5 सारांश

एक विद्यालय एकाकीपन के साथ अस्तित्व में नहीं रह सकता। यह न केवल अपने आस-पास में रहने वाली स्थानीय जनसंख्या को सेवाएं देता है, बल्कि यह एक व्यापक समुदाय के साथ भी संवाद करता है और राज्य, ज़िले तथा उप-ज़िले के स्तर तक नेटवर्कों व विनियामक प्रकार्यों के भीतर परिचालन करता है। कक्षा में शिक्षण व सीखने पर सकारात्मक प्रभाव प्राप्त करने हेतु उन भागीदारियों को शुरु करने व उन्हें बनाए रखने के लिए सहयोगात्मक संबंध बनाने और उसमें समय लगाने का दायित्व विद्यालय नेता का होता है। जैसे कोई विद्यालय एकाकीपन के साथ अस्तित्व में नहीं रह सकता, उसी प्रकार एक विद्यार्थी का सीखना भी एकाकीपन के साथ अस्तित्व में नहीं रह सकता – इसकी व्याप्ति उनकी विद्यालय से बाहर की जिन्दगी में होती है। अभिभावकों और उनके समुदायों की भागीदारी से, विद्यार्थी की विद्या का विस्तार करना तथा इसे और अधिक सार्थक बनाना संभव है।

विद्यालय नेता के लिए नेटवर्क और संबंध बनाना आवश्यक है जिससे विद्यालय स्थानीय संसाधनों व दक्षता का अधिकतम उपयोग कर सके, साथ ही यह सुनिश्चित कर सके कि प्रत्येक विद्यार्थी को अपनी विद्या के साझा दायित्व से लाभ हो।

4 विद्यार्थियों के अभिभावकों के साथ संलग्न होना

संसाधन