यह दृष्टिकोण क्यों महत्वपूर्ण है

दैनिक परिस्थितियों में, लोग एक-दूसरे के साथ काम करते हैं, बातें करते व सुनते हैं, देखते हैं, सहयोग करते हैं, सुझाव देते व मदद करते हैं। कुछ प्रकार के सहयोग से विचार-विमर्श को बढ़ावा मिलता है और काम करने के विभिन्न तरीके निकलते हैं। यदि कक्षा में सबकुछ शिक्षक पर ही केंद्रित रहेगा, तो छात्रों के प्राकृतिक व एक-दूसरे के लिए लाभकारी तरीकों से अन्वेषण, चर्चा, प्रश्न, प्रयोग व सीखने के अवसर बहुत कम रह जाएँगे। जोड़ियों में काम करना आपके भाषायी पाठों में बातचीत आधारित सीखने के अवसरों को जोड़ने का बहुत प्रभावी तरीका है।

जोड़े में कार्य करना सभी आयु वर्गों और विषयों के लिए उपयुक्त होता है। क्योंकि इससे बहुत से छात्र एक साथ बात कर सकते हैं, इसलिए बड़ी कक्षाओं के लिए यह विशेष रूप से प्रभावी है। यह बेहद समावेशी है, क्योंकि इससे सभी छात्रों को बातचीत करनी पड़ती है। यह विशेषकर बहुभाषी, बहु-स्तरीय कक्षाओं में उपयोगी है, क्योंकि आपके छात्रों की आवश्यकताओं के अनुसार लचीलेपन व सहयोग से जोड़ियाँ बनाई जा सकती हैं। आप चाहे समान दक्षता स्तरों, भिन्न दक्षता स्तरों, समान भाषा के कारण मित्रता आदि के आधार पर छात्रों को आपस में जोड़ते हैं या उन्हें किसी भी क्रम में बाँटते हैं, जोड़ी बनाने की अपनी पद्धति का असर सीखने को प्रोत्साहित करने के साथ ही कक्षा में मित्रता को बढ़ावा देगा।

आप इस इकाई में क्या सीख सकते हैं

1 आपको जोड़ियों में काम क्यों कराना चाहिए?