संबंधित में प्रायोगिक अनुभवों पर ध्यान केन्द्रित किया गया है।

प्रकाश के बारे में सीखने में आपतन, परावर्तन, अपवर्तन कोणों की माप कैसे की जाए? जैसे परिभाषाओं और अवधारणाओं को लागू करना शामिल होता है। इन्हें प्रायोगिक प्रदर्शन के माध्यम से दिखाना आसान होता है। प्रदर्शनों के द्वारा आपके विद्यार्थियों को किरण रेखाचित्र को तैयार करने को समझने और साथ ही लेंस से भिन्न-भिन्न दूरियों दूरी पर रखी वस्तुओं से बनने वाली प्रतिबिम्बों की प्रकृति को समझने में सहायता मिल सकती है।

यदि आपके विद्यार्थी निष्क्रिय अवलोकनकर्ता न बन कर सक्रिय रूप से प्रदर्शनों में भागीदारी करते हैं,तो उनकी समझ में बहुत अधिक सुधार होगा। सक्रिय भागीदारी का अर्थ है कि आपके विद्यार्थी विचार करते रहे– वे संज्ञानात्मक रूप से सक्रिय हैं। ऐसा करने के कुछ तरीकों में अपने विद्यार्थियों को प्रतिबिम्बों का अवलोकन करने और रेखाचित्र बनाने में शामिल करना है, तथा उनका ध्यान संबंधित विशेषताओं की ओर आकर्षित करते हैं और सटीक शब्दावली की जानकारी देते हैं। विषय के साथ आगे बढ़ने के दौरान आप प्रदर्शनों का उपयोग अपने विद्यार्थियों की समझ –बूझ को साबित करने के लिए भी कर सकते हैं।

आप इस इकाई में क्या सीख सकते हैं

1 निर्णय करना कि कब प्रदर्शन किया जाए?