2 टीईएसएस-इंडिया ओईआर में क्या है?

टीईएसएस-इंडिया में सीखने की क्रिया की भागीदारीपूर्ण पद्धतियां विकसित करने में शिक्षकों की सहायता करने वाले संसाधन हैं। अगले अनुभाग में, आप उपलब्ध संसाधनों पर नजर डालेंगे और बदलाव के लिए एक फोकस चुनेंगे (चित्र 2 में चरण 2)।

संसाधन 2 में टीईएसएस-इंडिया परियोजना के लिए शिक्षणशास्त्र के सिद्धांत वर्णित हैं और उन बदलावों (या सीखने की क्रिया के रूपान्तरण) का उपयोगी सारांश दिया गया है जिनमें सहायता के लिए इन सामग्रियों को तैयार किया गया है।

संसाधन 3 में मुख्य संसाधनों की वास्तविक विषय-वस्तु एवं अलग अलग ओईआर प्रदर्शित हैं। भाषा एवं साहित्य, माध्यमिक विज्ञान, माध्यमिक अंग्रेजी एवं माध्यमिक गणित में से प्रत्येक के लिए 15 ओईआर हैं और मुख्य संसाधनों का एक समूह तथा संबंधित वीडियो हैं जिन्हें भारतीय विद्यालयों में फिल्माया गया है।

गतिविधि 2: टीईएसएस–इंडिया ओईआर पर नजर डालना

विस्तार से देखने के लिए एक टीईएसएस-इंडिया ओईआर चुनें। यदि संभव हो तो यह गतिविधि किसी वरिष्ठ सहकर्मी के साथ करें। ओईआर को विशिष्ट कौशल और योग्यताएं सीखने में शिक्षकों की मदद करने के लिए बनाया गया है। जब आप टीईएसएस-इंडिया ओईआर पढ़ें, तो संसाधन 4 पर एक नज़र डाल लें, जिसमें ओईआर की संरचना समझाई गई है। अपने सहकर्मी के साथ यह पहचान करें कि इकाई के प्रत्येक अनुभाग में शिक्षक क्या सीखेगा।

टीईएसएस-इंडिया मुख्य संसाधनों को देखें। ओईआर किन मुख्य संसाधनों को संदर्भित करता है? यदि संभव हो तो, ओईआर से लिंक किए गए टीईएसएस-इंडिया वीडियो देखें।

याद रखें कि टीईएसएस-इंडिया ओईआर में संपूर्ण छात्र पाठयक्रम को सम्मिलित नहीं किया गया है। इन्हें शिक्षकों को ऐसे विचार देने के लिए डिजाइन किया गया है जिनका अन्य विषयों के लिए आसानी से इस्तेमाल हो सकता है या जिन्हें आसानी से अन्य विषयों के लिए ढाला जा सकता है।

1 भागीदारीपूर्ण, विद्यार्थी-केंद्रित शिक्षण को सक्षम बनाना

3 आपको किस बदलाव की पहल करनी चाहिए?