3 प्रदर्शनों के दौरान प्रश्नों का उपयोग

विचार के लिए रुकें

जब आप विद्यार्थी थे उस समय के बारे में सोचें।

  • क्या आपको कोई प्रदर्शन शुरू में संदेह (कनफयूजन) या समझने में कठिन लगा था?

  • संदेह या कठिनाई किस कारण से हुई थी?

किसी प्रदर्शन को समझने और उसे याद रखने के लिए ,विद्यार्थियों को पूर्व अवधारणाओं और प्रक्रियाओं के ज्ञान का सहारा लेना होगा। शिक्षण तब सफल होता है जब आपके विद्यार्थियों को नई जानकारी और समझ को वर्तमान फ्रेमवर्क के अंतर्गत आत्मसात करने में मदद की जाती है, जिसमें विद्यार्थियों के वर्तमान ज्ञान को चुनौती देना शामिल हो सकता है।

प्रश्नों के उपयोग से आप अपने विद्यार्थियों का ध्यान उस ब्यौरे की ओर ले जा सकते हैं जो आप चाहते हैं कि वे देखें याद रखें और उनसे पूछें, ‘‘यहाँ क्या हो रहा है?’’ क्या आप इसी बात की अपेक्षा कर रहे थे? आपके विचार से ऐसा क्यों हुआ?’ जहाँ संभव हो ऐसे प्रश्न पूछना अपेक्षाकृत विद्यार्थियों को बहुत-सी जानकारी देने से अच्छा होता है, क्योंकि इससे विद्यार्थी जो कुछ हो रहा है उस पर उनके वर्तमान ज्ञान के संदर्भ में सोचना पड़ता है। इसे सक्रिय शिक्षण कहा जाता है। इसी के साथ-साथ, इससे आपको विद्यार्थियों के साथ प्रदर्शनों पर काम करते समय उनकी समझ के बारे में परखने का अवसर मिलता है तथा साथ ही आगे बढ़ने से पहले आप उन्हें संबंधित जानकारी या अवधारणाओं की याद भी करा सकते हैं।

यह सर्वाधिक प्रभावी साबित हो सकें इसके लिए आवश्यक होगा कि आपके प्रश्न विद्यार्थियों को परिभाषा याद करने के परे सोच पैदा करे जिससे आपके विद्यार्थी अपने ज्ञान और समझ-बूझ का उपयोग कर सकें। उदाहरण के लिए, ‘अपवर्तन कोण’ की परिभाषा पूछने के बजाय, आप यह प्रश्न पूछ सकते हैं कि आपको अपने प्रदर्शन में किस कोण की माप करनी होगी?

अपने विद्यार्थियों में समग्र और विचारशील प्रतिक्रियाएं विकसित करने में मदद करने के कुछ निम्नलिखित तरीके शामिल हैं, उन्हें संकेत देना, और उनसे अधिक। स्पष्टीकरण मांगना और किसी विद्यार्थी की प्रतिक्रिया पर फिर से ध्यान केन्द्रित करना। इस प्रकार की शिक्षण तकनीकी के सम्बन्ध में और अधिक जानकारी हेतु संसाधन यूनिट–“ विचारशीलता को प्रोत्साहित करने के लिए प्रश्नों का उपयोग“ को पढ़े।

वीडियो: चिंतन को बढ़ावा देने के लिए प्रश्न पूछने का उपयोग करना

गतिविधि 3: प्रदर्शनों के लिए विस्तृत योजना बनाना

आपकी योजना तैयार करने और शिक्षण अभ्यास को विकसित करने में इस गतिविधि से आपको सहायता प्राप्त होगी। यदि संभव हो, तो इस गतिविधि के संबंध में अन्य किसी शिक्षक के साथ काम करें जिससे आप अपने विचार को साझा कर सकेंगे।

कक्षा X की पाठ्यपुस्तक प्रिज्म द्वारा प्रकाश के अपवर्तन तथा प्रिज्म द्वारा सफेद रोशनी के प्रसार के बारे में जानकारी दी गई है से प्रत्येक गतिविधियों के लिए योजना हेतु क्रमशः लिखें –

  •  

    • इस प्रदर्शन के लिए आपके विद्यार्थियों के लिए आवश्यक अवधारणात्मक ज्ञान और समझ-बूझ।

    • ऐसे प्रश्न जो आप याद दिलाने के लिए पूछ सकते हैं।ये प्रश्न आप कब पूछेंगे – उदाहरण के लिए, क्या आप प्रदर्शन के शुरू में ये प्रश्न पूछेंगे, या प्रदर्शन के दौरान किसी विशेष समय पर, या दोनों समय?
  •  

    • इस प्रदर्शन के लिए आपके विद्यार्थियों के लिए जरूरी प्रक्रिया संबंधी ज्ञान और समझ-बूझ यह कि इस काम को कैसे करेगें ?
    • ऐसे प्रश्न जो आपको इसकी याद दिलाने कि आप उनसे कब प्रश्न पूछ सकते हैं? या उनकी याददाश्त का पता लगाने के लिए।

  •  

    • प्रदर्शन के भाग के रूप में आपको जिन नई अवधारणाओं और परिभाषाओं का परिचय कराना होगा।

    • आप इनमें से प्रत्येक की कब और कैसे जानकारी देंगे?
  • Write down:
    • इस प्रदर्शन से आप जो चाहते हों कि आपके विद्यार्थी देखें और सीखें।
    • आप उनका ध्यान इस विशेषता की ओर कैसे दिलाएंगे?
    • प्रदर्शन के बाद शिक्षण के समेकन के लिए आप किन प्रश्नों का उपयोग करेंगे?

अब इन विचारों को अपनी पाठ योजना में शामिल करें और अपने विद्यार्थियों के साथ प्रदर्शन करें।

विचार के लिए रुकें

गतिविधि 3 में बनाई हुई अपनी योजना पर विचार करें और निम्न प्रश्नों के उत्तर दें?

  • पिछले प्रदर्शनों की तुलना में यह प्रदर्शन कितना बेहतर रहा इस संबंध में आपने क्या फर्क देखा?
  • आप कितने आस्वश्त हैं कि आपके सभी विद्यार्थी प्रदर्शन में शामिल रहे? क्या, ऐसे भी कुछ विद्यार्थी थे जिन्होने भागीदारी नहीं की थी? आपके विचार से ऐसा क्यों हुआ?
  • क्या, सभी विद्यार्थियों ने आपके प्रश्नों के उत्तर देने की कोशिश कर रहे थे? क्या आप प्रदर्शन के दौरान ‘थिंक-पेयर-शेयर’ (यूनिट–पेयरवर्क देखें) जैसी शिक्षण तकनीक का उपयोग कर सकते थे जिससे विद्यार्थियों के शिक्षण में मदद मिल सके?

2 प्रभावी प्रदर्शनों की योजना बनाना

4 सारांश