संसाधन
संसाधन 1: विद्यार्थी केंद्रित अध्यापन एवं अध्ययन का अवलोकन
कथन | संबंधित मुख्य संसाधन | मेरे विद्यालय में यह किस सीमा तक हो रहा है? (कभी नहीं, यदा-कदा, कभी-कभी, सदैव) | यह कहां हो रहा है उसके उदाहरण (अध्यापक, कक्षा, विवरण) |
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अध्यापक पाठों की योजना बनाते हैं जिनमें विविध प्रकार की अध्यापन और सीखने (ज्ञानार्जन) की पद्धतियां शामिल होती हैं। | ‘पाठों का नियोजन करना’ | ||
शिक्षक अपनी कक्षाओं में निर्माणात्मक आकलन का उपयोग करते हैं। | ‘प्रगति और कार्यप्रदर्शन का आकलन करना’ | ||
अध्यापक विद्यार्थियों के कार्य की निगरानी करते हैं और हर विद्यार्थी को अलग अलग, मौखिक एवं लिखित प्रतिपुष्टि (फ़ीडबैक) देते हैं। | ‘निगरानी करना और प्रतिक्रिया देना’ | ||
अध्यापक सीखने की क्रिया में बच्चों की रुचि जगाने के लिए कहानी कहने, भूमिका-अभिनय एवं नाटकों का उपयोग करत है। | ‘कथावाचन, गाने, भूमिका पालन और नाटक’ | ||
सीखने की क्रिया में सहयोग देने और उसे दैनिक जीवन के साथ जोड़ने के लिए अध्यापक सुपरिचित स्थानीय संसाधनों का उपयोग करते हैं। | ‘स्थानीय संसाधनों का उपयोग’ | ||
अध्यापक ऐसे विविध खुले सवाल पूछते हैं जिनमें विद्यार्थियों को व्याख्या करने का और अपने विचार सामने रखने का मौका मिले। | ‘चिंतन को बढ़ावा देने के लिए प्रश्न पूछने का उपयोग करना’ | ||
अध्यापक विद्यार्थियों को उनकी सीख के बारे में, पूरी कक्षा के रूप में, जोड़ी में या समूहों में बोलने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। | ‘सीखने के लिए बातचीत करें’ | ||
अध्यापक पाठों में सभी विद्यार्थियों को सक्रिय रूप से शामिल करते हैं। | ‘सभी को शामिल करना’ |
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6 सारांश