1 नेतृत्व के माध्यम से समानता और समावेश को प्रोत्साहित करना

यह बात खुशी मनाने और गर्व करने का विषय है कि भारत की आबादी इतनी असमान है। ‘असमान’ शब्द का अर्थ है ‘ढेर सारी विविधता दर्शाना’ या ‘बहुत अलग होना’। विविधता न केवल जीवन में दिलचस्पी लाती है, बल्कि जटिल और परिवर्तनशील विश्व में अनेक समाधान और संभावनाएं भी पेश करती हैं।

विद्यालय की विविधता कई कारकों से संबंधित हो सकती है जैसे भाषा, नस्ल, लिंग, जाति, वर्ग, आय स्तर, शारीरिक क्षमताएं, आवास, उम्र या पहले की गई पढ़ाई। कक्षा में भर्ती होते समय किन्हीं भी दो छात्रों के प्रारंभ बिंदु एक समान नहीं होते हैं, और न ही सीखने के तरीके या पाठ्यचर्या के साथ संबंध समान होते हैं। वह शिक्षक जो अलग अलग पृष्ठभूमियों, संस्कृति और अनुभवों को समझता और मान देता है, उसके छात्रों को सीखने की ऐसी प्रक्रिया में संलिप्त करने की अधिक संभावना है जो उनमें से प्रत्येक के लिए सार्थक है।

एनसीएफ में एनपीई से यह उद्धृत किया गया है:

समानता को प्रोत्साहित करने के लिए, सभी को, न केवल सुलभता में बल्कि सफलता की अवस्थाओं में भी, समान अवसर प्रदान करना आवश्यक होगा। इसके अलावा, सभी की अन्तर्निहित समानता की जागरूकता का निर्माण मूल पाठ्यचर्या के माध्यम से किया जाएगा। इसका प्रयोजन सामाजिक पर्यावरण और जन्म के संयोग के माध्यम से संचारित पूर्वाग्रहों और पेचीदगियों को दूर करना है।

इस नीति की भाषा को आपके विद्यालय और कक्षाओं के परिवेश में अंतरित करना कठिन हो सकता है। इसलिए, यह विद्यालय नेता का दायित्व है कि वह विविधता, समानता और समावेश से संबंधित मुद्दों को संबोधित करने के लिए अपने स्टाफ और वृहत् विद्यालय समुदाय की मदद करे। इसके लिए तीन प्रारंभिक कदम उठाने की जरूरत पड़ सकती है:

  • सुनिश्चित करना कि सभी शिक्षक और वृहत् विद्यालय समुदाय विद्यालय के सन्दर्भ के भीतर विविधता, समानता और समावेश के मुद्दों को समझें। इसमें यह जानना शामिल है कि इसके छात्रों के नतीजों और उनके व्यवसाय पर हो सकने वाले परिणाम क्या हैं।
  • असमानता या बहिष्करण के मुद्दों को संबोधित करने के लिए हस्तक्षेपों या कार्यवाहियों की सहयोगात्मक रूप से योजना बनाना और उनका निष्पादन करना। यह समझना कि उनकी अपनी अध्यापन परिपाटियों और/या सीखने के अवसरों को बदलने की कार्यवाहियाँ कैसे अंतर पैदा कर सकती हैं।
  • यह समझना कि पढ़ाने, सीखने या ग्राम्य सहायता में बदलावों की कैसे निगरानी करके यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उनका छात्रों के सीखने की प्रक्रिया पर सकारात्मक प्रभाव हो।

यदि आपने इकाई अपने विद्यालय को सुधारने के लिए विविधता पर डेटा का उपयोग करना पढ़ी है, तो आपने पहले से ही इस बारे में सोच लिया होगा कि आपके विद्यालय के सन्दर्भ के भीतर डेटा कैसे विविधता के मुद्दों को स्पष्ट कर सकता है, और आपके विद्यालय के लिए प्राथमिकता क्षेत्र विकसित करने लगे होंगे। जो डेटा आपने एकत्र किया है और जो प्राथमिकता क्षेत्र आपने पहचाने हैं, वे यह समझने के लिए महत्वपूर्ण होंगे कि आपके स्टाफ को उनकी अध्यापन प्रथाओं में अधिक समावेशी होने के लिए कैसे प्रेरित किया जाय।

इस इकाई से विद्यालय नेता क्या सीख सकते हैं

2 विविधता, समानता और समावेश को समझने में अन्य लोगों की सहायता करना